Wednesday, August 5, 2020

राम मंदिर निर्माण को लेकर मनोज तिवारी ने जताई खुशी, भगवान राम के लिए गाया ये गाना

बीजेपी नेता और भोजपुरी इंडस्ट्री के पॉपुलर सिंगर-एक्टर रहे मनोज तिवारी अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण को लेकर काफी एक्साइटेड हैं. इस मौके पर उन्होंने राम मंदिर निर्माण और राम कथा को लेकर एक गाना बनाया है. इसे उन्होंने बहुत ही खूबसूरती से गाया है. इस गाने को टीम फिल्म भोजपुरी पर लॉन्च किया गया है. इस गाने को अब तक हजारों बार देखा जा चुका है. गाने के शुरुआत में मनोज तिवारी कहते हैं,"500 सालों का इंजतार और अब अयोध्या में राम मंदिर का भव्यय शिलान्यास. सौ साल मतलब एक सदी. पांच सदी. " वह गाने के जरिए कह रहे हैं कि पांच सदी के इंतजार को, मिलकर हमें सजाना है. जहां जगत में राम पधारे उसी अयोध्या जाना है. गाने का शीर्षक भी 'जहां जगत में राम पधारे' है. इस गीत को मनोज तिवारी अयोध्या भूमिपूजन स्पेशल गीत बताया है. इस गान के बोल खुद मनोज तिवारी ने लिखा है.


अयोध्या जाने पर दुखी होंगे मनोज तिवारी


बता दें कि मनोज तिवारी भूमि पूजन के दौरान आयोध्या में नहीं रहेंगे. एक न्यूज चैन को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा,"वह अयोध्या जाएंगे तो दुखी हो जाएंगे कि हम उस समय धरती पर हैं और अयोध्या में नहीं है. बड़ी टीस हो सकती है, ऐसा सोचते ही मैं रोने लगूंगा" इस दौरान मनोज तिवारी भावुक भी दिखाई दिए. और इसी गीत की एक लाइन को गाकर बताते हैं.


गाने में प्रधानमंत्री की तारीफ


मनोज तिवारी गाने में मोदी के काल में राम मंदिर बनने पर खुशी जताई है. बता दें कि मनोज तिवारी हाल ही में दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटे हैं. लेकिन वह उत्तरी पूर्वी दिल्ली से लोकसभा सांसद है. भाजपा के सक्रिय नेता है. उन्होंने काफी वक्त पहले ही भोजपुरी फिल्मों से दूरी बना ली थी.


29 साल बाद अयोध्या पहुंचे मोदी, रामलला के दर्शन करने वाले पहले प्रधानमंत्री होंगे, दोपहर 12.30 बजे राम मंदिर के लिए भूमि पूजन करेंगे, 32 सेकंड का मुहूर्त

आज राम काज का दिन है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या पहुंच गए हैं। वे रामलला के दर्शन और हनुमान गढ़ी जाने वाले पहले प्रधानमंत्री होंगे। दोपहर 12:30 बजे मोदी राम मंदिर की नींव रखेंगे। मोदी, जिनकी पार्टी भाजपा ने 10 में से 8 लोकसभा चुनाव में यही वादा दोहराया था।...और सबसे खूबसूरत बात यह कि इसका सबसे पहला न्योता उन इकबाल अंसारी को भेजा गया, जो बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे थे।


492 साल पहले बाबर के कहने पर अयोध्या में विवादित ढांचा बना था। 1885 में पहली बार यह मामला अदालत में गया। 2019 में सुप्रीम कोर्ट ने रामलला के पक्ष में फैसला सुनाया। इसके ठीक नौ महीने बाद अयोध्या में राम मंदिर के लिए भूमिपूजन होने जा रहा है।


आजादी के बाद मोदी इकलौते ऐसे प्रधानमंत्री होंगे, जो इस पद पर रहते हुए रामलला के दरबार में होंगे। उनसे पहले इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और अटल बिहारी वाजपेयी और खुद नरेंद्र मोदी बतौर प्रधानमंत्री अयोध्या पहुंचे, लेकिन रामलला के दर्शन नहीं कर पाए थे।


