Friday, May 1, 2020

चतुराई काम ना आयी          

  राजीव के सब्जी मंडी में आते ही अचानक सब्जी बेचने वालों के बीच में खलबली मच गई।काफी समय से राजीव सब्जी मंडी आता है और हर सब्जी खरीदने में कुछ ना कुछ बहस बाजी करता ही रहता है।  उसे देखकर अब सब्जी वाले समझ गए हैं कि इसे कितने भी रेट बता दो वह हमेशा आधे रेटो में ही सब्जी खरीदने की बात करता है।इसी का इलाज ढूंढने में सभी सब्जी वाले परेशान हैं। पनी दुकानदारी तो सभी को करनी है इसलिए राजीव का स्वागत सभी सब्जी वाले करते हैं। लेकिन आज कुछ ऐसा हुआ राजीव एक दुकानदार के हाथों फस गया।    आलू वाले के पास पहुंच कर राजीव ने आलू का रेट पूछा।बाबूजी  25 लो,अपनी आदत के अनुसार राजीव बोला,यार तुम तो बहुत महंगा लगाते हो अभी पीछे ही मैंने पता किया था तो उस दुकानदार ने ₹20 बताया।

      उसी बहस के दौरान राजीव को एक फोन आया।राजीव एक बिजनेसमैन है और उसके किसी ग्राहक का फोन आया था।बातचीत से ऐसा लग रहा रहा कि जो उससे बात कर रहा है वो किसी केमिकल के बारे में पूछ रहा था।

राजीव ने उसको अपने हिसाब से रेट बताया ₹100 किलो। सामने वाले ने शायद कुछ कम रेट देने के लिए कहा होगा और इसी बात पर राजीव की और उससे फोन पर बात कर रहे व्यक्ति से बहसबाजी हो गयी।

     राजीव ने उस फ़ोन पर बात कर रहे व्यक्ति से कहा कि ₹80 में एक किलो अगर बेचने लगूँगा तो मैं तो बर्बाद हो जाऊंगा आप कहीं और से ले लीजिए सभी लोग अपने ही भाई है और फोन रख दिया।

   एक बार फिर से वो उसी सब्जी वाले से बहस करने लगा कि वो दूसरा दुकानदार तो ₹20 किलो दे रहा है।सब्जी वाले ने हंसते हुए सर अगर ऐसे सब्जी भेजूंगा तो मैं तो बर्बाद हो जाऊंगा।आप उसी से ले लीजिए यहां बाजार में सभी अपने ही भाई है मैं समझूँगा मैंने ही आपको आलू बेचा है।

राजीव उसके इस तरीके के व्यवहार को समझ गया और चुपचाप वहां से चला गया और उसके बाद राजीव जब भी वहां सब्जी लेने आया उसने कभी किसी से बहसबाजी नहीं की।

नीरज त्यागी

सोशल मीडिया पर भडकाऊ पोस्ट करने में एक अभियुक्त गिरफ्तार

दैनिक अयोध्या टाइम्स संवाददाता,रामपुर- अभियुक्त रिजवान हुसैन शेख पुत्र छोटे निवासी मौ0 जिलेदारान कस्बा व थाना शाहबाद, रामपुर द्वारा अपने फेसबुक एकाउण्ट से एक आपत्तिजनक पोस्ट डाली गयी थी जिस सम्बन्ध में दिनांक 30-04-2020 को थाना शाहबाद पर मु0अ0सं0-164/20 धारा 153-ए/505(1)(बी) भादवि व धारा 67 आई.टी. एक्ट बनाम रिजवान हुसैन शेख पंजीकृत हुआ था।जनपद में सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक/भडकाऊ पोस्ट शेयर करने वालों के विरूद्ध श्रीमान पुलिस अधीक्षक, रामपुर श्री शगुन गौतम द्वारा चलाये जा रहे अभियान के अन्तर्गत आज दिनांक 01-05-2020 को थाना शाहबाद पुलिस द्वारा उक्त अभियोग से सम्बन्धित अभियुक्त रिजवान हुसैन शेख उपरोक्त को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया गया।गिरफ्तार अभियुक्त का नाम व पता रिजवान हुसैन शेख पुत्र छोटे निवासी मौ0 जिलेदारान कस्बा व थाना शाहबाद,  रामपुर। बरामदगी,अभि0 रिजवान हुसैन शेख उपरोक्त के कब्जे से दो मोबाइल फोन 1-रियलमी सी2 2-सैमसंग गैलेक्सी जे2 बरामद हुए।कार्यवाही मु0अ0सं0-164/20 धारा 153-ए/ 505(1)(बी) भादवि व धारा 67 आई.टी. एक्ट के अन्तर्गत कार्यवाही की जा रही है।

