Sunday, January 12, 2020

वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आर.के.एस. भदौरिया ने एनसीसी गणतंत्र दिवस शिविर का दौरा किया

 


वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आर.के.एस. भदौरिया ने आज दिल्ली कैंट में राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) गणतंत्र दिवस शिविर 2020 का दौरा किया। वायु सेना प्रमुख ने सेना, नौसेना और वायु सेना से एनसीसी कैडेटों द्वारा प्रस्तुत इस सलामी गारद का निरीक्षण किया। इसके बाद कैडेट्स द्वारा एक बैंड डिस्प्ले किया गया।


वायु सेनाध्यक्ष ने विभिन्न सामाजिक जागरूकता विषयों को दर्शाते हुए सभी 17 एनसीसी निदेशालयों के कैडेटों द्वारा तैयार किए गए 'फ्लैग एरिया' का भी निरीक्षण किया। उन्हें कैडेटों द्वारा संबंधित मॉडलों पर संक्षिप्त जानकारी दी गई। 


एयर चीफ मार्शल आर.के.एस. भदौरिया ने एनसीसी के एक गौरवशाली कार्यक्रम 'हॉल ऑफ फेम', का दौरा किया जिसमें एनसीसी के तीनों विंगों के पूर्व छात्रों की तस्वीरों, मॉडलों, प्रेरक प्रसंगों और अन्य सुंदर दृश्यों से समृद्ध अभिलेखीय संग्रह का प्रदर्शन किया था। बाद में वायु सेनाध्यक्ष और अन्य विशिष्ट अतिथियों ने कैडेटों द्वारा प्रस्तुत एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी अवलोकन किया।


एयर चीफ मार्शल आर.के.एस. भदौरिया ने अपने संबोधन में राष्ट्र के युवाओं को आकार देने में एनसीसी द्वारा निभाई गई भूमिका की सराहना की, जिससे कि उन्हें एक मजबूत भारत के निर्माण की जिम्मेदारियों को निभाने में सक्षम बनाया जा सके। उन्होंने एनसीसी को अपनी एयर विंग गतिविधियों के संचालन में भारतीय वायु सेना के निरंतर समर्थन का आश्वासन दिया।



हमारी शिक्षा प्रणाली को भारत के सांस्कृतिक मूल्यों, इतिहास और विरासत को परिलक्षित करना चाहिए: उपराष्ट्रपति

उपराष्ट्रपति श्री एम. वेंकैया नायडू ने आज कहा कि किसी भी ऐतिहासिक तथ्य को विकृत किए बिना शिक्षा प्रणाली का भारतीयकरण करने की आवश्यकता है।


श्री नायडू ने तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली स्थित श्रीमद अंदावन कला एवं विज्ञान महाविद्यालय के 21 वें स्नातक समारोह को संबोधित करते हुए कहा बड़ों, गुरु, प्रकृति और सभी धर्मों का सम्मान करना भारतीय संस्कृति का हिस्सा था। उन्होंने कहा कि भारतीय परिवार प्रणाली सबसे मजबूत और अनोखी प्रणाली थी क्योंकि यह बच्चों और युवाओं को सहिष्णु और सामाजिक रूप से चैतन्य व्यक्ति बनाती है।


उन्होंने कहा कि हमारी शिक्षा प्रणाली को भारत के सांस्कृतिक मूल्यों, इतिहास और विरासत को परिलक्षित करना चाहिए।


वीरपांडियन कट्टाबोमन, तिरुप्पुर कुमारन, बसवेश्वरा और अल्लूरी सीतारामाराजू जैसे महान स्वतंत्रता सेनानियों की वीरता और बलिदान की प्रेरक कहानियों को पाठ्य पुस्तकों में शामिल किया जाना चाहिए।


उन्होंने छात्रों से अपने कौशल को उन्नत करके और अपने ज्ञान को बढ़ाकर 21 वीं सदी की चुनौतियों का प्रभावी ढंग से सामना करने का आग्रह करते हुए, कहा कि छात्रों को वैश्विक रूप से प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए शिक्षा प्रणाली के पुनर्विन्यास का समय आ गया है।


उपराष्ट्रपति ने कौशल भारत, मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया और स्टार्टअप इंडिया जैसी योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि इन कार्यक्रमों ने युवाओं को अपनी प्रतिभा और उद्यमशीलता कौशल दिखाने के लिए अपार अवसर प्रदान किए।


