Saturday, January 11, 2020

भारतीय विमानन क्षेत्र संभावनाओं से भरा है:नागरिक उड्डयन के क्षेत्र में सभी हितधारकों के लिए बेहतरीन अवसर: हरदीप सिंह पुरी **

भारत, दुनिया में नागरिक उड्डयन का तीसरा सबसे बड़ा घरेलू बाजार है जिसमें तेज वृद्धि दिख रही और यह लंबी उड़ान के लिए तैयार है। देश में जिस तरह से विमान बेड़ों का विस्‍तार हो रहा है उससे आशा है कि देश में जल्‍दी ही लगभग 2000 वाणिज्यिक विमान आकाश में होंगे। नागर विमानन राज्‍य मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी ने कल नयी दिल्‍ली में विंग्‍स इंडिया 2020 के पूर्वावलोकन कार्यक्रम में कहा कि उनका मंत्रालय हवाई अड्डों की अवसंरचना विकास पर 25 हजार करोड़ रूपए खर्च करते हुए भारतीय विमान पत्‍तन प्राधिकरण के साथ मिलकर देश में हवाई अड्डों की संख्‍या दोगुना करेगा। श्री पुरी ने कहा कि उनके मंत्रालय ने हमने निजिकरण की भी एक योजना बनाई है।

विंग्‍स इंडिया 2020 भारतीय उड्डयन का एक फ्लैगशिप कार्यक्रम है जो 12 से 15 मार्च के बीच हैदराबाद के बेगमपेट हवाई अड्डे पर आयोजित किया जाएगा। पूर्वावलोकन कार्यक्रम में तेलंगाना राज्‍य के आईटी और इलेक्‍ट्रानिक्‍स मंत्री श्री केटी राव और भारत में विभिन्‍न देशों के दूतावास प्रमुख और नागर विमानन मंत्रालय के कई वरिष्‍ठ अधिकारी भी मौजूद थे।


विंग्स इंडिया 2020” के लिए कर्टन रेज़र वीडियो लॉन्च करते हुए श्री पुरी ने कहा, “विंग्स इंडिया 2020 नए अवसरों और चुनौतियों पर चर्चा करने के लिए विमानन बिरादरी के लिए एक मंच है जिसे सकारात्मक उपलब्धि के लिए लक्षित किया जा सकता है। विमानन क्षेत्र न केवल देश के भीतर बल्कि विदेशों में भी सफलता के कई अवसर प्रदान करेगा।  निजीकरण नागरिक उड्डयन क्षेत्र को मजबूत करेगा और इसके व्यापक विस्तार में योगदान देगा। आने वाले वर्षों में दिल्ली और आगामी जेवर हवाईअड्डे संयुक्त रूप से दुनिया के किसी भी हवाई अड्डे से बड़े होंगे। उन्‍होंने कहा ‘हम इस साल के विंग्‍स इंडिया आयोजन को नागरिक उड्डयन क्षेत्र की चुनौतियों का सामना करने, ईंधन दक्षता, विश्वसनीय और सक्षम विमानन सेवा , भारत में एयरलाइनों के लिए नए मार्ग खोलने और इसे प्रतिस्पर्धी बाजार में लाभदायक बनाए रखने के अवसर के रूप में देखते हैं।


इस अवसर पर श्री राव ने कहा कि हमें इस बात की खुशी है कि हमें एशिया के सबसे बड़े नागर विमानन आयोजन का अवसर मिल रहा है। वह भी हैदराबाद जैसे शहर में जिसमें आने वाले वर्षों में नागर विमानन का हब बनने की बड़ी क्षमता है। उन्‍होंने कहा कि उन्‍हें पूरी उम्‍मीद है कि इस आयोजन से स्‍थानीय अर्थव्‍यवस्‍था को बड़ा लाभ होगा।


इससे पहले नागर विमानन मंत्रालय के सचिव प्रदीप सिंह खरोला ने गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत करते हुए कहा कि इस आयोजन का उद्देश्य विमानन क्षेत्र से जुड़े सभी लोगों और नियामकों को एक छत के नीचे लाना है। यह सभी नागरिक उड्डयन क्षेत्र के हितधारकों के लिए एक मंच है जिससे वे  अधिक से अधिक तालमेल हासिल कर सकें और  एक दूसरे की सर्वोत्तम प्रथाओं से सीख सकें।



23वां राष्‍ट्रीय युवा उत्‍सव 2020 का आयोजन 12 से 16 जनवरी को होगा

 


युवा मामलों और खेल मंत्रालय तथा उत्‍तर प्रदेश सरकार संयुक्‍त रूप से 23वें राष्‍ट्रीय युवा उत्‍सव 2020 का आयोजन कर रहे हैं। यह उत्‍सव 12 से 16 जनवरी, 2020 तक लखनऊ के इंदिरा प्रतिष्‍ठान में होगा। उत्‍तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍य नाथ और युवा मामलों एवं खेल राज्‍य मंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार) श्री किरेन रिजिजू 12 जरवरी को महान युवा हृदय सम्राट स्‍वामी विवेकानन्‍द की जयंती के अवसर पर करेंगे। उद्घाटन के बाद स्‍थानीय और प्रसिद्ध कलाकार सांस्‍कृतिक/संगीत प्रदर्शन करेंगे।


उत्‍सव का समापन समारोह 16 जनवरी को होगा और उस अवसर पर उत्‍तर प्रदेश के राज्‍यपाल श्रीमती आनन्‍दी बेन पटेल और श्री किरेन रिजिजू उपस्थित रहेंगे।