 

श्री नितिन गडकरी ने कहा कि आयुष क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं और यह भारत को आर्थिक महाशक्ति बनाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है

केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग तथा सूक्ष्‍म, लघु एवं मध्‍यम उद्यम मंत्री श्री नितिन गडकरी ने कहा है कि भारत की आयुष पद्धतियों में भारत को आर्थिक महाशक्ति बनने की एक बहुत बड़ी क्षमता है क्योंकि यहां सदियों से प्रचलित निदान एवं उपचार के वैकल्पिक तरीकों की लोकप्रियता निरंतर बढ़ती जा रही है। उन्होंने अधिक से अधिक अनुसंधान और नवाचार करने का आह्वान किया ताकि आयुष क्षेत्र को और आगे बढ़ाने में मदद मिले। श्री गडकरी सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम की विभिन्न योजनाओं के तहत देश में आयुष क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए आयुष मंत्रालय और सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से आयुष उद्यमिता विकास कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए बोल रहे थे। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारतीय आयुर्वेद, होम्योपैथी, योग एवंसिद्ध पद्धतियों को बड़े पैमाने पर बढ़ावा दिया जाना जरुरी है।


उन्होंने कहा कि चूंकि भारतीय आयुर्वेद, योग, होम्योपैथी एवंसिद्ध पद्धति की अन्य देशों में बहुत मांग है, इसलिए मौजूदा उद्यमियों को इस अवसर का लाभ उठाकर वहां अपने क्लीनिक / आउटलेट खोलने चाहिए और निर्यात को सहारा देना चाहिए।


उन्होंने कहा कि वैश्विक स्तर पर आयुर्वेदिक उपचार और योग की भारी मांग है, जोकि बढ़ती जा रही है। उन्होंने कहा कि इस मांग को विशेष रूप से ख्याति प्राप्त विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में प्रशिक्षित मानव संसाधन को बढ़ाकर पूरा किया जा सकता है।


उन्होंने यह भी कहा कि यहां एक ऐसा कार्यक्रम शुरू करने की जरूरत है जोकि भारतीय अर्थव्यवस्था को सहारा देने के उद्देश्य से आयुष क्षेत्र को मजबूती दे सके, अधिक उद्यमों और रोजगार का सृजन कर सके। मंत्री ने इस तथ्य को रेखांकित किया कि चूंकि आयुर्वेद का कच्चा माल आमतौर पर वन क्षेत्रों, ग्रामीण क्षेत्रों, आदिवासी क्षेत्रों, आकांक्षा जिलों में पाया जाता है, इसलिएइन इलाकों में रोजगार सृजन, उद्यमिता विकास और स्वरोजगार के लिए प्रसंस्करण इकाइयों एवं क्लस्टरों की जरूरत है।


श्री गडकरी ने इस बात पर भी जोर दिया कि प्रशिक्षित योग विशेषज्ञों / प्रशिक्षकों को विकसित करने की बहुत आवश्यकता है और इसके लिए प्रसिद्ध प्रशिक्षण संस्थानों के साथ मिलकर पाठ्यक्रम शुरू किए जा सकते हैं। उन्होंने हमारे दैनिक जीवन में योग, आयुर्वेद और संतुलित आहार को शामिल करके जीवनशैली में बदलाव लाने पर बल दिया। उन्होंने आगे कहा कि जो नवाचारी / वैकल्पिक उपचार राहत प्रदान करने में सक्षम हैं, उन्हें उचित कौशल विकास के साथ संबद्ध और सम्मिलित किया जाना आवश्यक है ताकि वे सभी के बीच लोकप्रिय हो सकें।


