महुआ(वैशाली)अनुमंडल संवाददाता दैनिक अयोध्या टाइम्स।
भारत स्काउट गाइड वैशाली एवं नेहरू युवा केंद्र वैशाली के संयुक्त तत्वाधान में वर्षा जल संच अभियान को सफल बनाने के लिए ऑनलाइन कार्यक्रम का संचालन किया गया। जिला संगठन आयुक्त ऋतुराज के कुशल मार्गदर्शन में जिला सलाहकार प्रमोद कुमार सहनी द्वारा वर्षा जल संचयन कैच द रेन विषय पर ऑनलाइन व्याख्यान दिया गया।व्याख्यान देते हुए जल बचाओ जीवन बचाओ अभियान के नेतृत्वकर्ता प्रमोद कुमार सहनी ने कहा कि शहर से लेकर गाँव तक भूगर्भ जल स्तर में गिरावट जारी है।भूगर्भ जल में गिरावट के कारण जल संकट की स्थिति दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।मानव जाति द्वारा वृक्षों की अंधाधुन कटाई, समर्सिबल से अतिशय जल दोहन, दिखावटी पौधारोपण तथा अविवेकपूर्ण जल प्रबंधन के कारण ही दुनिया को जल संकट का सामना करना पर रहा है।जिला सलाहकार सह बी आर पी प्रमोद कुमार ने कहा कि मानव द्वारा प्राकृतिक संसाधनों का दोहन तथा वर्षा जल का सही तरीके से संचयन नहीं करने के कारण ही सभी जीव जंतु आने वाले समय में बूंद बूंद पानी के लिए तरसेंगे।वर्षा के जल का संचयन कैसे किया जाए इस पर विस्तृत जानकारी दी गई।सभी भवन में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने के लिए भी सुझाव दिया गया है।हैंडपम्प से दस से पंद्रह फीट की दुरी पर सोख्ता निर्माण के लिए प्रेरित किया गया है।डार्कजोन में समर्सिबल पर प्रतिबंध तथा पानी के दोहन पर नियंत्रण के लिए ड्रिप सिंचाई पर जोड़ दिया गया है।ज्यादा से ज्यादा वृक्षारोपण पर बल दिया गया।ताल, तलैया, कुआँ, नहर, एवं नदियों में भी वर्षा जल का संचयन किया जाना चाहिए।जल की बर्बादी को रोकने के लिए अपील की गई।जल ही जीवन है,जल नहीं तो कल नहीं की बात कही गई। "जल बचाओ जीवन बचाओ" अभियान को सफल बनाने की अपील की गई।सोना चांदी की तरह जल को भी सुरक्षित रखने की जरूरत है।