Tuesday, February 2, 2021

विधायक बजरंग बहादुर सिंह नें पिपरा परसौनी व बड़गो में सीसी रोड का किया शिलान्यास

दैनिक अयोध्या टाइम्स ब्लाक संवाददाता सुधीर मिश्रा की रिपोर्ट

महराजगंज। कोल्हूई थाना क्षेत्र के पिपरा परसौनी व ग्राम पंचायत बड़गो में आज क्षेत्रीय विधायक बजरंग बहादुर सिंह ने सीसी रोड़ का शिलान्यास किया।
इस दौरान विधायक बजरंग बहादुर सिंह ने इस कार्यक्रम में भाजपा सरकार की उपलब्धियां गिनवाते हुए कहा की भाजपा के सरकार में विकास की गंगा बह रही है। गरीबों को शौचालय, फ्री बिजली कनेक्शन, गांव में सीसी रोड सहित तमाम लाभ लोगों तक पहुंचाया जा रहा है।
इस दौरान जिला उपाध्यक्ष मधुर सिंह, मण्डल अध्यक्ष प्रदीप पाण्डेय ,राहुल सिंह, विकास उपाध्याय, व्यापार मंडल अध्यक्ष श्रीराम जायसवाल,चंदू सिंह ,दिलीप मौर्या सभासद नन्दू पासवान ,कौशल सिंह ,प्रधान दिनेश रौनियार,अरुण राय राहुल सिंह ,विजय श्रीवास्तव सहित तमाम लोग मौजूद रहे। 

ओवरलोड होने के कारण नीचे बने पुल से टकराया गाड़ी

दैनिक अयोध्या टाइम्स संवाददाता दिनेश चौधरी की रिपोर्ट

महाराजगंज। जिला के अंतर्गत फरेंदा बाईपास मिर्जापुर से आ रही ट्रक जिसमें बालू लदा हुआ था काफी ओवरलोड होने के कारण कोहरे में दिखाई नहीं पड़ा गाड़ी नियंत्रण होकर सीधे कंचन वाटिका पैलेस में नीचे बने पुल से टकराकर रुक गई ड्राइवर से बच गया है खलासी को हल्का चोट आया है यह गाड़ी मिर्जापुर से चलकर रानीपुर जा रही थी जो काफी अन्य कोहरे के कारण अनियंत्रित होकर बाईपास पर टकरा गई।  

आबादी के बीच ईंट भट्ठे का निर्माण, गुस्साये ग्रामीणों का डीएम कार्यालय पर प्रदर्शन

दैनिक अयोध्या टाइम्स ब्यूरो सुनिल कुमार

महराजगंज। खुलेआम प्रदूषण को बढ़ावा और नियमों कानूनों की धज्जियां उड़ाते दबंगों और बाहुबलियों द्वारा आबादी के बीचों बीच ईंट भट्ठा निर्माण को लेकर ग्रामीणों ने आज जिलाधिकारी कार्यालय पर जबरदस्त प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने आबादी के बीच ईंट भट्ठा निर्माण पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है।
  दबंगों और बहुबलियों ने सारे नियम कानून की धज्जियां उड़ाते हुए गांव और आबादी के बीच ईंट भट्ठा का निर्माण किया है। जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदशर्न कर रहे लोगों ने कहा कि नियमों को ताक पर रखकर सदर तहसील और पनियरा थाने नेवास पोखर गांव के टोला ललकारपुर में आबादी के बीच गांव मे ईंट भट्ठे का निर्माण कराया जा रहा है। 
ग्रामीणों के अनुसार 14 दिसम्बर 2020 को क्षेत्रीय प्रदूषण कार्यालय गोरखपुर में भी इसके खिलाफ शिकायत पत्र दिया गया था, लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई और लगातार भट्ठे का निर्माण चालू है। कहीं सुनवाई न होते देख आज ग्रामीणों का जिलाधिकारी कार्यालय पर जबरदस्त प्रर्दशन किया और तत्तकाल भट्ठा निर्माण रोकने की मांग की। ग्रामीणों का यह भी कहना है कि भट्ठा मालिक दबंग और बाहुबली हैं और लगातार उनके द्वारा हम लोंगो की आवाज दबाने की धमकियां दी जा रही है।
  मामले के बारे में जिला अधिकारी से इस बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा कि प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों के समस्याओं को एसडीएम सदर ने सुनते हुए जांच कर कार्यवाही का भरोसा दिया। 

4 फरवरी विश्व कैंसर दिवस


"खुशबू केसर की कैंसर तक ले गयी, शौक दो ग्राम सुपारी, सुपारी दे गयी"

