पुष्पेंद्र सिंह संवाददाता दैनिक अयोध्या टाइम्स लखनऊ
Wednesday, December 30, 2020
उत्तर प्रदेश आदर्श व्यापार मंडल कपूरथला इकाई का हुआ गठन
राज्य स्तरीय योगासन प्रतियोगिता में डॉ. बिश्नोई ने जीता सिल्वर मेडल
गाजियाबाद, ब्यूरो। यूपी योगा एशोसिएशन उत्तर प्रदेश के तत्वावधान में 38वीं राज्य स्तरीय योगासन प्रतियोगिता का आयोजन दुहाई गाजियाबाद में सम्पन्न हुआ। जिसमें 35 से 45 आयु वर्ग में जनपद के डॉ. मनोज बिश्नोई ने दूसरा स्थान पाकर सिल्वर मेडल अपने नाम कर भारसी ही नही अपितु जनपद शामली का नाम रोशन किया। डॉ. मनोज भारसी के प्राथमिक विद्यालय भारसी नंबर एक मे प्रधानाध्यापक के पद पर कार्यरात है। साथ ही यूटा के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष व सहारनपुर मंडल के संयोजक भी है। यूटा कार्यकता एवं शिक्षकों में इस उपलब्धि पर खुशी की लहर दौड़ गयी। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि लोकेश प्रजापति कैबिनेट मिनिस्टर पिछड़ा वर्ग आयोग ने सर्टीफिकेट प्रदान किया, एवं एशोसिएशन के प्रदेश सचिव आचार्य श्री यश परासर ने मैडल पहनाया।
जिलाधिकारी की अध्यक्षता में आयोजित हुई जल जीवन मिशन की बैठक
अमेठी विजय कुमार सिंह
लोनी के समाज सेवी ने दिया 7 दिन का अल्टीमेटम, करेंगें पालिका का घेराव
लोनी,ब्यूरो (आरजू इदरीसी)। लोनी नगर पालिका क्षेत्र के वार्ड नं 54 - 55 में गंदे पानी की निकासी सर दर्द बन चुकी है। लोनी के कई क्षेत्र इकराम नगर, मुस्तफाबाद, सुल्तान नगर आदि में सड़के व नालियों का निर्माण न होने की वजह से पानी की निकासी की एक बहुत बड़ी समस्या बनी हुई है। घरों से निकलने वाला गन्दा पानी आस - पास खाली पड़े प्लॉट में जमा हो जाता है। जो अधिक जमा होने पर खुद एक समस्या का कारण बन जाता है। जिसको निकालने के लिए सम्बंधित अधिकारियों को अवगत भी कराया जाता है। लेकिन सिर्फ आश्वासन दिया जाता है। पानी ज्यादा जमा होने के कारण आस - पास बने मकानों की नींव के अंदर जाना शुरू हो जाता है। जिसकी वजह से कोई भी बड़ा हादसा होने को आशंका बनी रहती है। लोनी में पहले भी जलभराव के कारण कई मासूम बच्चों की जान जा चुकी है। ऐसा ही कुछ हाल लोनी की मुस्तफाबाद कॉलोनी का है। जहां गन्दे पानी की निकासी लोगो के लिए जी का जंजाल बन चुका है। पानी की निकासी को लेकर आए दिन कहीं न कहीं झगड़ा होता रहता है। स्थानीय निवासी लोनी नगर पालिका को बार - बार इसके बारे में अवगत कराते है। सड़क निर्माण, पानी की निकासी, जैसी बुनियादी सुविधाओं की मांग करते है। लेकिन अधिकारी धन का अभाव बता कर अपना पीछा छुड़ा लेते है। ऐसा ही कुछ काम जनप्रतिनिधियों का है। वोट मांगने के समय पर तो जनता को झूठा सपना दिखा कर वोट बटोर लेते है। जितने के बाद जनता के बीच आने को भी तैयार नही होते है।