Sunday, January 3, 2021

यह जिंदगी

एकदम पुरानी प्रथा है यह जिंदगी, 

कहीं व्यथा तो कहीं तथा है यह जिंदगी।
पल पल में मिलनेवाला प्रेम है यह जिंदगी,
तो कहीं अकेलेपन का कहर है यह जिंदगी,
निराशाओं से घिरी जलती चांदनी के बीच,
तो कहीं आशा की दिखाई देती एक किरण है यह जिंदगी।
किसी के लिए प्रेम का आलिंगन,
तो किसी के लिए प्रेम का विरह है यह जिंदगी।
कहीं भावनाओं से भीगी,
तो कहीं संबंधों की खराश है यह जिंदगी।
कहीं संबंधों का पूर्णविराम,
तो कहीं संबंधों की शुरुआत है यह जिंदगी।
किसी के लिए धारणा,
तो किसी के लिए अवधारणा है यह जिंदगी।
किसी के लिए अकेलेपन का पथ,
तो किसी के लिए सगे-संबंधियों का साथ है जिंदगी।
मानो तो अनंत सुख,
न मानो तो शून्य है यह जिंदगी।

Saturday, January 2, 2021

भूमाफियाओं के खिलाफ फिर एक्शन में दिखे विधायक नंदकिशोर गुर्जर

= शमशान घाट की भूमि कब्जाने की सूचना पर पहुंचकर अधिकारियों को किया तलब

= अवैध निर्माण गिराकर चारदीवारी के दिए आदेश

लोनी,ब्यूरो (आरजू इदरीसी)। लोनी विधानसभा में भूमाफ़ियाओं के खिलाफ स्थानीय विधायक नंदकिशोर गुर्जर की मुहिम लगातार जारी है। शनिवार को डाबर तालाब में विधायक नंदकिशोर गुर्जर के प्रयास से लगभग 1 करोड़ की लागत से निर्मित करवाये जा रहे शमशान घाट की भूमि पर भूमाफ़ियाओं द्वारा कब्जे की सूचना पर  विधायक ने स्वंय पहुंचकर स्थलीय निरीक्षण किया। इन दौरान विधायक ने कब्जा की सूचना सही पाने पर तहसीलदार, पटवारी और कानूनगो को शमशान और तालाब की ज़मीन की तुरंत पैमाईश करवाकर कब्जा मुक्त करवाने के आदेश दिए।  विधायक के सख्त तेवर देख अधिकारियों ने आनन फानन में कब्जा की गई जमीन को चिन्हित करने की कार्यवाही भी शुरू कर दी। विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने कब्जा की गई जमीन का निरीक्षण कर तुरंत तहसीलदार प्रकाश सिंह, पटवारी, कानूनगो और अन्य अधिकारियों को डाबर तालाब पर ही तलब कर लिया। इस दौरान विधायक ने नाराजगी जताते हुए कहा कि प्रदेश सरकार की मंशा के अनुरूप भूमाफ़ियाओं के खिलाफ अभियान और कठोर कार्रवाई जारी रखा जाए। अधिकारी स्वंय आफिस से बाहर निकलकर लोनी में सरकारी और गैर सरकारी ज़मीनों का स्थलीय निरीक्षण करें। विधायक ने तहसीलदार को शमशान घाट की भूमि के साथ तालाब की भूमि की ज़मीन की पैमाईश के आदेश देते हुए कहा कि जो भी निर्माण या घर इस पैमाईश के अंदर पाए जाते है। उन पर तुरंत कार्रवाई करते हुए ध्वस्तीकरण किया जाए। दोषियों पर एफआईआर दर्ज कर मोटा जुर्माना लगाया जाए और ज़मीन की चारदीवारी की जाए। जिससे कोई भविष्य में शमशान घाट और तालाब की भूमि पर कब्जा करने से पहले 100 बार सोचे। विधायक ने अधिकारियों को पूरी कार्यवाही के बाद विस्तृत रिपोर्ट से अवगत कराने के लिए भी कहा। विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने कहा कि मैं भूमाफ़ियाओं को चेतावनी देता हूं कि अब लोनी में उनके दिन लद चुके है। जितनी जल्दी हो सकें अपनी हरकत से बाज आये और लोनी छोड़कर निकल जाए। वरना सभी की जगह डासना जेल में होगी। लोनी में सरकारी व आम जनमानस की भूमि पर कब्जा किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस दौरान विधायक ने लगभग 1 करोड़ की लागत से बन रहे शमशान घाट के कार्य का भी निरीक्षण किया। वहीं विधायक नंदकिशोर गुर्जर को एक्शन में देख कॉलोनीवासियों ने विधायक की कार्यशैली की तारीफ करते हुए आभार जताया। इस दौरान इस दौरान भाजपा नेता पण्डित ललित शर्मा, व्यापार मंडल अध्यक्ष रतन सिंह भाटी, विकास गर्ग, प्रदीप गहलोत, प्रशांत ठाकुर, दिनेश डेढा, नारायण शर्मा, कालीचरण गर्ग, अंशुल पहलवान आदि मौजूद रहें।