इस मौके पर आयुष मंत्रालय में राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री श्रीपाद येसो नाइक, सूक्ष्‍म, लघु एवं मध्‍यम उद्यम राज्यमंत्री श्री प्रताप सारंगी, दोनों मंत्रालयों के सचिव तथा सूक्ष्‍म, लघु एवं मध्‍यम उद्यम विभाग के विकास आयुक्त भी उपस्थित थे।


इस अवसर पर बोलते हुए, श्री श्रीपाद येसो नाइक ने एमएसएमई और आयुष मंत्रालय के प्रयासों की सराहना की और कहा कि वो दुनिया भर में आयुष को बढ़ावा देने के लिए बड़े पैमाने पर इसी तरह के सहयोग की तलाश कर रहे हैं। श्री नाइक ने आयुष मंत्रालय द्वारा कोविड-19 महामारी के बारे में किए गए प्रयासों की जानकारी दी। सूक्ष्‍म, लघु एवं मध्‍यम उद्यम राज्यमंत्री श्री प्रताप सारंगी ने कोविड–19 महामारी के वर्तमान परिदृश्य में आयुष क्षेत्र को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर जोर दिया और दोनों मंत्रालयों के बीच घनिष्ठ एवं बड़े पैमाने पर समन्वय का  सुझाव दिया। श्री राम मोहन मिश्र, विशेष सचिव एवं विकास आयुक्त (एमएसएमई), ने अपने प्रारंभिक उदगार में, एमएसएमई मंत्रालय की मौजूदा योजनाओं के समर्थन के साथ आयुष क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिएसहयोग की पृष्ठभूमि को रेखांकित किया और इस दिशा में एमएसएमई मंत्रालय की कार्य योजना प्रस्तुत की।


आयुष से तात्पर्य दवाओं की आयुर्वेद, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध तथा होम्योपैथी प्रणाली से है। आयुष के प्रमुख क्लस्टर हैं: अहमदाबाद, हुबली, त्रिशूर, सोलन, इंदौर, जयपुर, कानपुर, कन्नूर, करनाल, कोलकाता एवं नागपुर।


इस क्षेत्र को विभिन्न चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, जिनमें असंगठित क्षेत्र, विनिर्माण संबंधी अच्छे चलन की कमी, गुणवत्ता प्रणाली, परीक्षण आदि, पारंपरिक विपणन पद्धति, निर्यात के लिए छोटे अवसर, प्रचार कार्यक्रमों और सहायता की कमी शामिल हैं।


आज आयोजित कार्यक्रम आयुष क्षेत्र की चुनौतियों का सामना करने के लिए कार्य योजना का हिस्सा है। लगभग 1000 आयुष आधारित सूक्ष्‍म, लघु एवं मध्‍यम उद्यमों ने विभिन्न ऑनलाइन / सोशल मीडिया मोड के माध्यम से इस कार्यक्रम में भाग लिया क्योंकि इस कार्यक्रम को एक साथ सोशल मीडिया प्लेटफर्मों पर सीधा प्रसारित किया गया था।


आयुष क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए दो मंत्रालयों ने एक कार्य योजना बनाई है। इसी के अनुरूप कुछ दिनों पहले आयुष मंत्रालय एवं और सूक्ष्‍म, लघु एवं मध्‍यम उद्यम मंत्रालय के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए थे। प्रोत्साहन के आगे के रोडमैप में फील्ड ऑफिसों द्वारा जरूरतों का मूल्यांकन एवं आयुष क्लस्टरों की पहचान और उन्हें सूक्ष्‍म, लघु एवं मध्‍यम उद्यम मंत्रालय की निम्नलिखित योजनाओं से जोड़ना शामिल है:



