आम व्यक्ति समझता है हारमोनियम सीखना बहुत कठिन है, इसके लिए विशेष ज्ञान की आवश्यकता होती होगी, या इसके लिए कोई गुरु होना चाहिए तभी हारमोनियम सीख सकते हैं, मेरा मानना है आपको थोड़ा बहुत मार्गदर्शन मिल जाए, बस
आप अपनी मेहनत और लगन से हारमोनियम महीने दो महीने में सम्पूर्ण तो नहीं कह सकते लेकिन सीख सकते हैं, तो फिर प्रश्न उठता है सीखते क्यों नहीं, अभी भी भारत वर्ष में 1℅ लोग हारमोनियम बजाते होगें
सबसे पहली
परेशानी तो आप स्वयं हैं, आपको लगता है ये बहुत दुष्कर कार्य हैं, संगीत विद्या सभी के लिए नहीं हैं, मेरी उम्र ज्यादा हो गई है, या मेरे पास समय नहीं हैं, हारमोनियम बिना गुरु के नहीं सीख सकते हैं, मेरी आवाज अच्छी नहीं हैं
आदि आदि बातें आपके मन में चलती रहती हैं
सबसे पहले तो आपको हारमोनियम सीखने की इच्छा को प्रबल करना है, संगीत विद्या सीखने के लिए जनून चाहिए, बाकी के रास्ते स्वयं ही खुलते चले जायेंगे
संगीत विद्या जो भी सीखना चाहता है उसके लिए हैं, सीखने की कोई उम्र नहीं होती है, जब जागो तभी सबेरा
आपको जब भी समय मिलें आप हारमोनियम सीखने के लिए दे सकते हैं
थोड़ा बहुत मार्गदर्शन चाहिए हारमोनियम सीखने के लिए, कुछ लोगों को तो वो भी नहीं मिलता, अपनी इच्छा शक्ति, और लगन से वो हारमोनियम सीख जाते हैं, हारमोनियम गुरु भी हफ्ते में केवल दो दिन क्लास लेते हैं, बाकी का समय प्रेक्टिस के लिए देते हैं, हारमोनियम कोई सीखा नहीं सकता, आप स्वयं ही अपनी मेहनत और लगन से सीखते हैं
बहुत से गुरु तो इतना अनुशासन बताते हैं कि आत्मसम्मान ही खत्म कर देते हैं, इसलिए लोग हारमोनियम कक्षा छोड़कर भाग खड़े होते हैं, यह विद्या हवा पकड़ने जैसी हैं, हवा को केवल महसूस किया जा सकता है, उसे आप अपने अनुभव से ही पकड़ते हैं, जैसे गूंगे व्यक्ति को गुड़ मीठा महसूस होता है लेकिन वो किसी को बता नहीं सकता, इशारे के माध्यम से बता सकता है, कोई भी गुरु बस मार्गदर्शन दे सकता हैं, सीखने के लिए आपको स्वयं प्रस्तुत होना होता है, या ये कहूँ आप स्वयं सीखते हैं कोई आपको सीखा नहीं सकता, जब तक आप स्वयं सीखने के लिए तैयार ना हो
गुरु की कोई आवश्यकता नहीं, आप स्वयं अपने गुरु बन सकते हैं, बस थोड़ा बहुत मार्गदर्शन यूट्यूब, फेसबुक आदि के माध्यम से ले ले, और सच्ची लगन, जूनून और निष्ठा से आप हारमोनियम को बिना डरें, एक बार इसको स्पर्श तो करें
तीव्र इच्छा होना सबसे जरूरी है
आप सब बातें व्यक्तिगत अनुभव के आधार पर लिख रहा हूँ कही से कापी पेस्ट की हुई नहीं हैं में
#रामबाबूपटेलतेलसिर आपके साथ प्रतिक्षण मार्गदर्शक के रूप में जुड़ा रहूंगा हर संभव आपकी अप्रत्यक्ष रूप से मदद करूँगा आप इस पोस्ट को अधिक से अधिक लोगों तक शेयर करें मेरे फेसबुक पेज को फालो करें
Rambabu Patel Telsir पेज हारमोनियम सीखने के पहले दिन से ही आप एक बात अच्छे से समझ ले हारमोनियम की बटनो से कोई शब्द नहीं बनते हैं
