Monday, August 3, 2020

नगर व देहात क्षेत्र में धूमधाम के साथ मनाया गया रक्षाबंधन का पर्व

हिमांशु प्रताप सिंह ब्यूरो पीलीभीत


भाइयों ने बहनों को रक्षा सूत्र बांधने के बाद रक्षा का दिया वचन।


 


पूरनपुर।रक्षाबंधन का पर्व  नगर व देहात क्षेत्रों में धूमधाम के साथ मनाया गया। बहनों ने भाइयों की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधकर रक्षा का संकल्प दिलाया। भाई बहनों के घर जाने के लिए सुबह से ही घर से निकल पड़े मौसम खराब होने के चलते भी सड़कों पर वाहन दौड़ते रहे मौसम भी भाइयों को बहनों के घर जाने से नहीं रोक सका। बरसात होने के बाद भी सड़कों पर आवाजाही होती रही। रक्षाबंधन का त्यौहार सोमवार को धूमधाम के साथ मनाया गया  आज सुबह तैयार हो कर कलाई पर राखी बांधने से पहले बहनों ने भाइयों का मुंह मीठा किया और तिलक लगाया। भाइयों ने बहनों की रक्षा का संकल्प लिया शहर से लेकर देहात तक मिठाई की दुकानें पर काफी भीड़ देखी गई। बहनों ने मिठाई और राखी की दुकान पर जमकर  की खरीदारी और सुबह खुशी से बाइक से बहने भाई के घर पहुची कहीं-कहीं भाइयों ने बहन के घर जाकर राखी बंधबाई पूरे दिन रक्षा का पर्व धूमधाम के साथ मनाया गया बच्चों में भी रक्षाबंधन का उल्लास देखने को मिला बहनो ने भाईयो की लंबी उम्र के लिए दुआ मांगी रक्षाबंधन का त्यौहार।घुघचाईं, दिलावरपुर सिमरिया बंजारीया कासगंज गुलड़िया बलरामपुर आदि गांव में रक्षाबंधन पर बहन से राखी बंधबाने के बाद लोगों ने खीर पुरी आदि परंपरागत पकवानों को छककर खाया।


भाटपार रानी के नगर पंचायत अध्यक्ष के परिवार सहित 11 लोगों पर मुकदमा दर्ज






31 जुलाई को जनरेटर चलने को लेकर हुआ था विवाद*

मुकतेशवर दूबे ब्यूरो दैनिक अयोध्या टाइम्स देवरिया

भाटपार रानी देवरिया भाटपार रानी के नगर पंचायत के अध्यक्ष संजय गुप्ता के परिवार सहित 11 लोगों पर भाटपार रानी थाना में मुकदमा पंजीकृत हो गया है। विगत 31 जुलाई दिन शुक्रवार को सायंकाल 7:00 बजे  आर्य चौक में जनरेटर चलाने को लेकर दो पक्षों में जमकर मारपीट हुआ जिसमें अनिल कुमार गुप्ता  पुत्र स्वर्गीय फूलचंद गुप्ता निवासी  आर्य चौक ने अपने तथा अपने पुत्र अंकित कुमार के ऊपर हुए जानलेवा हमला को लेकर 11 ज्ञात और 10 अज्ञात लोगों पर जानलेवा हमले का तहरीर भाटपार रानी थाने को दिया था तथा घटनाक्रम का  पूरी तस्वीर  सीसी कमरे में रिकॉर्ड वीडियो फुटेज भी थानाध्यक्ष रामप्रवेश राम जी को दिया मामले को संज्ञान में लेते हुए भाटपार रानी के थानाध्यक्ष रामप्रवेश राम ने 11 लोगों पर मुकदमा दर्ज कर लिया है जिसमें धाराएं 147, 394 ,307 ,323, 504, 506 और 427 कुल 7 धाराएं लगाई गई है भाटपार रानी के थानाध्यक्ष ने कहा कि पूरी घटनाक्रम का सीसी फुटेज मिला है कैमरे के फुटेज और अन्य साक्ष्यों के आधार पर कार्यवाही की जाएगी समाचार लिखे जाने तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।


 

 



 



