*संदीप दूबे दैनिक अयोध्या टाइम्स न्यूज सुलतानपुर* - कोरोना वायरस महामारी में जरूरतमंदों की मदद में पुलिस प्रशासन भी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहा है।जिले में तैनात शिव हरी मीणा व्यवहार व संवेदनशीलता के लिए जिले भर में जाने जाते हैं। कोरोना वायरस में लाक डाउन का पालन कराने के लिए प्रतिदिन सुबह और शाम मिलाकर लगभग 6 से 8 घंटे सड़क पर होते हैं। दल बल के साथ निकलकर जरूरतमंदों की हर हाल में मदद का प्रयास करते हैं। उनके निर्देश पर जिले के थाने और चौकियों में तैनात अफसर पीआरवी के जवान जरूरतमंदों की हर प्रकार से मदद कर रहे हैं। उन्होंने पखवाड़े भर से जरूरतमंदों को रसद पहुंचाने का बड़ा अभियान शुरू किया है। अभियान से जुड़े हुए पुलिस के जवान बताते हैं कि जिले के पुलिस अफसरों और जवानों ने अपनी 2 से 3 दिन की सैलरी फंड में जमा की है।इस फंड से रसद सामग्री की खरीद कर पैकिंग की जा रही है। पुलिस विभाग द्वारा पहुंचाई गई रसद सामग्री में तेरह आइटम शामिल हैं।पुलिस अधीक्षक कार्यालय व डायल-100 पर आने वाली दूरभाष की सूचनाओं को पुलिस बड़ी संजीदगी से लेती है। पुलिस के जवान मौके पर पहुंच कर जरूरतमंद की आवश्यकताओं का आकलन करते हुए रसद पहुंचाकर पुलिस अधीक्षक शिव हरी मीणा को सूचित करते हैं।सोमवार को मंडी में सब्जियों की खरीदारी करती हुई पुलिस वैन व पुलिस के जवान नजर आए तो इस मामले का खुलासा हुआ। यहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने बताया कि कप्तान साहब का आदेश है। किसी भी प्रकार का प्रचार-प्रसार नहीं करना है। चुपचाप जरूरतमंदों की मदद करना है। इस अभियान के लिए सभी ने स्वेच्छा से अपनी सैलरी में से अंशदान किया है। अब तक लगभग ग्यारह सौ जरुरतमंदों को विभागीय मदद पहुंचाई जा चुकी है।
Monday, May 4, 2020
भगवान नृसिंह प्राकट्योत्सव दिवस : भक्तों के संकट मोचन
जब जब सृष्टि में किसी भी प्रकार का घनघोर संकट उत्पन्न हुआ तब तब त्रिलोकी की महाशक्तियों ने उस संकट के निवारणार्थ लीला रचकर उस संकट को समाप्त किया । ऐसा ही एक अवतार भगवान विष्णु का जिन्होंने सतयुग के मध्यकालीन समय अवधि में जिन्होंने नृसिंहावतार के रूप में प्रकट होकर समस्त त्रिलोकी को संकट मुक्त किया । यह अवतार ब्रह्मा की सृष्टि के बिल्कुल विपरीत था अर्थात उनका सिर सिंह का और धड़ मानव का था इसी कारण नृसिंह (नरसिंह) नाम की व्युत्पत्ति हुई। पुराणों के अनुसार यह भगवान विष्णु के पंचम अवतार के रूप में भी पूजे जाते हैं । जिनके पूजन में शीतल वस्तुओं का भोग अर्पित करने से मनुष्यों के सकल मनोरथ पूर्ण हो जाते हैं ।