कुछ लोगों गीत या भजन के शब्द हारमोनियम पर ढूंढते रहते हैं और जीवन भर हारमोनियम नहीं सीख पाते हैं, हारमोनियम से केवल एक ध्वनि निकलती हैं, यह ध्वनि किसी भी भाषा के शब्दों को अपने अंदर आत्मसात करने की क्षमता रखती हैं
इसकी बटनों में जब शुरुआत से इसको बजाए तो आपको बता चल जाएगा की शुरुआत में इसकी आवाज भारी मोटी और नीची होती है जैसे जैसे आगे की बटनों में बढ़ते हैं आवाज पतली और उंची होने लगती हैं, यह ध्वनि ही हारमोनियम सीखने का आधार हैं
वैसे तो हारमोनियम में बारह पिच होती है जिसे हम शुरुआत में स्केल कह दिया करते हैं
ये बारह पिच आप समझ ले लेकिन शुरुआत केवल एक ही पिच से करना है
सबसे पहली पिच हारमोनियम का पहला सफेद है जिससे हारमोनियम शुरू हो रही है, आप अपनी हारमोनियम को ध्यान से देखें
सफेद बटन से हारमोनियम की शुरुआत हैं
सफेद मतलब शुद्ध, साफ, जिसमें कोई मिलावट ना हो , हारमोनियम पर कीजिये
पहले सफेद से लगातार आप सफेद पट्टी में आगे की और बढ़िए सात सफेद जैसे ही पूरी होगी यही पहली सफेद जहाँ से आपने शुरू किया वो आ जायेगी
ये सभी शुद्ध स्वर है जो प्रतीक रूप में सफेद पट्टी का प्रतिनिधित्व करते हैं सा रे ग म प ध नि और पुनः वही पहली सफेद पट्टी आ गई जिसकी आवाज अब पहले सफेद से उंची हैं इसे भी " सा " कहगे ये पुनरावृत्ति फिर शुरू हो गई पूरी हारमोनियम में ये सात सफेद पट्टी पूरी होते ही फिर शुरू हो जाती है
हारमोनियम में पांच काले बटन है जो मिलावट का प्रतीक है जो सफेद पट्टी के बीच बीच में प्रयोग किये गए हैं
पहली सफेद पट्टी के बाद पहला काला दूसरी सफेद पट्टी के बाद दूसरा सफेद तीसरी सफेद पट्टी के बाद कोई काला बटन नहीं है चौथी सफेद पट्टी आ गई हैं
चौथी सफेद पट्टी के बाद तीसरा काला बटन हैं फिर पांचवी सफेद पट्टी फिर चौथी काली बटन फिर छटवी सफेद पट्टी और इसके बाद पांचवीं काली बटन फिर सातवीं सफेद
इसके बाद यही पुनरावृत्ति फिर शुरू हो जाती है
ये बारह पिच भी है इन्हें समझने के लिए आप ये तीन वीडियो देख लीजिए आपको पिच के लिए कभी कोई वीडियो नहीं देखना पड़ेगा
ये बारह पिच हैं
पिच समझने के लिए दूसरी वीडियो
ये वीडियो फेसबुक पेज की सबसे अधिक वाइरल वीडियो है
पिच शब्द अपने क्रिकेट में सुना है खेल के मैदान के बारे में हैं
वैसे ही आपकी आवाज या गले की बनावट के हिसाब से आपकी आवाज उंची या नीची होती है सभी अलग अलग पिच में गाते है इस को प्रेक्टिकल ज्ञान से समझने की कोशिश इस वीडियो से करेंगे
पिच समझने के बाद आपको बारह स्वर समझने हैं जिसके लिए आप ये वीडियो देख सकते हैं वीडियो ध्यान से देखें अन्यथा आप भ्रमित हो सकतें हैं
आप भ्रमित ना हो इसलिए अलग अलग ढंग से ये बात बताई हैं
आप इन बारह स्वर का ज्ञान इन वीडियो के माध्यम से कर ले
आपको स्वर ज्ञान बीच बीच में चेकिंग करने के लिए इस वीडियो से मदद मिल सकती है