अंतर्राष्ट्रीय सम्मिटों, G-7 शिखर सम्मेलन, संयुक्त राष्ट्र के मरुस्थलीकरण भूमिशरण और सूखे पर सम्मेलन तथा विवाटेक सम्मेलन में भारत का रुतबा बड़ा - एड किशन भावनानी
गोंदिया - वैश्विक रूप से कोरोना महामारी ने पिछले वर्ष से लेकर अभी 2021 तक पूरे विश्व को जबरदस्त आघात पहुंचाया है। परंतु पूरा विश्व एक साथ मिलकर अपने हौसलों,जज्बों और कोरोना महामारी को हराने के संकल्प से अब कोरोना महामारी ने धीरे-धीरे कदम पीछे हटाना शुरू कर दिया है। भारत सहित वैश्विक मानवीय प्रजाति ने अपनी रणनीतिक जीत की ओर कदम बढ़ा दिए हैं शीघ्र ही कोरोना महामारी को जड़ से समाप्त करने का रणनीतिक रोडमैप का क्रियान्वयन होगा...। बात अगर हम भारत की करें तो 135 करोड़ की जनसंख्या वाला देश जिस जांबाजी और अपने बुलंद हौसलों, जज्बों के साथ इस महामारी से लड़कर स्थिति को नियंत्रण में लाया वो तारीफ ए काबिल है तथा इस महामारी को जड़ से मिटाने की जंग अभी जारी है। यह नजारा सारा विश्व देखकर भारत का लोहा मानने पर मजबूर हुआ है और हो भी क्यों ना, क्योंकि भारत की मिट्टी में जन्मा हर नागरिक अपनी भारत माता की रक्षा के लिए हर वक्त तत्पर और तैयार रहता है।...बात अगर हम भारत की कोरोना से लड़ाई की करें तो लड़ते हुए वैश्विक स्तर पर भारत ने अपनी प्रतिष्ठा में चार चांद लगाए हैं। आज भारत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक मजबूत देश, मजबूत नेतृत्व, मजबूत नागरिक, मजबूत संकल्पित रणनीतिक रोडमैप बनाकर लड़ने वाला देश के रूप में देखा जा रहा है। आज हर भारतीय गर्व महसूस कर रहा है कि पिछले कुछ सालों में भारत की प्रतिष्ठा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बहुत अधिक बढ़ी है। विश्व की नजरों में आज भारत का मूल्य अपेक्षाकृत कहीं अधिक है। यही कारण है कि हाल मैं पिछले एक ही हफ्ते में तीन अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन हुए हैं, जिसमें भारत को विशेषता से उपस्थिति का दर्जा प्राप्त हुआ है। माननीय पीएम महोदय ने वर्चुअल रूप से सम्मेलन में शामिल होकर अपने संबोधन में भारत को मजबूती प्रदान की है। तीनों अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों के बारे में टीवी चैनलों और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की रिपोर्टपर यह आर्टिकल आधारित है।...बात अगर हम 16 जून 2021 को फ्रांस की राजधानी पेरिस में हुए विवाटेक सम्मेलन के 2021 के पांचवें संस्करण की करें तो यह 16 से 19 जून 2021 विवाटेक यूरोप में सबसे बड़े डिजिटल और स्टार्टअप इवेंट्स में से एक है, जो 2016 से हर साल फ्रांस की राजधानी पेरिस में आयोजित किया जाता है। यह संयुक्त रूप से पब्लिसिस ग्रुप – एक प्रमुख विज्ञापन और मार्केटिंग ग्रुप और लेस इकोस – एक प्रमुख फ्रांसीसी मीडिया समूह द्वारा आयोजित किया जाता है। यह टेक्नोलॉजी इनोवेशन और स्टार्टअप सिस्टम में स्टेकहोल्डर्स को एक साथ लाता है और इसमें एग्जीबीशन, एवार्ड,पैनल मीटिंग और स्टार्टअप कंपटीशन शामिल हैं। विवाटेक का 5वां एडीशन 16-19 जून 2021 के बीच आयोजित है पीएम इस सम्मेलन में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए। उनके साथ इस इवेंट में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज ओर विभिन्न यूरोपीय देशों के मंत्री और सांसद भी इस कार्यक्रम के प्रमुख वक्ताओं में शामिल हैं। पीएम ने इस सम्मिट में कहा,हमारा देश दुनिया के सबसे बड़े स्टार्ट-अप इकोसिस्टम में से एक है। भारत वह प्रदान करता है जो इनोवेटर्स और निवेशकों को