Friday, January 10, 2020

मिलन 2020 की मेजबानी के लिए विशाखापतनम में तैयारियां जोरों पर

 


फरवरी 2016 में इन्‍टरनेशनल फ्लीट रिव्‍यू (आईएफआर) की सफल मेजबानी के बाद,  मार्च 2020 में आयोजित होने वाले एक अन्‍य अंतर्राष्‍ट्रीय नौसेना कार्यक्रम ‘मिलन’ की मेजबानी के लिए विशाखापतनम में तैयारियां जोरों पर हैं। इस वृहद् आयोजन में लगभग दो महीने का समय बाकी है। पूर्वी नौसेना कमान (ईएनसी) के प्रमुख वाइस एडमिरल एस.एम. घोरमाड़े ने 7 जनवरी, 2020 को इसकी तैयारियों की समीक्षा की। समीक्षा बैठक में ग्रेटर विशाखापतनम नगर निगम (जीवीएमसी) के आयुक्‍त डॉ. जी. श्रीजन, महानगर पुलिस आयुक्‍त श्री राजीव कुमार मीणा, विशाखापतनम महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (वीएमआरडीए) के सचिव श्री ए. श्रीनिवास, विशाखापतनम पोर्ट ट्रस्‍ट (वीपीटी) के मुख्‍य यांत्रिक अभियंता श्री आर.एन. हरि कृष्‍ण, हिन्‍दुस्‍तान शिपयार्ड लिमिटेड (एचएसएल) हिन्‍दुस्‍तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल), इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल), इंग्रो पोलीमर एंड कैमिकल्‍स लिमिटेड (ईपीसीएल), कोरोमंडल फर्टिलाइजर्स लिमिटेड के प्रतिनिधियों तथा विशेष शाखा, कानून व्‍यवस्‍था एवं यातायात से जुड़े वरिष्‍ठ पुलिस अधिकारियों ने भागीदारी की। इससे नागरिक प्रशासकों एवं हितधारक संगठनों की गहरी रुचि का पता चला।


मिलन की गतिविधियों के बारे में उपस्थित लोगों को अवगत कराने के लिए एक विस्‍तृत प्रस्‍तुति की गई। वाइस एडमिरल एस.एन. घोरमाड़े ने बहुराष्‍ट्रीय नौसेना आयोजन में नगर प्रशासन, नगर निकायों, पुलिस विभाग तथा सार्वजनिक उपक्रमों के पूरे समर्थन और सहयोग का आश्‍वासन दिया, जैसा कि 2016 में आईएफआर के दौरान किया गया था। समीक्षा बैठक के बाद नौसेना के प्रमुख अधिकारियों और हितधारक संगठनों के उपस्थित प्रतिनिधियों ने विभिन्‍न स्‍थानों को जाकर देखा।


‘मिलन 2020’ नौसेना का एक बहुपक्षीय युद्धाभ्‍यास है। मित्र देशों की नौसेनाओं के बीच व्‍यावसायिक संपर्क बढ़ाना तथा समुद्री क्षेत्र में एक दूसरे की शक्तियों एवं श्रेष्‍ठ परम्‍पराओं से सीखना इसका लक्ष्‍य है। ‘मिलन 2020’ में भागीदारी के लिए आमंत्रित 41 देशों की नौसेनाओं में से 30 देशों की नौसेनाओं ने अपनी भागीदारी की पुष्टि की है।



ऑपरेशन संकल्‍प के बारे में प्रेस वक्‍तव्‍य

 


ओमान की खाड़ी में जून, 2019 में व्‍यापारिक जहाजों पर हमलों के बाद, खाड़ी क्षेत्र में सुरक्षा की स्थिति में गिरावट को ध्‍यान में रखते हुए, भारतीय नौसेना ने 19 जून, 2019 को खाड़ी क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा के लिए ऑपरेशन संकल्‍प नामक कार्रवाई शुरू की थी। इसका उद्देश्‍य ऑरमुज जलडमरूमध्‍य से होकर जाने वाले भारतीय जहाजों की सुरक्षा सुनिश्चित करना था।


अपनी उपस्थिति दर्ज करने के लिए, भारतीय व्‍यापारिक नाविकों को आश्‍वस्‍त करने के लिए, मौजूदा स्थिति की निगरानी के लिए तथा किसी आकस्मिक स्थिति का मुकाबला करने के लिए भारतीय नौसेना के युद्धक जहाज एवं विमान तैनात किए गए थे। फिलहाल ऑपरेशन संकल्‍प के लिए एक युद्धक जहाज तैनात है।


रक्षा मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, जहाजरानी मंत्रालय, पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय तथा जहाजरानी महानिदेशक सहित सभी हितधारकों के साथ निकट समन्‍वय कायम रखते हुए यह कार्रवाई प्रगति पर है। खाड़ी क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा की स्थिति की समीक्षा के लिए नियमित रूप से अंतर-मंत्रालीय बैठकें आयोजित की गई हैं।


भारतीय नौसेना खाड़ी क्षेत्र की स्थिति की लगातार निगरानी कर रही है और इस क्षेत्र में समुद्री व्‍यापार त‍था इससे होकर आने-जाने वाले भारतीय व्‍यापारिक जहाजों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपनी उपस्थिति कायम रख रही है। भारतीय नौसेना राष्‍ट्र के समुद्री हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।  



