Sunday, January 12, 2020

पुलिस अधीक्षक शिवपुरी द्वारा किया गया यातायात सप्ताह का शुभारंभ ।




शिवपुरी - पुलिस अधीक्षक शिवपुरी श्री राजेश सिंह चंदेल द्वारा यातायात नियमों के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से 31 वां यातायात सड़क सुरक्षा सप्ताह  दिनांक 11/01/20 से 17/01/20 तक मनाया जा रहा है  आज दिनांक 11/01/20 को सड़क सुरक्षा सप्ताह के पहले दिन एक रैली निकाली गई इसका उद्देश्य लोगों को यातायत नियमो के प्रति जागरुक करना है इस रैली को पुलिस अधीक्षक शिवपुरी व्दारा हरी झंडी दिखाकर अस्पताल चौराहे से रबाना किया गया । यह रेली अस्पताल चौक, सब्जी मंडी, गांधी चौक, होते हुये माधव चौक पर पहुंची। रेली के दौरान मार्ग पर जो लोग यातायत नियमों का पालन करते हुये मिले उन्हें पुलिस अधीक्षक व्दारा गुलाब का फूल दिये गये । रेली के समापन के समय माधव चौक पर पुलिस अधीक्षक शिवपुरी व्दारा एक जरुरतमंद व्यक्ति को सॉल भेंट की गई ।

सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान प्रतिदिन भिन्न भिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से आमजन को यातायात नियमों के प्रति जागरुक किया जावेगा ।

 

इस मौके पर पुलिस अधीक्षक शिवपुरी श्री राजेश सिंह चंदेल, अति. पुलिस अधीक्षक शिवपुरी श्री गजेन्द्र सिंह कंवर, एसडीएम शिवपुरी श्री अतेन्द्र सिंह गुर्जर, उप पुलिस अधी. शिवपुरी श्री शिवसिंह भदौरिया, डी एस पी प्रियंका पाण्डे, सीएमएचओ श्री ए एल शर्मा, टीआई कोतबाली बादाम सिंहयादव, सूबेदार रणबीर सिंह यादव, सूबेदार नीतू अवस्थी, सूबेदार भानूप्रदाप एवं पुलिस वार्डन के कैडेट उपस्थित रहे।


 

 






उपराष्ट्रपति का भारत को शत-प्रतिशत साक्षर बनाने का आह्वान

 


उपराष्ट्रपति श्री एम. वेंकैया नायडू ने भारत को निकट भविष्य में शत-प्रतिशत साक्षर बनाने के लिए समस्त हितधारकों से सामूहिक प्रयास करने का आह्वान किया।


तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली में आज नेशनल कॉलेज के शताब्दी समारोह का उद्घाटन करते हुए श्री नायडू ने इस बात पर हताशा व्यक्त की कि आजादी के 70 साल बाद भी भारत में अभी तक 18-20 प्रतिशत आबादी निरक्षर है।


साक्षरता को सशक्तिकरण की दिशा में कदम बताते हुए उन्होंने साक्षरता अभियानों विशेषकर प्रौढ़ साक्षरता को प्रभावित करने वाले अभियानों की गति में तेजी लाने का आह्वान किया।


उन्होंने शिक्षा से जुड़ी विश्व की शीर्ष 300 संस्थाओं की सूची में भारत के एक भी प्रमुख विश्वविद्यालय का नाम न होने पर चिन्ता प्रकट की। उप राष्ट्रपति ने कहा कि भारत में आईआईएससी, आईआईटी, आईआईएम जैसे प्रमुख संस्थान होने के बावजूद “टाइम्स हायर एज्युकेशन वर्ल्ड युनिवर्सिटी रैंकिंग्स 2020” की 500 विश्वविद्यालयों की सूची में भारत के केवल 56 प्रमुख संस्थानों को ही शामिल किया गया है।


भारत के एक समय में विश्व गुरू और दुनिया की शिक्षा राजधानी के रूप में विख्यात होने का उल्लेख करते हुए उन्होंने विश्वविद्यालयों और अन्य संस्थाओं से अतीत का गौरव बहाल करने का अनुरोध किया ताकि भारत एक बार फिर से शिक्षा के क्षेत्र में प्रमुख स्थान प्राप्त कर सके।


उपराष्ट्रपति ने शिक्षा को सामाजिक विकास और सब के लिए समान अवसर प्रस्तुत कर त्वरित गति से विकास करने की कुंजी करार देते हुए शिक्षा के क्षेत्र में वर्तमान में हो रहे जीडीपी के 4.6 प्रतिशत निवेश से बढ़ाकर जीडीपी का 6 प्रतिशत निवेश किए जाने का आह्वान किया, जैसा की नीति आयोग द्वारा अधिदेशित किया गया है।


उन्होंने बड़े कारोबारी घरानों से आगे आने और देशभर के शिक्षा संस्थानों को सशक्त बनाने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि भारत की शिक्षा का भविष्य सार्वजनिक-निजी भागीदारियों के प्रभावी और कुशल मॉडलों पर निर्भर करता है।


उन्होंने नवाचार, उद्यमिता, अनुसंधान और कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए रट कर याद करने के स्थान पर संकल्पनात्मक और अनुप्रयोगोन्मुख शिक्षण पर बल दिया जाना चाहिए ताकि भारत के जनसांख्यिकीय लाभांश का उपयोग किया जा सके और भारत को विनिर्माण केन्द्र तथा विश्व की मानव संसाधन राजधानी बनाया जा सके।


