Saturday, May 2, 2020

संकट के समय समाधान बनकर गरीब छात्रों के लिए वरदान साबित हुए राकेश पांडेय

मोतिहारी।कुमार तेजस्वी.वैश्विक महामारी कोरोना से लड़ रहे एवम आर्थिक समस्याओं से जूझ रहे चम्पारण के गरीब छात्रों के लिए संकट मोचक बना ब्रावो फाउंडेशन।

    ब्रावो फार्मा के चेयरमैन एवम ब्रावो फाउंडेशन के मुख्य संरक्षक राकेश पांडेय ने पिछले दिनों लंदन से सोसल मीडिया के माध्यम से चम्पारण के विभिन्न क्षेत्रों से आकर मोतिहारी शहर में लॉज या मकानों में रेंट से रहने वाले गरीब छात्रों को जो लॉक डाउन में फस गए थे और उनको रेंट देने में परेशानी हो रही थीं उनको मदद करने का वादा किया था जिसे शनिवार को पूरा कर दिया।

   श्री पांडेय ने बताया कि शनिवार को दो सौ छात्रों के मकान या लॉज मालिको के खाते में पैसे डाल दिया गया है जिसे छात्रों ने लिंक के द्वारा अवगत कराया था।श्री पांडेय ने उन तमाम लॉज एवम मकान मालिकों का आभार व्यक्त किया जिन्होंने इस विपदा की घड़ी में छात्र हित में रूम रेंट माफ कर दिया है।

   श्री पांडेय के इस प्रकार के मदद से गरीब छात्रों में हर्ष का माहौल है एवम सभी छात्र श्री पांडेय के प्रति आभार प्रकट करते हुए कह रहे हैं कि इस विपदा के समय आप मशीहा से कम नहीं है।

   श्री पांडेय ने आगे कहा कि मैं एक चम्पारणवासी  होने के नाते अपने मिट्टी का कर्ज अदा कर रहा हूँ जो मुझे काफी अच्छा लग रहा है कि मै अपनो का दुख दर्द बाटने में थोड़ा अपने तरफ से सहयोग कर पा रहा हूँ।

 

ऑनलाइन वर्गों के संचालन एस‌एन‌एस टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज में हुआ सफल, चेयरमैन आलोक शर्मा ने दी बधाई

