Saturday, May 2, 2020

बिटवा पंकज, गंगा में जब तक पानी रहे बटुआ तुम्हारी जिंदगानी रहे

दैनिक अयोध्या टाइम्स,(जिला संवाददाता)आदर्श निगम,शुक्लागंज,उन्नाव |वार्ड नंबर 11 में सदर विधायक पंकज गुप्ता जी आज लगभग 50  परिवारों को 1 सप्ताह का राशन दिया 1 सप्ताह का राशन पाके 50 परिवारों के मुखिया के चेहरे खिले उन्होंने विधायक जी को इस विपत्ति के समय पर सहयोग करने के लिए मन से आशीर्वाद दिया विधायक जी ने कहा यह तो हमारा कर्तव्य है पूरी उन्नाव विधानसभा हमारा परिवार है और हम सब लोग उस परिवार के सदस्य हैं अगर किसी पर कोई आपत्ति आती है तो पूरा परिवार उस आपत्ति को दूर करता है वही कार्य में भी कर रहा हूं कि हमारे विधानसभा में किसी भी व्यक्ति को किसी भी प्रकार की कोई तकलीफ ना हो इसके बाद वह रेड जोन इलाके में कार्यकर्ताओं द्वारा विधायक जी का फोन करके जो सामग्री प्राप्त नहीं हो पा रही थी वह सामान बताया था तो विधायक जी वह सामान लेकर के रेड जोन इलाके में कार्यकर्ताओं को उपलब्ध कराया तथा तकरीर वन 300 परिवार को सब्जियां उपलब्ध कराएं तथा और जो भी समस्या है उनकी सुनी गई और उनको पूरा करने का पूरा आश्वासन सदर विधायक पंकज गुप्ता जीने दिया और कहां किस वैश्विक महामारी करुणा को हम सब लोग घर पर रहकर ही हरा सकते हैं हम लोगों को भरते रहना सुरक्षित रहना है तभी हम करुणा पर विजय प्राप्त कल पाएंगे विषम परिस्थिति का हम लोगों को डटकर सामना करना है और करुणा को अपने भारत से एवं अपने जिले से भगाना है उसे परास्त करना है


रोटी दाल सब्ज़ी बांट कर मनाया गया रोटी कपड़ा बैंक दिवस

दैनिक अयोध्या टाइम्स (जिला संवाददाता)आदर्श निगम,उन्नाव। लॉक डाउन के 39वें दिन, मजदूर दिवस और साप्ताहिक रोटी कपड़ा बैंक दिवस के अवसर पर गांधी नगर, नरेंद्र नगर, आदर्श नगर, शेखपुर, शांति नगर, इंद्रा नगर, पी डी नगर, नहर पट्टी, जिला अस्पताल, हिरन नगर, ईदगाह, पत्थर कॉलोनी, पंजाबी कॉलोनी, बन्धुहार, रामलीला मैदान, सिविल लाइन, दरोगा बाग़, करोवन मोड़ आदि में 800 से ज्यादा दाल, रोटी, सब्ज़ी के पैकेट बांटे गए। सभी सदस्यों और सहयोगियों ने अपने घर से लगभग 3400 रोटियां कम्युनिटी किचेन में पहुंचाई। प्रशासन के कंट्रोल रूम से दिए गए नंबरों पर भी रोज़ खाने के पैकेट पहुंचाए जा रहे। गांधी नगर में बेज़ुबानों के लिए दो चरही भर चारा भी सुबह शाम व्यवस्थित किया जा रहा। हर दो घंटे बाद किचेन में सेनिटाइजर का स्प्रे कराया जा रहा। कैप, मास्क और ग्लव्स सभी कार्यकर्ता भोजन बनाने और वितरण के समय प्रयोग कर रहे। भोजन निर्माण और वितरण में संस्थापक मनीष सिंह सेंगर, दुर्गेश दीक्षित, धर्मेन्द्र त्रिवेदी व उनकी पत्नी शिम्पी त्रिवेदी, राहुल वर्मा, अभिषेक शुक्ला, अरुण सिंह, पुष्कर तिवारी, रवींद्र गोपाल तिवारी, रामबाबू शुक्ला, कमल त्रिवेदी, मुन्ना शुक्ला,  भगवती गुप्ता, ब्रजेन्द्र गोपाल तिवारी, लल्लू सिंह, विजय शुक्ला बौवन, रिंकू दीक्षित, गोपाल दीक्षित, आदि शामिल रहे। संस्था के पदाधिकारियों ने सक्षम व्यक्तियों से आर्थिक और सामग्री की साहयता की अपील की।


समाजसेवी ने अपने होटल में बनाए गए आईसुलेशन सेंटर में रह रहे हैं स्वास्थ्य कर्मियों को  शाल देकर  सम्मानित करके दी गई विदाई