तेज रफ्तार ट्रक ने एक युवक को कुचला हुई मौत

सब ब्यूरो शिवकुमार गुप्ता

बहराइच जनपद के रुपाईडीहा थाना क्षेत्र अन्तर्गत प्रहलाद गांव 25 वर्षीय निवासी ओमप्रकाश सोनकर पुत्र बच्छराज सोनकर अपनी घरेलु सामान लेने के लिए बाबांगज बाजार जाने के लिये निकला था इसी दौरान रतन अग्रवाल के घर के सामने पहुंचा ही था तभी नानपारा की ओर से आ रही ट्रक संख्या (यूपी 40 टी3179) ने ठोकर मार दी और ट्रक का पहिया उसके ऊपर चढ जाने से मौत हो गयीं सुचना पर पहुंची पुलिस ने उसे अस्पताल पहुंचाया जहां डाक्टरों ने मृत्यु घोषित कर दिया ट्रक चालक ट्रक लेकर फरार होने के फिराक में निकला ही था की लोगों ने पीछा किया और चालक कस्बे के बाहर पुलिस चौकी पर ट्रक खडा कर फरार हो गया ।

कन्नौज की रेनू बच्चों के साथ माताओं को भी बना रही हैं साक्षर

 संवाददाता देवेश कटियार दैनिक अयोध्या टाइम्स कन्नौज ।जनपद के नसरापुर निवासी रेनू असल मायने में शिक्षक हैं। यूं तो वह एक इंग्लिश मीडियम स्कूल में हेड टीचर हैं, लेकिन समाजसेवा व गरीबों की मदद करना उनका शौक है। जहां जरूरत पड़ती है, जरूरतमंदों की सेवा व सहयोग करने आगे बढ़ जाती हैं। स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे घर में भी अच्छे से पढ़ें, इसलिए वह उनकी माताओं को भी साक्षर बनाने की मुहिम में जुटी हैं।

रेनू कमल ने बताया कि शिक्षा जगत में आने से पहले उन्होंने जूडो-कराटे सीखा था। योग और ब्यूटी पार्लर का भी काम आता है। 2013 में प्राथमिक स्कूल जसपुरापुर सरैया में सहायक अध्यापक पद पर ज्वाइन किया। चार साल बाद उनको हेड टीचर की जिम्मेदारी मिल गई।

उन्होंने बताया कि गांव समेत आसपास की 35 निरक्षर महिलाओं को अब तक साक्षर बना चुकी हैं। अब वह अपने हस्ताक्षर करती हैं, उनसे अब कोई अनपढ़ होने का फायदा नहीं उठा सकता है। इसके अलावा गांव व पड़ोसी गांव की युवतियों को ब्यूटी पार्लर का काम सिखा दिया। अब उन्होंने इस कौशल को रोजगार का जरिया बना लिया है। वह एनजीओ से जुड़कर कई बार पुस्तकें, स्वेटर, कंबल, कपड़ा व हॉस्पिटल में मरीजों को फल आदि का वितरण करती रहती हैं। इसके अलावा खुद पैसे इकट्ठे कर स्कूल में बच्चों के लिए कुर्सियां, लैपटॉप, सीसीटीवी कैमरे, प्रोजेक्टर आदि लगवाए हैं। छात्र-छात्राओं को समय पर टाई-बेल्ट भी बांटती हैं। तीन साल से उन्होंने दो ऐसे छात्र-छात्राओं को साइकिल देकर सम्मानित करना शुरू कर दिया है जो पढ़ने में अच्छे हैं या रोज स्कूल आते हैं। समाजसेवा में पति व सास-ससुर भी उत्साहवर्धन कर रहे हैं।