Tuesday, March 31, 2020

कोविड-19 के दृष्टिगत कोेटे के राशन का वितरण 01 अप्रैल से







जिला पूर्ति अधिकारी वी0के0 महान ने बताया है कि वर्तमान समय में कोविड-19 के दृष्टिगत उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पात्र गृहस्थी एवं अन्त्योदय कार्डधारकों में खाद्यान्न का 01 अप्रैल से वितरण कराये जाने हेतु निर्देश दिये गये है जिसके तहत अप्रैल से नगरीय/ग्रामीण क्षेत्र के समस्त अन्त्योदय कार्डधारको को प्रति परिवार की दर से 35 कि0ग्रा0 निःशुल्क खाद्यान्न वितरित किया जायेगा तथा श्रम विभाग में पंजीकृत श्रमिक, मनरेगा में पंजीकृत जाब कार्ड धारक जिनका अन्त्योदय कार्ड बना है, को 35 कि0ग्रा0 प्रति परिवार की दर से निःशुल्क खाद्यान्न वितरित किया जायेगा।

जिला पूर्ति अधिकारी ने बताया कि जिन श्रमिकों/मनरेगा में पंजीकृत मजदूरोे का पात्र गृहस्थी में राशन कार्ड बना है, उन्हें प्रति यूनिट 05 कि0ग्रा0 खाद्यान्न निःशुल्क वितरण किया जायेगा व जिन जाॅब कार्ड होल्डर्स/श्रमिकों/दिहाडी मजदूरों के पास पात्र गृहस्थी का राशन कार्ड जारी नहीं है, उनके राशन कार्ड जारी करते हुए खाद्यान्न निःशुल्क वितरित कराया जायेगा। जिला पूर्ति अधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि समस्त उचित दर विक्रेता माह की 01 तारीख को समस्त अन्त्योदय कार्डधारकों तथा माह की 02 तारीख को जाॅब कार्ड होल्डर्स, श्रमिक, मजदूरों आदि को निःशुल्क खाद्यान्न का वितरण करना सुनिश्चित करेंगे। तत्पश्चात् पात्र गृहस्थी योजना के कार्डधारकों को खाद्यान्न का वितरण प्रति यूनिट निर्धारित मात्रा/मूल्य पर किया जायेगा।

उन्होंने यह भी निर्देश दिए हें कि कार्डधारक अपने सम्बन्धित उचित दर विक्रेता के यहाॅ यदि राशन प्राप्त करने जाते हैं, तो सामूहिक रूप से न जाये, तथा उचित दर विक्रेता के यहाॅ भीड इकट्ठा न करे। दूरी बनाकर बारी-बारी से अपने को सुरक्षित रखते हुए खाद्यान्न प्राप्त करें। जनपद के समस्त उचित दर विक्रेता भी यह ध्यान देंगें कि दुकान पर अनावश्यक भीड़ इकट्ठा न हो। कार्डधारक दूरी बनाकर रहे। यदि कार्डधारकों द्वारा उचित दर विक्रेता की दुकान पर अनावश्यक भीड किया जाता है तो उनके विरूद्ध भी दण्डात्मक कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी। समस्त उचित दर विक्रेता अपने उचित दर दुकान पर वितरण से पूर्व 01 मीटर की दूरी का सर्किल बना दें, जिसमंे कार्डधारक खडा होकर अपने बारी की प्रतीक्षा करते हुए खाद्यान्न प्राप्त कर सके। उचित दर विक्रेता वितरण से पूर्व इसका ग्राम पंचायत में व्यापक प्रचार-प्रसार कर सबको सूचित कर दें। प्रत्येक उचित दर विक्रेता अपने यहाॅ सेनेटाइजर, हाथ धोने का साबुन एवं बाल्टी में पानी अवश्य रखें। यदि विक्रेता इस कार्य में किसी भी प्रकार की शिथिलता या लापरवाही करता है, तो उसके विरूद्ध नियमानुसार आवश्यक दण्डात्मक कार्यवाही की जायेगी।



 

 



 



तेज रफ्तार कार खाई मैं गिरी 1 की मौत 6 गंभीर लोग से घायल




 छपिया( गोण्डा )  = तेज रफ्तार कार अनियंत्रित होकर खाई में गिरी, एक  की मौत, छ: गंभीर*---छपिया थाना क्षेत्र में एक बार फिर तेज रफ्तार का कहर देखने को मिला है। छपिया- मडरिया रोड पर एक तेज रफ्तार मारुति स्विफ्ट dzire की तरफ आ रही थी। कार अनियंत्रित होकर सड़क से नीचे खेत में जा गिरी। ग्रामीणों के बताने के अनुसार चालक कार से नियंत्रण खो बैठा जिसके कारण ये घटना घटी है। बताया जा रहा है कि कार में सात लोग मौजूद थे, जिसमें एक कि मौके पर ही मौत हो गई जबकि छ: गंभीर रूप से घायल हो गए। सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष संजय तोमर अपने पुलिस टीम के साथ घटना स्थल पर पहुँचे जहाँ उन्होंने ग्रामीणों की मदद से गंभीर रूप से घायल लोगो को हॉस्पिटल भेजा, जहां उनका उपचार चल रहा है।


 

 



 