  • जीरो डिफेक्ट जीरो इफ़ेक्ट / लीन – गुड मैन्युफैक्चरिंग प्रैक्टिस

  • प्रोक्योरमेंट एंड मार्केटिंग सपोर्ट स्कीम – नेशनल / इंटरनेशनल ट्रेड फेयर, एग्जीविशन, जीईएम, पैकेजिंग, ई – मार्केटिंग, एक्सपोर्ट   

  • एटीआई – कैपेसिटी बिल्डिंग एंड स्किल डेवलपमेंट

  • ईएसडीपी, इन्क्यूबेशन – स्टार्ट अप / एंटरप्राइज डेवलपमेंट 

  • क्लस्टर डेवलपमेंट (एसएफयूआरटीआई / सीडीपी) – टेक्नोलॉजी अपग्रेडेशन

  • सीएलसीएस, पीएमईजीपी – फाइनेंसियल सपोर्ट

  • सीएआरटी (सेंटर फॉर एग्रो रूरल टेक्नोलॉजी) डिवीज़न – आयुष इन रूरल एरियाज

  • टेक्नोलॉजी सेंटर्स (हब एंड एएमपी; एसपीओकेई) –आयुष फोकस्ड टेक्नोलॉजी सपोर्ट

  • टेस्टिंग सेंटर्स– क्वालिटी इम्प्रूवमेंट / स्टैण्डर्डाजेशन



प्रधानमंत्री और बांग्‍लादेश की प्रधानमंत्री महामहिम शेख हसीना के बीच टेलीफोन पर बातचीत

प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने आज बांग्‍लादेश की प्रधानमंत्री महामहिम शेख हसीना के साथ टेलीफोन पर बातचीत की।


प्रधानमंत्री श्री मोदी ने रमजान के पवित्र महीने के अवसर पर भारत की जनता और स्‍वयं अपनी ओर से बांग्‍लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना और बांग्‍लादेश की जनता को बधाई दी।


दोनों नेताओं ने कोविड-19 महामारी के कारण उत्‍पन्‍न क्षेत्रीय हालात पर चर्चा की और उसके प्रभाव को कम करने के लिए अपने-अपने देश में उठाए जा रहे कदमों से एक-दूसरे को अवगत कराया।


दोनों नेताओं ने सार्क के सदस्‍य देशों के नेताओं के बीच 15 मार्च को सहमत विशेष व्यवस्थाओं को लागू करने की दिशा में हुई प्रगति पर प्रसन्नता व्यक्त की। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने सार्क कोविड-19 आपातकालीन निधि में 1.5 मिलियन डॉलर का योगदान देने के लिए प्रधानमंत्री शेख हसीना का आभार प्रकट किया।


प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस क्षेत्र में कोविड-19 का मुकाबला करने की दिशा में समन्वित प्रयासों का नेतृत्‍व करने और बांग्लादेश को चिकित्सा आपूर्ति और क्षमता निर्माण दोनों के संदर्भ में सहायता प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री श्री मोदी को धन्यवाद दिया।


दोनों नेताओं ने सड़क, रेल, अंतर्देशीय जलमार्ग और वायु मार्ग के माध्यम से सीमा पार आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति जारी रहने पर संतोष व्यक्त किया। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने इतिहास, संस्कृति, भाषा और भाईचारे के साझा संबंधों को याद करते हुए दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों की उत्कृष्ट स्थिति पर संतोष व्यक्त किया और कोविड-19 को फैलने से रोकने और इस महामारी के स्वास्थ्य एवं आर्थिक प्रभावों को कम करने में बांग्लादेश की मदद करने के लिए भारत की तत्परता सुनिश्चित की।


प्रधानमंत्री ने इस ऐतिहासिक मुजीब बारशो में प्रधानमंत्री शेख हसीना और बांग्लादेश की समस्‍त मैत्रीपूर्ण जनता के अच्छे स्वास्थ्य और कल्याण के लिए अपनी शुभकामनाएं दीं।