Thursday, May 20, 2021

वासुदेवपुर गाँव के चम्बर में एक युवक का शव पेड़ से लटका हुआ बरामद

हाजीपुर(वैशाली)संवाददाता नवीन कुमार दैनिक अयोध्या टाइम्स

महनार थाना क्षेत्र के वासुदेवपुर गांव के चम्बर में पेड़ से लटका हुआ एक युवक का शव बरामद हुआ शव बरामद होने की सूचना मिलने के बाद मौके पर लोगो की भाड़ी भीड़ जमा हो गई जिसके बाद स्थानीय लोगो ने इसकी सूचना महनार थाने को दिया घटना की सूचना के बाद महनार एसडीपीओ सुरेंद्र पंजियार एवं थानाध्यक्ष मनोज कुमार पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पंहुचे और शव को पेड़ से जे सी बि की मद्द से नीचे उतरवाया गया ।इस संबंध में महनार थानाध्यक्ष मनोज कुमार सिंह ने बताया की मृतक की पहचान समस्तीपुर जिले के तारा धमौन गांव निवासी 35 वर्षिय धर्मेंद्र कुमार के रूप में हुई है और शव देखने से आत्महत्या का मामला प्रतीत हो रहा है ।साथ ही थानाध्यक्ष ने बताया की लोगो द्वारा बताया जा रहा है कि  मृतक युवक  पहले भी आत्महत्या का  प्रयास किया था।फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।वही स्थानीय लोगो का कहना है कि युवक मानसिक रूप से विक्षिप्त था। हालांकि पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मामले की जांच ने जुटी हुई है।