बाजार से भी  सस्ते रेट में बेच रहे हैं सब्जियां




कानपुर- जहां पूरे देश में करोना वायरस का हाहाकार मचा है  चारों तरफ लॉकडाउन है वही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कहना है कि कोई भी कालाबाजारी नहीं करेगा उचित रेट पर सामान बेचा जाएगा उसी को देखते हुए ,दबौली में मैं युवक कई दिनों से बाजार से भी सस्ते रेट में सब्जियां बेच रहे हैं जिससे कि लोगों को किसी प्रकार की दिक्कत ना हो सके और उन्हें आसानी से उचित मूल्य पर सब्जी मिल सके यह संदेश दे रहे हैं कि कालाबाजारी नहीं करनी चाहिए, रोजाना सुबह 6:00 बजे से 11:00 बजे तक सब्जी सब्जियां उचित मूल्य पर बेचते हैं जैसे कि वह भी गोभी 7 रुपए ,बंद गोभी 7 रुपए, टमाटर 18 रुपए ,कद्दू वा  बैगन 10 रुपए ,और लौकी 10 रुपए, किलो आलू 20 रुपए किलो के रेट में और भी सब्जियां बेच रहे हैं जिसका फायदा आम जनता को हो रहा है शिवम गुप्ता ने बताया कि जब तक  लॉकडाउन रहेगा तब तक हम लोग उचित मूल्य पर सब्जियां बेचेंगे, कमेटी में उपस्थित रहे मनोज पचोरी, शिवम गुप्ता ,महेंदर सविता, किशन सैनी, आदि लोग उपस्थित रहे कानपुर से विजय कुमार की रिपोर्ट


 

 



 

घातक कोरोना के पीछे कौन

आज-तक के इतिहास में इंसान इतना विवश कभी नही था।इस वायरस की घातिकी इसी से साबित होती है कि आज दुनिया के 195 देश इसके प्रकोप से प्रभावित हैं।दुनिया की तकरीबन दो अरब आबादी आज लाॅक डाउन होने को विवश है तकरीबन 30 हजार मौत और लगभग पाँच लाख संक्रमित हो चुके हैं।यह भीषण आपदा से त्रस्त दुनिया के वैज्ञानिक डाक्टर लोग इसकी दवा खोजने में दिन रात लगे हुए है पर अभी तक कामयाबी नहीं मिल पा रही है। यह सोचने वाली बात है और खतरे का संकेत भी क्योंकि यह न दिखने वाला वायरस किसी दुश्मन की साजिश तो नही इस दिशा में भी रिसर्च की जा रही है शायद कुछ निष्कर्ष जरूर निकले।

इसकी उत्पत्ति चीन की बुहान शहर से हुई है क्योंकि पहला मरीज वही नवम्बर 19 में मिला फिर देखते ही देखते पूरे वुहान शहर को अपनी चपेट में ले लिया गौर करने वाली बात यह है कि चीन के दूसरे शहर के बजाय यह पूरी दुनिया में फैल गयी जो शक पैदा करता है कि यह मानव निर्मित चायनीज वायरस है।

दूसरे इसके नाम को लेकर है कोविद 19 को नोवेल कोविद 19 नाम दिया गया जो इशारा करता है कि इस वायरस के साथ छेड छाड़ कर एक हथियार के तौर पर दुनिया पर इस्तमाल की गयी हो ताकि दुनिया में दहशत पैदा कर वह अपना सारा मैडिकल सामान बेच सके।

शायद यह एक विकृत मानव रूप है जो चीनीयों के दिमाग में चल रहा हो ऐसी आशंका जतायी जा रही है।

मीडिया में आयी खबरो के मुताबिक वहाँ के दो डाक्टर जिनकी असमय मृत्यु और उनके स्टेटमेंट भी इसी ओर इशारा करते हैं कि यह लैब के द्वारा निर्मित हुआ है जो लगातार जिन्दगीयाँ निगल रही है।

भारत एक घनी आबादी वाला देश जहाँ विविधता है आज सप्ताह दिन से पूर्ण बंद है ।सभी घरो में कैद है ।लगातार लोग अनेक परेशानिया झेल रहे हैं।इस तरह की परेशानी वो तमाम देश झेल रहे जहा यह वायरस है ।दरअसल इसी परेशानीयों का फायदा चीन उठाना चाहता है ।भारत सरकार तथा दुनिया को चाहिये की वह इस देश का पूर्ण वाहिष्कार करें ताकि वह खुद आर्थिक लाँकडाउन हो ।

भारत के लोग कमर कस चुके है अब दुनिया भी स्थिति को समझ रही है यही कारण है कि अमेरिका और दुनिया के प्रभावित मुल्क ने चीन के प्रति कडा रूख अपनाया है इसे बरकरार रखना होगा और इस जैविक युद्ध के साथ चीन से आर्थिक युद्ध भी दुनिया को लड़ना ही होगा।

आज जीतने भी लोग मर रहे है उसका जिम्मेदार अगर कोई है तो वो है चीन क्योंकि जिस समय दुनिया को अगाह करना चाहिए उस समय वह सारी सूचनाएँ छिपा रहा था और दुनिया के देशो में कैसे फैले इसका प्लान कर रहा था।अगर ऐसा नहीं था तो सभी तरह के यातायात पर रोक लगे और इन्टरनेशनल उड़ान जारी रहा ऐसा क्यूँ?

यह वायरस सभी तरह की जलवायु झेल लेता है और जिन्दा रहता है जबकि जो प्राकृतिक होते तो ऐसा कतई संभव नही था।इन सारी तर्क संगत बातो पर आंकलन जारी है और रिपोर्टो का इंतजार फिर यह यकीन में तब्दील हो जाए यही चांसेज ज्यादा दिख रहे हैं।क्योंकि वुहान ही वो शहर है जहाँ जैविकीय लैब भी है तो आशंकाए प्रबल हो जाती है।