सिरदर्द का रोग अर्धकपारी या फिर माइग्रेन एक बडी़ ही आम सी बीमारी है। कई लोग माइग्रेन से हफ्ते में एक या दो बार जरुर जूझते हैं। इसके रोगी वे होते हैं जिनके घरों में यह बीमारी सालों से चली आ रही हो। माइग्रेन का दर्द बड़ा ही तेज होता है जिसमें सिर के एक ही ओर तेज़ दर्द होने लगता है। यह दर्द कई अन्य बीमारियों की भी न्यौता देता है जैसे, चक्कर, उल्टी और थकान।
सभी जानते है की माइग्रेन में होने वाला सर दर्द कितना तकलीफ दायक होता है। यह दर्द अचानक ही शुरू होता है और अपने आप ही ठीक भी हो जाता है।
हाथों के स्पर्श से मिलने वाला आराम और प्यार किसी भी दवा से ज्यादा असर करता है। इस दर्द में अगर सर, गर्दन और कंधो की मालिश की जाये तो यह इस दर्द से राहत दिलाने में मददगार साबित हो सकता है। इसके लिए हलकी खुशबू वाले अरोमा तेल का प्रयोग किया जा सकता है।
माइग्रेन के दर्द को ठीक करने के कई तरीके हैं जैसे दवाइयां या फिर कुछ खाघ पदार्थ। क्या आप जानते हैं कि ऐसे कई फूड्स हैं जिन्हें खा कर आप माइग्रेन के दर्द से तुरंत ही छुटकारा पा सकते हैं। यदि आपको हर समय दवाइयों पर जिन्दा नहीं रहना है तो अब खाघ पदार्थ खा कर अपने जीवन की रक्षा करें। इन्हें खाने के अलावा थोड़ा आराम करना भी आवश्यक है।
माइग्रेन को दूर भागने के घरेलु नुस्खे
हरी पत्तेदार सब्जियां इन सब्जियों में मैग्निशियम अधिक होता है। यह रसायन माइग्रेन के दर्द को तुरंत गायब कर देगा। साबुत अनाज, समुंद्री जीव और गेहूं आदि में बहुत मैग्निशियम होता है।
अलसी का बीज
इसमें भी खूब सारा ओमेगा 3 और फाइबर पाया जाता है। यह बीज सूजन को कम करती हैं।
कॉफी
यह बात बिल्कुल सही है कि सिर दर्द में कॉफी पीने से वह गायब हो जाता है, तो माइग्रेन अटैक आने पर कॉफी का सेवन जरुर करें।
अदरक
आयुर्वेद के अनुसार अदरक आपके सिर दर्द को ठीक कर सकता है। भोजन बनाते वक्त उसमें थोड़ा सा अदरक मिला दें और फिर खाएं।
दूध
दूध वसा रहित दूध या उससे बने प्रोडक्ट्स माइग्रेन को ठीक कर सकते हैं। इसमें विटामिन बी होता है जिसे राइबोफ्लेविन बोलते हैं और यह कोशिका को ऊर्जा देती है। यदि सिर में कोशिका को ऊर्जा नहीं मिलेगी तो माइग्रेन दर्द होना शुरु हो जाएगा।
बाजरा
इसमें फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट और मिनरल पाये जाते हैं। तो ऐसे में दर्द पड़ने पर साबुत अनाज से बने भोजन का जरुर सेवन करें।
कुछ अन्य नुस्खे जिनकी मदद से आप माइग्रेन की बीमारी को दूर कर सकते है
एक तोलिये को गरम पानी में डुबाकर उस गरम तोलिये से दर्द वाले हिस्सों में मालिश करे। कुछ लोगों को ठंडे पानी से की गयी इसी तरह की मालिश से भी आराम मिलता है। इसके लिए आप बर्फ के टुकड़ो का उपयोग भी कर सकते है।कपूर को घी में मिलकर सर पर हलके हाथों से मालिश करे। मक्खन में मिश्री मिलाकर सेवन करे।नींबू का छिलका पीसकर उसका लेप माथे पर लगाने से माइग्रेन ठीक होता है।रात की नींद अच्छी तरह से ले। ताकि आप अच्छा महसूस कर सकेंगे।कोशिश करे की हर दिन सोने और उठने का एक नियमित समय हो जो लोग अनियमित तरीके से सोते है या फिर जिनके ऑफिस की ड्यूटी हमेशा बदलती रहती है उन्हें इस प्रकार की समस्या अधिक होती है।माइग्रेन के दर्द से बचने के लिए सही आहार का सेवन करे, यह आपके लिए बहुत जरुरी है।
उल्टी होना शरीर से विजातीय पदार्थ निकालने की एक शारीरिक प्रक्रिया है, मगर कभी कभी शरीर में संक्रमण होने से कुछ भी खाने पीने से तुरंत उल्टियाँ होने लगती है। ऐसे में ये उपाय सीधे सीधे संक्रमण समाप्त कर उल्टी को तुरंत रोकते हैं। आइये जानते हैं।
वमन उल्टी या जी मिचलाना
दो लौंग कूटकर 100 ग्राम पानी में डालकर उबालें। आधा पानी रहने पर छानकर स्वाद के अनुसार मिश्री मिलाकर पी लें और करवट लेकर सो जाएँ। दिन भर में चार-चार घंटे से ऐसी चार मात्राएँ लेने से उल्टियाँ बंद हो जाएँगी।
1. दो लौंग पीसकर 30 ग्राम पानी में मिलाकर थोड़ा गर्म करके पिलाने से जी मिचलाना ठीक हो जाता है। लौंग के पानी से सुखी हिचकियाँ भी शांत हो जाती है। केवल एक-दो लौंग चबाने चूसने से भी जी मिलचाना और मुख का बिगड़ा स्वाद ठीक होता है। चक्कर, उबकाई आने में लौंग का प्रयोग बड़ा लाभप्रद है।
2. गर्भावस्था की उल्टियों में दो लौंग मिश्री के साथ पीसकर आधा कप गर्म पानी में मिलाकर देने से आराम होता है।
3. बस में सफर करते समय जिन्हे उल्टियाँ होती है, उन्हें भी मुंह में एक लौंग रखकर चूसना लाभप्रद रहता है।
4. मुख का बिगड़ा स्वाद ठीक करने के लिए, मुख शुद्धि और कीटाणुरहित करने के लिए आवश्यकता के समय में एकबार एक लौंग चूसना लाभप्रद है।
डॉ. दुर्गा प्रसाद पांडेय