उन्होंने कहा, "जैसा कि हमारा देश 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के लिए आगे बढ़ रहा है, हमारे ऊर्जावान, नवोन्मेषी और उद्यमशील युवाओं को उस लक्ष्य को प्राप्त करने के प्रमुख भूमिका निभानी होगी।"


उपराष्ट्रपति ने ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और अन्य क्षेत्रों को मजबूत बनाने के लिए निजी क्षेत्र से सरकार के साथ हाथ मिलाने का आग्रह किया।


श्री नायडू ने बचपन से ही छात्रों के बीच संकल्प और सेवा की भावना प्रदान करने की आवश्यकता पर जोर देते हुए, कहा कि प्रत्येक छात्र को सामाजिक रूप से जिम्मेदार बनना चाहिए और साझा करने और देखभाल के भारत के पुराने दर्शन के साथ सामुदायिक सेवाओं में भाग लेना चाहिए।


उन्होंने छात्रों को एनएसएस और एनसीसी जैसी गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करने का सुझाव दिया क्योंकि यह टीम की भावना और भाईचारे को बढ़ावा देगा।


श्री नायडू ने बदलती जीवनशैली और आहार संबंधी आदतों के कारण गैर-संचारी रोगों (एनसीडी) की बढ़ती घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए युवाओं को जंक फूड से बचने की सलाह दी। उन्होंने यह भी इच्छा जताई की युवा नियमित शारीरिक गतिविधियों में भाग लेकर स्वस्थ बने रहें।


इससे पहले, श्रीमद अंदावन कॉलेज के रास्ते में, कावेरी नदी की भव्यता देखने के लिए उपराष्ट्रपति अपनी कार से उतरे। उन्होंने सभी नदियों की रक्षा और कायाकल्प के लिए सामूहिक प्रयासों का आह्वान किया क्योंकि नदियां मानव सभ्यता की जीवन रेखा हैं।


इस अवसर पर तमिलनाडु सरकार के पर्यटन मंत्री थिरु वेललामंडी नटराजन, अंदावन आश्रम की राष्ट्रीय कार्यकारी समिति के अध्यक्ष श्री आर. राजगोपाल, सचिव और कोरेसपोन्डेंट श्री सी.ए. अम्मांजी वी. बालाजी, एसआरपीवीटी के अध्यक्ष श्री एन. गोपालस्वामी, न्यासी बोर्ड के निदेशक, प्राचार्य, कर्मचारी और श्रीमद अंदावन कला और विज्ञान महाविद्यालय के छात्र उपस्थित थे।


भारतीय आर्थिक सेवा / भारतीय सांख्यिकीय सेवा परीक्षा, 2019

 संघ लोक सेवा आयोग द्वारा 28 से 30 जून, 2019 तक आयोजित भारतीय आर्थिक सेवा / भारतीय सांख्यिकी सेवा परीक्षा, 2019 की लिखित परीक्षा के परिणामों के आधार पर, दिसंबर, 2019 और जनवरी, 2020 में व्यक्तित्व परीक्षण के लिए साक्षात्कार सूची, योग्यता के क्रम में, भारतीय आर्थिक सेवा और भारतीय सांख्यिकी सेवा में पदों पर नियुक्ति के लिए अनुशंसित उम्मीदवारों को संलग्न किया गया है।


सरकार द्वारा भरे जाने वाले पदों के लिए रिक्तियों की संख्या निम्नानुसार है: -

































सेवा



जनरल



ईडब्ल्यूएस



ओबीसी



एससी



एसटी



कुल



भारतीय आर्थिक सेवा



14



03



08



05



02



32


 


 (01 पीडब्ल्यूबीडी—1सहित)



भारतीय सांख्यिकी सेवा



14



03



09



05



02



33


01 पीडब्ल्यूबीडी—1, 01 पीडब्ल्यूबीडी-3, 01 पीडब्ल्यूबीडी-4 एवं 5 सहित)



 


 


 


     


 


भारतीय आर्थिक सेवा और भारतीय सांख्यिकी सेवा में पदों पर नियुक्ति के लिए अनुशंसित उम्मीदवारों की संख्या इस प्रकार है:

