*भाई बहन के प्रेम का पवित्र रिश्तो का महापर्व रक्षाबंधन*




आज के दिन बहने भाइयों के दीर्घायु की करती है  भगवान से प्रार्थना

 मुकतेशवर दूबे ब्यूरो चीफ दैनिक अयोध्या टाइम्स देवरिया

भाटपार रानी देवरिया रक्षाबंधन के त्यौहार का हर बहने काफी बेसब्री से इंतजार करती हैं। रक्षाबंधन प्रत्येक वर्ष श्रावण मास के पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है इस दिन बहने अपने भाइयों के कलाइयों पर राखी बांधकर माथे पर तिलक लगाकर आरती कर ईश्वर से प्रार्थना करती हैं कि  उनके भाई का जीवन सुखमय रहे और  दीर्घायु हो। तो दूसरी तरफ भाई अपने बहनों को वचन देते हैं कि बहन हम तुम्हारी रक्षा हेतु संकल्पित हैं। रक्षाबंधन की तैयारी  बहने बड़ी उल्लास के साथ करती हैं बाजारों में रंग बिरंगी राखिया कच्चे सूत से से बनी राखिया रेशमी धागों से बनी राखिया सोने चांदी से बनी राखिया भी मिलती है राखी के साथ भाई का मुंह मीठा कराने के लिए अच्छे-अच्छे मिठाईयां  भी बहने खरीददारी करती हैं। रक्षाबंधन भाई बहन के रिश्ते का प्रसिद्ध त्योहार है रक्षा का अर्थ सुरक्षा तथा बंधन का अर्थ बाध्य होता है  अर्थात बहने भाई के कलाई पर राखी बांधने के साथ भाई  से यह संकल्प लेती है कि तुम मेरी सदैव सुरक्षा करना।


 

 




भाई बहन के प्रेम को प्रगाढ़ करता है रक्षाबंधन

मृदुल स्नेह का प्रतीक रक्षाबंध

मुकतेशवर दूबे ब्यूरो चीफ दैनिक अयोध्या टाइम्स देवरिया

रक्षाबन्धन में राखी या रक्षासूत्र का सबसे अधिक महत्त्व है। राखी कच्चे सूत जैसे सस्ती वस्तु से लेकर रंगीन कलावे, रेशमी धागे, तथा सोने या चाँदी जैसी मँहगी वस्तु तक की हो सकती है। रक्षाबंधन भाई बहन के रिश्ते का प्रसिद्ध त्योहार है, रक्षा का मतलब सुरक्षा और बंधन का मतलब बाध्य है। रक्षाबंधन के दिन बहने भगवान से अपने भाईयों की तरक्की के लिए भगवान से प्रार्थना करती हैं। राखी सामान्यतः बहनें भाई को ही बाँधती हैं परन्तु ब्राह्मणों, गुरुओं और परिवार में छोटी लड़कियों द्वारा सम्मानित सम्बंधियों को भी बाँधी जाती है। कभी-कभी सार्वजनिक रूप से किसी नेता या प्रतिष्ठित व्यक्ति को भी राखी बाँधी जाती है। रक्षाबंधन के दिन बाजार मे कई सारे उपहार बिकते है, उपहार और नए कपड़े खरीदने के लिए बाज़ार मे लोगों की सुबह से शाम तक भीड़ होती है। घर मे मेहमानों का आना जाना रहता है। रक्षाबंधन के दिन भाई अपने बहन को राखी के बदले कुछ उपहार देते है। रक्षाबंधन एक ऐसा त्योहार है जो भाई बहन के प्यार को और मजबूत बनाता है, इस त्योहार के दिन सभी परिवार एक हो जाते है और राखी, उपहार और मिठाई देकर अपना प्यार साझा करते है।रक्षाबंधन की शुरुआत रानी कर्णावती व सम्राट हुमायूँ से है। मध्यकालीन युग में राजपूत व मुस्लिमों के बीच संघर्ष चल रहा था। रानी कर्णावती चित्तौड़ के राजा की विधवा थीं। उस दौरान गुजरात के सुल्तान बहादुर शाह से अपनी और अपनी प्रजा की सुरक्षा का कोई रास्ता न निकलता देख रानी ने हुमायूँ को राखी भेजी थी। तब हुमायूँ ने उनकी रक्षा कर उन्हें बहन का दर्जा दिया था।