श्री नायडू ने सांस्कृतिक, सामाजिक और नैतिक मूल्यों को छात्रों के मन में बैठाने के लिए शैक्षणिक संस्थाओं से संपूर्ण, मूल्य आधारित शिक्षा प्रदान करने का अनुरोध किया। उप राष्ट्रपति ने कहा कि नई शिक्षा नीति में देश का समृद्ध इतिहास और महान नर-नारियों की जीवन गाथाएं समाहित की जानी चाहिए।


मातृ भाषा को संरक्षण प्रदान करने और प्रोत्साहन दिए जाने के महत्व पर बल देते हुए श्री नायडू ने कहा कि किसी भी भाषा को थोपा नहीं जाना चाहिए और न ही उसका विरोध किया जाना चाहिए।


स्वस्थ युवा आबादी को राष्ट्र की प्रगति के लिए महत्वपूर्ण बताते हुए उप राष्ट्रपति ने युवाओं को जंक फूड से परहेज करने और नियमित शारीरिक गतिविधियों के साथ फिटनेस बनाए रखने की सलाह दी।


उप राष्ट्रपति ने जनता से पर्यावरण के संरक्षण का आह्वान करते हुए कहा कि प्रत्येक व्यक्ति का यह पावन कर्तव्य है कि वह पर्यावरण के उपहार भावी पीढ़ियों को हस्तांतरित करें। उन्होंने चेतावनी दी, “यदि हमने फौरन सुधार के कदम न उठाए, तो इन नुकसानों की भरपाई कभी संभव नहीं हो सकेगी।”


उपराष्ट्रपति ने नेशनल कॉलेज की शताब्दी के अवसर पर डाक विभाग की ओर से शुरू किया गया एक स्मारक डाक टिकट भी जारी किया।


इस अवसर पर तमिलनाडु के पर्यटन मंत्री थिरुवेलमंडी एन. नटराजन,  नेशनल कॉलेज के अध्यक्ष डॉ. वी. कृष्णमूर्ति, नेशनल कॉलेज के सचिव श्री के. रघुनाथन, नेशनल कॉलेज के  निदेशक डॉ. के. अनबरसू, नेशनल कॉलेज की कार्यकारी समिति के सदस्य श्री एन.एल. राजा, नेशनल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. आर. सुंदररामन और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।



सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम 2019-20 (सीरिज VIII) – निर्गम मूल्य

 


दिनांक 30 सितंबर 2019 की भारत सरकार अधिसूचना संख्या फा. सं. 4(7) – बी (डब्ल्यू एवं एम) के अनुरूप सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (2019-20) (सीरिज VIII) 13-17 जनवरी, 2020 की अवधि के लिए खोल दिए जाएंगे। अभिदान अवधि के दौरान बॉन्ड का निर्गम मूल्य निपटान तिथि 21 जनवरी, 2020 के साथ 4,016 रुपये (चार हजार सोलह रुपये मात्र) – प्रति ग्राम होगा, जैसा कि भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा दिनांक 10 जनवरी, 2020 की उनकी प्रेस विज्ञप्ति में प्रकाशित भी किया गया है।


भारत सरकार ने भारतीय रिजर्व बैंक के परामर्श से, उन निवेशकों को, जिन्होंने ऑन लाइन आवेदन किया है और भुगतान डिजीटल मोड में किया जाता है, निर्गम मूल्य से 50 रुपये (पचास रुपये मात्र) प्रति ग्राम की छूट देने का फैसला किया है। ऐसे निवेशकों के लिए गोल्ड बॉन्ड का निर्गम मूल्य 3, 966 रुपये (तीन हजार नौ सौ छयासठ मात्र) प्रति ग्राम होगा।



प्रधानमंत्री ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों से टेलीफोन पर बातचीत की

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने नववर्ष के अवसर पर आज फ्रांस के राष्ट्रपति श्री इमैनुअल मैक्रों के साथ टेलीफोन पर बातचीत की।


प्रधानमंत्री ने भारत की जनता और अपनी तरफ से राष्ट्रपति श्री मैक्रों को नववर्ष की बधाई और शुभकामनाएं दीं।


प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति श्री मैक्रों के साथ बियारित्ज और चैंटली में हुई अपनी पिछली बैठकों को याद किया। उन्होंने भारत और फ्रांस के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत बनाने की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने दोनों देशों के बीच बहुआयामी संबंधों में हो रही निरंतर प्रगति पर संतोष व्यक्त किया।


दोनों नेताओं ने आपसी संबंधों के साथ-साथ क्षेत्रीय और वैश्विक स्थितियों में आपसी हितों से जुड़े विभिन्न मसलों पर भी विचार-विमर्श किया।


उन्होंने दोनों देशों के बीच रक्षा, असैन्य परमाणु ऊर्जा और सामुद्रिक सुरक्षा से जुड़े क्षेत्रों सहित बहुमुखी रणनीतिक सहयोग को और ज्यादा व्यापक बनाने के लिए एक दूसरे के साथ संपर्क बनाए रखने पर सहमति प्रकट की।