मोदी 29 साल बाद अयोध्या में


इससे पहले मोदी 1991 में अयोध्या गए थे। तब भाजपा अध्यक्ष रहे मुरली मनोहर जोशी तिरंगा यात्रा निकाल रहे थे और यात्रा में मोदी उनके साथ रहते थे। मोदी ने 2019 के लोकसभा चुनाव के वक्त फैजाबाद-अंबेडकर नगर में एक रैली को सं‍बोधित किया था, लेकिन अयोध्या नहीं गए थे।


सीएम योगी और राज्यपाल अयोध्या पहुंचे, दोनों का कोरोना टेस्ट आया निगेटिव

अयोध्या: यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या पहुंच चुके हैं. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी अयोध्या पहुंच चुकी हैं. अयोध्या पहुंचने से पहले दोनों का कोरोना टेस्ट हुआ, जिसमें दोनों निगेटिव आए. इनके अलावा यूपी के दोनों उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा और केशव प्रसाद मौर्य की कोरोना रिपोर्ट भी निगेटिव आई है. कार्यक्रम में शामिल होने आ रहे मेहमानों का भी भूमि पूजन स्थान में पहुंचने से पहले कोरोना टेस्ट होगा. ये सभी टेस्ट रैपिड एंटीजन टेस्टिंग के जरिए होगा, ताकि सिर्फ 15 मिनट में नतीजा मिल जाए. इसके बाद ही किसी भी मेहमान को अंदर जाने दिया जाएगा.


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोपहर 12 बजे राम जन्मभूमि पहुंचेंगे और 12 बजकर 5 मिनट पर रामलला के दर्शन करेंगे. इसके बाद राम जन्मभूमि परिसर में 12 बजकर 15 मिनट पर पारिजात के पौधे को लगाएंगे. ठीक 12 बजकर 30 मिनट पर भूमि पूजन को संपन्न करेंगे और 12 बजकर 40 मिनट पर राम मंदिर की आधारशिला रखेंगे. इसके बाद 1 बजकर 15 मिनट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन होगा और ये करीब 1 घंटा चलेगा. इसके बाद वो 2 बजकर 5 मिनट पर साकेत स्थित हैलीपेड रवाना होंगे और वहां से दिल्ली के लिए निकलेंगे.


अयोध्या में कोरोना के खतरे को टालने के लिए भी विशेष इंतजाम
यहां सबसे बड़ा खतरा बने कोरोना वायरस को लेकर सतर्कता बरती गई है. हाल ही में भूमि पूजन से जुड़े पुजारी और सुरक्षाकर्मी संक्रमित पाए गए थे, जिसके बाद इसको लेकर ज्यादा एहतियात रखी जा रही है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, यूपी पुलिस ने पीएम को कोरोना के खतरे से बचाने के लिए उनके करीबी सुरक्षा में 150 ऐसे पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है, जो हाल ही में कोरोना से जंग जीतकर आए हैं.


पुलिस के मुताबिक, ऐसा इसलिए किया गया है, क्योंकि इन पुलिसकर्मियों के शरीर में कोरोना की एंडीबॉडीज विकसित हो गई हैं और अब कुछ समय तक न तो उनमें संक्रमण का खतरा है और न ही उनसे संक्रमण फैलने का खतरा है. इसलिए ऐसे पुलिसकर्मियों को पीएम के सबसे करीब रखा गया है.


32 महीने के अंदर पूरा होगा राम मंदिर का निर्माण

उत्तर प्रदेश: अयोध्या में बनने वाले भव्य राम मंदिर को लेकर भूमि पूजन की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. आखिरी कुछ घंटों का वक्त और बचा है. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत डेढ़ सौ से ज्यादा लोग इस दौरान राम जन्मभूमि पर मौजूद होंगे. लेकिन अब सब के ज़हन में सवाल यही है कि इस भूमि पूजन के बाद आखिर यह भव्य राम मंदिर कब तक बनकर तैयार हो जाएगा. आप के जहन में उठ रहे इसी सवाल का जवाब तलाशा है एबीपी न्यूज़ ने अपनी इस खास रिपोर्ट में.