कोरोना संकट रूपी वैश्विक महामारी में जहां एक तरफ घरों से बाहर निकलना खतरनाक है, लॉक डाउन का पालन करना अत्यावश्यक है, वही श्री नारायण शर्मा टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज के प्रशिक्षुओं का पूर्णतः प्रशिक्षित करने के लिए आॅनलाइन क्लास सफलता पूर्वक चल रहे हैं।उपरोक्त बातें, भारी संख्या में काॅलेज के प्रशिक्षुओं के आॅनलाइन क्लास में भाग लेने से गदगद श्रीनारायण शर्मा टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज के चेयरमैन शिक्षाविद् आलोक शर्मा ने कहा, उन्होंने आगे यह भी कहा कि देश के भविष्य के लिए भावी शिक्षकों की अविराम ट्रेनिंग बहुत जरूरी है।  देश के इन भावी चाणक्यों का पूर्णत: प्रशिक्षित होना, और इनको बीएड की युनिवर्सिटी परीक्षा में बैठने के पहले, परीक्षा देने लायक  बनाना व सही शिक्षा व सही प्रशिक्षण देना हमारे कॉलेज की जिम्मेदारी है, इस जिम्मेदारी को निभाने के लिए तथा लाॅक डाउन का पालन करते हुए प्रशिक्षण चालू रखने का एकमात्र उपाय ऑनलाइन क्लासेज ही है। उन्होंने कहा आगे यह भी कहा कि श्री नारायण शर्मा टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज के सभी प्राध्यापक लगातार ऑनलाइन क्लास लेने को तत्पर हैं, ऑनलाइन क्लासेज से महाविद्यालय के सभी प्रशिक्षुओं को लाभान्वित होना हैं। वही महाविद्यालय के निदेशक सुमन कुमार द्विवेदी ने बताया कि आज का समय टेक्नोलॉजी का है टेक्नोलॉजी के बिना कुछ भी संभव नहीं है, कोरोना रुपी वैश्विक महामारी में हम अपने प्रशिक्षुओं से आशा करते हैं कि वे लाॅक डाउन का सही से पालन करते हुए देश को कोरोना मुक्त बनाने में अपनी भूमिका अवश्य निभाते रहेंगे, लेकिन देश और समाज के लिए उनका प्रशिक्षित होना ,उनका सही ढंग से शिक्षा और प्रशिक्षण पाना भी जरूरी है। इसके लिए हम टेक्नोलॉजी का सहारा ले रहे हैं। ऑनलाइन क्लासेज हमेशा इसके लिए लाभप्रद है। उक्त ऑनलाइन क्लासेज के बारे में प्रेरित करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. वी.के. गुप्ता ने एक वीडियो जारी करके संदेश दिया जिसमें उन्होंने बताया कि प्रशिक्षुओं का ज्यादा से ज्यादा ऑनलाइन क्लास करना उनके करियर व परीक्षा के लिए लाभप्रद होगा ,क्योंकि वैश्विक महामारी के समय में इसके अलावा कोई रास्ता भी नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि हमारे प्राध्यापक नई तकनीक के माध्यम से काफी अच्छे ढंग से विद्यार्थियों को प्रशिक्षण देते रहेंगे,  जो प्रशिक्षण के लिए काफी लाभप्रद है तथा प्रशिक्षु इससे प्रशिक्षण और परीक्षा के लिए तैयारी का बेहतर गुण प्राप्त कर सकते हैं। जिससे उन्हें एक अच्छा शिक्षक बनने में तथा अच्छे अंक से परीक्षा पास करने में सहायता मिलेगी। प्राचार्य डॉ गुप्ता ने ऑनलाइन क्लासेज के बारे में  किसी भी तरह की पूछताछ के लिए एक नंबर 8544520070 भी जारी किया, जिस पर कॉल करके प्रशिक्षु वरीय प्राध्यापक प्रो. सत्येंद्र कुमार तिवारी से अपनी समस्याओं का समाधान प्राप्त कर सकते हैं। ऑनलाइन क्लासेज़ के लिए इन्टैरेक्टीव क्लास में पढ़ाने वाले हीं सभी प्राध्यापक यथा:- प्रो.एस.के.तिवारी,प्रो.आर.के.दूबे,प्रो.काजल तिवारी,डाॅ.फिरोज खान,प्रो.डी.के.पाण्डेय,प्रो.के.के.सिंह,प्रो.ए.के.चौधरी,प्रो.अजय कुमार, प्रो.एम.मनोहर, प्रो. समीर अहमद, प्रो.शामा परबीण, प्रो.एस.के.पंकज इत्यादि, लगातार तत्पर हैं। सहयोग की जिम्मेदारी प्रो. वी.एन. पांडे तथा प्रो. समीर अहमद को दी गई है। बीएड व डीएलएड के 2018-20 2019-21 के सभी प्रशिक्षु अपने किसी भी तरह के तकनीकी या गैर-तकनीकी समस्याओं के समाधान हेतु प्राचार्य के द्वारा जारी किए गए नंबर पर फोन करके प्रो. एस.के. तिवारी से बात कर सकते हैं।

 

सत्याग्रह से शिक्षाग्रह में अपना योगदान देंगी जापान के प्रमुख चेहरा नूपुर तिवारी

     मोतिहारी।कुमार तेजस्वी. सत्याग्रह से शिक्षाग्रह को आगे तक लेकर जाने के लिए देश- विदेश के कई चेहरे सामने आए हैं। उसी कड़ी में से एक प्रमुख हस्ती और अन्तर्राष्ट्रीय छवि है नूपुर तिवारी जी जो एक अन्तर्राष्ट्रीय योगा टीचर , हिंदी खबर न्यूज चैनल के कॉर्सपोंडर, आध्यात्मिक गुरु के साथ साथ मोटिवेशनल स्पीकर और हील टोक्यो  के संस्थापक भी है। उन्होंने बताया कि मै सत्याग्रह से शिक्षाग्रह से बहुत ही प्रभावित हूं। चाहें जिस स्तर से भी हो मेरी योगदान हर संभव कोशिश रहेगी कि मैं शिक्षा के लिए कुछ कर पाऊं। मेरी हमेशा से प्रयास रही है कि हरसंभव शिक्षा की उन्नति के लिए मेरा हाथ भी हो। मैं इतनी बड़ी प्लेटफॉर्म पर साथ आ कर  काफी उत्साहित हूं। और पूरी टीम को शिक्षा जगत में क्रांति लाने के लिए अग्रिम बधाई एवं शुभकामनाएं भी दी। बताते चलें 

