‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम के शुभारंभ के बाद अप्रैल 2014 से दिसंबर 2019 के दौरान भारत में 335.33 अरब डॉलर का एफडीआई प्रवाह हो चुका है, जो अप्रैल 2000 से अभी तक भारत में आए कुल एफडीआई का लगभग 51 प्रतिशत है। 2018-19 में भारत में 62 अरब डॉलर का एफडीआई आया था, जो किसी एक वित्त वर्ष का सबसे ऊंचा स्तर है। वित्त वर्ष के आधार पर एफडीआई प्रवाह और एफडीआई पूंजी प्रवाह का विवरण तालिका-1 में दिया गया है। राज्यवार एफडीआई पूंजी प्रवाह के आंकड़े अक्तूबर 2019 तक के हैं और इसका विवरण तालिका 2 में दिया गया है।
‘मेक इन इंडिया’ कोई योजना नहीं बल्कि एक पहल है जिसकी शुरुआत निवेश को आसान बनाने, नवाचार को प्रोत्साहन, सर्वश्रेष्ठ विनिर्माण ढांचे का विकास, कारोबारी सुगमता और कौशल विकास को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से सितंबर, 2014 में की गई थी। साथ ही इस पहल का उद्देश्य निवेश के लिए अनुकूल वातावरण तैयार करने, आधुनिक और सक्षम बुनियादी ढांचे का निर्माण, विदेशी निवेश के लिए नए क्षेत्रों को खोलना और सकारात्मक सोच के साथ सरकार व उद्योग के बीच भागीदारी कायम करना था।
मेक इन इंडिया पहल से कई उपलब्धियां हासिल की है और वर्तमान में मेक इन इंडिया 2.0 के अंतर्गत 27 क्षेत्रों पर ध्यान केन्द्रित किया गया है। उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग 15 विनिर्माण क्षेत्रों के लिए कार्य-योजनाओं का समन्वय कर रहा है, वहीं वाणिज्य विभाग 12 सेवा क्षेत्रों के लिए कार्य-योजनाओं का समन्वय कर रहा है।
वहीं केन्द्र सरकार के कई मन्त्रालयों/विभागों और विभिन्न राज्य सरकारों द्वारा मेक इन इंडिया पहल के अंतर्गत समय-समय पर निवेश प्रोत्साहन और सरलीकरण गतिविधियों का आयोजन किया जाता है। स्थापित विनिर्माण इकाइयों से संबंधित आंकड़ों का केन्द्रीय स्तर पर रख-रखाव नहीं किया जाता है।
संलग्नक - I
क्र.स.
|
वित्तीय वर्ष
|
एफडीआई पूंजी प्रवाह
(धनराशि मिलियन डॉलर में)
|
एफडीआई प्रवाह
(धनराशि मिलियन डॉलर में)
|
1
|
2014-15
|
29,737
|
45,148
|
2
|
2015-16
|
40,001
|
55,559
|
3
|
2016-17
|
43,478
|
60,220
|
4
|
2017-18 (पी)
|
44,857
|
60,974
|
5
|
2018-19 (पी)
|
44,366
|
62,001
|
6
|
2019-20 (पी) (दिसंबर 2019 तक)
|
36,769
|
51,429
|
|
कुल
|
239,208
|
335,331
|
स्रोतः भारतीय रिजर्व बैंक और डीपीआईआईटी
संलग्नक - II
अक्तूबर 2019 से दिसंबर 2019 तक राज्यवार एफडीआई पूंजी प्रवाह का विवरण
क्र.सं.
|
राज्य
|
प्रत्यक्ष विदेशी निवेश पूंजी प्रवाह की धनराशि (मिलियन डॉलर में)
|
प्रवाह के साथ प्रतिशत
|
1
|
महाराष्ट्र
|
3133.5
|
29.34
|
2
|
दिल्ली
|
2441.44
|
22.88
|
3
|
कर्नाटक
|
2384.53
|
22.35
|
4
|
गुजरात
|
871.53
|
8.16
|
5
|
तमिलनाडु
|
525.3
|
4.92
|
6
|
हरियाणा
|
447.01
|
4.19
|
7
|
तेलंगाना
|
310.79
|
2.91
|
8
|
राजस्थान
|
157.84
|
1.48
|
9
|
आंध्र प्रदेश
|
64.6
|
0.61
|
10
|
पश्चिम बंगाल
|
58.67
|
0.55
|
11
|
गोवा
|
52.93
|
0.50
|
12
|
पंजाब
|
45.48
|
0 43
|
13
|
उत्तर प्रदेश
|
37.12
|
0.35
|
14
|
मध्य प्रदेश
|
30.94
|
0.29
|
15
|
केरल
|
29.12
|
0.27
|
16
|
उत्तराखण्ड
|
11.3
|
0.11
|
17
|
हिमाचल प्रदेश
|
9.97
|
0.09
|
18
|
असम
|
2.55
|
0.02
|
19
|
चंडीगढ़
|
2.23
|
0.02
|
20
|
ओडिशा
|
2.03
|
0.02
|
21
|
पुड्डुचेरी
|
0.45
|
0.00
|
22
|
झारखण्ड
|
0.44
|
0.00
|
23
|
बिहार
|
0.09
|
0.00
|
24
|
दादर एवं नगर हवेली
|
0
|
0.00
|
25
|
राज्य का उल्लेख नहीं
|
53.47
|
0.50
|
|
कुल योग
|
10673.34
|
|
स्रोतः भारतीय रिजर्व बैंक
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल ने आज राज्य सभा में लिखित जवाब के माध्यम से यह जानकारी दी है।