अयोध्या में हर तरफ इस वक्त रौनक है. हर तरफ लोग बेसब्री से भूमि पूजन का इंतजार कर रहे हैं. भूमि पूजन को लेकर पूरा अयोध्या जगमगा रहा है, लेकिन इस सब के बीच अब राम के भक्त और देश भर से अयोध्या पहुंचने की इच्छा रखने वाले श्रद्धालु यह भी जानना चाह रहे हैं कि इस भूमि पूजन के बाद कितना वक्त और लगेगा राम मंदिर के निर्माण में. इस सवाल का जवाब जानने के लिए एबीपी न्यूज़ ने श्री राम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट के ट्रस्टी स्वामी परमानंद महाराज से बात की. इस बातचीत के दौरान स्वामी परमानंद महाराज ने बताया कि अभी राम मंदिर के भूमि पूजन का कार्यक्रम तय किया गया है, लेकिन इसके बाद पूरा जोर होगा जल्द से जल्द मंदिर निर्माण पूरा करने का.


लेकिन सवाल यह था कि आखिर श्रद्धालुओं को राम मंदिर के भीतर पहुंचकर रामलला के दर्शन करने का मौका कब मिलेगा. इस सवाल के जवाब में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट के ट्रस्टी स्वामी परमानंद ने बताया कि फिलहाल जैसे ही भूमि पूजन का कार्यक्रम पूरा होगा. उसके बाद से ही जल्द से जल्द मंदिर निर्माण को लेकर काम शुरू हो जाएगा. इसी के मद्देनजर ट्रस्ट ने मंदिर निर्माण करने वाली कंपनी को मंदिर निर्माण पूरा करने के लिए अगले 32 महीने का वक्त दिया है. यानी अब से 2 साल 8 महीने बाद भव्य राम मंदिर का निर्माण पूरा हो सकता है.


इस बीच श्री राम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट के ट्रस्टी परमानंद जी महाराज ने एक अहम जानकारी और साझा की. परमानंद जी महाराज के मुताबिक देशभर में जिन जिन जगहों पर शिला पूजन हुआ है, उन सभी शिलाओं का इस्तेमाल राम मंदिर के निर्माण में किया जाएगा. इतना ही नहीं अयोध्या के कारसेवक पुरम में बनाई गई कार्यशाला में जो पत्थर तराश के रखे गए हैं, उनका भी इस्तेमाल राम मंदिर के निर्माण में होगा.


इन शिलाओं और पत्थरों के अलावा भी अयोध्या के कारसेवक पुरम में हजारों हजार की संख्या में ईंट भी रखी हुई हैं, जिनको देश के अलग-अलग हिस्सों से आए श्रद्धालुओं ने अपनी श्रद्धा के तौर पर यहां पर रखा है. इसके अलावा कारसेवक पुरम में जो ईंट रखी हुई हैं उन ईंटों का इस्तेमाल भी राम मंदिर के निर्माण में किया जाएगा.


इसके अलावा जो भी श्रद्धालु श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए चंदा देंगे, उनको चंदे की जो रसीद मिलेगी, वह भी अपने आप में खास होगी. क्योंकि वह रसीद आम रसीदों से हटकर होगी. वह रसीद ऐसी होगी, जिसको लोग हमेशा के लिए यादगार बना कर अपने पास रख सकेंगे.


तो कुल मिलाकर भूमि पूजन कल यानी 5 अगस्त 2020 को जरूर हो जाएगा, लेकिन फिलहाल जिस तरह से तैयारी की जा रही है, उससे तो यही लग रहा है कि साल 2023 में होने वाली रामनवमी तक मंदिर का निर्माण पूरा हो जाएगा और श्रद्धालु श्री रामलला विराजमान के दर्शन कर सकेंगे.