Monday, March 30, 2020

 सेनिटाइज किया गया थाना परिसर पिनाहट 




दैनिक अयोध्या टाइम्स संवादाता हिमांशु गुप्ता 

पिनाहट। दिनों दिन बढ़ रही कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए थानाध्यक्ष पिनाहट ने नगर पंचायत कर्मियों के सहयोग से थाना परिसर पिनाहट को सेनीटाइज किया। तथा कीटनाशक दवाओं का छिड़काव भी कराया गया। 

   सोमवार को नगर पंचायत पिनाहट से नगर पंचायत कर्मियों की एक टीम थाना परिसर पिनाहट पहुंची। नगर पंचायत कर्मियों की टीम ने थाना परिसर पिनाहट का सैनिटाइज किया। और कोने कोने में कीटनाशक दवाओं का छिड़काव किया गया। वहीं थाना प्रभारी अंजीश  कुमार का कहना है कि थाना परिसर में रोजाना बाहरी  लोगों का आना-जाना बना रहता है।  जिससे कोरोना जैसी महामारी का खतरा बना रहता है। इसीलिए थाना परिसर पिनाहट  को सैनिटाइज किया गया है । तथा कीटनाशक दवाओं का भी छिड़काव कराया गया है।


 

 



 

कोरोना जैसी महामारी से बचाव के लिए ब्लॉक प्रमुख पिनाहट ने दी पांच लाख रुपये की मदद 




दैनिक अयोध्या टाइम्स संवादाता हिमांशु गुप्ता 

पिनाहट। देश के अंदर कोरोना वायरस जैसी महामारी ने अपने पैर पसारना शुरू कर दिया है। जैसे-जैसे कोरोना वायरस जैसी महामारी देश में अपने पैर पसारना शुरू कर रही है। वैसे वैसे लोगों के आगे खाने पीने की चीजो , दवा , मास्क , सैनेटाइज  की समस्याएं खड़ी हो रही हैं। और देश भर में लोक डाउन होने से देश की आर्थिक स्थिति दिनो दिन बिगड़ती जा रही है। देश की बिगड़ती आर्थिक स्थिति व दिनो दिन बढ़ रही कोरोना जैसी महामारी से बचाव के लिऐ ब्लाक प्रमुख पिनाहट सुग्रीव सिंह चौहान ने स्वास्थ्य विभाग के सीएमओ आगरा  मुकेश कुमार वत्स को जिलाअधिकारी आगरा प्रभु नारायण के नाम 5 लाख रुपये की राशि की मदद बीमारी से बचाव के लिए दी गई है। वही ब्लॉक प्रमुख सुग्रीव चौहान ने सभी से अपील करते हुए कहा है कि सभी देश के प्रधानमंत्री मोदी जी के आदेशों का पालन करते हुए घर से बाहर न निकले हैं । और लोक डाउन का पालन करें।घर पर रहे सुरक्षित रहे । जागरूकता ही बचाव है।


 

 



 

 पिनाहट में जान जोखिम में डाल नदी पार कर रहे ग्रामीण




पिनाहट। लॉक डाउन के चलते बाह पिनाहट क्षेत्र में आलू खुदाई के लिए मध्य प्रदेश के करीब 500 मजदूर बाह क्षेत्र में फंस गए । लॉक डाउन के बाद इन मजदूरों के सामने 2 वक्त की रोटी का संकट खड़ा हो गया है। इन मजदूरों के पास खाने के लिए भी कुछ नहीं है। जिसके चलते भूख और प्यास से बिलख रहे हैं। सरकार द्वारा राहत मिलने के बाद पिनाहट से रविवार को करीब सैकड़ों मजदूर जान जोखिम में रस्सी व स्लीपर के सहारे चंबल नदी पार करते हुए नजर आए।

