सारण ( ब्यूरो चीफ संजीत कुमार ) दैनिक अयोध्या टाइम्स,सोनपुर के हरिहर क्षेत्र के पावन भूमि पर चल रहे श्रीवैष्णव एवँ वैदिक सम्मेलन श्रीगजेन्द्रमोक्ष देवस्थानम मे श्रीब्रह्मोत्सव सह श्रीलक्ष्मीनारायण महायज्ञ के तीसरे दिन श्रीवैष्णव एवँ वैदिक सम्मेलन का कार्यक्रम सादर सुसम्पन्न हुआ। सर्वप्रथम वैदिक विद्वानों ने स्वस्तिवाचन मँत्रोँ का उच्चारण कर कार्यक्रम का श्रीगणेश किया। इस अवसर पर अयोध्या पीठाधीश्वर जगद्गुरू रामानुजाचार्य स्वामी श्री सूर्यनारायणाचार्य जी महाराज डा0 निर्मल शास्त्री ,काशी झारखंड पीठाधीश्वर स्वामी श्रीबिष्णुचित्त जी महाराज, रोहतास पीठाधीश्वर स्वामी श्री श्याम नारायणाचार्य जी ने सँयुक्तरुप से दीप प्रज्वलन कर सम्मेलन का शुभारंभ बुधवार को किया। इस अवसर पर वैदिक श्री विनोद तिवारी ने वैष्णव स्वागत गान गाकर सबका स्वागत किया। इस अवसर पर जगद्गुरू स्वामी सूर्य नारायणाचार्य जी ने भी सम्मेलन सभा को सम्बोधित किया। समस्त श्रीवैष्णव भक्तों को सम्बोधित करते हुए स्वामी लक्ष्मणाचार्य ने कहा कि श्रीसम्प्रदाय अति प्राचीन एवँ अग्रजन्मा सम्प्रदाय है।वैष्णव वह है जो भगवान श्रीबिष्णु का उपासना एवँ भक्ति करनेवाला हो। मुक्ति देने मे भगवान स्वतँत्र होते है। उनकी ईच्छा के उपर निर्भर है।लेकिन आचार्य मुक्ति देने मे परतँत्र होते है।यदि हम वैष्णव है तो गुरु के माध्यम से मुक्ति मिलेगी ही इसमे सँशय नही है।भगवान स्वयँ वैष्णव है और श्रीरामानुज स्वामी के द्वारा वैष्णवता का प्रचार प्रसार कराकर इस मानव जीवन को प्रपत्ति गुरुपरम्परा व शरणागति का ज्ञान कराते हुए सबको शुद्ध सात्विक भगवान श्री लक्ष्मीनारायण की आराधना करना ही सर्वश्रेष्ठ एवँ सर्वोत्तम मार्ग बताया। भगवान श्री रामानुजाचार्य समतामूलक समाज के सँस्थापक थे। उन्होने दलित को भी अपनाया। इस कार्यक्रम मे पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पाण्डेय एवँ स्वामी कमलनयनाचार्य ,पँ0 नन्द किशोर तिवारी ,पवन शास्त्री आचार्य चन्द्रकान्त झा ,वाल्मीकि शास्त्री कुशेश्वर चौधरी ,जनार्दन दीक्षित लक्ष्मी पाण्डेय ,दिलीप झा ,राजीव झा ,आशा पाठक ,प्रतिमा सिह, फुल झा ,नीलु झा ,राजकली देवी, रतन कुमार कर्ण ,नीलिमा कर्ण एवँ मुजफ्फरपुर वैशाली छपरा पटना आरा समस्तीपुर दरभँगा वगैरह के भक्त उपस्थित थे।