Monday, August 3, 2020

बरहज क्षेत्र के सरयू नदी में क्रेन सहित बह गए जेई व नौ कर्मचारी






मुकतेशवर दूबे ब्यूरो चीफ दैनिक अयोध्या टाइम्स देवरिया

देवरिया सलेमपुर:- सरयू नदी की तेज धारा में बरहज के मोहन सेतु निर्माण में लगे अवर अभियंता (जेई) समेत नौ कर्मचारी क्रेन के साथ बह गए। तीन किलोमीटर दूरी पर क्रेन रेत में फंस गई। काफी प्रयास के बाद कर्मचारियों को बचाया गया। रविवार को दो नाव उन्हें लाने के लिए भेजी गई, लेकिन वह भी रेत में फंस गई। मौके पर ही कर्मचारियों ने डेरा डाल रखा है। सोमवार को बड़ी नाव की व्यवस्था कर क्रेन लाने का इंतजाम किया जाएगा।

वर्तमान समय में मोहन सेतु का निर्माण चल रहा है। शनिवार को अवर अभियंता श्रीराम सिंह, अवधेश श्रीवास्तव, क्रेन आपरेटर रमन, राजकुमार, मेठ चंद्रशेखर, कर्मचारी मुसाफिर, नारायण उपाध्याय व दो निजी कर्मचारी क्रेन पर काम कर रहे थे, अचानक क्रेन नदी की धारा में बह गई, क्रेन के साथ ही कर्मचारी भी बहने लगे। इसके बाद उन्हें बचाने का प्रयास शुरू हुआ। लगभग तीन किलोमीटर दूरी पर जाकर क्रेन बिनटोलिया रेता में फंस गई। इसके बाद किसी तरह कर्मचारियों को बचाया गया। रविवार को अवर अभियंता अवधेश सिंह के नेतृत्व में एक मोटर बोट समेत दो नावें क्रेन निकालने के लिए गई, लेकिन वह भी रेत में फंस गईं।


 

 



 



तटबन्ध में रिसाव, युद्ध स्तर बंधे की मरम्मत जारी

मुकतेशवर दूबे ब्यूरो चीफ दैनिक अयोध्या टाइम्स देवरिया

मेहरौना घाट (देवरिया)

विकास खण्ड लार का दक्षिणी एवं पूर्व छोर दो नदियों से धीरा हुआ है, जो बरसात के दिनों में बन्धों को बाढ़ का खतरा मड़राने लगता हैखास के घाघरा नदी के तटबन्द को कहा खतरा  होने की संभावना होता है । ये ऐसी नही है जिसकी  भयावहता 1998 में लोग झेल भी चुके है।  घाघरा व छोटी गण्डक के संगम पर के किनारे एक गांव बस है जिसका नाम है चुरिया इसके कई छोटे छोटे टोले भी है। जिसमे चुरिया तोला, मायापुर ,व मानीपुर । आज दोनों नदी उफान पर है ,। इसी क्रम में चुरिया के समाजसेवी मुन्ना सिंह द्वारा बंधे में रिसाव की सुचना बाढ़ खण्ड देवरिया को दी गयी, सूचना पाकर एस डी ओ अशोक कुमार द्विवेदी एवं जे ई नागेन्द्र प्रताप सिंह अपने लव लस्कर के साथ उक्त स्थान पर पहुच कर स्थिति का जायजा लिया ,साथ ही युद्ध स्तर से कम पर लग गए सम्बाददाता के द्वारा जब उक्त स्थल का जायजा लिया गया तो बाढ़ खण्ड देवरिया की टीम पूरे मनोयोग से लगी थी। रिसाव के जगह पर 3 फिट गहरा ,4 चौ०, 9 फिट लम्बा बालू कंक्रीट से जाली बनाया गया था, और बोरी में मईTई भरकर तटबन्ध को दुरुस्त करने का कार्य चल रहा था, पूछे जाने पर बाढ़ खण्ड देवरिया के मेठ ने बताया की 3.5 किमी की पूरी लम्बी बंधे पर रात भर ड्यूटी करनी है जिसमे बंधे का निरीक्षण होगा , कही भी कोई रिसाव की गुंजाइश नही है, तीन को रात भर  बंधे पर जायजा लेने है हम एवं पूरी टीम लगे हुए है कहीं भी रिसाव नही होने दिया जाएगा।

 

 

भाई -बहन के बीच अमीट रिस्ता है रक्षाबंधन का त्यौहार 




मुकतेशवर दूबे ब्यूरो दैनिक अयोध्या टाइम्स देवरिया

   खुखुन्दू, (देवरिया)