        रविवार सुबह करीब 10 बजे मध्य प्रदेश के शिवपुरी निवासी लेबर इटावा और बाह से आलू खुदाई का काम खत्म करने के बाद पैदल ही अपने गांव वापस लौट रही थी । लेबर ने पिछले दो दिन से कुछ नहीं खाया था ।  रविवार सुबह करीब 10 बजे थाना प्रभारी पिनाहट अंजीश कुमार ने सभी मजदूरों को पिनाहट की मशहूर गुझिया, चाय व बिस्किट का नाश्ता कराया । फिर पैदल ही 80 मजदूर पिनाहट घाट होते हुए चंबल नदी पर पहुंच गये । जब मजदूर पिनाहट घाट पर पहुंचे तो वहां पर चंबल नदी पार करने की कोई व्यवस्था नहीं थी। कुछ लोग जान जोखिम में डाल रस्सी के सहारे चंबल नदी पार कर रहे थे। लेकिन कुछ लोग रस्सी के सहारे चंबल नदी पार करने की हिम्मत नहीं जुटा सके । इस पर कुछ लोगों ने पास में पड़े स्लीपर को पीपों के बीच रख दिया । इस प्रकार अपनी जान जोखिम में डालते हुए सभी मजदूर चंबल नदी पार करते हुए पैदल ही मध्य प्रदेश की सीमा में चले गये । और शिवपुरी मध्य प्रदेश निवासी मजदूर अमित आदिवासी ने बताया कि हम पैदल ही 233 किलो मीटर की दूरी तय करेंगे । दिल्ली ,  अहमदाबाद,  गुजरात , नोएडा व गाजियाबाद से आने वाले यात्रियों ने भी जान जोखिम में डाल चंबल नदी पार की। पिनाहट घाट पर बना पैंटून पुल मध्य प्रदेश के यात्रियों के लिए है एक मात्र साधन। पिनाहट घाट पर बना पैंटून पुल यूपी के  रास्ते मध्य प्रदेश की सीमा में पहुंचने एक मात्र साधन है। इससे पूर्व इस पैंटून पुल से रोजाना करीब बीस हजार लोगों का आना-जाना बना रहता है। और करीब दो से तीन  वाहनों का भी आवागमन होता है।

साहब तीन दिन से कुछ नहीं खाया , और दौड़ पड़ी पुलिस 

पिनाहट । थाना मनसुख पुरा क्षेत्र के गांव करकौली , कुरकियन पुरा मे आलू खुदाई के लिऐ करीब 50 लोगों की लेबर मध्य प्रदेश से आयी थी । लोक डाउन के चलते अपने गांव नहीं पहुंच सके । पिछले तीन दिनो से खाने पीने की सामग्री न होने के चलते चूल्हे नहीं सुलगे । जिसकी सूचना कूद मजदूरो ने ग्रामीणों के सहयोग से थाना प्रभारी मनसुखपुरा अशोक कुमार को दी । सूचना मिलते ही सीओ पिनाहट हरीश चंद टमटा व समाज सेवी लाल सिंह परिहार गांव पहुँचे । मजदूर रोते बिलखते बोले साहब तीन दिन से कुछ नहीं खाया । समाज सेवियों के सहयोग से पुलिस ने सभी मजदूरो को खाना खिलाया । और सभी मजदूरो को कैंटर से धौलपुर के रास्ते मध्य प्रदेश  भिजवाया ।


 

 



 

क्या ऐसे ही आधी अधूरी तैयारियों से कोरोना से जंग लड़ेगा स्वास्थ्य विभाग 




 -पिनाहट में अस्त-व्यस्त पड़ा समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पिनाहट

पिनाहट । एक तरह पूरा देश कोरोना वायरस जैसी महामारी से लड़ रहा है। कोरोना  जैसी महामारी से लड़ने के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार स्वास्थ्य विभाग पर पानी की तरह पैसा बहा रही है। वही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पिनाहट पर किसी भी प्रकार की कोई व्यवस्था नजर नहीं आ रही है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर खड़ी दो एंबुलेंस भी पिछले एक सप्ताह से पंचर खड़ी हुई है। पंचर खड़ी एम्बुलेंस की भी सुध लेने वाला कोई नहीं है।जब की रविवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पिनाहट एम्बुलेंस के अभाव में एक किशोरी ने तड़प तडप कर दम तोड़ दिया था । सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पिनाहट पर गंदगी  के ढेर लगे हुए हैं। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पिनाहट पर इमजेंसी सेवाएं होने पर रेफर के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं बचता है। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि कोरोना जैसी महामारी से लड़ने के लिए स्वास्थ्य विभाग कहाँ तक सफल है़ । सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर गंदगी के ढेर लगे हुए हैं। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पिनहट बाद दो एंबुलेंस खराब पड़ी हुई हैं।सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर किसी भी प्रकार का आइसोलेशन वार्ड नहीं बनाया गया है। न ही इमरजेंसी में गंभीर मरीजों को उपचार हेतु कोई उचित व्यवस्था है। 

   वही इस मामले में सीएचसी अधीक्षक डॉ विनोद कुमार का कहना है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पिनाहट को। आइसोलेशन वार्ड नहीं बनाया गया है।