हरदोई।(अयोध्या टाइम्स)कोरोना के संक्रमण रोकने के लिए किए गए लॉक डाउन के छः दिनों में ही कई ऐसी खबरें आ रही हैं जो कि तसल्ली देने वाली है। एक तरफ लोग सोशल डिस्टेंसिंग कर रहे दूसरी तरफ सोशल सर्विस को भी बढ़ावा दे रहे हैं।
उपजिलाधिकारी अतुल प्रकाश श्रीवास्तव के पर्यवेक्षण में नगरपालिका परिषद के अधिशाषी अधिकारी विमला पति ने नेहरू म्यु. कन्या इण्टर कॉलेज शाहाबाद में सामुदायिक रसोई की शुरुआत शनिवार 29 मार्च से कर दी।जिसमें कोई भी गरीब महिलाएं, पुरुष,बच्चे दोपहर एवं सायंकाल बैठकर भोजन कर सकते हैं।इसके अलावा दिव्यांगों के घर पर भी भोजन भेजने के लिए बाइकर्स लगाए गए हैं।
सरकारी मशीनरी के इतर लोगों के यह प्रयास वाकई काबिलेतारीफ है।जिले में लॉक डाउन के छः दिनों में ही समाज के कई ऐसे लोग, संगठन व परिवार सामने आए जिन्होंने सामने आकर खुद लोगों की मदद की।
ब्लॉक प्रमुख रोली गुप्ता की पहल पर बेसहारा राहगीरों,ट्रक ड्राइवरों,एवं ड्यूटी पर तैनात होमगार्ड्स, पुलिसमैन को खाने के पैकेट उपलब्ध कराए।उनके इस कार्य मे उद्योग व्यापार संगठन के अध्यक्ष नलिन गुप्ता,अस्मित बाथम,प्रतिनिधि नवनीत गुप्ता समेत भोजन पैकेट बांटने के लिए शाहाबाद से सिरदार नगर तक लोगों ने सहयोग किया।
साथ ही ब्लॉक प्रमुख रोली गुप्ता ने समस्त ग्राम प्रधानों/क्षेत्र पंचायत सदस्यों/ग्राम विकास अधिकारियों/ग्राम पंचायत अधिकारियों व विकासखंड शाहाबाद से संबंधित अन्य अधिकारियों व कर्मचारियों से अपील की कि दुनियाभर में चल रहे कोरोना वायरस के संकट के चलते बड़ी संख्या में विभिन्न शहरों में कार्य करने वाले लोग अपने गांवों की ओर लौट रहे हैं।
कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए उन्हें गांव के बाहर ही ठहराएं और उनके उचित खानपान व ठहरने की व्यवस्था करें।अस्वस्थ प्रतीत होने पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र,शाहाबाद के चिकित्सकों की सेवाएं अवश्य लें।आपस में यथोचित दूरी बनाए रखें।एक दूसरे से बातचीत करने में भी सामाजिक दूरी जरूर बनाये रखें।सभी लोग घर पर रहें,स्वस्थ और सुरक्षित रहें।
कोरोना संकट के चलते लॉक डाउन की स्थिति में जरूरमंद गरीबो को अपनी सहायता देने की चैंपियन एसोसिएशन फॉर आइडियल मूवमेंट्स की पहल की हर कोई सराहना कर रहा है।समाजसेवियों ने सोशल डिस्टेंडिंग को ध्यान में रखकर अपने अभियान के दूसरे दिन दो दर्जन से अधिक जरूरतमंदों को मदद पहुचाई।संस्था के लोगो का कहना है कि ऐसे समय मे देश बिषम परिस्थितियों का सामना कर रहा है ऐसे में भूखा न रहे कोई,ये हम सब की नैतिक जिम्मेदारी है।इसी को ध्यान में रखकर संस्था ने यथासंभव उन जरूरतमंदों को अति आवश्यक खादय सामग्री (आटा,आलू आदि) के पैकेट पहुँचाने का प्रयास शुरू किया है।अध्यक्ष डॉ शारिक परवेज ने बताया कि केवल चैम्पियन एसोसिएशन फॉर आइडियल मूवमेंट्स के सदस्यों द्वारा आर्थिक सहयोग करके जरूरतमंदों की मदद पहुचाने का छोटा सा अभियान जारी है।वही संस्था के समाजसेवियों ने अपील की है कि सक्षम व्यक्ति अपने पास पड़ोस के जरूरतमंदों का लॉक डाउन के समय मे ख्याल रखे।हम सबका सहयोग किसी गरीब की भूख मिटा दे यही सबसे पूण्य कर्म है।बताया गया कि संस्था अपना राहत सामग्री पैकेट वितरण का अभियान निरंतर जारी रखेगी।
सरकारी व्यवस्था का इंतजार किये बगैर होप सोसाइटी ऑफ इंडिया के सदस्य मोबाइल वैन से घरों तक आवश्यक समान की आपूर्ति कर रहे हैं। रात आठ बजे फ़ोन आता है उधर से बोलने वाला व्यक्ति मुझसे कहता है कि तुम्हारे हिस्से के दो पैकेट है (जिसमें खाने का ज़रुरी सामान जैसे आटा दाल आलू शकर इत्यादि है) जो जरूरतमंद हो उस तक पहुँचा दो। अब यहीं से मेरी टेन्शन शुरू होती है कि ये सामान असली ज़रूरतमंद तक पहुँच सके। क्युकी इस वक़्त तो सब ही जरूरतमंद निकल आएंगे। एक घंटे माथापच्ची करके लोगों से मशविरा करने के बाद दो सबसे ज़्यादा जरूरतमंद लोग नज़र में आते हैं। जिन्हें इस वक़्त सबसे ज़्यादा ज़रूरत है। लगभग 9.30 बजे मुझे फ़ोन करने वाला नसीर खां उर्फ़ सनी और साथ में अनवार खां द होप सोसायटी ऑफ़ इंडिया के जानिब से पैकेटो से भरा डाला लेकर पहुँच जाते हैं और खाने के सामान को पात्र व्यक्तियों तक पहुँचा दिया जाता है।
इस तरह के कई ऐसे प्रयास लोगों के बीच से स्वयं हो रहे है, इनको न तो सरकारी मशीनरी का इंतजार है और न किसी की मदद का।आपात स्तिथी में सोशल डिस्टेंसिंग के समय इस तरह के सोशल ह्यूमैनिटी के प्रयास सभी के लिए प्रेणादायक हैं।