Sunday, November 28, 2021

सीतामढ़ी में लड़कियों की खरीद-फरोख्त का गंदा खेल, युवती ने क‍िया पर्दाफाश, तीन दलाल ग‍िरफ्तार

(रवि कुमार भार्गव ब्यूरो चीफ अयोध्या टाइम्स बिहार) सीतामढ़ी ज‍िले देह व्‍यापार के लिए रेडलाइट एरिया में युवती को जिंदा जलाने का प्रयास ग्राहकों के पास जाने से मना करने पर द‍िया घटना को अंजाम जान बचाकर भागी पीड़िता पहुंची नगर थाने पुलिस को सुनाई आपबीती एसपी के आदेश पर छापेमारी।


सीतामढ़ी में लड़कियों की खरीद-फरोख्त का 'गंदा खेल' अर्से से चल रहा है। पुलिस ने फिर एकबार छापेमारी कर बदनाम गली से दो युवियों को दलालों के चंगुल से मुक्त कराया। एक महिला समेत तीन दलालों को गिरफ्तार भी किया गया है। इससे पहले जुलाई महीने में ही कई थानों की पुलिस ने छापेमारी की थी जिसमें कई लोग पकड़ाए भी थे और दलालों के चंगुल से लड़कियां भी मुक्त हो पाई थीं। इस दलदल में जबरन ढकेली गई एक युवती ने हिम्मत दिखाई तो पुलिस ने छापेमारी कर उसको मुक्त कराया। युवती ने आरोपियों के खिलाफ पुलिस से शिकायत भी की जिसके बाद उनको गिरफ्तार किया गया। शनिवार शाम पीड़ित युवती रेड लाइट एरिया से भागकर नगर थाना पहुंच गई। वह जख्मी हालत में थी। एसपी हर किशोर राय के आदेश पर तुरंत छापेमारी की गई जिसमें रेड लाइट एरिया से एक महिला चांदनी खतून, मो. बादल व मो. असगर को गिरफ्तार कर थाने लाया गया। देर शाम तीनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। जख्मी युवती काे इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। ऐसे लड़क‍ि‍या फांसते हैं जालसाज  युवती ने बताया कि कुछ दिन पूर्व दलालों के एक गिरोह ने उसे अपनी जाल मे फांस कर रेड लाइट एरिया में ढकेल दिया। हफ्ते भर से उसे देह व्‍यापार के लिए दबाव डाला जा रहा था। इनकार करने पर उसके जिस्म के कई हिस्सों पर लोहे की रॉड को गर्म कर दागा दिया गया। उसके बाद भी वह तैयार नहीं हुई तो जिस्म के सौदागरों ने उसकी जान लेने की कोशिश की। बेरहमी से पिटाई की और शरीर में आग लगा दी। युवती ने फिर भी हिम्मत नहीं हारी और किसी तरह वह रेड लाइट एरिया से भाग निकली। नगर थाना पुलिस को उसने आपबीती सुनाई। पुलिस ने बिना विलंब एसपी को इतला किया। एसपी के आदेश पर टाऊन सर्किल इंस्पेक्टर देवेंद्र सिंह, नगर थानाध्यक्ष विकास कुमार राय, महिला थाना प्रभारी रेखाकुमारी, पीएसआई रश्मि कुमारी, एसआई ओम प्रकाश, एएसआई रामवती भगत, रामाशीष पासवान के आलवा बड़ी संख्या में महिला व पुरुष पुलिस बल को वहां छापेमारी के लिए भेजा गया।

रा.मध्य विद्यालय करमवा के स्थानीय शिक्षक विद्यालय को अपना जागीर समझते हैं,अधिकारी द्वारा नही होता है कार्यवाही।

कुंदन मिश्रा का रिपोर्ट। सुगौली पु.च.


