हिम्मत और हौसला आज भारत की पहचान है
वैश्विक रूप से नए युग का नेतृत्व करने के लिए भारतीय युवा पूर्णता सक्षम हैं - एड किशन भावनानी
गोंदिया - भारत जिस तेजी के साथ आज हर क्षेत्र में आजादी के 75 में अमृत महोत्सव के उपलक्ष में अनेक नवाचार, नवोन्मेष, इनोवेशन, स्टार्टअप इंडिया, डिजिटल इंडिया, मेक इन इंडिया जैसे अनेक कार्यक्रमों के माध्यम से युवाओं में कामकाज का जांबाज़ी से ज़ज़बा, हिम्मत, हौसला कायम कर रहे हैं वह तारीफें काबिल है!!
साथियों बात अगर हम कुछ महीनों से भारत के हर मंत्रालय स्तरपर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के हस्ते नजर घुमाएं तो हम पाएंगे कि करीब-करीब हर दिन अपने वेबनार, कार्यक्रमों के द्वारा युवाओं को अपने-अपने क्षेत्रों में हिम्मत, हौसला अफ़जाई कर रहे हैं। युवाओं आगे आओ, और नए युग का नेतृत्व करो, उसके लिए भिन्न भिन्न क्षेत्रों में उपलब्ध मौकों को समझो और अपने जीवन में अपनाकर सफ़लता की ओर कदम बढ़ाओ!!
साथियों बात अगर हम हिम्मत और हौसले की करें तो कौशलता विकास करिक्रम, हुनर हाट, स्टार्टअप इंडिया, डिजिटल इंडिया के अनेक कार्यक्रम द्वारा युवाओं को आकर्षित कर उन्हें कर्तव्य पथ से आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है,जिसके लिए अनेक योजनाएं हर विभाग द्वारा बनाई गई है जिसमें युवाओं को रोज़गार के भी अनेक अवसर उपलब्ध कराने की कोशिश की जा रही है
साथियों बात अगर हम भारतीय युवाओं की करें तो आज भारतीय युवाओं की बौद्धिक क्षमता, कार्य क्षमता, युवाश्रम की गुणवत्ता का वैश्विक स्तर पर भारी सम्मान है!! आज अगर हम अनेक वैश्विक कंपनियों के सीईओ पर नज़र डालें तो वे हमें मूल भारतीय ही मिलेंगे। अमेरिका, ब्रिटिश जैसे बड़े विकसित देशों में हम स्वास्थ्य,अभियांत्रिकी, सॉफ्टवेयर क्षेत्र पर नजर डालें तो हमें अधिकतम भारतीय ही इंप्लायड दिखेंगे क्योंकि भारतीय मूल की बौद्धिक क्षमता, हिम्मत, हौसले, जांबाजी और ज़ज्बे का संपूर्ण वैश्विक स्तरपर एक रुतबा है।
मेरा मानना है कि वैश्विक स्तरपर जॉब रिक्वायरमेंट में भारतीय मूल के प्रतिस्पर्धीयों को ही प्राथमिकता में रखा जाता है क्योंकि उनके द्वारा बनाई गई विभिन्न नीतियां, रणनीतियों से सर्वोच्च आर्थिक क्षमता, अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण सकारात्मक वृद्धि का आंकलन किया जाता है। यहां तक कि,हमने हाल ही में आई दोबारा एक रिपोर्ट में देखे के भारतीय पीएम को 71 प्रतिशत के साथ वैश्विक लीडर की रैंकिंग में प्रथम क्रमांक दिया गया है जो भारत के लिए गौरवविंत और गर्व की बात है।
साथियों बात अगर आम भारतीय युवाओं के वैश्विक नेतृत्व की करे तो आज भारत में नीतियां, रणनीतियां, शिक्षा प्रणाली, कौशलता विकास सहित औद्योगिक समूहों में ऐसे गुण विकसित किए जा रहे हैैं, जिसके गुणों से भारतीय युवाओं में एक अनमोल, अद्भुत क्षमता विकसित हो रही है, जिसके आधार पर भारतीय युवा वैश्विक रूप से नए युग का नेतृत्व करने के लिए पूर्ण रूप से सक्षम होने की राह पर हैं। साथियों बात अगर हम दिनांक 24 जनवरी 2022 को एक कार्यक्रम में माननीय पीएम के संबोधन की करें तो पीआईबी के अनुसार उन्होंने कहा कि किसी भी क्षेत्र में नीतियां और पहलों के केंद्र में युवाओं को रखा जाता है। उन्होंने स्टार्टअप इंडिया, स्टैंड अप इंडिया, डिजिटल इंडिया, मेक इन इंडिया के साथ-साथ आत्मनिर्भर भारत के जन आंदोलन और आधुनिक बुनियादी ढांचे के निर्माण जैसी पहलों के बारे में चर्चा की।
उन्होंने कहा, यह भारत के युवाओं की गति के अनुरूप है जो भारत और बाहर दोनों जगह इस नए युग का नेतृत्व कर रहे हैं। उन्होंने नवाचार और स्टार्ट-अप के क्षेत्र में भारत के बढ़ते कौशल के बारे में बताया। उन्होंने भारत के युवा सीईओ द्वारा प्रमुख वैश्विक कंपनियों के नेतृत्व के बारे में राष्ट्र की ओर से गर्व की अभिव्यक्ति करते हुए कहा, आज हमें गर्व होता है जब देखते हैं कि भारत के युवा स्टार्ट अप की दुनिया में अपना परचम फहरा रहे हैं।
आज हमें गर्व होता है, जब हम देखते हैं कि भारत के युवा नए-नए इनोवेशन कर रहे हैं, देश को आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने सराहना करते हुए कहा कि भारत के बच्चों ने, अभी वैक्सीनेशन प्रोग्राम में भी अपनीआधुनिक और वैज्ञानिक सोच का परिचय दिया है। 3 जनवरी के बाद से सिर्फ 20 दिनों में ही चार करोड़ से ज्यादा बच्चों ने कोरोना वैक्सीन लगवाई है। उन्होंने स्वच्छ भारत अभियान के नेतृत्व के लिए उनकी सराहना की। उन्होंने उनसे मांग करते हुए कहा कि जैसे आप स्वच्छता अभियान के लिए आगे आए, वैसे ही आप वोकल फॉर लोकल अभियान के लिए भी आगे आइए।
उन्होंने कहा कि जिन क्षेत्रों में बेटियों को पहले इजाजत भी नहीं होती थी, बेटियाँ आज उनमें कमाल कर रही हैं। यही तो वो नया भारत है, जो नया करने से पीछे नहीं रहता, हिम्मत और हौसला आज भारत की पहचान है। उन्होंने कहा कि कल दिल्ली में इंडिया गेट के पास नेताजी सुभाषचंद्र बोस की डिजिटल प्रतिमा भी स्थापित की गई है। उन्होंने कहा, नेताजी से हमें सबसे बड़ी प्रेरणा मिलती है- कर्तव्य की, राष्ट्रप्रथम की। नेताजी से प्रेरणा लेकर आपको देश के लिए अपने कर्तव्यपथ पर आगे बढ़ना है।
अतःअगर हम उपरोक्त पूरे विवरण का अध्ययन कर उसका विश्लेषण करें तो हम पाएंगे कि कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ना है। हिम्मत और हौसला आज भारत की पहचान है तथा वैश्विक रूप से नए युग का नेतृत्व करने के लिए भारतीय युवा पूर्णत सक्षम है जो भारत के लिए गौरव की बात है।
-संकलनकर्ता लेखक- कर विशेषज्ञ एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र
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