भारत का गौरव ढ़ाने की प्रियंका की बड़ी उपलब्धियां

अनिल बेदाग़-


मुंबई : मनोरंजन उद्योग में दो दशक और प्रियंका चोपड़ा जोनस अब भी अपने काम मे बहुत व्यस्त हैं। बॉलीवुड में उनके नाम पर लगभग 60 फिल्म है और विश्व स्तर पर बड़े पैमाने पर प्रशंसक के साथ, वह सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा फॉलो की जाने वाली भारतीय फिल्म स्टार हैं। इस बीच, पश्चिम में, उन्होंने एबीसी के क्वांटिको में अपने शानदार अभिनय से दिल जीत लिया है। प्रियंका चोपड़ा ने 2016 की लाइव-एक्शन फ़िल्म जंगल बुक में भी आवाज दी और बेवॉच (2017), ए किड लाइक जेक (2018) और एंड इट्स रोमांटिक (2019) और वी कैन बी हीरोज (2020) जैसी हॉलीवुड फिल्मों में अभिनय किया। उनकी आखिरी बॉलीवुड रिलीज़, द व्हाइट टाइगर उनकी बेहतरीन कृतियों में से एक के रूप में उभरी और बड़े पैमाने पर प्रशंसा मिली है। 
     विश्व स्तर पर सामाजिक परिवर्तन के चेहरे के रूप में जानी जाने वाली, सुपरस्टार ने समय-समय पर अपनी विभिन्न उपलब्धियों से हमें गौरवान्वित किया है। नीचे हम आपके लिए ९ शानदार कारण लेकर आए हैं जो साबित करते हैं कि वह अगले कई दशकों तक दिलों पर राज करने के लिए यहां हैं। 
1. फोर्ब्स के 100 सबसे प्रभावशाली कवर पर आने वाली पहली भारतीय महिला। 
निस्संदेह, हॉलीवुड को पार करने वाली सबसे सफल बॉलीवुड अभिनेत्री में से एक, प्रियंका चोपड़ा जोनास लगातार दो बार 'फोर्ब्स 100 सबसे शक्तिशाली महिलाओं की सूची' में रही हैं। वह प्रतिष्ठित सूची में जगह बनाने वाली पहली भारतीय महिला है। 
2. भारतीय सिनेमा में उनके योगदान के लिए पद्म श्री से सम्मानित
हिंदी फिल्म उद्योग में उनकी बड़ी सफलता और प्रभावशाली प्रदर्शन के कारण, प्रियंका चोपड़ा जोनास को भारत के चौथे सर्वोच्च नागरिक सम्मान, पद्म श्री से सम्मानित किया गया। बॉलीवुड को वैश्विक मानचित्र पर दबदबा बनाने के लिए पीसी ने 2016 में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से पद्म श्री प्राप्त किया। 
3. वोग यूएस के कवर पर पहुंचने वाले पहले दक्षिण एशियाई । 
अपनी पेशेवर ऊंचाइयों के साथ 2018 में प्रियंका चोपड़ा जोनास वोग अमेरिका के कवर पर आने वाली पहली दक्षिण एशियाई बनीं। वैश्विक आइकन फैशन पत्रिका के कवर पर प्रदर्शित होने वाली पहली भारतीय महिला थीं। 
4. टेलीविजन पर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के रूप में पीपुल्स च्वाइस अवार्ड जीतने वाली पहली भारतीय अभिनेत्री 
पश्चिम में शीर्ष पर अपनी जगह बनाते हुए, प्रियंका चोपड़ा जोनास पीपुल्स च्वाइस अवार्ड जीतने वाली पहली दक्षिण एशियाई अभिनेत्री बनीं। उन्होंने यूएस थ्रिलर क्वांटिको में एक एफबीआई एजेंट के रूप में अपनी भूमिका के लिए 'एक नई टीवी सीरीज पसंदीदा अभिनेत्री' का पुरस्कार जीता। 
5. माराकेच फिल्म समारोह में सम्मानित होने वाली पहली बॉलीवुड अभिनेत्री 
यूनिसेफ स्नोफ्लेक बॉल में डैनी केए ह्यूमैनिटेरियन अवार्ड प्राप्त करने के तुरंत बाद, प्रियंका चोपड़ा जोनास को पिछले साल मोरक्को में फेस्टिवल इंटरनेशनल डू फिल्म डी माराकेच में सम्मानित किया गया था। अभिनेत्री-निर्माता को सिनेमा में उनके 20 वर्षों के लिए सम्मानित किया गया। 
6. TIFF (टोरंटो इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल) में एंबेसडर बनने वाली पहली भारतीय अभिनेत्री 
अपनी सफलता को ओर बढ़ाते हुए, प्रियंका चोपड़ा एक बार फिर 2020 के टोरंटो अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के लिए एंबेसडर के रूप में चुने जाने वाली पहली भारतीय अभिनेत्री बन गईं। प्रियंका उन 50 फिल्म निर्माताओं और अभिनेताओं में शामिल रही जिन्हें इस कार्यक्रम के 45वें संस्करण में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया था ।  7. फ्लोरेंस, इटली में सल्वाटोर फेरागामो संग्रहालय में फुटप्रिंट वाली पहली भारतीय अभिनेत्री 
प्रियंका चोपड़ा जोनस इटली के फ्लोरेंस में प्रतिष्ठित सल्वाटोर फेरागामो संग्रहालय में अपने पैरों के निशान रखने वाली पहली भारतीय अभिनेत्री बनीं। उन्होंने फेरागामो हाउस से कस्टम-डिज़ाइन किए गए जूते भी प्राप्त हुए यह वास्तव में प्रभावशाली रहा! 
8. चार अलग-अलग मैडम तुसाद संग्रहालयों में मोम के पुतले रखने वाली पहली भारतीय अभिनेत्री । 
वैश्विक आइकन 2019 में मैडम तुसाद संग्रहालय में चार मोम की मूर्तियां स्थापित करने वाली पहली भारतीय फिल्म स्टार बन गईं। उनकी मोम की मूर्तियाँ लंदन, न्यूयॉर्क और सिडनी सहित चार अलग-अलग स्थानों पर रखी हुई हैं।
9. इस साल ऑस्कर नामांकन की घोषणा करने वाली पहली भारतीय स्टार
प्रियंका चोपड़ा जोनस ने इस साल इतिहास रच दिया क्योंकि उन्होंने प्रतिष्ठित 93 वें अकादमी पुरस्कार नामांकन की घोषणा की। जो चीज इसे और भी खास बनाती है वह यह है कि पीसी ने पति और पॉपस्टार निक जोनस के साथ सम्मान की घोषणा की । 
बाल अधिकारों के लिए एक वैश्विक यूनिसेफ सद्भावना राजदूत, प्रियंका चोपड़ा जोनस हमेशा परोपकारी रूप से सक्रिय रही हैं। कोविड -19 के इस चुनौतीपूर्ण समय में, वह दुनिया के लिए अपना काम कर रही है।

"गली बॉय" के बाद अब "गटर बॉय" ने बटोरी सुर्खियां

यूके फ़िल्म फेस्टिवल में होगा प्रीमियर

-अनिल बेदाग़-

मुंबई : कॉमेडी फिल्म "उमाकांत पांडेय पुरुष या....?" से चर्चा में आए अभिनेता अजीत कुमार आजकल अपनी दूसरी फिल्म "गटर बॉय" को लेकर सुर्खियों में छाए हुए हैं। फ़िल्म 'गटर बॉय - ए जर्नी टू हेल' को  ब्रिज इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल, ग्रीस, दरभंगा इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल सहित कई फिल्म समारोहों में ऑफिशियल एंट्री के रूप में चुना गया है। खास बात यह है कि इस फ़िल्म