सेवा



जनरल



ईडब्ल्यूएस



ओबीसी



एससी



एसटी



कुल



भारतीय आर्थिक सेवा



14


(01 पीडब्ल्यूबीडी—1सहित)



03



08



05



02



32


(01 पीडब्ल्यूबीडी—1सहित)



भारतीय सांख्यिकी सेवा



10


01 पीडब्ल्यूबीडी-3 सहित)



05



10


(01 पीडब्ल्यूबीडी-1 सहित)



05



02



32


[01 पीडब्ल्यूबीडी—1 एवं 01 पीडब्ल्यूबीडी-3 सहित)



 


नियुक्ति वर्तमान नियमों और उपलब्ध रिक्तियों की संख्या के अनुसार सख्ती से की जाएगी।


अनुशंसित उम्मीदवारों के निम्नलिखित रोल नंबर के परिणाम अनंतिम हैं:


भारतीय आर्थिक सेवा (संख्या 06 )




















0470285



0870008



0870471



0870579



0870998



0871425



 



 



 



 



 


भारतीय सांख्यिकी सेवा (संख्या 11)



























0880344



0880973



0881551



0881725



0881762



0882260



1080073



1080493



1180510



2680088



2680798



 



 



 



 



 


उन उम्मीदवारों, जिनका परिणाम अनंतिम रखा गया है, को नियुक्ति का प्रस्ताव तब तक जारी नहीं किया जाएगा, जब तक आयोग ऐसे उम्मीदवारों से प्रतीक्षित किए गए मूल दस्तावेजों की पुष्टि नहीं करता है और इन उम्मीदवारों की अनंतिम स्थिति को स्पष्ट नहीं करता है। इन उम्मीदवारों की अनंतिम स्थिति अंतिम परिणाम घोषित होने की तिथि से केवल तीन महीने की अवधि के लिए वैध रहेगी। यदि उम्मीदवार इस अवधि के भीतर आयोग द्वारा आवश्यक दस्तावेजों को प्रस्तुत करने में विफल रहता है, तो उनकी उम्मीदवारी रद्द कर दी जाएगी और इस संबंध में आगे कोई पत्राचार नहीं किया जाएगा।


यूपीएससी के परिसर में परीक्षा हॉल के पास एक 'सुविधा काउंटर' है। उम्मीदवार अपनी परीक्षा / भर्ती के संबंध में कोई भी जानकारी / स्पष्टीकरण कार्यदिवस में 10.00 बजे के बीच 17.00 बजे तक व्यक्ति या टेलीफोन नंबर 011-23385271 / 23381125. पर प्राप्त कर सकते हैं। परिणाम यूपीएससी की वेब साइट www.upsc.gov.in पर भी उपलब्ध होंगे। उम्मीदवारों के अंक पत्र परिणाम के प्रकाशन की तिथि से पंद्रह दिनों के भीतर वेबसाइट पर उपलब्ध करा दिए जाएंगे।


इसके परिणाम के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें।


Results – IES


Results – ISS



सरकार के पास छुपाने को कुछ नहीं: डॉ. जितेन्द्र सिंह

केंद्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्य मंत्री, डॉ जितेंद्र सिंह ने आज यहां नागरिक शिकायत निवारण पर फेसबुक लाइव सेशन में भाग लेते हुए कहा, “सरकार के पास छुपाने को कुछ नहीं है।” उन्होंने कहा, “फेसबुक पर माई गोव लाइव प्लेटफार्म की शुरूआत के साथ प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के न्यूनतम सरकार, अधिकतम शासन मिशन की दिशा में ई-गवर्नेंस साधनों के विकास के जरिए महान प्रगति हासिल की गई है। सरकार का लक्ष्य अंतिम कतार में खड़े अंतिम व्यक्ति तक पहुंचना है। इससे अधिकतम पहुंच प्राप्त करने, शासन में पारदर्शिता लाने और नागरिकों के साथ सीधे संवाद करने में मदद मिलेगी।”