सरकार 1995 से राष्‍ट्रीय युवा उत्‍सव का आयोजन कर रही है। उत्‍सव का उद्देश्‍य देश के युवाओं को मंच प्रदान करना है, ताकि उन्‍हें विभिन्‍न गतिविधियों द्वारा अपनी प्रतिभा पेश करने का अवसर दिया जा सके। यह आयोजन प्रधानमंत्री की ‘एक भारत श्रेष्‍ठ भारत’ की प्रतिबद्धता और विजन के अनुरूप किया जा रहा है, ताकि देश की विविधतापूर्ण सामाजिक-सांस्‍कृतिक छवि पेश की जा सके।


23वें राष्‍ट्रीय युवा उत्‍सव 2020 की थीम ‘फिट यूथ फिट इंडिया’ है। यह ‘न्‍यू इंडिया के बारे में प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी द्वारा निर्धारित लक्ष्‍य को पूरा करने के अनुपालन में है। इस आयोजन का उद्देश्‍य युवाओं को संवाद और चर्चा के लिए प्रेरित करना है। उत्‍सव में देश के सभी राज्‍यों के लगभग 6000 लोग हिस्‍सा लेंगे, जिनमें एनवाईकेएस, एनएसएस के स्‍वयंसेवी तथा स्‍थानीय युवा शामिल हैं। इस दौरान ‘फिट यूथ फिट इंडिया’ को ध्‍यान में रखते हुए युवाओं को अपने जीवन में खेलों और अन्‍य शारीरिक गतिविधियों के लिए प्रेरित किया जाएगा।


13 से 16 जनवरी तक लोक नृत्‍य, एकल नाटक, हिन्‍दुस्‍तानी शास्‍त्रीय संगीत, कर्नाटक संगीत, व्‍याख्‍यान क्षमता, हारमोनियम, तबला, मृदंग, वीणा, बांसुरी, सितार, मणिपुरी, ओडिसी, कुचीपुड़ी, भारत नाट्यम और कथक नृत्‍य कलाओं का प्रदर्शन किया जाएगा। इसके अलावा युवा कलाकार शिविर, युवा कृति, खान-पान उत्‍सव, रोमांचकारी शिविर, सुविचार और युवा सम्‍मेलन जैसे कार्यक्रम भी आयोजित किए जायेंगे।


 



18 जनवरी और 2 फरवरी, 2020 के बीच ‘चेंज ऑफ गार्ड’ समारोह नहीं होगा

18, 19, 25 और 26 जनवरी, 2020 तथा 2 फरवरी, 2020 के दौरान गणतंत्र दिवस परेड/बीटिंग रिट्रीट समारोह 2020 की रिहर्सल और राष्‍ट्रपति भवन दिवस समारोहों के मद्देनजर राष्‍ट्रपति भवन प्रांगण में 18 जनवरी और 2 फरवरी, 2020 के बीच ‘चेंज ऑफ गार्ड’ समारोह नहीं होगा।

राज्यों/केन्द्रशासित प्रदेशों की सांख्यिकी प्रणाली को मजबूत करने के लिए आज नई दिल्ली में एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन

सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (एमओएसपीआई) ने राज्यों/केन्द्रशासित प्रदेशों की सांख्यिकी प्रणाली को मजबूत करने के लिए आज अशोक होटल, नई दिल्ली में एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया। भारत के मुख्य सांख्यिकीविद तथा मंत्रालय के सचिव श्री प्रवीण श्रीवास्तव ने अपने संबोधन में परिचर्चा की शुरुआत की। महानिदेशक (सर्वेक्षण) श्री विजय कुमार, महानिदेशक (आर्थिक सांख्यिकी) श्री पी. के. सान्याल, महानिदेशक (सामाजिक सांख्यिकी) श्री ए.के. संधू, राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय व मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों, राज्यों/केन्द्रशासित प्रदेशों के आर्थिक एवं साख्यिकीय निदेशालयों तथा विश्व बैंक के प्रतिनिधियों ने कार्यशाला में भाग लिया।


कार्यशाला में मंत्रालय के विभिन्न सुधार कार्यक्रमों पर प्रस्तुतियां दी गईं। राजस्थान, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और कर्नाटक जैसे राज्यों के आधिकारिक सांख्यिकी के अनुभवों के बारे में भी जानकारी दी गई। सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (एमओएसपीआई) के क्षमता विकास योजना की उप-योजना सांख्यिकी शक्तिकरण सहयोग की उपलब्धियों के बारे में भी जानकारी प्रस्तुत की गई। विश्व बैंक ने भी भारत में सांख्यिकी की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के राष्ट्रीय कार्यक्रम पर एक संक्षिप्त प्रस्तुति दी। यह परियोजना अभी प्रक्रिया में है। विश्व बैंक निवेश परियोजना वित्त पोषण (आईपीएफ) के तहत इस परियोजना को सहायता प्रदान करेगा। यह इस परियोजना का पहला चरण होगा। विकास नीति वित्तीय पोषण (डीपीएफ) के तहत विश्व बैंक सहायता के दूसरे चरण में राष्ट्रीय सांख्यिकी प्रणाली को बेहतर बनाया जाएगा और इसमें राज्यों/केन्द्रशासित प्रदेशों को मजबूत करने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।


राज्यों/केन्द्रशासित प्रदेशों को विभिन्न सत्रों के लिए चार समूहों में बांटा गया। इसका उद्देश्य था-मंत्रालय के विजन-2024 के अनुरूप एसएसएस उपयोजना के लिए सुझाव प्राप्त करना। कार्यशाला का उद्देश्य राज्यों/केन्द्रशासित प्रदेशों की सक्रिय भागीदारी से राष्ट्रीय सांख्यिकी प्रणाली को मजबूत करना था।