बेनीगंज हरदोई। (अयोध्या टाइम्स)बेनीगंज को जिला प्रशासन के निर्देश पर 2 मई से 4 मई तक पूर्णतः लॉक डाउन कर के स्वास्थ्य विभाग द्वारा थर्मल स्केनिंग का कार्य प्रारंभ है । इसी कड़ी में आज बाजार टोला में जांच के दौरान सर सय्यद पब्लिक स्कूल के प्रबंधक मो0 जावेद "हनी", यबाजार मालिक शकील अहमद भन्ना, डॉ0 नोमान, मो0 आमिर, राकेश गुप्ता व समस्त मुस्लिम समुदाय के द्वारा कोरोना योद्धा डॉक्टर्स टीम का सम्मान पुष्प वर्षा व माल्यार्पण कर के किया गया । प्रबन्धक मो0 जावेद द्वारा टीम को स्मृति चिन्ह भेंट कर के उनका उत्साह वर्धन भी किया गया । प्रबन्धक ने समस्त नगर वासियों से अपील की वह सरकार व प्रशासन का हर तरह से सहयोग करें।ज्ञात हो कि प्रबंधक मो0 जावेद व समस्त मुस्लिम समुदाय के द्वारा पूर्व में सफाई कर्मियों व मीडिया कर्मियों का अलग-अलग सम्मान किया जा चुका है। तथा प्रबन्धक के द्वारा लगातार प्रति व्यक्ति 10.5kg राशन वितरित किया जा रहा है ।बताते चलें कि कि क्षेत्राधिकारी नागेश मिश्रा,कोतवाली प्रभारी दीपक सिंह रघुवंशी, अधिशासी अधिकारी महेश प्रताप श्रीवास्तव, कोथावां सीएचसी प्रभारी डॉक्टर विपुल कुमार वर्मा,ने स्वास्थ्य विभाग की टीमों की जांच की और थर्मल स्केनिंग कर रही टीमों को नगर के अलग अलग वार्डो व बेनीगंज देहात छेत्र में भी थर्मल स्कैनिंग की ।
Sunday, May 3, 2020
स्कूल प्रबंधक ने कोरोना योद्धाओं का फूल मालाओ से किया स्वागत
सण्डीला/हरदोई:-(अयोध्या टाइम्स)कोविड 19 महामारी को देश से भगाने के लिए पूरे देश मे लॉक डाउन चल रहा है।जिला प्रशासन के निर्देश पर शनिवार 2मई से मंगलवार 4मई तक के लिए नगर को सम्पूर्ण लॉक डाउन कर सभी लोगों से घरों में रहने की अपील की गई थी।थर्मल स्कैनिग का दूसरे दिन 15 स्वास्थ टीमों ने वार्ड बार प्रातः 10 बजे से कार्य प्रारंभ हुआ।स्वास्थ्य विभाग की टीमो ने नगर के बाजार टोला, नया पुरवा, कायस्थ टोला, अशराफ टोला, चमारन टोला, आदि में घर-घर जाकर थर्मल स्केनिंग का कार्य किया गया,वही नगर के बाजार टोला में स्वास्थ्य टीम पर सर सय्यद पब्लिक स्कूल के प्रबन्धक मो0 जावेद उर्फ हनी ने पुष्प वर्षा व माला पहनाकर कोरोना योद्वाओं का उत्सह वर्धन किया।
टीमों की जांच करने पहुचे क्षेत्राधिकारी नागेश मिश्रा,बेनीगंज कोतवाली प्रभारी,अधिशासी अधिकारी, ने टीमों निर्देशित करते हुआ कहा कि कोई भी व्यक्ति स्केनिंग के दौरान छूटने न पाए,व लोगो से अपील करते हुए कहा कि स्वास्थ्य टीमों को सही जानकारी अवगत करवाते रहे,जिससे कोरोना भागने में मदद मिलेंगी।सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अधिक्षक डॉ0 विपुल वर्मा ने नगर वासियों से अपील की है,कि स्वास्थ्य टीम को पूरी जानकारी दे कोई तथ्य न छिपाए और प्रेसवार्ता में बताया 90 स्वास्थ्य कर्मचारियों की 15 टीमें बना कर के घर-घर सभी वार्डो में जांच के लिए रवाना की गई है,जिसमे कुल घरों में लोगो की जांच की थर्मल स्कैनिंग की गई है,जिसमे कोई भी कोरोना संदिग्ध जांच में नही मिला है।
लाकडाउन के नियमों ध्यान में रखते हुए गायत्री मन्दिर में सादगी से सम्पन्न हुआ विवाह
