Monday, March 9, 2020

डीजीजीआई (मुख्यालय) ने वस्तुओं के निर्यात पर धोखाधड़ीपूर्वक आईजीएसटी रिफंड दावा करने का मामला दर्ज किया

डीजीजीआई (मुख्यालय) ने मेसर्स आस्था अपेरल्स प्राइवेट लिमिटेड और अन्य के खिलाफ 06.03.2020 को मामला दर्ज किया। उपरोक्त कंपनियों ने 61 करोड़ से अधिक की वस्तुओं के निर्यात पर धोखाधड़ीपूर्वक आईजीएसटी रिफंड का दावा किया


यह पता चला है कि मेसर्स आस्था अपेरल्स प्राइवेट लिमिटेड और अन्य द्वारा गैर-मौजूद / गैर-कार्यात्मक / कंपनियों / उन कंपनियों से, जो सर्कुलर में लिप्त हैं, धोखाधड़ीपूर्वक आईटीसी का लाभ उठाया गया है। यह भी पता चला है कि इन निर्यातक कंपनियों को आपूर्तिकर्ता कंपनियां केवल कुछ व्यक्तियों द्वारा नियंत्रित और प्रबंधित की जाती हैं और वे भी संदिग्ध रिफंड का दावा करने में संलग्न हैं। इन कंपनियों ने बिना अनुपातिक भुगतानों या वस्तुओं की वास्तविक आपूर्तियों के निर्यातकों को अपात्र आईटीसी हस्तांतरित करने के लिए अपने बीच एक जटिल जाल बुन रखा है।


उपरोक्त निर्यातक कंपनियों के दो निदेशकों को सीजीएसटी अधिनियम, 2017 की धारा 69 (1) के तहत सीजीएसटी अधिनियम 2017 की धारा 132 (धारा 1) (1) (बी) और 132 (1) (सी) के प्रावधानों के तहत अपराधों के लिए 07.03.2020 को गिरफ्तार किया गया है। इन निर्यातकों के साथ आपूर्तिकर्ताओं और अन्य व्यक्तियों की भूमिका की जांच की जा रही है।


इस मामले में आगे की जांच प्रगति पर है।



महिला दिवस की पूर्व संध्‍या पर महिला एवं बाल विकास मंत्री ने दक्षिण एशिया में महिलाओं की स्थिति पर रिपोर्ट जारी की

महिला एवं बाल विकास और वस्‍त्र मंत्री श्रीमती स्‍मृति जुबिन इरानी ने आज नई दिल्‍ली में कहा कि महिलाओं में निवेश मात्र सामाजिक खर्च भर नहीं है, बल्कि अर्थव्‍यवस्‍था में निवेश है। वह 8 मार्च को दुनिया भर में मनाए जाने वाले महिला दिवस की पूर्व संध्‍या पर पत्र सूचना कार्यालय और भारतीय जन संचार संस्‍थान (आईआईएमसी) द्वारा आयोजित कार्यक्रम के अवसर पर अपने उद्गार प्रकट कर रही थीं।


इस कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास मंत्री ने दक्षिण एशिया में मीडिया में महिलाओं की स्थिति पर आईआईएमसी द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट जारी की। उन्‍होंने आईआईएमसी को यह रिपोर्ट लाने के लिए बधाई दी। साथ ही उन्‍होंने समाचार कक्षों में व्याप्त महिला-पुरुष भेद और असमानता की ओर ध्‍यान आकृष्‍ट करने के लिए इस रिपोर्ट को मीडिया समूहों के प्रमुखों और मालिकों के साथ साझा किए जाने का अनुरोध किया।


श्रीमती स्‍मृति जुबिन इरानी ने कहा कि महिला एवं बाल विकास मंत्रालय को मीडिया में महिलाओं पर उभरती प्रौद्योगिकी के प्रभाव का अध्‍ययन कराने के लिए आईआईएमसी के साथ सहयोग करके प्रसन्‍नता होगी। उन्‍होंने यह भी कहा कि क्षेत्रीय मीडिया की महिलाओं तथा उनके कार्य के दौरान आवश्‍यक सहायता तंत्र पर शोध किया जाना चाहिए।


