कॉलेज खत्म होने के बाद, मेरे पापा मेरे लिए रिश्ता ढूंढ रहे थे, लेकिन मैं आगे पढ़ाई करना चाहती थी। जब मैंने घर में अपनी इच्छा जाहिर की, तो पापा ने साफ कह दिया—"शादी कर लो, शादी के बाद भी पढ़ सकती हो।" उनका मानना था कि सही उम्र निकल गई, तो अच्छा लड़का नहीं मिलेगा।
कुछ दिनों बाद मैंने अपनी भाभी से कहा कि मैं शादी से पहले अनीश से बात करना चाहती हूँ। जब उन्होंने भैया से यह बात रखी, तो उन्होंने तुरंत टोक दिया—"हमारी शादी से पहले भी बात नहीं हुई थी, फिर इसे क्या जल्दी है?" भाभी ने समझाया कि अब जमाना बदल गया है, शादी से पहले बातचीत बेहद जरूरी है।
पापा ने जब यह बात अनीश के परिवार से की, तो उनका व्यवहार अचानक बदल गया। उन्होंने गुस्से में कहा,
"हमारे यहाँ शादी से पहले लड़का-लड़की बात नहीं करते। अगर आपको ये गलत लगता है, तो रिश्ता यहीं खत्म कर सकते हैं!"
पापा डर गए कि रिश्ता टूटने से समाज में बदनामी होगी, और मैंने भी उनकी बात मान ली।
शादी के बाद जो हुआ, उसने मेरी दुनिया हिला दी…
शादी हो गई। सुहागरात पर सब कुछ सामान्य था, लेकिन अगली सुबह जो हुआ, उसने मुझे हिला कर रख दिया।
अनीश ने कहा,
"मेरा छोटा भाई भी तुम्हारे साथ संबंध बनाना चाहता है।"
मैं सन्न रह गई
। गुस्से में कहा, "आपको शर्म नहीं आती अपनी पत्नी के बारे में ऐसी बातें करते हुए?"

लेकिन जो जवाब मिला, वो और भी भयावह था…
"इसमें गलत क्या है? मैं भी अपनी भाभी के साथ संबंध बना चुका हूँ, और हमारे घर में यह आम बात है!"
मेरे पैरों तले ज़मीन खिसक गई। जब मैंने ससुराल के दूसरे लोगों से मदद मांगी, तो उनका भी वही जवाब था—"जैसा पति कहे, वही करो। हमारे घर की यही परंपरा है।"
अब मेरे सामने दो ही रास्ते थे—या तो इस नरक में जिऊं, या फिर वहां से भाग निकलूं।
कैसे बची इस नर्क से? 



मैंने अपने पापा को फोन किया और कहा, "अगर एक पल और यहाँ रही, तो मुझे अपनी जान देनी पड़ेगी।"
पापा घबरा गए। पहले तो समझाने लगे कि "शादी में एडजस्ट करने में समय लगता है", लेकिन मैंने अपनी भाभी को सब कुछ बता दिया।
मेरी भाभी मेरी सबसे बड़ी ताकत बनीं। उन्होंने मेरे भाई को समझाया कि ऐसे गंदे परिवार भी होते हैं।
जब मेरे ससुराल का फोन आया, तो मैंने साफ़ कहा—
"मैं वहाँ नहीं लौटूंगी, जहाँ पूरा परिवार एक ही औरत पर हक जताना चाहता हो!"
मेरे ससुर ने धमकी दी कि "अगर वापस नहीं आई, तो पुलिस में शिकायत कर देंगे!"
लेकिन मेरे भाई ने गुस्से में जवाब दिया—"अगर पुलिस तक जाना है, तो हम भी तैयार हैं!"
चार साल बाद…
आज इस घटना को चार साल हो चुके हैं।
मेरी ज़िंदगी बर्बाद होने की एक ही वजह थी—

अगर मैं पहले ही अनीश से बात कर पाती, तो शायद इस नरक में जाने से बच सकती थी।
समाज में आज भी यह सोच बनी हुई है कि अगर लड़की शादी से पहले लड़के से बात करना चाहे, तो उसे कैरेक्टरलेस समझा जाता है। लेकिन वही समाज तब चुप रहता है, जब शादी के बाद लड़की की जिंदगी नर्क बन जाती है।
सबक जो हर लड़की को जानना चाहिए 




अगर आपकी शादी की बात चल रही है, तो इस कहानी को एक सबक की तरह याद रखें। सही समय पर सही सवाल पूछने से आप अपनी जिंदगी बचा सकती हैं।
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