Thursday, March 19, 2020
2 पक्षों में जमकर हुआ खूनी संघर्ष, कई लोग गंभीर रूप से घायल
कार्यो एवं दायित्वों में लापरवाही बरतने पर राजस्व निरीक्षक तत्काल प्रभाव से निलम्बित:- जिलाधिकारी
हरदोई।(अयोध्या टाइम्स) जिलाधिकारी पुलकित खरे ने अवगत कराया कि उप जिलाधिकारी सण्डीला की जांच आख्यानुसार तहसील सण्डीला में तैनात मल्हेरा के राजस्व निरीक्षक सुबोध शुक्ला के पास उ0प्र0 राजस्व संहिता की धारा 38 ए के कुल सात प्रकरण सात माह से लंबित है, वहीं उ0प्र0 राजस्व संहिता 2006 की धारा 24 के कुल 16 प्रकरण एक साल स निस्तारण के लिए पर समय से आख्या न आने के कारण कोई निर्णय नहीं लिया जा पा रहा है और वाद लंबित चल रहे है और वादकारियों को परेशान होना पड़ रहा है।उन्होने बताया कि तहसीलदार सण्डीला की ओर से लगातार निर्देश के बाद भी राजस्व निरीक्षक ने लापरवाही पूर्ण रवैया अपनायें रखा तथा विभिन्न स्तर से प्राप्त शिकायत एवं योजनाओं के फार्म भी निस्तारण के लिए लंबित पाये गये तथा राजस्व निरीक्षक की ड्यिुटी विश्वविद्यालय परीक्षा में स्टेटिक मजिस्टेट के रूप में अतरौली के डिग्री कालेज में लगाई गयी थी, वहां पर भी जिला विद्यालय निरीक्षक ने गैर हाजिर रहने की रिपोर्ट दी है। जिलाधिकारी ने कहा कि उक्त राजस्व निरीक्षक के द्वारा कार्यो एवं दायित्वों में लापरवाही बरतने पर तत्काल प्रभाव से निलम्बित करते हुए विभागीय कार्यवाही करने की संस्तुति की गयी है और उक्त प्रकरण की जांच के लिए अतिरिक्त मजिस्टेट प्रथम को नामित किया गया है।
मास्क एवं सेनेटाईजर का स्टाक जमा करने एवं ब्लैक करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करेंः-महाना
हरदोई, ।(अयोध्या टाइम्स)मा0 मंत्री औद्योगिक विकास विभाग, उ0प्र0/जनपद प्रभारी मंत्री सतीश महाना ने आज स्थानीय पीडब्लूडी गेस्ट हाउस में गार्ड आफ आनर की सलामी लेेने के बाद उप जिलाधिकारियों एवं संबंधित विभाग के अधिकारियों साथ बैठक कर जनपद में ओलावृष्टि से फसलों के नुकसान के आंकलन, मुआवजा भुगतान एवं नोवेल कोरोना वायरस की रोकथाम की तैयारियों की समीक्षा की।बैठक में मा0 मंत्री ने उप जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि लेखपालों के माध्यम से गांवों में ओलावृष्टि से किसानों की फसलों के हुए नुकसान का तत्काल प्रभाव से सही-सही आंकलन कराये और पीड़ित किसानों को प्राथमिकता पर फसलों के हुए नुकसान का मुआवजा दिलायें। उन्होने कहा कि किसानों की फसलों के नुकसान के आंकलन में किसी तरह की लापरवाही एवं भेदभाव न किया जाये और अगर कहीं से किसानों के साथ भेदभाव, लापरवाही एवं मुआवजा वितरण में देरी की शिकायत प्राप्त होती है तो संबंधित अधिकारियों पर सख्त कार्यवाही की जायेगी। मा0 मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों की फसलों को नुकसान का शतप्रतिशत मुआवजा देने के लिए कटिबद्व है और किसानों के हित का पूरा ख्याल रखा जा रहा हैैं। समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी पुलकित खरे ने मा0 मंत्री को बताया कि राहत आपदा की जो धनराशि उपलब्ध थी उसका वितरण सण्डीला एवं बिलग्राम तहसील के ओलावृष्टि प्रभावित किसानों को कर दिया गया है और शेष को शासन से धनराशि प्राप्त होने पर मुआवजा उपलब्ध करा दिया जायेगा।जनपद में नोवेल कोरोना वायरस की रोकथाम की समीक्षा करते हुए मा0 मंत्री ने मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 एस0के0 रावत को निर्देश दिये कि जिला चिकित्सालय सहित समस्त सीएचसी पर अलग आईसोलेशन बार्ड बनवायें और सभी जगह साफ-सफाई व्यवस्था चक-चैबंद रखें तथा चिकित्सकों एवं कर्मचारियों की ड्यिुटी निर्धारित करते हुए उनकों जिम्मेदारी सौपें और विषम परिस्थिति छोड़ कर अन्य किसी दशा में अवकाश न दें। उन्होने जिलाधिकारी से कहा कि जनपद में कोरोना वायरस के संबंध में जागरूकता अभियान चलायें तथा समस्त जिलास्तरीय