Wednesday, August 5, 2020

सीएम योगी और राज्यपाल अयोध्या पहुंचे, दोनों का कोरोना टेस्ट आया निगेटिव

अयोध्या: यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या पहुंच चुके हैं. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी अयोध्या पहुंच चुकी हैं. अयोध्या पहुंचने से पहले दोनों का कोरोना टेस्ट हुआ, जिसमें दोनों निगेटिव आए. इनके अलावा यूपी के दोनों उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा और केशव प्रसाद मौर्य की कोरोना रिपोर्ट भी निगेटिव आई है. कार्यक्रम में शामिल होने आ रहे मेहमानों का भी भूमि पूजन स्थान में पहुंचने से पहले कोरोना टेस्ट होगा. ये सभी टेस्ट रैपिड एंटीजन टेस्टिंग के जरिए होगा, ताकि सिर्फ 15 मिनट में नतीजा मिल जाए. इसके बाद ही किसी भी मेहमान को अंदर जाने दिया जाएगा.


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोपहर 12 बजे राम जन्मभूमि पहुंचेंगे और 12 बजकर 5 मिनट पर रामलला के दर्शन करेंगे. इसके बाद राम जन्मभूमि परिसर में 12 बजकर 15 मिनट पर पारिजात के पौधे को लगाएंगे. ठीक 12 बजकर 30 मिनट पर भूमि पूजन को संपन्न करेंगे और 12 बजकर 40 मिनट पर राम मंदिर की आधारशिला रखेंगे. इसके बाद 1 बजकर 15 मिनट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन होगा और ये करीब 1 घंटा चलेगा. इसके बाद वो 2 बजकर 5 मिनट पर साकेत स्थित हैलीपेड रवाना होंगे और वहां से दिल्ली के लिए निकलेंगे.


अयोध्या में कोरोना के खतरे को टालने के लिए भी विशेष इंतजाम
यहां सबसे बड़ा खतरा बने कोरोना वायरस को लेकर सतर्कता बरती गई है. हाल ही में भूमि पूजन से जुड़े पुजारी और सुरक्षाकर्मी संक्रमित पाए गए थे, जिसके बाद इसको लेकर ज्यादा एहतियात रखी जा रही है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, यूपी पुलिस ने पीएम को कोरोना के खतरे से बचाने के लिए उनके करीबी सुरक्षा में 150 ऐसे पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है, जो हाल ही में कोरोना से जंग जीतकर आए हैं.


पुलिस के मुताबिक, ऐसा इसलिए किया गया है, क्योंकि इन पुलिसकर्मियों के शरीर में कोरोना की एंडीबॉडीज विकसित हो गई हैं और अब कुछ समय तक न तो उनमें संक्रमण का खतरा है और न ही उनसे संक्रमण फैलने का खतरा है. इसलिए ऐसे पुलिसकर्मियों को पीएम के सबसे करीब रखा गया है.


32 महीने के अंदर पूरा होगा राम मंदिर का निर्माण

उत्तर प्रदेश: अयोध्या में बनने वाले भव्य राम मंदिर को लेकर भूमि पूजन की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. आखिरी कुछ घंटों का वक्त और बचा है. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत डेढ़ सौ से ज्यादा लोग इस दौरान राम जन्मभूमि पर मौजूद होंगे. लेकिन अब सब के ज़हन में सवाल यही है कि इस भूमि पूजन के बाद आखिर यह भव्य राम मंदिर कब तक बनकर तैयार हो जाएगा. आप के जहन में उठ रहे इसी सवाल का जवाब तलाशा है एबीपी न्यूज़ ने अपनी इस खास रिपोर्ट में.


अयोध्या में हर तरफ इस वक्त रौनक है. हर तरफ लोग बेसब्री से भूमि पूजन का इंतजार कर रहे हैं. भूमि पूजन को लेकर पूरा अयोध्या जगमगा रहा है, लेकिन इस सब के बीच अब राम के भक्त और देश भर से अयोध्या पहुंचने की इच्छा रखने वाले श्रद्धालु यह भी जानना चाह रहे हैं कि इस भूमि पूजन के बाद कितना वक्त और लगेगा राम मंदिर के निर्माण में. इस सवाल का जवाब जानने के लिए एबीपी न्यूज़ ने श्री राम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट के ट्रस्टी स्वामी परमानंद महाराज से बात की. इस बातचीत के दौरान स्वामी परमानंद महाराज ने बताया कि अभी राम मंदिर के भूमि पूजन का कार्यक्रम तय किया गया है, लेकिन इसके बाद पूरा जोर होगा जल्द से जल्द मंदिर निर्माण पूरा करने का.


लेकिन सवाल यह था कि आखिर श्रद्धालुओं को राम मंदिर के भीतर पहुंचकर रामलला के दर्शन करने का मौका कब मिलेगा. इस सवाल के जवाब में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट के ट्रस्टी स्वामी परमानंद ने बताया कि फिलहाल जैसे ही भूमि पूजन का कार्यक्रम पूरा होगा. उसके बाद से ही जल्द से जल्द मंदिर निर्माण को लेकर काम शुरू हो जाएगा. इसी के मद्देनजर ट्रस्ट ने मंदिर निर्माण करने वाली कंपनी को मंदिर निर्माण पूरा करने के लिए अगले 32 महीने का वक्त दिया है. यानी अब से 2 साल 8 महीने बाद भव्य राम मंदिर का निर्माण पूरा हो सकता है.