सुगौली प्रखण्ड के विद्यालयों में शिक्षा और शिक्षक नाम की कोई चीज नही है।स्कूल समय मे बच्चे स्कूल में ही पत्ती, तास खेलते नजर आ रहे हैं।ऐसा ही एक मामला राजकीय मध्य विद्यालय करमवा का है,इस विद्यालय के सभी शिक्षक स्थानीय है और दबंग भी,जिससे विद्यालय का बद से बत्तर स्थिति है।बच्चों का भविष्य अंधकारमय होते जा रहा है।विद्यालय के सभी सरकारी योजनाओं में बन्दर बाट किया जाता है।विद्यालय के सभी शिक्षक स्थानीय होते हुए भी समय से नही आते है।वही प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी का कहना है कि विद्यालय खुलने का समय 9:00 बजे है लेकिन 11:00 बजे तक शिक्षक विद्यालय में ही नही आता है,और विद्यालय के समय बच्चे विद्यालय कम्पाउंड में ही तास, पत्ती खेलते हैं।कभी कभी तो हद तब हो जाता है जब शिक्षक और प्रधानध्यापक खुद से विद्यालय बन्द कर छुट्टी मना लेते है।विद्यालय में ना ही साफ पानी का व्यवस्था है और ना ही शौचालय का।स्थानीय लोगो का कहना है कि विद्यालय का स्थिति बहुत ही खराब है,ना ही समय से पढ़ाई होती है,ना ही समय से शिक्षक आते है,स्थानीय शिक्षक का दबंगई बरकरार है विद्यालय में।मिडे मिल का चावल भी समय से नही दिया जाता है और विद्यालय से गायब हो जाता है,पता नही उस चावल को आसमान निगल लेता है या धरती।शिक्षक व प्रधानध्यापक का कहना है कि हमरा कुछ नही होगा।वही जब रिपोर्टरों के द्वारा स्थानीय प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी से बात किया गया तो उनका कहना है कि जाँच किया जाएगा और कारवाई होगी।

