नई सामाजिक बीमारी
Saturday, January 28, 2023
रिसोर्ट मे शादियां !
Sunday, January 22, 2023
बागेश्वर धाम और धीरेंद्र शास्त्री
Sabhar
Friday, January 20, 2023
मैय्यत में मेन्यू कार्ड
मेरा कुछ दिन पहले एक बन्दे के घर जाना हुआ ,
जहाँ किसी की मैय्यत हुई थी ,
मै क्या देखता हूँ एक लड़का बहुत ज्यादा रो रहा है ,
मालूम करने पर ये पता चला कि जिनका इंतेकाल हुआ है वे इस लड़के के वालिदह थीं !
मैं हक्का बक्का एक तरफ खड़ा होकर सोचने लगा कि भरपूर जवानी के वक्त इतना बेरहम दुख इस नौजवान को आधा कर देगा ,
मुझे उसका रोना देखा ही नहीं जा रहा था , उसकी चीखें ऐसी लगती थी क्यामत ले आयेगी ,वह इकलौता बेटा था अपने मां बाप का , अचानक एक भाई साहब आगे आते हैं, वह उससे खाने का मेन्यू पूछते हैं ,
मै हैरान हो गया कि इस हालत में वह कैसे खाना खा सकता है ,उससे तो सही से बोला भी नहीं जा रहा है ,
बाद में पता चला कि वह उन लोगों के खाने की बात कर रहे थे जिन्हें इनके घर अफसोस करने आना था द्य
यह हो क्या रहा है यह चल क्या रहा है इनके घर शादी या सालगिरह का फंक्शन नहीं है बल्कि एक लड़के की जन्नत उसे छोड़कर चली गयी है,बजाये इस चीज के कि हम उस घर का हौसला बने उस घर के दुख में शरीक हों उल्टा वह लोग हमारी गंदी और कभी ना मिटने वाली भूक का इंतजाम करने में लगे हैं ,
मै सोचने लगा क्या हम इस कदर नीच और घटिया लोग है कि मैय्यत वाले के घर खाना पीना नहीं छोड़ते ,
और फिर जनाजे के बाद घिनावनग खेल शूरू हुआ एक ऐसा खेल जिसे देख के किसी गैरत मंद को मौत आ जाये लेकिन अफसोस ..३
वही लड़का जिसकी दुनिया लुट गयी बर्बाद हो गयी हां हां वही लड़का,रोती आंखो के साथ उन भूकी नंगी जिन्दा लाशों जिनके अक्लों पर मातम करना चाहिए उनको खाना दे रहा है ,क्या उन्को शर्म नहीं आती क्यों ये गैरत से मर नहीं जाते ,
फिर मेरे कानों ने सुना एक आदमी उस लड़के को आवाज देकर कहा कि भाई ये प्लेट में लेग पीस डालकर लाना ,
उफ्फफफफ मेरे खुदा ये कौन लोग हैं जिनके पेट नही भरते ,ऐसे लोग दुनिया में ही क्यों हैं ये मर क्यों नहीं जाते ,
शर्म नहीं आती उसी से लेग पीस मांगते जिसकी मां मर गयी है द्यद्य
बजाये इसके कि तुम्हारा हाथ उसके कंधो पर हो और हौसला दे रहा हो तुम्हारा हाथ लेग पीस को पड़ रहा है द्य
किसी दानी आदमी का कौल याद आ गया ,
सबसे गलीज तरीन खाना वह है जो हम मैय्यत वाले घर से खाते हैं !!
सायद हमें रहम या तरस नहीं आता ये देखकर भी कि लोग रोते हुये भी खाना बांट रहे हैं
मैने ऐसे लोग भी देखे हैं जो मैय्यत वाले घर से भी नाराज होकर चले जाते हैं कि हमे खाना नहीं दिया द्य
Thursday, January 19, 2023
साइकिल तीन चरणों में सीखी जाती थी
हमारे जमाने में साइकिल तीन चरणों में सीखी जाती थी ,
कंघी
एक युवा रोमन महिला की कंघी - उसे कब्र तक ले जाया गया।
Monday, January 16, 2023
मकर संक्रांति का महत्व
Saturday, January 14, 2023
कर्म भोग
Wednesday, January 11, 2023
महर्षि दयानन्द कौन थे?
* एक ऐसे ब्रह्मास्त्र थे जिन्हें कोई भी पोप, पादरी, मौलवी, अघोरी, ओझा, तान्त्रिक हरा नहीं पाया और न ही उन पर अपना कोई मंत्र, तंत्र या किसी भी प्रकार का कोई प्रभाव छोड़ पाया।
स्वदेशी "कपड़ा मिल"
एक जमाना था .. कानपुर की "कपड़ा मिल" विश्व प्रसिद्ध थीं कानपुर को "ईस्ट का मैन्चेस्टर" बोला जाता था।
अख़बार बेचने वाला
अख़बार बेचने वाला 10 वर्षीय बालक एक मकान का गेट बजा रहा है।
Tuesday, January 10, 2023
कौन सा पति खरीदूँ?
*कौन सा पति खरीदूँ...?*
Sunday, January 8, 2023
कदम्ब का वह वृक्ष जहां मां यशोदा को भगवान कृष्ण नें ब्रह्मांड के दर्शन कराये
Saturday, January 7, 2023
शास्त्रानुसार पूजा अर्चना में वर्जित क्रियाएं
१) गणेश जी को तुलसी न चढ़ाएं।
सर्दी के मौसम में खाएं ये 9 चीजे, जो आपको अंदर से गर्म रखेगी
ठंड के मौसम में सर्दी के असर से बचने के लिए लोग गर्म कपड़ों का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन शरीर को चाहे कितने ही गर्म कपड़ों से ढक लिया जाए ठंड से लड़ने के लिए बॉडी में अंदरूनी गर्मी होनी चाहिए। शरीर में यदि अंदर से खुद को मौसम के हिसाब से ढालने की क्षमता हो तो ठंड कम लगेगी और कई बीमारियां भी नहीं होंगी। यही कारण है कि ठंड में खानपान पर विशेष रूप से ध्यान देने को आयुर्वेद में बहुत महत्व दिया गया है। सर्दियों में यदि खानपान पर विशेष ध्यान दिया जाए तो शरीर संतुलित रहता है और सर्दी कम लगती है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ ऐसी ही चीजों के बारे में जानिए कुछ ऐसे ही खाने की चीजों के बारे में