     माथे पर टिका, कलाई पर राखी, मुंह पर मुस्कान, दिल में प्यार, रक्षा के वचन संग बहन को उपहार, यही है रक्षाबंधन का त्यौहार ये पंक्तियां सही ही कही गई है। सावन पूर्णिमा को मनाया जाने वाला भाई-बहनों के बीच स्नेह का पर्व रक्षाबन्धन इस साल सावन के आखिरी सोमवार 3 अगस्त को पड़ा। इस साल रक्षाबन्धन पर सावन पूर्णिमा व श्रवण नक्षत्र का महासंयोग बना था। यह बहुत ही उत्तम संयोग है। रक्षा बंधन पर बन रहे ये संयोग बहुत ही लाभदायक होंगे। इस दिन तीन  विशेष संयोग बनने पर बहन-भाइयों को विशेष लाभ मिला। ज्योतिषों के अनुसार भाई-बहन का पवित्र त्योहार रक्षाबंधन इस बार बहुत खास रहा, क्योंकि इस साल रक्षाबंधन पर सर्वार्थ सिद्धि और दीर्घायु आयुष्मान का शुभ संयोग बना था। इस त्योहार में बहनें हफ्ता दिन पहले से ही रक्षा बंधन की तैयारी में जुट गई थी। कोरोना संक्रमण के बीच त्योहार को यादगार बनाने के लिए अपने स्तर पर तैयारियां कर रही थी। भाई के लिए स्पेशल राखी खरीदा जा रहा था। बाजार में मिलने वाला राखी का महत्व केवल प्रतीकात्मक धा। शास्त्र की बात करें तो रक्षाबंधन के दिन भाईयों की कलाई पर बाजार से खरीदे राखी के बजाय रक्षासूत्र बांधना श्रेयकर है। वैदिक रक्षासूत्र के लिए दूब, अक्षत, चंदन, सरसो और केसर और रेशम या पीले रंग के सूती का साफ कपड़ा की आवश्यक्ता होती है। दूब, अक्षत, केसर, चंदन, सरसो को गंगाजल से शुद्ध कर रेशम या पीले रंग के सूती कपड़े में बांध लें। सुविधा और पंडित के राय के अनुसार पांच चीज के अलावा रक्षासूत्र में हल्दी, कौड़ी, गोमती चक्र भी डाल सकते हैं।

     इस त्योहार में भाई बहन का प्रेम बहन बढ़ाने के लिए विपरित धर्म व जाति के भाई बहनों का रक्षाबन्धन महत्वपुर्ण होता है। इन भाई बहनों का यह त्योहार बेसब्री से इन्तेजार किया जाता है। खुखुन्दू में पिछले 10 बर्षों से चांदनी परवीन अपने हिन्दु भाई सोमनाथ गुप्ता को राखी बाँधती है। निधि व स्वेता अपने मुस्लिम भाई अयान अहमद को राखी बॉघती है। जो हिन्दु मुस्लिम के कट्टरता को ठेगा दिखाती है।


 

 




खुखुन्दू में 3 और कोरोना मरीज भारी दहशत 






मुकतेशवर दूबे ब्यूरो दैनिक अयोध्या टाइम्स देवरिया

  खुखुन्दू (देवरिया)

       पिछले सोमवार को  स्वास्थ विभाग द्वारा जारी कोरोना मरीज के सूची में खुखुन्दू बाजार में पूर्व कोरोना मरीज विद्यानंद 71 वर्ष का नाम सूची में आने से लगभग 4 दर्जन गांव में दहशत का माहौल था ही। पून: आठवे दिन सोमवार को विद्यानन्द के पूत्र ओमप्रकाश तथा बहू सूमन व बगल के गॉव जैतपुरा मे 2 मरीज पहले से आज तिसरा मरीज अब्दुल मुलतवी का नाम कोरोना मरीज की सूची में नाम आने भारी दहशत हो गया है। अब्दुल मुलतवी 20 जूलाई को गुजरात से आये है। ओमप्रकाश व सूमन के मोबाइल नं० 9554171082 पर सम्पर्क किया गया तो रांग नम्बर बताया। फिर भी आम आम जनमानस नीडर व बेफिक़्र सड़कों व बाजारों में बिना फेस मास्क आवाजाही जारी है।

    इस संबंध में थानाध्यक्ष श्यामसुंदर तिवारी ने कहा कि उच्चाधिकारियों के निर्देशानुसार मरीजों के घर से 200 मीटर की दूरी में लॉक कर दिया गया हैl अधिकारियों के दिशा निर्देश में आगे की कार्रवाई की जाएगीl