ने सर्वश्रेष्ठ निर्देशन,  सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म और सर्वश्रेष्ठ कहानी की कैटगरी में अपना नामांकन हासिल किया है। और अब यूकेएएफएफ (UKAFF) फ़िल्म फेस्टिवल में गटर बॉय का प्रीमियर 28 मई को शाम 7 बजे होने जा रहा है। 58 मिनट की इस हिंदी फ़िल्म के ट्रेलर को शानदार रिस्पॉन्स मिल रहा है। इसके ट्रेलर की शुरुआत इस डायलॉग से होती है। "एक बार फिर म्युनिस्पल कॉर्पोरेशन के 2 कर्मचारी गटर की सफाई करते हुए मारे गए।" 
निर्देशक अनुपम खन्ना बसवाल की रियलिस्टिक फ़िल्म गटर बॉय में अजीत कुमार एक गटर बॉय का चुनौतियों भरा टाइटल रोल निभा रहे हैं।
कुछ लोग अब भी अपनी रोजी रोटी कमाने के लिए अपनी जान जोखिम में डालकर 'गटर' और 'नाले' की सफाई का काम करते हैं। इस फ़िल्म का केंद्रीय किरदार संदीप एक गरीब, निचली जाति के परिवार का है। वह बेहतर जीवन की आशा में बड़े शहर में चला जाता है, जहां उसे गटर क्लीनर की नौकरी दी जाती है। कुछ बदकिस्मत लोग ऐसे हैं जो इंसानों द्वारा पैदा की गई गंदगी को साफ करते हैं। संदीप भी एक ऐसा ही किरदार है। कुछ लोग कैसे अब भी अमानवीय काम करने को विवश हैं फ़िल्म उसी काले अंधेरे पर प्रकाश डालती है।गटर बॉय वाकई एक दिल को झिंझोड़ देने वाली कहानी है।
    अजीत कुमार ने बताया कि मैंने लोगों को गटर की सफाई करते देखा था लेकिन कभी ऐसा करने की कल्पना नहीं की थी। फिर मैंने इसे एक चैलेंज के रूप में लिया और खुद को भूलकर सन्दीप बन गया। एक गटर के अंदर काम करने के मेरे पहले दिन ने मुझे खुद को इंसान के रूप में घृणित महसूस कराया। 
गटर बॉय युवक संदीप के जीवन बदलने वाले अनुभव की कहानी है। यह फिल्म गटर में विकसित होने वाली जहरीली गैसों के कारण होने वाली मौतों के बारे में महत्वपूर्ण सवाल और मुद्दे भी उठाती है कि कैसे ये गरीब लोग सिर्फ अपने परिवार को खिलाने के लिए हर दिन अपनी जान जोखिम में डालते हैं। अजीत कुमार के लिए एक गटर बॉय का रोल निभाना काफी चैलेंजिंग था लेकिन थिएटर बैकग्राउंड से होने के कारण वह इसे सहजता से निभा पाए। अजीत कुमार सोशल इशु पर बेस्ड फिल्म गटर बॉय को इतने सारे फ़िल्म फेस्टिवल्स में जगह और नॉमिनेशन मिलने पर बेहद एक्साईटेड हैं।

Wednesday, May 19, 2021

राजापाकर में सामुदायिक किचन खोलकर गरीबों को कराया जा रहा भोजन

राजापाकर( वैशाली ) संवाददाता, दैनिक अयोध्या टाइम्स

बिहार में कोरोना संक्रमण के मद्देनजर लगे संपूर्ण लॉकडाउन के बाद सरकार द्वारा प्रखंड मुख्यालय में भी सामुदायिक किचन का शुभारंभ किया गया है जिसमें दोनों वक्त निर्धनों का पेट भरेगा। खासकर वैसे गरीब मजदूर जिन्हें दो वक्त की रोटी भी बड़ी कठिनाइयों से नसीब हो पाती है उनके लिए परेशानी और बढ़ गई थी इसे देखते हुए बिहार सरकार के आपदा प्रबंधन अब गरीबों का पेट भर रहा है। राजापाकर प्रखंड मुख्यालय में फिलहाल मात्र एक स्थान प्रखंड मुख्यालय अंतर्गत आदर्श मध्य विद्यालय राजापाकर पर सामुदायिक किचन बुधवार 19 मई से अंचलाधिकारी राजापाकर के देखरेख में शुरू किया गया है। इस दौरान लगभग 60 लोगों को खाना परोसा गया। CO राजापाकर ने बताई की सामुदायिक किचन में गरीब, असहाय, दैनिक श्रमिकों ,रिक्शा ,ठेला चालक के लिए यह सामुदायिक किचन काफी मददगार साबित होगा। उन्होंने यह भी बताया कि आज प्रथम दिन 60 लोगों के बीच चावल दाल एवं सब्जी का भोजन कराया गया है ।पुनः शाम 5:00 बजे से रात्रि का भोजन परोसा जाएगा। हालांकि सामुदायिक किचन के चालू हो जाने का कोई प्रचार प्रसार नहीं किया गया है । मालूम हो कि सरकार द्वारा आगामी 25 मई तक लॉकडाउन लगे रहने की घोषणा की गई है यह सामुदायिक किचन 7 दिनों के लिए खुला है।