खेलो इंडिया युवा खेलों के तीसरे संस्करण के उद्घाटन समारोह की रंगारंग शुरुआत होगी

गुवाहाटी में 10 जनवरी से 22 जनवरी, 2020 तक होने वाले खेलो इंडिया युवा खेलों के तीसरे संस्करण की शुरुआत के लिए उल्टी गिनती शुरू हो गई है। उद्घाटन समारोह 10 जनवरी को इंदिरा गांधी स्टेडियम में होगा। रंगारंग कार्यक्रम में असम का गौरव हीमा दास सहित अनेक प्रतिभाशाली खिलाड़ियों के साथ असम के मुख्यमंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल और युवा कार्य और खेल राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री किरेन रीजीजू शामिल होंगे।


खेलो इंडिया युवा खेलों के तीसरे संस्करण के बारे में असम के मुख्यमंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि खेलो इंडिया युवा खेलो के तीसरे संस्करण की मेजबानी करते हुए हमें बेहद खुशी हो रही है। प्रतियोगिताओं ने भारत में खेल क्रांति शुरू कर दी है और हमें इस सच्चाई पर गौरव होना चाहिए कि टूर्नामेंट असम में हो रहे हैं। मैं सभी खिलाड़ियों को शुभकानाएं देता हूं। श्री किरेन रीजीजू ने कहा कि खेलो इंडिया युवा खेलों ने देश के युवा को निश्चित रूप से खेलों में भाग लेने के लिए प्रेरित किया है। उन्होंने कहा कि प्रतियोगिता के तीसरे संस्करण का पूर्वोत्तर के युवाओं पर काफी प्रभाव पड़ेगा, जो अंतर्राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताएं देख सकेंगे।


प्रतियोगिता के दौरान गुवाहाटी में 8 स्थानों पर नए संस्करणों – लॉन बॉल और साइक्लिंग सहित 37 (राज्यों और संघ शासित प्रदेशों) टीमों के करीब 6,800 खिलाड़ी 20 खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेंगे। खेलों में भाग लेने वालों की कुल संख्या 10,000 है, जिसमें खिलाड़ी, अधिकारी, स्वयंसेवी और सहयोगी कर्मचारी शामिल हैं।


उद्घाटन समारोह 10 जनवरी को होगा, जो एक विश्व स्तर का कार्यक्रम होगा। इसमें 400 से अधिक कास्ट मेंबर, 400 से अधिक तकनीकी और सहायक कर्मचारी पूरा माहौल जीवंत कर देंगे। नए प्रकार की रोशनी और प्रौद्योगिकी की मदद से आधुनिक शो होगा, जो उद्घाटन समारोह का मुख्य आकर्षण होगा। असम के प्राकृतिक सौंदर्य और सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने के लिए विशेष कार्यक्रम तैयार किया गया है। इस रंगारंग कार्यक्रम में असम की विशिष्ट संस्कृति देखने को मिलेगी। इस कार्यक्रम का एक महत्वपूर्ण पहलू सभी भारतीयों को अपनी दिनचर्या में फिटनेस को शामिल करने के लिए प्रोत्साहित करने संबंधी फिट इंडिया मूवमेंट भी है।


खेलो इंडिया युवा खेलों के तीसरे संस्करण में सरकार द्वारा पहली बार की गई अनेक पहलें देखने को मिलेंगी, जिनमें कोलकाता और दिल्ली से खिलाड़ियों को गुवाहाटी ले जाने के लिए समर्पित विमान और गो-ग्रीन कार्यक्रम शामिल है, जिसमें खेल स्थलों पर इलेक्ट्रिक कारें देखने को मिलेंगी। खेलो इंडिया छात्रवृत्ति के अलावा टूर्नामेंट के विजेताओं को असम सरकार ने नकद पुरस्कार भी देने की घोषणा की है। मेजबान राज्य ने इसके लिए पूरी तैयारी कर ली है और विश्वस्तर का बुनियादी ढांचा तैयार किया है।


विभिन्न राज्यों के खिलाड़ियों और अधिकारियों का सर्वश्रेष्ठ खेल अनुभव सुनिश्चित करने के लिए समर्पित आतिथ्य दल तैयार किए गए हैं, शहर में 100 से अधिक होटल बुक किए गए हैं और रेलवे स्टेशनों, बस अड्डों और हवाई अड्डों पर समर्पित स्वागत डेस्क स्थापित किए गए हैं।



प्रधानमंत्री ने 5 डीआरडीओ युवा वैज्ञानिक प्रयोगशालाओं को राष्ट्र को समर्पित किया

 


प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज बेंगलुरू में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की 5 युवा वैज्ञानिक प्रयोगशालाओं को राष्ट्र को समर्पित किया।


डीआरडीओ युवा वैज्ञानिक प्रयोगशालाएं 5 शहरों - बेंगलुरू, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता और हैदराबाद में स्थित हैं। प्रत्येक प्रयोगशाला में भावी रक्षा प्रणालियों के विकास के लिए उन्नत प्रौद्योगिकियों के आधार पर प्रयोग किए जाएंगे, जिनमें कृत्रिम बौद्धिकता, क्वांटम प्रौद्योगिकी, कॉग्निटिव प्रौद्योगिकी, एसिमेट्रिक प्रौद्योगिकी और स्मार्ट मेटेरियल शामिल हैं।


24 अगस्त, 2014 को आयोजित होने वाले डीआरडीओ पुरस्कार के अवसर पर प्रधानमंत्री ने इन प्रयोगशालाओं को शुरू करने की प्रेरणा दी थी। उस समय श्री नरेन्द्र मोदी ने डीआरडीओ से आग्रह किया था कि निर्णय लेने की शक्ति और चुनौतिपूर्ण अनुसंधान अवसरों के जरिए युवाओं को शक्तिसंपन्न बनाए।