                'कैंसर’ एक ऐसा शब्द है, जिसे अपने किसी परिजन के लिए डॉक्टर के मुंह से सुनते ही परिवार के तमाम सदस्यों के पैरों तले की जमीन खिसक जाती है। दरअसल परिजनों को अपने परिवार के उस सदस्य को हमेशा के लिए खो देने का डर सताने लगता है। बढ़ते प्रदूषण तथा पोषक खानपान के अभाव में यह बीमारी एक महामारी के रूप में तेजी से फैल रही है। कैंसर के संबंध में यह जान लेना बेहद जरूरी है कि यह बीमारी किसी भी व्यक्ति को किसी भी उम्र में हो सकती है लेकिन अगर इसका सही समय पर पता लगा लिया जाए तो उपचार संभव है। कैंसर एक ऐसी बीमारी बन चुकी है। जिसके मरीज दिन प्रति दिन बढ़ते जा रहे है। इसका इलाज काफ़ी महंगा है। एक गरीब को हो जाने पर उसके बचने की सम्भावना बहुत कम हो जाती है। यदि यह बीमारी अमीरों को होती है तो वो काफी पैसा खर्च इलाज करवा लेते है। मेरा प्रश्न यह है कि आखिर क्यों कैंसर की बीमारी होती है? तीन-चार दशक पहले की बात करें तो कैंसर मरीजों की संख्या इतनी नहीं थी।
               आधुनिक विश्व में कैंसर एक ऐसी बीमारी है जिससे सबसे ज़्यादा लोगों की मृत्यु होती है। विश्व में इस बीमारी की चपेट में सबसे अधिक मरीज़ हैं।
उद्देश्य कैंसर से होने वाले नुकसान के बारे में बताना और लोगों को अधिक से अधिक जागरूक करना।
अन्य जानकारी कैंसर एक ऐसी बीमारी है, जिसका इलाज तो अभी तक मुमकिन नहीं हो पाया है पर इसे काबू करना और इससे बचाव संभव है। विश्व कैंसर दिवस प्रत्येक वर्ष 4 फ़रवरी को मनाया जाता है। आधुनिक विश्व में कैंसर एक ऐसी बीमारी है जिससे सबसे ज़्यादा लोगों की मृत्यु होती है। विश्व में इस बीमारी की चपेट में सबसे अधिक मरीज़ हैं। तमाम प्रयासों के बावजूद कैंसर के मरीजों की संख्या में कोई कमी नहीं आ रही है। इसी कारण विश्व स्वास्थ्य संगठन ने हर साल 4 फरवरी को विश्व कैंसर दिवस की तरह मनाने का निर्णय लिया ताकि लोगों को इस भयानक बीमारी कैंसर से होने वाले नुकसान के बारे में बताया जा सकें और लोगों को अधिक से अधिक जागरूक किया जा सकें।
            विश्व कैंसर दिवस के इतिहास के बारे में बात करें तो इसकी सही शुरुआत वर्ष 2005 से हुई थी। और तब से यह दिन विश्व में कैंसर के प्रति निरंतर जागरुकता फैला रहा है। भारत में भी इस दिन सभी स्वास्थ्य संगठनों ने जागरुकता फैलाने का निश्चय लिया है। भारत उन देशों में काफ़ी आगे है जहां तंबाकू और अन्य नशीले पदार्थों की वजह से कैंसर के मरीजों की संख्या बहुत ज़्यादा है। कैंसर एक ऐसी बीमारी है जिसका इलाज तो अभी तक मुमकिन नहीं हो पाया है पर इसे काबू करना और इससे बचाव संभव है। वैसे कैंसर हो जाने पर इससे छुटकारा पाना मुश्किल होता है पर नामुमकिन नहीं। मरीज़ अगर दृढ़ इच्छाशक्ति से इस बीमारी का सामना करे और सही समय पर इलाज मुहैया हो तो इलाज संभव हो जाता है। साथ ही हमेशा से माना जाता है कि उपचार से बेहतर है बचाव। इसी तरह कैंसर होने के बचे रहने में ज़्यादा समझदारी है।
                कैंसर से बचने के लिए तंबाकू उत्पादों का सेवन बिलकुल न करें, कैंसर का ख़तरा बढ़ाने वाले संक्रमणों से बचकर रहें, चोट आदि होने पर उसका सही उपचार करें और अपनी दिनचर्या को स्वस्थ बनाए। कैंसर के ज़्यादातर मामलों में फेफड़े और गालों के कैंसर देखने में आते हैं, जो तंबाकू उत्पादों का अधिक सेवन करने का नतीजा होता है। ऐसे मामलों में उपचार बेहद जटिल हो जाता है और मरीज़ के बचने के चांस भी कम हो जाते हैं। इसके साथ ही आजकल महिलाओं में स्तन कैंसर काफ़ी ज़्यादा देखने में आ रहा है जो बेहद खतरनाक होने के साथ काफ़ी पीड़ादायक होता है। यदि सही समय पर अगर इसके लक्षणों को पहचान कर उपचार किया जाए तो इसका इलाज बेहद सरल बन जाता है। कैंसर से सबसे ज़्यादा ख़तरा होता है युवाओं को जो आजकल की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में खुद को तनाव मुक्त रखने के लिए धूम्रपान का सहारा लेते हैं। विश्व को कैंसर मुक्त करने के लिए आप भी कदम बढ़ाएं और खुद तथा अपने सगे सबंधियों को तंबाकू, सिगरेट, शराब आदि से दूर रहने की सलाह दीजिए।


मैं प्रमाणित करता हूँ कि मेरी रचना मौलिक, स्वरचित है।