अधिकारियों को निर्देशित कर दें कि अपने -अपने तैनाती स्थल पर 24 घंटे उपस्थित रहें और जनपद में विदेश से आने वाले लोगों पर विशेष नजर रखें तथा कहीं भी विदेश से किसी व्यक्ति के आने की सूचना मिले तत्काल उस व्यक्ति की जांच करायें और एतिहात के तौर पर तत्काल आईसोलेशन वार्ड में भर्ती करायें। बैठक में मा0 मंत्री ने मुख्य चिकित्साधिकारी से कहा कि समय-समय पर जनपद के समस्त मेडिकल स्टोरों का औचक निरीक्षण करायें और मास्क एवं सेनेटाईजर की स्टाक जमा करने एवं अधिक दर पर बिक्री करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करें।
बैठक में उन्होने उप जिलाधिकारियों एवं अन्य संबंधित अधिकारियों निर्देश दिये कि लेखपालों एवं अन्य ग्राम स्तर के कर्मचारियों के माध्यम से लोगों को जागरूक करें कि कोरोना वायरस से घबरायें नहीं बल्कि इससे बचने के लिए सावधानी बरते और बचाव में भीड़-भाड़ वाले स्थानों आदि में न जाये तथा लोगों से हाथ न मिलायें, हाथ साबुन या सेनेटाईजर से कम-कम 20 सेकेंड तक अवश्य धोयें तथा पौष्टिक आहार ग्रहण करें। उन्होने कहा कोरोना वायरस से लोगों में किसी तरह का भय न उत्पन्न हो इसके लिए सभी को जागरूक करना अति आवश्यक हैै। समीक्षा बैठक में मा0 विधायक आशीष सिंह आशू, मा0 रजनी तिवारी, मा0 प्रभाष कुमार, मा0 माधवेन्द्र सिंह रानू, पुलिस अधीक्षक अमित कुमार, मुख्य विकास अधिकारी निधि गुप्ता वत्स तथा अपर जिला जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह सहित समस्त उप जिलाधिकारी मौजूद रहे।
निर्दोष को जेल,भ्रष्टाचारी को तहसील प्रशासन का खुला संरक्षण
शाहाबाद(हरदोई)।(अयोध्या टाइम्स) तहसील के कंप्यूटर कक्ष में काम करने वाले एक प्राइवेट कर्मी ने खतौनी में बंधक जमीन को बंधक मुक्त कर किसान को खतौनी जारी कर दी।किसान रामवीर की शिकायत पर एस डी एम ने आरोपी दलाल पर तो कार्यवाही की परंतु कम्प्यूटर कक्ष में तैनात प्राइवेट कर्मी धनंजय दीक्षित पर मेहरबानी दिखाई देते हुए कोई कार्यवाही नही की। पीड़ित किसान रामवीर ने बताया कि उसने राजकुमार पुत्र रामचरण निवासी अल्लाहपुर इबनेजई के माध्यम से कम्प्यूटर कक्ष में तैनात प्राइवेट कर्मी धनंजय दीक्षित को 20 हजार दिये थे।कम्प्यूटर कक्ष में तैनात प्राइवेट कर्मी ने उसे खतौनी तो निकाल कर दी परंतु खतौनी पूर्ववत ही रही। किसान ने लोन के लिये शाखा प्रबन्धक को खतौनी दी तो उसे बताया गया कि उसकी जमीन तो बंधक है।उसे लोन नही दिया जा सकता।जिससे किसान का सपना चकनाचूर हो गया।20 हजार मुफ्तखोरी में चले जाने के कारण किसान ने एस डी एम से इसकी शिकायत की।एस डी एम ने आरोपी दलाल और प्राइवेट कर्मी धनंजय से पूछताछ की।मामला गम्भीर होने के कारण एस डी एम ने आरोपी राजकुमार को पुलिस के सुपुर्द कर दिया।पुलिस ने शांतिभंग की कार्यवाही करते हुये एस डी एम कोर्ट में पेश किया।उन्होंने उसे जेल भेज दिया।प्राइवेट कर्मी ने कंप्यूटरीकृत खतौनी में फर्जीवाड़ा करते हुए इंतखाब को बंधक मुक्त कर भूमि स्वामी को जारी कर दिया। एसडीएम ने कंप्यूटरीकृत कार्यालय में तैनात कर्मी का बचाव करते हुये राजकुमार पर कार्रवाई की।बताया गया कि एसडीएम ने उक्त कर्मी को 5 हजार प्रति माह पर रखा है। अधिवक्ता संघ के महामंत्री अमितेश मिश्र ने एस डी एम की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए बताया कि तहसील में इंतखाब ही नही अन्य कार्य भी फर्जी तरीके से किये जाते हैं।दोषी धनंजय दीक्षित को छोड़कर निर्दोष को जेल भेजना क्या न्याय संगत है।इस प्रकरण से उच्चाधिकारियों को अवगत कराकर उचित कार्यवाही कराई जाएगी।यहां उल्लेखनीय है कि फर्जीवाड़े में धारा 420 के अंतर्गत दोषी प्राइवेट कर्मियों पर तहसीलदार अवशेश कुमार या एस डी एम अतुल प्रकाश श्रीवास्तव द्वारा अभियोग क्यों नहीं दर्ज कराया गया।एक प्राइवेट कर्मी राजकुमार को सिर्फ शांति भंग के आरोप जेल किस आधार पर भेजा गया।