चाहिए। मैं दुनिया को पांच स्तंभों (टैलेंट, मार्किट, कैपिटल, इकोसिस्टम और ओपन कल्चर) के आधार पर भारत में निवेश करने के लिए आमंत्रित करता हूं। पीएम ने इस सम्मेलन के माध्यम से युवाओं को प्रेरित करने के लिए कहा, हम जिन चुनौतियों का सामना कर रहे हैं,उन्हें सामूहिक भावना और मानव-केंद्रित दृष्टिकोण से ही दूर किया जा सकता है। इसके लिए, मैं स्टार्ट-अप समुदाय से नेतृत्व करने का आह्वान करता हूं। इस क्षेत्र में युवाओं का दबदबा है- वे वैश्विक परिवर्तन को शक्ति देने के लिए सबसे अच्छी स्थिति में हैं। हमारे स्टार्ट-अप को हेल्थ केयर, वेस्ट रीसाइक्लिंग, एग्रीकल्चर, लर्निंग जनरेशन के उपकरणों सहित पर्यावरण के अनुकूल तकनीक जैसे क्षेत्रों का पता लगाना चाहिए। पीएम ने बुधवार को विवाटेक सम्मेलन के 5वें संस्करण को संबोधित करते हुए दुनियाभर के इनोवेटर्स और इन्वेस्टर्स को भारत में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया।... बात अगर हम संयुक्त राष्ट्र के 14 जून 2021 के मरुस्थलीकरण भूमिशरण और सूखे (यूएनसीसीडी) के 14 वें सत्र के अध्यक्ष के रूप में अपने वर्चुअल संबोधन में पीएम ने कहा, दुखद है कि भूमिक्षरण ने आज दुनिया के दो-तिहाई हिस्से को प्रभावित किया है। अगर इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो यह हमारे समाजों अर्थव्यवस्थाओं, खाद्य सुरक्षा, स्वास्थ्य और जीवन की गुणवत्ता व सुरक्षा की नींव को कमजोर कर देगा, उन्होंने कहा, इसलिए हमें भूमि और इसके संसाधनों पर भयंकर दबाव को कम करना होगा। अभी आगे बहुत कुछ किया जाना बाकी है। हम साथ मिलकर इसे कर सकते हैं...। बात अगर हम G-7 शिखर सम्मेलन की करें तो 11 से 13 जून 2021 तक ब्रिटेन में चले इस शिखर सम्मेलन में भारत को अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था। इस सम्मेलन में वर्चुअल भाग लेकर पीएम ने कहा था, भविष्य की महामारियों को रोकने के लिए वैश्विक एकता, नेतृत्व और एकजुटता का आह्वान करते हुए, पीएम ने चुनौती से निपटने के लिए लोकतांत्रिक और पारदर्शी समाजों की विशेष जिम्मेदारी पर जोर दिया। पीएम ने संपर्क का पता लगाने और टीकों के प्रबंधन के लिए ओपन सोर्स डिजिटल प्रणाली के सफल इस्तेमाल के बारे में भी बताया। साथ ही दूसरे विकासशील देशों के साथ अपने अनुभव और विशेषज्ञता साझा करने की इच्छा प्रकट की। अतः उपरोक्त पूरे विवरण का अगर हम अध्ययन कर उसका विश्लेषण करें तो हमने देखे के 11 जून 2021 से लेकर 16 जून 2021 तक भारत ने तीन अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों में विशेष रूप से भाग लेकर सम्मेलनों को संबोधित भी किया। कई मसलों पर अंतरराष्ट्रीय नेताओं ने सहमति, तारीफ़ और प्रसन्नता जाहिर की जो हम भारतीयों के लिए अपनी कॉलर टाइट और सम्मान से सर ऊंचा करने वाली बात है। हम भारतीय हैं कहने की को हम फक्र महसूस कर रहे हैं और भारत की शान में चार चांद लग गएहैं क्योंकि भारत का रुतबा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बहुत बड़ा हैं अब हमें पूरा विश्वास है कि अब 5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था पर पहुंचने में हम जरूर कामयाब होंगे। क्योंकि, गौरतलब है कि 5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की इकोनॉमी पीएम का प्रमुख सपना है। इससे पहले, बोफा ने साल 2017 में यह अनुमान जताया था कि भारत 2027-28 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश होगा। भारत इस समय दुनिया में पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है।