आदि काल में दो दैत्य हिरण्याक्ष और हिरण्यकश्यप मैं सृष्टि में हाहाकार मचा लिया। उन्होंने समस्त त्रिलोकी को अपने अधीन कर दिया और ब्रह्मा जी से ऐसा वरदान प्राप्त प्राप्त किया जिस वरदान के बल पर यह दोनों दैत्य समस्त सृष्टि पर शक्ति का दुरुपयोग करके प्राणियों को अनेक प्रकार के कष्ट पहुंचाने लगे। हिरण्याक्ष ने तो समस्त भूमंडल को जलमय कर दिया था जिसके रक्षण के लिए भगवान विष्णु को स्वयं धरती को मुक्त करने के लिए वराहावतार धारण करना पड़ा । वराह ने ही हिरण्याक्ष का वध किया और पुनः सृष्टि में शांति स्थापित की।
अपने भाई के वध का प्रतिशोध लेने के लिए हिरण्यकश्यप ने भगवान विष्णु का बड़ा भारी विरोध किया और उनसे शत्रुता मोल ली। असुर का इतना आतंक बढ़ गया इसमें ऋषि मुनि और भक्तजनों को बहुत प्रकार के कष्ट देने लगे ।
ॐ उग्रं वीरं महाविष्णुं ज्वलन्तं सर्वतोमुखम्।
नृसिंहं भीषणं भद्रं मृत्यु मृत्युं नमाम्यहम्॥
त्रिभुवन तृणमात्र त्राण तृष्णंतु नेत्र त्रयमति लघिताचिर्विर्ष्ट पाविष्टपादम् ।।
नवतर रवि ताम्रं धारयन् रूक्षवीक्षं दह दह नरसिंहासह्यवीर्याहितंमे ।।
भक्त जनों को कष्टों से मुक्ति दिलाने और सृष्टि पर धर्म की पुनः स्थापना के लिए भगवान विष्णु ने वैशाख शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को जिसे नृसिंह चतुर्दशी भी कहते हैं । इसी दिन भक्त प्रल्हाद के आवाहन पर भगवान विष्णु ने खम्भे (स्तम्भ) को निमित बनाकर नृसिंह रूप धारण किया था । इस वर्ष 6 मई बुधवार के दिन भगवान नरसिंह प्राकटय जन्मोत्सव मनाया जाएगा ।
लखनऊ जिलाधिकारी ने चौक और जोन 2 राजाजीपुरम का किया निरीक्षण
पुष्पेंद्र सिंह सवांददाता दैनिक अयोध्या टाइम्स लखनऊ
लखनऊ जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने आज चौक व राजाजीपुरम मिनी स्टेडियम के निकट कम्युनिटी किचन का निरीक्षण किया। जिलाधिकारी चौक लोहिया पार्क स्थित कम्युनिटी किचन देखने पहुंचे। यहां पर निराश्रित ,असहाय व जरूरतमंद लोगों को दिए जाने हेतु लंच पैकेट बनाए जा रहे थे । निरीक्षण के दौरान अवगत कराया गया कि यहां से 3000 लंच पैकेट आसपास के क्षेत्रों में दिए जा रहे हैं ।
जिलाधिकारी ने कहा कि जिन क्षेत्रों में लंच पैकेट वितरित किए जा रहे हैं।
वहां पर सफाई व्यवस्था का पूरा ध्यान दिया जाये।
जोन - 2 कम्युनिटी किचन आवास विकास मिनी स्टेडियम राजाजीपुरम निराश्रितो हेतुु तहरी वितरण व्यवस्था का निरीक्षण जिलाधिकारी महोदय द्वारा किया गया जिसमे नगर निगम जोन2 के नगर अभियंता (सा0) ने अपनी टीम के साथ लखनऊ डीएम के साथ निरीक्षण करवाया।
"" आखिर क्यों शराब की दुकानें खोली गई अब यही रास्ता है क्या आर्थिक स्थिति सुधारने का इस वैश्विक महामारी में??"