 कि सत्याग्रह से शिक्षाग्रह में बिहार के हर जिले के कोने-कोने से शिक्षाविद और शिक्षाविद् नहीं रहते हुए भी जो व्यक्ति शिक्षा को लेकर समाज में अच्छा योगदान दे रहे हैं। शिक्षा की उन्नति को लेकर दिन रात लगे हुए हैं अपने पूरे तन मन धन बिहार के शिक्षास्तर को बढ़ाने के लिए प्रयत्नशील रहते हैं। जैसे कि नी:शुल्क शिक्षा प्रदान करना, शिक्षा के लिए गांव गांव, घर घर घूमकर बच्चो को प्रेरित करना, पढ़ने की सामग्री उपलब्ध करवा बच्चो में उत्सुकता जगाना, जरूरतमंद बच्चों की क्लास और विद्यालय की फी जमा कर उत्सुकता भरना शिक्षा जगत नृत्य - संगीत कला , क्रीड़ा, तेकवोंडो आदि विभिन्न क्षेत्रों की उन्नति के लिए जो व्यक्ति जी जान लगा कर काम कर रहे हैं। उसको चुन कर लाने के लिए सत्याग्रह से शिक्षाग्रह के टीम द्वारा ऑनलाइन आवेदन जारी किया गया। जिसके द्वारा प्राप्त आवेदन को कोर कमेटी मेंबर जिसको न्यायपालिका भी कह सकते हैं। इन सभी के द्वारा सभी प्राप्त आवेदन को बहुत ही सावधानी से जांच पड़ताल कर के जो सही मायने में शिक्षाग्रही के लायक हो उन सभी की चुनाव कर के सत्याग्रह से शिक्षाग्रह के लिए आमंत्रित कर उनकी हौसला बुलंद करने के लिए उपस्थित वक्ता, विद्वान,प्रवक्ता सरकारी अधिकारियों द्वारा उत्साहित कर उन्हें पुरस्कार से भी सम्मानित करने की काम शिक्षाविदों के लिए एक स्थाई मंच जो कि सत्याग्रह से शिक्षाग्रह मंच द्वारा किया जा रहा है।

 

सरकार को खुली चुनौती दे रही हैं सत्याग्रह से शिक्षाग्रह:दीप नारायण

मोतिहारी।सत्याग्रह शिक्षाग्रह के अध्यक्ष  दीप नारायण रघुवंशम् के द्वारा चला जा रहा सत्याग्रह से शिक्षाग्रह अभियान रंग लाता नजर आ रहा हैं। उक्त बातें चंपारण की कोने कोने से आ रही है, की शिक्षा के क्षेत्र में नाकामयाब सरकार को खुली चुनौती देने की काम कर रही है सत्याग्रह से शिक्षाग्रह जिसको सुनकर धीरज सर्राफ और मशहूर बॉलीवुड कलाकार सुनील कविराज ने बताया की ऐसे शब्द हमारी टीम के शिक्षाग्रहियों को हौसला बढ़ाने में कारगर नजर आ रही है। और हमारी टीम से अधिक से अधिक शिक्षाग्रही जुड़ रहे हैं। हम सभी का मकसद हर एक घर , हर एक कोने कोने में शिक्षाग्रही हो, जो केवल शिक्षा की बात करें। जैसा कि आप लोग देख रहे हैं हमारे समाज में हर जगह राजनीतिक कार्यकर्ता मिल जाएंगे और केवल राजनीति करते रहते हैं उसी को हमें शिक्षाग्रही बनाकर शिक्षा पर चिंतन करने की जोर देनी है । हर कोने कोने में अब हर किसी की की जिह्वा पर सत्याग्रह से शिक्षाग्रह की रट सुनाई दे रही हैं।

जैसे सत्याग्रह आंदोलन से गांधीजी ने पूरे भारत में क्रांति ला दिए थे ठीक उसी तरह हम शिक्षाग्रह से पूरे भारत में क्रांति ला सकते हैं , इसीलिए हम इसकी शुरुवात बिहार के चंपारण से शुरू कर रहे हैं , जैसे गांधीजी ने सत्याग्रह भी चंपारण की धरती से ही शुरू किया था। शिक्षा उतनी ही ज्यादा जरूरी है जितनी आदमी को भोजन , शिक्षा के बिना हमारा जीवन जीना बेकार है। आज के युग में शिक्षा सिर्फ नाम मात्र हो गया है , सिर्फ परीक्षा पास कर लेना और अच्छी नौकरी पा लेना ही लोग शिक्षा समझते हैं , "शिक्षा के बारे में हमारी जो अवधारणा है उसे आर्थिक इंजन में फिट होने वाले इंसान बनाने की सोच से आगे जाना होगा।" शिक्षा एक ऐसा हथियार है जिससे हम दुनिया बदल सकते हैं।।