लालगंज, प्रतापगढ़।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने देश मे कोरोना संक्रमण के लगातार बढने के बावजूद केंद्र की मोदी सरकार द्वारा अभी तक कोई रोडमैप सामने नही ला पाने को सरकार की सबसे बडी अक्षमता ठहराया है। श्री तिवारी ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि केन्द्र के पास कोरोना संक्रमण की इतनी विकराल स्थिति बन जाने के बाद भी रोडमैप तो नही है बल्कि वह आज संक्रमण के क्षेत्र मे सोवियत रूस को भी पीछे छोडकर तीसरे नंबर पर आ गया है। प्रमोद तिवारी ने सरकार पर तगड़ा कटाक्ष किया कि यह स्पर्धा विकास या सम्पन्नता मे नही बल्कि सोवियत रूस को हमने कोरोना संक्रमण मे पीछे छोडा है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि इस समय सरकार सिर्फ सोशल डिस्टेसिंग व मास्क लगाने का जनता को उपदेश दे रही है लेकिन वह यह नही बता पा रही कि सरकार किस जिम्मेदारी का कोरोना संक्रमण मे निर्वहन कर रही है। उन्होने प्रधानमंत्री से कहा कि देश मे लगभग सात लाख से अधिक कोरोना संक्रमण की संख्या हो गई है यही नही ताजा अध्ययन की रिर्पोट के हवाले का जिक्र करते हुए प्रमोद तिवारी ने दावा किया है कि ज्यादातर वही लोग संक्रमित हो रहे है जो कोरोना योद्धा है अथवा सरकारी या अर्धसरकारी नौकरी करने वाले लोग या फिर सबसे दुखद पहलू सामने आ रहा है कि रोज कमाकर खाने वाले गरीब और साधारण तबके के संक्रमण की जद मे आ रहे है। श्री तिवारी ने कहा कि अब अनलॉकडाउन शुरू हो गया है तो केंद्र सरकार सार्वजनिक कार्यस्थलो पर भीड कम करने के लिए पचहत्तर हजार रूपये की धनराशि आखिर किसान मजदूर तथा गरीब को न्याय योजना के तहत अगले छः माह तक दिये जाने की घोषणा करने से परहेज क्यों कर रही है। उन्होनें यह भी सवाल उठाया कि सरकार को लोगो को घरों से कम निकलने की जरूरत के लिए किसी सरकारी कार्यक्रम को शुरू किये जाने की भी जबाबदेही न लेने से ही क्या संक्रमण का प्रभाव नही बढ़ रहा है। प्रमोद तिवारी ने कहा कि सरकार देश मे बढते संक्रमण को लेकर यह कदापि न भूले कि गुजरात, महाराष्ट्र, दिल्ली तथा यूपी के आगरा सहित देश के उन्ही सात राज्यों मे कोरोना संक्रमण का प्रभाव अधिक है, जहां नमस्ते ट्रंप कार्यक्रम कराया गया। श्री तिवारी ने उत्तर प्रदेश मे लगभग एक हजार और देश मे लगभग पचीस हजार संक्रमितो का एक ही दिन मे केस बढने को भी चिंताजनक ठहराया। वहीं देश की आबादी एक अरब बत्तीस करोड के हिसाब से एक प्रतिशत से भी कम टेस्टिंग पर भी चिंता जताई है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं पूर्व सांसद प्रमोद तिवारी ने कानपुर मे पुलिस उपाधीक्षक व उप निरीक्षक तथा पुलिसकर्मियो की शहादत को दुखद ठहराते हुए कहा कि यूपी मे अपराधियो के हौसले इतने बुलंद है कि वह अब बीस से पच्चीस सशस्त्र सिपाहियो के दस्ते पर हमले कर सकते है। बकौल प्रमोद तिवारी इस घटना से प्रदेश की जनता मे स्वाभाविक भय उत्पन्न हो गया है। उन्होने यूपी सरकार से भी सवाल दागा कि अभी तक वह साठ अपराधो के आरोपी विकास दुबे को क्यों गिरफ्तार नही कर सकी है। वही श्री तिवारी ने प्रधानमंत्री की लददाख यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि यह जरूर पीएम की स्वागत योग्य यात्रा है किंतु यदि प्रधानमंत्री गलवान घाटी मे अग्रिम पंक्ति के सैनिको के पास भी चले जाते तो सीमा पर लडने वाले देश के सैनिको का मनोबल व साहस और बढ़ जाता। उन्होने प्रधानमंत्री की लददाख यात्रा को लेकर यह भी संशय जाहिर किया कि आखिर पीएम ने इसके बावजूद कि यूएसए तथा यूके सहित दुनिया के कई देशो ने जब भारतीय सेना के बीस जवानो की शहादत को लेकर चीन की भर्त्सना कर सकते है तो फिर प्रधानमंत्री ने चीन का जिक्र करने से आखिर क्यूं परहेज किया। उन्होने प्रधानमंत्री को सवालिया घेरे मे लेते हुए स्पष्ट कहा कि प्रधानमंत्री का शहीद सैनिको के सम्मान मे दोषी देश को इंगित कर कडा संदेश न देना भारतीय सेना के मनोबल को गिराने वाला और देश की सम्प्रभुता की रक्षा के लिए शहीद हुए सैनिको का अपमान है। मीडिया प्रभारी ज्ञानप्रकाश शुक्ल के हवाले से सोमवार को यहां जारी बयान मे प्रमोद तिवारी ने कोरोना तथा गलवान घाटी की स्थिति पर पीएम से कहा है कि वह सरकार के साथ हकीकत को पहचानते हुए अब जागे और जनता की मदद के साथ देश की मजबूती को लेकर सार्थक कदम उठाये।