फेसबुक लाइव सेशन में भाग लेने वाले पहले भारतीय मंत्री बने डॉ. जितेन्द्र सिंह


एक घंटे के कार्यक्रम के दौरान प्रश्नों के ऑनलाइन उत्तर देते हुए डॉ. जितेन्द्र सिंह ने भरोसा दिलाया कि केन्द्रीकृत सार्वजनिक शिकायत निवारण एवं निरीक्षण प्रणाली (सीपीजीआरएएमएस) पोर्टल में भारतीय भाषाओं में शिकायत दर्ज कराने में नागरिकों की सहायता करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं और इस प्रक्रिया में तेजी लायी जाएगी। उन्होंने कहा, “अनेक राज्यों ने पहले ही सीपीजीआरएएमएस मॉडल का अनुसरण कर लिया है और कुछ राज्यों में अपनी क्षेत्रीय भाषाओं में शिकायत दर्ज कराने के प्रावधान हैं।”


डॉ. सिंह ने कहा कि हाल ही में बनाए गए संघशासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में संघ शासित प्रदेश शिकायत निवारण प्रकोष्ठ ‘आवाज-ए आम’ के आरम्भ के साथ लम्बी छलांग लगाई गई है और इसे जल्द ही सीपीजीआरएएमएस पोर्टल के साथ जोड़ दिया जाएगा।


लाइव प्रोग्राम के दौरान 8,000 से अधिक दर्शकों के साथ बातचीत करते हुए, डॉ जितेन्द्र सिंह ने नागरिकों को प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत (डीएआरपीजी) विभाग द्वारा संचालित नागरिक शिकायत निवारण के लिए डेटा-चालित नवाचार पर प्रथम ऑनलाइन हैकथॉन में अपनी प्रविष्टियां प्रस्तुत करने की अपील की। पिछले साल 5 नवंबर को एक डीएआरपीजी कार्यशाला में हैकथॉन को लाइव किया गया था और इसमें 1,329 पंजीकृत टीमों द्वारा 53 से अधिक प्रस्ताव प्रस्तुत किए गए। लोगों की मांग पर हैकाथॉन की अवधि दो दिन तक बढ़ाई गई। डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा, "प्रतिक्रिया अद्भुत रही है और मैंने जेनएक्स से अपील की है कि वह सार्वजनिक शिकायत तंत्र में सुधार लाने के लिए नवाचारी ऐप्स को डिजाइन करने के लिए कृत्रिम आसूचना के संबंध में अपने विचारों को सामने लाए।"


सत्र में भाग लेते हुए डीएआरपीजी सचिव  डॉ. छत्रपति शिवाजी ने कहा कि विभाग का प्रयास प्रभावी और कुशल समाधानों के माध्यम से लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने है। उन्होंने कहा, “पथप्रदर्शक नवाचारों से सरकार को आपके द्वार तक आने में मदद मिलेगी; आपको अपनी शिकायतों के निवारण के लिए एक जगह से दूसरी जगह दौड़-धूप करने की आवश्यकता नहीं होगी। ”



डीएआरपीजी के अपर सचिव श्री वी. श्रीनिवास ने कहा कि हैकथॉन के दौरान 13 पुरस्कारों की पेशकश की गई। उन्होंने कहा, "तीन सर्वश्रेष्ठ प्रविष्टियों को 1 लाख रुपए का प्रथम पुरस्कार 50,000 रुपए का द्वितीय पुरस्कार और 25,000 रुपए का तृतीय पुरस्कार दिया जाएगा। इसके अलावा 10,000 रुपए के दस सांत्वना पुरस्कार तथा जांच समिति की ओर से जूरी स्टेज पर पहुंचने वाले सभी प्रतिभागियों को योग्यता प्रमाण-पत्र भी दिए जाएंगे। ये पुरस्कार 7-8 फरवरी, 2020 को मुम्बई में आयोजित होने वाले ई-गवर्नेंस के 23वें राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान मंत्री महोदय द्वारा प्रदान किए जाएंगे।"


माई गोव इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री अभिषेक सिंह ने कहा कि यह सार्वजनिक शिकायतों पर प्रथम हैकथॉन है और इसने नागरिकों के साथ परस्पर संवाद का अवसर प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा, माई गोव पोर्टल के पास एक करोड़ से अधिक उपयोगकर्ताओं का आधार है।


डॉ. जितेन्द्र सिंह के साथ फेसबुक लाइव सत्र में उप महानिदेशक, राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआईसी) श्रीमती अलका मिश्रा ने भी भाग लिया।