Wednesday, August 5, 2020

रामलला की नगरी तैयार, नरेंद्र मोदी का इंतजार, अयोध्या के लिए दिल्ली से रवाना हुए पीएम

अयोध्या में राम मंदिर भूमिपूजन समारोह के लिए तैयारियां कर ली गई हैं। भूमिपूजन समारोह में मंच पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, राम मंदिर ट्रस्ट के प्रमुख नृत्य गोपाल दास, उ.प्र. की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद रहेंगे।


अयोध्या के लिए प्रधानमंत्री दिल्ली से रवाना हुए। सुबह 10 बजकर 35 मिनट पर लखनऊ पहुचेंगे पीएम मोदी। वहीं 10 बजकर 40 मिनट पर अयोध्या के लिए रवाना होंगे। पीएम मोदी कुर्ता और धोती पहने नजर आए। 


अयोध्या पहुंचे योग गुरु बाबा रामदेव, बोले- रामराज्य का संकल्प जरूर पूरा होगा

अयोध्या. राम मंदिर भूमि पूजन के लिए अब बस कुछ ही घंटों का वक्त रह गया है. अयोध्या में इस ऐतिहासिक पल का गवाह बनने के लिए देश की कई जानी-मानी हस्तियां यहां पहुंची हैं. योगगुरु बाबा रामदेव भी राम नगरी अयोध्या पहुंचे हैं. बाबा रामदेव ने बुधवार सुबह हनुमान गढ़ी में बजरंग बली के दर्शन किए. रामदेव ने दर्शन से पहले एबीपी न्यूज के साथ बातचीत भी की. रामदेव ने बताया कि वो बजरंग बली से आशीर्वाद मांगने आए हैं. उन्होंने कहा, "मैं बजरंग बली से ये ही मांगने आया हू्ं कि राम मंदिर का काम बिना रुकावट के पूरा हो जाए. बजरंग बली की हम पर कृपा बनी रहें."


 


"भगवान राम हमारी संस्कृति, जीवन की मर्यादा"
रामदेव ने पूरा भरोसा जताया है कि राम मंदिर दुनिया का सबसे दिव्य और श्रेष्ठ मंदिर होगा. उन्होंने कहा "मुझे विश्वास है कि श्रेष्ठ मंदिर बनने के साथ ही राम और सीता जैसा चरित्र इस राष्ट्र का होगा. क्योंकि भगवान राम सिर्फ एक इंसान ही नहीं थे. बल्कि वे हमारी संस्कृति हैं. भगवान राम हमारे आध्यात्म है. हमारी परंपरा और हमारे जीवन की मर्यादा है. भगवान राम ही हमारी अस्मिता है." रामदेव ने बातचीत के अंत में ये भी कहा कि राम राज्य का संकल्प जरूर पूरा होगा.


भूमि पूजन से पहले 3.51 लाख दीयों से जगमग हुई अयोध्या
मंगलवार को रोशनी में नहाया अयोध्या बुधवार रात तक जगमग रहेगा. अयोध्या धाम में 3,51,000 दिए जलाए गए हैं. जिला प्रशासन ने बताया कि राम की पैड़ी समेत अयोध्या धाम के 50 स्थानों पर दिए जलाए गए. अयोध्या धाम के सभी मंदिरों में दिये जलाए गए हैं. प्रशासन के अनुसार 1 लाख 25 हजार दीपक सरयू घाट (राम की पैड़ी) पर इसके अलावा 25 हजार भरतकूप, छोटी चौक में 11 हजार, बड़ी चौक में 12 हजार हनुमान गढ़ी में 11000, जन्मभूमि में 101, इसके अन्य कई जगह भी दीपक जलाए गए.