Saturday, November 27, 2021

किन्नर समाज ने गोद ली बेटी का धूमधाम से किया विवाह

अजय मौर्या ब्यूरो चीफ अयोध्या


अयोध्या। मां सीता के जन्म स्थल में जन्मी और भगवान राम की जन्म स्थली को अपना कर्म स्थल बनाने वाले किन्नर ने जिस अनोखी परंपरा की शुरुआत की वह आज भी कायम है। इस अनोखी परंपरा के जरिए समाज में किन्नरों के प्रति आदर का भाव बढ़ रहा है। दरअसल हम बात कर रहे हैं समाज सेवा के जरिए सत्ता के गलियारों तक कदम रखने वाली किन्नर गुलशन बिंदु की जिनकी मृत्यु के बाद उनके शिष्य सामाजिक कार्यों को गति दे रहे हैं। गरीबों को संबल प्रदान करना और असहाय बच्चों को शिक्षा, विवाह समेत कई सामाजिक कार्य गुलशन बिंदु के किन्नर शिष्यों ओर से आज भी किए जा रहे हैं.रामनगरी अयोध्या का किन्नर समाज गरीब असहाय और अनाथ बच्चों को सहायता करने में पीछे नहीं है। सीतामढ़ी में जन्मी किन्नर समाजसेवी गुलशन बिंदु ने जो जिस परंपरा की शुरुआत की उसे उनके शिष्य आज भी महत्व दे रहे हैं। गुलशन बिंदु आज हमारे बीच में नहीं है लेकिन उन्होंने आमतौर पर ही दृष्टि से देखे जाने वाले किन्नर समाज को अपनी सामाजिक कार्यों के जरिए जो सीख दी उसका पालन कर किन्नर समाज के लोग अन्य समाज में अपने प्रति आदर की भावना उत्पन्न कर रहे हैं। गुलशन बिंदु असहाय बच्चों के लिए यतीमखाना चलाती थीं। उन्होंने 250 से अधिक गरीब लड़कियों की शादी करवाई। गुलशन बिंदु के इसी कार्य को अब उनके शिष्य पिंकी किन्नर, राखी किन्नर समेत करीब 18 से 20 शिष्य आगे बढ़ा रहे हैं।  वही पिंकी मिश्र किन्नर समाज से हैं। अयोध्या में रहती हैं और किन्नर गुलशन बिंदु को अपना गुरु मानती हैं। लिहाजा पिंकी भी अब समाजसेवी गुलशन बिंदु के रास्ते पर चल पड़ी हैं। वह कहती हैं कि मैं अपने गुरु कितना समाज सेवा तो नहीं कर सकती लेकिन मुझसे जितना हो सकता है उतना मैं समाज के लिए करने के में तत्पर हूं। पिंकी मिश्रा ने बताया कि उन्होंने अपने संरक्षण में पांच बेटियां और दो बेटों को रखा है। एक बेटी की शादी हो रही है। बाकी चार बेटियां और एक बेटा पढ़ रहा है। एक बेटा अभी छोटा है। किन्नर पिंकी मिश्रा ने कहा कि हमें समाज के प्रति सम्मान की भावना रखनी चाहिए। सामाजिक कार्यों से पुण्य फल की प्राप्ति होती है। पता नहीं कि कर्मों का फल हम किन्नर समाज में जन्म लेकर भुगत रहे हैं ऐसे में हमें अपना जीवन सुधारने के लिए नेक कर्म करने चाहिए। पिंकी ने किन्नर समाज के अन्य लोगों को भी संदेश दिया कि वह भी गरीबों, असहायओं की मदद के लिए सामने आए और ईमानदारी से कार्य करें।बता दें कि पिंकी मिश्रा ने गरीब परिवारों से पांच बेटियां और दो बेटे अपने संरक्षण में लिया है, जिसके भरण पोषण का पूरा खर्चा उठा रही हैं। इसके साथ ही ही बच्चों के शिक्षा का प्रबंध भी कर रही हैं। एक बेटी की आज शादी हो रही है। बेटी की शादी में पिंकी ने उपहार देने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है। एक निजी मैरिज लान में बड़ी धूमधाम से पिंकी अपनी बेटी की शादी संपन्न कर रही हैं।

रामलला के दर्शन अवधि को बढ़ाने से ट्रस्ट ने किया इनकार

अजय मौर्या ब्यूरो चीफ अयोध्या


अयोध्या। रामलला के दर्शन की अवधि को बढ़ाने की बात से श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट अभी सहमत नहीं है। ट्रस्ट महासचिव का मानना है कि सुरक्षा की दृष्टि से भी अवधि को बढ़ाया नहीं जा सकता। सिर्फ दिन में ही भक्तों को राममंदिर में रामलला के दर्शन करने की इजाजत होगी। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने अयोध्या में पुरानी आतंकी घटनाओं और साजिशों का हवाला देते हुए रामलला के दर्शन की अवधि बढ़ाने से मना कर दिया।उन्होंने कहा कि सुरक्षा कारणों की वजह से रामलाल के दर्शन की अवधि को बढ़ाना संभव नहीं है। सभी कठिनाइयों को समझने की जरूरत है। राम जन्मभूमि की स्थितियां हनुमानगढ़ी व कनक भवन जैसी नहीं है। उन्होंने कहा कि ठाकुर जी की सुरक्षा, जनता की सुरक्षा और स्थानीय नागरिकों का जीवन सर्वोपरि है। सुरक्षा कारणों से सिर्फ और सिर्फ दिन में ही दर्शन हो सकता है। गौरतलब है कि पुलिस महानिदेशक मुकुल गोयल ने सोमवार को अयोध्या का दौरा किया था। रामलला के दर्शन करने के बाद मंदिर परिसर में स्थायी सुरक्षा समिति की बैठक में शामिल हुए। जिसमें रामलला के दर्शन की समय सीमा बढ़ाने पर चर्चा हुई थी।