प्रत्येक वर्ष के बजट की तरह इस वर्ष का बजट भी सभी वर्गों के लिए अच्छा है घोषणा ही करता नजर आ रहा है लेकिन मनों के बीच उठते सवाल और सच परिस्थितियों के आगे खामोश ही नजर आ रहे हैं।
Monday, February 1, 2021
बजट की हुंकार कोरोना के वार और महंगाई से हाहाकार .....बीच में पिसता मध्यवर्गीय संसार
प्रेम आत्मा की सच्ची अभिव्यक्ति
प्रेम आत्मा की सच्ची अभिव्यक्ति है। नारद भक्ति सूत्र में स: हि अनिर्वचनीयो प्रेम रूप: कहकर परमेश्वर को पे्रम रूप घोषित किया है। यही परमतत्व है। इसी का बोध होने में ज्ञान की सार्थकता है। प्रेम आत्मा की विशेषता है। कबीर कहते हैं, ढाई आखर प्रेम का पढ़े सो पंडित होय। अर्थात् ढाई अक्षरों में ही निहित प्रेम के इस तत्व को प्राप्त कर लेने में ही पांडित्य की सार्थकता है। इसमें ऐसा कौन सा तत्व निहित है, जिसे जानने से सब कुछ जान लिया जाता है? इस विषय पर चिंतन करने से ज्ञात होता है कि पत्नी-बच्चों से किया जाने वाला प्रेम, प्रेम नहीं मोह होता है। इस प्रेम और मोह में विरोधाभास जैसी स्थिति है। प्रेम चेतन से होता है और मोह जड़ से। पत्नी आदि से किया जाने वाला तथाकथित पे्रम उसके जड़ शरीर से होता है, न कि चेतन स्वरूप आत्मा से, अत: यह मोह ही है। इसकी जड़ की ओर उन्मुखता मात्र हाड़-मांस वाले शरीरधारियों तक ही सीमित नहीं रहती, वरन लकड़ी, पत्थर व चूने के बने भवन से लेकर विभिन्न प्रकार के सामानों तक बढ़ जाती है, पर इसके विस्तार का क्षेत्र जड़ ही है।
बजट 2021 में अहम है कबाड़ नीति, पर्यावरण के लिए तीन चीजों पर फोकस: सीएसई
सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट की पर्यावरणविद अनुमिता राय चौधरी का कहना है कि अगर पर्यावरण के लिहाज से देखें तो यह वेस्ट (व्यर्थ), वायु प्रदूषण और जल प्रदूषण पर फोकस करता हुआ बजट है.
वरासत अभियान में लापरवाही बरतने पर लेखपाल व राजस्व निरीक्षक को चेतावनी जारी
डीएम मार्कण्डेय शाही ने सोमवार को वरासत अभियान की हकीकत देखने के लिए तहसील सदर अन्तर्गत ग्राम पंचायत महादेवा में औचक निरीक्षण किया। वहां पर डीएम ने लेखपाल व राजस्व निरीक्षक द्वारा वरासत एवं खतौनी सम्बन्धी कार्य संतोषजनक ढंग से न किए जाने पर चेतावनी जारी करते हुए चाौबीस घन्टे के अन्दर वरासत एवं खतौनी सम्बन्धित सभी मामलों का निस्तारण कराकर रिपोर्ट देने के आदेश एसडीएम सदर को दिए हैं।