Tuesday, August 4, 2020

बॉलीवुड फ़िल्म सीक्रेट पॉकेटमार से डेब्यू करेंगे आयुष और अवंतिका

-फ़िल्म पीआरओ कुमार युडी की रिपोर्ट।
मुम्बई।बॉलीवुड की दुनिया एक ऐसी दुनिया जो ग्लैमर से भरी हुई हैं और हमेशा से ही बॉलीवुड में नए-नए चेहरे नज़र आते ही रहें हैं।इसी श्रेणी में लखनऊ के आयुष उपाध्याय और गुजरात की अवंतिका दावे भी डेब्यू करने जा रहीं हैं।बॉलीवुड फ़िल्म सीक्रेट पॉकेटमार से ही दोनों अपने बॉलीवुड करियर की शुरुआत करने जा रहें हैं।यह फ़िल्म काफी समय से चर्चा का विषय बना हुआ हैं।जिसकी कहानी में दर्शकों को रोमांस,थ्रिलर और एक्शन भरपूर देखने को मिलेगा।फिल्म के लीड रोल में आयुष कुमार उपाध्याय,जबकि उनके साथ लीड एक्ट्रेस में अवंतिका दावे को फाइनल किया गया है।अवंतिका पहले से मॉडलिंग करती हैं।लेकिन,यह उनकी पहली फ़िल्म होगी।इस बात की जानकारी आयुष कुमार उपाध्याय ने अपने इंस्टाग्राम के एक पोस्ट में दिया हैं।
 उन्होंने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में अवंतिका की एक तस्वीर शेयर किया हैं और लिखा हैं कि फिल्म डायरेक्टर अखिलेश कुमार उपाध्याय अवंतिका दावे को फिल्म सीक्रेट पॉकेटमार से बॉलीवुड में लॉन्च करने का फैसला कर चुके हैं।फिल्म की शूटिंग अतिशीघ्र पूरी हो जाएगी। बॉलीवुड में ये नई जोड़ी बहुत जल्द दर्शकों को सिनेमा घरों में देखने को मिलेगी।आयुष ने ये भी लिखा हैं कि करीब 500 से ज्यादा लडकियो के ऑडिशन लेने के बाद अवंतिका को इस फिल्म की अभिनेत्री के रोल में सेलेक्ट किया गया ।


एनएसएनआईएस पटियाला और सीएसएस-एसआरआईएचईआर ने खेल संबंधी परिवेश को बुनियादी स्तर पर मजबूती प्रदान करने के लिए खेल फिजियोथेरेपी और खेल न्यूट्रीशन में पाठ्यक्रम शुरू किए

इस बात को सुनिश्चित करने के एक प्रयास के रूप में कि खेल विज्ञान को एथलीटों को प्रशिक्षित करने के लिए बुनियादी स्तर पर भी लागू किया जाए, एनएसएनआईएस पटियाला ने सीएसएस-एसआरआईएचईआर, चेन्नई (डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी) के साथ, खेल विज्ञान विषयों में संयुक्त रूप से छह महीने के प्रमाण पत्र पाठ्यक्रमों का संचालन करने के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। इस पाठ्यक्रम का उद्देश्य, खेल विज्ञान के क्षेत्र में काम करने वाले योग्य युवा पेशेवरों को विशेषज्ञता के क्षेत्र में आगे बढ़ने का अवसर प्रदान करना है। पहले चरण में, खेल फिजियोथेरेपी और खेल न्यूट्रीशन पाठ्यक्रमों की शुरुआत ऑनलाइन माध्यम से की जा रही हैं, उन पाठ्यक्रमों के लिए 3 अगस्त 2020 से नामांकन प्रारंभ किए गए हैं। इन पाठ्यक्रमों का उद्देश्य उन पेशेवरों को प्रशिक्षण प्रदान करना है जो कि सामुदायिक कोचों और विकासात्मक कोचों के साथ मिलकर जमीनी स्तर के प्रशिक्षण में खेल विज्ञान का उपयोग कर सकते हैं।