इस बीच श्री राम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट के ट्रस्टी परमानंद जी महाराज ने एक अहम जानकारी और साझा की. परमानंद जी महाराज के मुताबिक देशभर में जिन जिन जगहों पर शिला पूजन हुआ है, उन सभी शिलाओं का इस्तेमाल राम मंदिर के निर्माण में किया जाएगा. इतना ही नहीं अयोध्या के कारसेवक पुरम में बनाई गई कार्यशाला में जो पत्थर तराश के रखे गए हैं, उनका भी इस्तेमाल राम मंदिर के निर्माण में होगा.


इन शिलाओं और पत्थरों के अलावा भी अयोध्या के कारसेवक पुरम में हजारों हजार की संख्या में ईंट भी रखी हुई हैं, जिनको देश के अलग-अलग हिस्सों से आए श्रद्धालुओं ने अपनी श्रद्धा के तौर पर यहां पर रखा है. इसके अलावा कारसेवक पुरम में जो ईंट रखी हुई हैं उन ईंटों का इस्तेमाल भी राम मंदिर के निर्माण में किया जाएगा.


इसके अलावा जो भी श्रद्धालु श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए चंदा देंगे, उनको चंदे की जो रसीद मिलेगी, वह भी अपने आप में खास होगी. क्योंकि वह रसीद आम रसीदों से हटकर होगी. वह रसीद ऐसी होगी, जिसको लोग हमेशा के लिए यादगार बना कर अपने पास रख सकेंगे.


तो कुल मिलाकर भूमि पूजन कल यानी 5 अगस्त 2020 को जरूर हो जाएगा, लेकिन फिलहाल जिस तरह से तैयारी की जा रही है, उससे तो यही लग रहा है कि साल 2023 में होने वाली रामनवमी तक मंदिर का निर्माण पूरा हो जाएगा और श्रद्धालु श्री रामलला विराजमान के दर्शन कर सकेंगे.


 


रामलला की नगरी तैयार, नरेंद्र मोदी का इंतजार, अयोध्या के लिए दिल्ली से रवाना हुए पीएम

अयोध्या में राम मंदिर भूमिपूजन समारोह के लिए तैयारियां कर ली गई हैं। भूमिपूजन समारोह में मंच पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, राम मंदिर ट्रस्ट के प्रमुख नृत्य गोपाल दास, उ.प्र. की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद रहेंगे।


अयोध्या के लिए प्रधानमंत्री दिल्ली से रवाना हुए। सुबह 10 बजकर 35 मिनट पर लखनऊ पहुचेंगे पीएम मोदी। वहीं 10 बजकर 40 मिनट पर अयोध्या के लिए रवाना होंगे। पीएम मोदी कुर्ता और धोती पहने नजर आए। 


अयोध्या पहुंचे योग गुरु बाबा रामदेव, बोले- रामराज्य का संकल्प जरूर पूरा होगा

अयोध्या. राम मंदिर भूमि पूजन के लिए अब बस कुछ ही घंटों का वक्त रह गया है. अयोध्या में इस ऐतिहासिक पल का गवाह बनने के लिए देश की कई जानी-मानी हस्तियां यहां पहुंची हैं. योगगुरु बाबा रामदेव भी राम नगरी अयोध्या पहुंचे हैं. बाबा रामदेव ने बुधवार सुबह हनुमान गढ़ी में बजरंग बली के दर्शन किए. रामदेव ने दर्शन से पहले एबीपी न्यूज के साथ बातचीत भी की. रामदेव ने बताया कि वो बजरंग बली से आशीर्वाद मांगने आए हैं. उन्होंने कहा, "मैं बजरंग बली से ये ही मांगने आया हू्ं कि राम मंदिर का काम बिना रुकावट के पूरा हो जाए. बजरंग बली की हम पर कृपा बनी रहें."


 


"भगवान राम हमारी संस्कृति, जीवन की मर्यादा"
रामदेव ने पूरा भरोसा जताया है कि राम मंदिर दुनिया का सबसे दिव्य और श्रेष्ठ मंदिर होगा. उन्होंने कहा "मुझे विश्वास है कि श्रेष्ठ मंदिर बनने के साथ ही राम और सीता जैसा चरित्र इस राष्ट्र का होगा. क्योंकि भगवान राम सिर्फ एक इंसान ही नहीं थे. बल्कि वे हमारी संस्कृति हैं. भगवान राम हमारे आध्यात्म है. हमारी परंपरा और हमारे जीवन की मर्यादा है. भगवान राम ही हमारी अस्मिता है." रामदेव ने बातचीत के अंत में ये भी कहा कि राम राज्य का संकल्प जरूर पूरा होगा.


भूमि पूजन से पहले 3.51 लाख दीयों से जगमग हुई अयोध्या
मंगलवार को रोशनी में नहाया अयोध्या बुधवार रात तक जगमग रहेगा. अयोध्या धाम में 3,51,000 दिए जलाए गए हैं. जिला प्रशासन ने बताया कि राम की पैड़ी समेत अयोध्या धाम के 50 स्थानों पर दिए जलाए गए. अयोध्या धाम के सभी मंदिरों में दिये जलाए गए हैं. प्रशासन के अनुसार 1 लाख 25 हजार दीपक सरयू घाट (राम की पैड़ी) पर इसके अलावा 25 हजार भरतकूप, छोटी चौक में 11 हजार, बड़ी चौक में 12 हजार हनुमान गढ़ी में 11000, जन्मभूमि में 101, इसके अन्य कई जगह भी दीपक जलाए गए.