मौजूदा कोरोना संकट दूसरे सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय संकटों को लाने वाले ज़रियो का ही विस्तार है वास्तव में यह एक तरह के मानक पर दूसरे को प्राथमिकता देने से जुड़ा हुआ है इस महामारी से निपटने में दुनिया की सोच तय करने में इसी आधार की बड़ी भूमिका है ऐसे में जैसे जैसे इस वायरस को लेकर दुनिया की धारणा बन रही है उसे देखते हुए यह सोचना जरूरी है कि हमारा आर्थिक भविष्य क्या शक्ल लेगा? वहीं दूसरी तरफ राजधानी दिल्ली के सभी जिले रेड जोन में शामिल है लेकिन सरकार ने शराब की दुकानों को सोमवार से खोल दिया इसका परिणाम बहुत ही बुरा होगा दोस्तों सुबह-सुबह ही मैं देखा सोशल मीडिया पर कई सारे शराब की दुकानों के पास का भीड़ इकट्ठी तस्वीरें वायरल हो रही है जोकि लॉकडाउन का बहुत ही दर्दनाक मजाक है एक तरफ दोस्तों दिल्ली में रोज सैकड़ों पॉजिटिव केस बढ़ रहे हैं वहीं दूसरी तरफ अपनी कमाई के चक्कर में देशवासियों के जीवन को खतरे में डाला जा रहा है वहीं केरला सरकार ने अभी शराब की दुकानों को खोलने का फैसला नहीं लिया है कुछ सीखने की जरूरत है केरला से भी क्या दिल्ली व देश की अर्थव्यवस्था अब शराबियों व नशेड़ीयो के सहारे चलाई जाएगी? शराब व सिगरेट बीड़ी की दुकान खोलते ही एक मजाक बन गया है लॉकडाउन दोस्तों हम सब जानते हैं कि मध्यमवर्ग और जो लोग कुआं रोज खोदते हैं रोज पानी पीते हैं उनकी हालात इस वैश्विक महामारी में पहले ही बहुत बुरी हो चुकी हैं अब शराब की दुकानें खुल जाने से यह अपने ही घर के कीमती वस्तुएं जेवरात और कर्ज लेकर शराब पिएंगे जो कल तक बच्चों के दूध किसी तरह आते थे वह भी बंद हो जाएगा और छोटा बच्चा भूखे मरेगा इस फैसले पर सरकार को तत्काल रोक लगाने की जरूरत है मैं जब से होश संभाला हूं तंबाकू गुटका और शराब अपने भारत देश से ही हमेशा के लिए बंद करने के लिए कई बार आंदोलन किया कई राष्ट्रीय टीवी पर भी मैंने आवाज उठाया राज्यसभा टीवी पर कई बार मैंने आवाज उठाया कि जैसे बिहार और मिजोरम की तरह पूरे देश में तंबाकू शराब को बंद किया जाए बिहार में कई घर बर्बाद होते हुए अपनी आंखों से देखा शराब के पीने के ही कारण अपने घर में हिंसा करते हुए शराबियों को देखा इसलिए मैं रोड पर उतर कर आंदोलन किया आज बिहार और मिजोरम में कानूनी रूप से शराब तो बंद है वैसे ही दोस्तों पूरे देश में बंद करने की जरूरत है अभी पिछले दिन ही महिला आयोग का रिपोर्ट आया था कि लॉकडाउन के कारण घरों में होने से हिंसा की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है वहीं जब शराब परोसा जाएगा तब फिर हालात क्या होगा यह सोचने की जरूरत है l आखिर क्यों जब सारा फोकस पूरे दुनिया का कोबिड -19 के खिलाफ चल रही जंग पर होना चाहिए और हमें इस महामारी से लड़ रहे मेडिकल स्टाफ व किसान और देश के जनता के बारे में सोचना चाहिए तब सरकार इस जल्दबाजी में है कि कैसे शराब की फैक्ट्रियां शुरू की जाए और कर भी दिया गया दिल्ली के अलग-अलग जगहों से जो तस्वीरें देखने को है काफी चिंताजनक है इस पर तत्काल भारत सरकार को सोचने की जरूरत है नहीं तो अनर्थ हो जाएगा