साउथ एशिया वूमंस नेटवर्क (एसडब्‍ल्‍यूएएन) की संस्‍थापक न्‍यासी और समन्‍वयक प्रोफेसर वीना सीकरी ने रिपोर्ट के निष्‍कर्षों पर रोशनी डाली। यूनेस्‍को द्वारा प्रायोजित इस रिपोर्ट के लिए साउथ एशिया वूमंस नेटवर्क और इंस्‍टीट्यूट फॉर स्‍टडीज इन इंडस्‍ट्रीयल डेवलपमेंट की ओर से संयुक्‍त रूप से शोध किया गया था। इस शोध के तहत दक्षिण एशिया के नौ देशों के मीडिया में महिलाओं की कामकाज की स्थितियों का अध्‍ययन किया गया और इसे दो संस्‍करणों में जारी किया गया है।


पूरी रिपोर्ट http://www.swaninterface.net/report-on-the-status-of-women-in-media-in-south-asia-march-2020/ पर उपलब्‍ध है।


इस कार्यक्रम में पत्र सूचना कार्यालय, नयी दिल्‍ली के प्रधान महानिदेशक श्री कुलदीप सिंह धतवालिया, आकाशवाणी के समाचार सेवा प्रभाग की प्रधान महानिदेशक सुश्री ईरा जोशी, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में अपर सचिव श्री अतुल कुमार तिवारी, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की विभिन्‍न मीडिया इकाइयों के वरिष्‍ठ अधिकारी, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सेवा निवृत्‍त मीडिया प्रमुखों और पत्रकारों ने भाग लिया।


 



प्रधानमंत्री ने अपना ट्वीटर हैंडल महिलाओं के सुपुर्द किया

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि विशिष्ट उपलब्धियां हासिल करने वाली महिलाएं (वीमन अचीवर्स) अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर अपने जीवन की यात्रा उनके सोशल मीडिया अकाउंट्स के माध्यम से सुनाएंगी। देश भर की महिलाएं प्रधानमंत्री के ट्वीटर हैंडल पर अपने जीवन की कहानियां साझा कर रही हैं। जीवन के हर तबके की महिलाओं द्वारा साझा की जा रही कहानियां अनुकरणीय और प्रेरणादायी हैं।  

राष्ट्रपति ने नारी शक्ति पुरस्कार प्रदान किये

राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविंद ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आज (8 मार्च, 2020) राष्ट्रपति भवन के सांस्कृतिक केंद्र (आरबीसीसी) में आयोजित एक समारोह में नारी शक्ति पुरस्कार प्रदान किये। (नारी शक्ति पुरस्कार के पुरस्कृतों का संक्षिप्त विवरण संलग्न है)


     महिला और बाल विकास मंत्रालय द्वारा गठित नारी शक्ति पुरस्कार राष्ट्रीय पुरस्कार हैं, जिन्हें प्रत्येक वर्ष 8 मार्च को महिला सशक्तिकरण की दिशा में असाधारण योगदान और विशिष्ट कार्य को मान्यता देने के लिए प्रदान किया जाता है। इसके साथ-साथ यह उन महिला शक्ति को सम्मान और पहचान देने का भी प्रतीक है जिन्होंने महिला सशक्तिकरण की दिशा में विशिष्ट भूमिका निभाई है। 


     पुरस्कार समारोह से पूर्व, आरबीसीसी में दर्शकों के लिए 'स्वच्छ भारत- भारत की स्वच्छता कहानी' पर एक विशेष प्रस्तुति का भी आयोजन किया गया। यह लघु फिल्म स्वच्छ भारत मिशन के तहत ग्रामीण भारत में हुए व्यापक व्यवहार परिवर्तन और 55 करोड़ से अधिक लोगों को खुले में शौच की पुरानी प्रथा से दूर करने में महिलाओं की अहम भूमिका को दिखाती है।