दैनिक अयोध्या टाइम्स,(जिला संवाददाता) आदर्श निगम,उन्नाव| कोविड 19 के चलते जहाँ देश मे  हाहाकार मचा हुआ है।  जहाँ  देश के प्रधानमंत्री नरेंद मोदी ने वैश्विक महामारी के चलते देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशभर में  देशवासियों की हिफाजत के लिए  3 मई तक लॉक डाउन का आदेश दिया है।और  देश वासियों से इस लॉक डाउन में  घरों में रहने के साथ सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की बात अपील की है। इसी क्रम में जनपद उन्नाव के ललऊ खेड़ा  हरवंश रॉय बच्चन के बगल में स्थित  राघव रिसॉर्ट के स्वामी समाज सेवी आसुतोष त्रिपाठी उर्फ विजय ने जिला प्रशासन को पत्र लिखकर  इस महामारी के समय अपने प्रतिष्ठान राघव रिसॉर्ट  को आइसुलेशन वार्ड बनाने की अपील की थी। जिस पर जिलाधिकारी रवींद्र कुमार और पुलिस अधीक्षक विक्रान्तवीर सीएमओ कैप्टन आशुतोष कुमार ने राघव रिसॉर्ट का निरीक्षण किया था।
जिलाधिकारी  ने  राघव रिसॉर्ट के मालिक को लिखित निर्देशित  किया  था  की वह अपने प्रतिष्ठान में कोविड -19 में लगी मेडिकल टीम को उनके ठहरने से लेकर उनकी समस्त सुविधाओं को  1 महीने तक उपलब्ध कराएं तब राघव रिसॉर्ट के  मालिक आशुतोष त्रिपाठी उर्फ विजय ने वैश्विक महामारी कोरोना संकट से गुजर रहे देश की स्थिति को समझते हुए  जिला प्रशासन को बताया था कि उनकी यहाँ सारी सेवाएं निःशुल्क दी जाएगी और   होटल स्वामी विजय त्रिपाठी ने बताया कि   डॉक्टर  स्टाफ का रहना और भोजन बिस्तर आदि निशुल्क होगा। राघव रिसॉर्ट में  दिनांक10-4-2020 से  कोरोना वायरस संक्रमित रोगियों के उपचार में कार्यरत  दलों हेतु संगरोध फैसिलिटी के रूप में राघव रिसॉर्ट   के 8 कमरों  का अधिग्रहण दिनांक10-4-2020 को किया गया था। स्वास्थ्य कर्मियों के कार्यो को देखते आज उनकी विदाई  के अवसर पर  राघव रिसॉर्ट के  मालिक  समाज सेवी अशुतोष  त्रिपाठी उर्फ विजय और समाज  सेवी विजय त्रिपाठी के पिता विशम्भर दयाल त्रिपाठी  ने सरस्वती मेडिकल कॉलेज सोहरामऊ में  मे क्वारटाइन सेंटरों  रह रहे लोगो के इलाज कर रहे स्वास्थ्य कर्मियों को शाल और रुपये देकर सम्म्मनित करके विदाई दी।
 इस दौरान स्वास्थ्य कर्मियों ने बताया कि राघव रिसॉर्ट  में उनको किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं  हुई ।उनको अपने घरों की तरह रहने की सुविधा खाने की सुविधा एवं शुद्ध पेयजल की व्यवस्था हुई। उन्होंने बताया कि राघव रिसॉर्ट के  मालिक  समाज सेवी आशुतोष त्रिपाठी उर्फ विजय दिन में कई बार आकर उनसे बार-बार उनके स्वास्थ्य एवं जरूरतो  को ध्यान में रखते हुए उनके कमरे की साफ सफाई करवाने के साथ-साथ सेनेटाइज भी करवाते  थे।उनको होटल प्रबंधन की तरफ से समय पर नाश्ता और भोजन भी साफ सफाई के साथ मुहैया कराया जा रहा था । राघव रिसोर्ट में आइसोलेशन वार्ड में रह रहे स्वास्थ्य कर्मियों ने बताया कि  समाजसेवी आशुतोष त्रिपाठी उर्फ विजय और इनके पिता विशम्भर दयाल त्रिपाठी की  जमकर प्रशंसा की  और कहा कि उन्होंने एक पारिवारिक सदस्य की तरह उनकी  बहुत आवभगत की।
इस दौरान छेदी राठौर , युवा बीजेपी नेता अमन चौरसिया , संदीप राजपूत, अमन त्रिपाठी  उमाकांत सोनी, पत्रकार योगेन्द्र गौतम,  दिलीप पंडित, विनोद दुबे, विमल दुबे, सोम,  मौजूद रहे।


मजदूर दिवस में मजदूरों का सम्मान

दैनिक अयोध्या टाइम्स,(जिला संवाददाता) आदर्श निगम ,उन्नाव|मजदूर जिनका जमीन पर गिरा पसीना श्रजन को जन्म देता है आज मजदूर दिवस है जब हम मजदूरों के श्रमदान को याद करते हैं लेकिन कोरोना महामारी क़े लॉक डाउन में सबसे ज्यादा मजबूर यह मजदूर ही  है ।उन्नाव में नरेंद्र मोदी की अपील पर घर न जाकर मजदूरों ने लॉक डाउन का पालन उन्नाव में रहकर किया।बिहार और बंगाल के ऐसे मजदूरों का समाजसेवी संगठनों ने सम्मान किया है।पेश है । उन्नाव में लाक डाउन के पहले ही दिन से सड़क निर्माण में लगा मजदूरों का एक दल फंसा हुआ है। इन मजदूरों ने भूख भी सही और  प्यास भी लेकिन लाख डाउन का उल्लंघन नहीं किया लगातार 36 दिनों से यह मजदूर उन्नाव की एक सरकारी बिल्डिंग में रुके हुए हैं जब ठेकेदार ने सुध नहीं ली तो कुछ समाजसेवी संस्थाओं ने जब इन्हें मजबूर देखा तो रोजाना सुबह-शाम पका पकाया भोजन पहुंचने लगा  अब इन्हें इंतजार है लॉक डाउन खुलने का जब यह निर्माण और सृजन के काम को जारी कर सकेंगे। घर से हज़ारों किलोमीटर दूर उन्नाव में फंसे सैकड़ों मज़दूरों का अपना दर्द भी है, लॉक डाउन के पालन के साथ अपना धर्म निभाने वाले ये मज़दूर अब अपने घर जाना चाहते हैं। ये मज़दूर बिहार और बंगाल प्रांत के हैं। मजदूर दिवस के मौके पर चैनल के माध्यम से अपने अपने राज्य की सरकारों से घर वापस बुलाने की मार्मिक अपील कर रहे हैं ।