खेल फिजियोथेरेपी पाठ्यक्रम की लिखित प्रवेश परीक्षा में शामिल होने की पात्रता फिजियोथेरेपी (ऑर्थो/खेल) में परास्नातक की डिग्री है। जिन लोगों के पास किसी खेल संस्थान, खेल टीम या क्लब में तीन वर्ष काम करने का अनुभव प्राप्त होने के साथ-साथ फिजियोथेरेपी में स्नातक की डिग्री है, वे भी इस पाठ्यक्रम के लिए आवेदन कर सकते हैं। खेल न्यूट्रीशन पाठ्यक्रम के लिए, जो व्यक्ति प्रवेश परीक्षा में शामिल होने के योग्य हैं, उनके पास किसी भी विषय में परास्नातक की डिग्री होनी चाहिए, जिसमें खाद्य और पोषण, एप्लाइड न्यूट्रीशन, सार्वजनिक स्वास्थ्य पोषण, नैदानिक पोषण और आहार विज्ञान, खाद्य विज्ञान और गुणवत्ता नियंत्रण या खेल न्यूट्रीशन भी शामिल हैं। उपरोक्त में से किसी भी विषय में स्नातक की डिग्री रखने वाले, और साथ ही किसी भी मान्यता प्राप्त खेल संस्थान, क्लब या राज्य या राष्ट्रीय स्तर की टीम में तीन वर्ष काम करने का अनुभव रखने वाले भी प्रवेश परीक्षा में शामिल हो सकते हैं।


छह महीने के पाठ्यक्रम को ऑनलाइन पढ़ाया जाएगा, जिसमें खेल फिजियोथेरेपी और खेल न्यूट्रीशन के सभी महत्वपूर्ण पहलू शामिल होंगे। पाठ्यक्रम के भाग के रूप में, दो सप्ताह की शारीरिक कार्यशाला भी आयोजित की जाएगी, और जिसका आयोजन कोविड महामारी के बाद किया जाएगा। अंतिम रूप से प्रमाणपत्र देने के लिए, उपस्थित लोगों का मूल्यांकन ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी और लिखित परीक्षा के आधार पर किया जाएगा।


भारतीय खेल प्राधिकरण के वरिष्ठ कार्यकारी निदेशक (अकादमिक), कर्नल आरएस बिश्नोई ने जमीनी स्तर के कोचों की खेल शिक्षा में, खेल विज्ञान को शामिल करने के महत्व के संदर्भ में कहा कि, "खेल विज्ञान में नए पाठ्यक्रमों को शामिल करने का उद्देश्य, ज्यादा वैज्ञानिक तरीके से प्रशिक्षण प्रदान करके बुनियादी स्तर पर खेल संबंधी परिवेश को मजबूती प्रदान करना है। इन पाठ्यक्रमों को पूरा करने के बाद, ये पेशेवर जमीनी स्तर पर सामुदायिक कोचों और विकासात्मक कोचों के साथ काम करने के लिए तैयार हो जाएंगे और जूनियर एथलीटों को बेहतर प्रशिक्षण प्रदान करेंगे। दूसरे चरण में भारतीय खेल प्राधिकरण, एक्सरसाइज फिजियोलॉजी, खेल बायोमैकेनिक्स, स्ट्रेंथ एंड कंडिशन, खेल साइकोलॉजी में भी पाठ्यक्रमों की शुरुआत करेगा।"


पाठ्यक्रम की अध्ययन सूची के संदर्भ में सीएसएस-एसआरआईएचईआर के निदेशक, प्रोफेसर अरुणमुगम ने कहा कि, “इन पाठ्यक्रमों को खेल फिजियोथेरेपी और खेल न्यूट्रीशन के क्षेत्र में नवीनतम अंतर्राष्ट्रीय चलनों को शामिल करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। पाठ्यक्रम में खेल विज्ञान को शामिल करना, यहां तक ​​कि जमीनी स्तर पर भी, इस क्षेत्र में काम करने वाले पेशेवरों को एक एथलीट की जरूरतों को ठीक प्रकार से समझने में सहायता प्रदान करेगा। इन पाठ्यक्रमों को सर्वश्रेष्ठ भारतीय संकाय और विदेशी विशेषज्ञों द्वारा पढ़ाया जाएगा।”


इन पाठ्यक्रमों के लिए आवेदन फॉर्म, तीन अगस्त से 10 अगस्त तक ऑनलाइन उपलब्ध होंगे, जिसके बाद पात्र उम्मीदवारों के लिए 16 अगस्त, 2020 को लिखित ऑनलाइन परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। इन पाठ्यक्रमों की शुरुआत 24 अगस्त, 2020 से होगी।