पिहानी,हरदोई।(अयोध्या टाइम्स) जहां एक ओर इस सहालग के सीजन में बैंडबाजों का शोर और डीजे की गूंज सुनाई दिया करती थी वहीं इस बार वैश्विक महामारी कोरोना के चलते लाकडाउन चल रहा है इस बीच रविवार को लाकडाउन के नियमों का पालन करते हुए गायत्री प्रज्ञा पीठ परिसर में बाराबंकी निकासी मोनू गुप्ता पुत्र राजू गुप्ता का विवाह आदर्श रीति रिवाज के साथ स्थानीय मोहल्ला भाटनटोला के रामू गुप्ता की पुत्री मुस्कान के साथ सम्पन्न हुआ।गायत्री परिवार के प्रमुख ट्रस्टी अतुल कपूर व मन्दिर के व्यवस्थापक देवेंद्र मिश्र ने वैदिक रीति से विवाह के सब कर्मकांड सम्पन्न कराए।लाकडाउन के बीच इस दहेज रहित आदर्श विवाह के लिए जिला प्रशासन से विधिवत अनुमति ली गयी थी।एसडीएम शाहाबाद अतुल प्रकाश श्रीवास्तव ने मात्र पांच लोगों को इस विवाह में शामिल होने की अनुमति प्रदान की थी प्रज्ञा पीठ में सम्पन्न हुए इस इस आदर्श विवाह में सम्मिलित हुए लोगों को सैनिटाइज करा कर व मास्क का उपयोग करके सामाजिक दूरी का भी पालन किया गया।वर व कन्या पक्ष के दो,दो लोगों को ही सम्मिलित होने की अनुमति प्रदान की गई।
पत्रकारों की सुरक्षा के लिए सरकार को बनाने चाहिए कड़े कानून :-समाजसेवी विवेक पांडेय
करहल निवासी समाजसेवी विवेक पांडेय ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय पत्रकारिता स्वतंत्रता दिवस प्रत्येक वर्ष ३ मई को मनाया जाता है। वर्ष 1991 में यूनेस्को और संयुक्त राष्ट्र के 'जन सूचना विभाग' ने मिलकर इसे मनाने का निर्णय किया था।'संयुक्त राष्ट्र महासभा' ने भी '3 मई' को 'अंतर्राष्ट्रीय पत्रकारिता स्वतंत्रता दिवस' की घोषणा की थी।
ऐसे में सबाल उठता है क्या पत्रकारिता स्वतंत्र है ? शायद नही . अगर पत्रकारिता स्वतंत्र नही है तो कारण क्या है ? जरा सोचो । आखिर क्यों होते है पत्रकारों पर हमले ,क्यों पत्रकारों को मुकद्दमा का भय दिखाकर डराया जाता है ।
एक जमाना था जब पत्रकारिता स्वतंत्र हुआ करती थी तब पत्रकारों का दबदबा रहता था पत्रकारों का सम्मान हुआ करता था पत्रकार सत्य को लिखने से कभी डरता नही था तब जिले में गिने चुके पत्रकार हुआ करते थे उस जमाने मे जो पत्रकार हुआ करते थे वो पत्रकारिता केवल समाजसेवा के लिए किया करते है और अपनी पत्रकारिता के धर्म से कभी भटका नही करते थे । उनके लिए पत्रकारिता पैसा कमाने का माध्यम नही थी । आज के दौर में पत्रकारिता प्रोफेशनल हो गयी है पत्रकारिता को पैसा कमाने का जरिया बना लिया है । यही कारण है कि पत्रकार सत्य लिखने से डरने लगा है। जो पत्रकार सत्य लिखने की कोशिश करता है उसे हमला और मुकद्दमों से डरा दिया जाता है । दूसरा कारण पत्रकारों में गुटवाजी का होना भी है , गुटवाजी के चलते पत्रकारों में एकता नही रही इसकी बजह से पत्रकारिता पर अधिकारी व नेता हावी होने लगे है । अगर एक पत्रकार पर हमला होता है तो दूसरा पत्रकार कुछ नही बोलता । पत्रकारों को दबाव में पत्रकारिता करनी पड़ती है। पत्रकारों पर हमला या उनका मुकद्दमा लिखने मामले आये दिन सामने आते रहते है । ऐसे में सरकार को पत्रकारों की सुरक्षा के लिए कड़े कानून बनाने होंगे । साथ ही साथ पत्रकारों को एकजुट होकर रहना होगा ।
आओ आज से हम सब संकल्प करें कि आपसी मतभेदों और गुटबाजी को छोड़कर एकजुट होकर पत्रकारिता करेंगे । तभी पत्रकारिता की स्वतंत्रता बरकरार रह पायेगी ।