मोतिहारी।सत्याग्रह शिक्षाग्रह के अध्यक्ष दीप नारायण रघुवंशम् के द्वारा चला जा रहा सत्याग्रह से शिक्षाग्रह अभियान रंग लाता नजर आ रहा हैं। उक्त बातें चंपारण की कोने कोने से आ रही है, की शिक्षा के क्षेत्र में नाकामयाब सरकार को खुली चुनौती देने की काम कर रही है सत्याग्रह से शिक्षाग्रह जिसको सुनकर धीरज सर्राफ और मशहूर बॉलीवुड कलाकार सुनील कविराज ने बताया की ऐसे शब्द हमारी टीम के शिक्षाग्रहियों को हौसला बढ़ाने में कारगर नजर आ रही है। और हमारी टीम से अधिक से अधिक शिक्षाग्रही जुड़ रहे हैं। हम सभी का मकसद हर एक घर , हर एक कोने कोने में शिक्षाग्रही हो, जो केवल शिक्षा की बात करें। जैसा कि आप लोग देख रहे हैं हमारे समाज में हर जगह राजनीतिक कार्यकर्ता मिल जाएंगे और केवल राजनीति करते रहते हैं उसी को हमें शिक्षाग्रही बनाकर शिक्षा पर चिंतन करने की जोर देनी है । हर कोने कोने में अब हर किसी की की जिह्वा पर सत्याग्रह से शिक्षाग्रह की रट सुनाई दे रही हैं।
जैसे सत्याग्रह आंदोलन से गांधीजी ने पूरे भारत में क्रांति ला दिए थे ठीक उसी तरह हम शिक्षाग्रह से पूरे भारत में क्रांति ला सकते हैं , इसीलिए हम इसकी शुरुवात बिहार के चंपारण से शुरू कर रहे हैं , जैसे गांधीजी ने सत्याग्रह भी चंपारण की धरती से ही शुरू किया था। शिक्षा उतनी ही ज्यादा जरूरी है जितनी आदमी को भोजन , शिक्षा के बिना हमारा जीवन जीना बेकार है। आज के युग में शिक्षा सिर्फ नाम मात्र हो गया है , सिर्फ परीक्षा पास कर लेना और अच्छी नौकरी पा लेना ही लोग शिक्षा समझते हैं , "शिक्षा के बारे में हमारी जो अवधारणा है उसे आर्थिक इंजन में फिट होने वाले इंसान बनाने की सोच से आगे जाना होगा।" शिक्षा एक ऐसा हथियार है जिससे हम दुनिया बदल सकते हैं।।