कोविड संक्रमणकी वजह से विद्यालय बंद हैं। मजबूरी में बच्चों को आनलाइन क्लास करनी पड रही है। इसके लिए मोबाइल और लैपटाप का इस्तेमाल करना मजबूरी बन गया है। लगातार मोबाइल व लैपटाप इस्तेमाल करने से बच्चों की आंखों पर असर पड रहा है।
गोरखपुर, । बच्चों की आंखों में एलर्जी, लाली, जलन व खुजली की समस्या पैदा हो रही है। इन समस्याओं को लेकर नेत्र रोग विशेषज्ञों के पास स्कूली बच्चे आ रहे हैं। कुल रोगियों में इनकी संख्या लगभग 70 फीसद है। डाक्टरों के मुताबिक यह बड़ी समस्या नहीं है लेकिन लंबे समय तक मोबाइल या लैपटाप पर देखने की वजह से आगे चलकर बच्चों की आंखों में दिक्कतें पैदा हो सकती हैं।
कोविड संक्रमण की वजह से चल रही आनलाइन क्लास
कोविड संक्रमण काल ने स्कूलों को बंद करने पर विवश कर दिया। ताकि बच्चों को महामारी से बचाया जा सके। इस दौरान उनकी पढ़ाई न रुके, इसलिए स्कूल प्रबंधन ने आनलाइन क्लास की शुरुआत की। सभी बच्चों के घर लैपटाप न होने से उन्होंने मोबाइल पर पढ़ाई की। लगातार मोबाइल को नजदीक से देखने की वजह से उनकी आंखों में दिक्कतें शुरू हुईं। पानी गिरना आम समस्या हो गई। इसके बाद खुजली, जलन व गड़न की दिक्कतें भी आ रही हैं।
बच्चों को लेकर डाक्टर के पास पहुंच रहे अभिभावक
बच्चों की दिक्कतें लगातार बढ़ रही हैं। इससे अभिभावक परेशान हैं। बच्चों को आंख की दिक्कतों से निजात दिलाने के लिए अभिभावक उन्हें डाक्टर के पास लेकर पहुंच रहे हैं। इस समय सरकारी अस्पताल से लेकर निजी डाक्टरों के यहां बड़ी संख्या में बच्चे आंखों की समस्या लेकर लोग पहुंच रहे हैं। ज्यादातर की आंखों में मोबाइल देखने की वजह से सूखापन आने की समस्या आ रह है। जिसकी वजह से आंखों में लाली, खुजली व जलन की दिक्कत हो रही है।
मोबाइल या लैपटाप का इस्तेमाल के दौरान आंखों को दें आराम
नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. रजत कुमार कहते हैं कि जब भी मोबाइल या लैपटाप पर पढ़ाई करें या कोई भी कार्य करें तो हर 20 मिनट पर एक मिनट के लिए मोबाइल या लैपटाप से आंख हटा लें। इतनी देर में ही आंखों को आराम मिल जाएगा। यदि हर घंटे पर पानी से आंख धोते रहे तो भी मोबाइल की किरणों का दुष्प्रभाव कम होगा।
आंखों का रखें विशेष ध्यान
बीआरडी मेडिकल कालेज के नेत्र रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डा. राजकुमार जायसवाल बताते हैं कि बच्चों की आंखों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। वह भी ऐसे समय में जब हमारा ज्यादातर काम मोबाइल व लैपटाप पर शुरू हो गया है। अब बिना इंटरनेट के पढ़ाई कर पाना भी मुश्किल लग रहा है। हम तकनीकों का उपयोग करें लेकिन अपनी आंखों की देखभाल भी जरूरी है।
कोविड संक्रमण की वजह से चल रही आनलाइन क्लास
कोविड संक्रमण काल ने स्कूलों को बंद करने पर विवश कर दिया। ताकि बच्चों को महामारी से बचाया जा सके। इस दौरान उनकी पढ़ाई न रुके, इसलिए स्कूल प्रबंधन ने आनलाइन क्लास की शुरुआत की। सभी बच्चों के घर लैपटाप न होने से उन्होंने मोबाइल पर पढ़ाई की। लगातार मोबाइल को नजदीक से देखने की वजह से उनकी आंखों में दिक्कतें शुरू हुईं। पानी गिरना आम समस्या हो गई। इसके बाद खुजली, जलन व गड़न की दिक्कतें भी आ रही हैं।
बच्चों को लेकर डाक्टर के पास पहुंच रहे अभिभावक
बच्चों की दिक्कतें लगातार बढ़ रही हैं। इससे अभिभावक परेशान हैं। बच्चों को आंख की दिक्कतों से निजात दिलाने के लिए अभिभावक उन्हें डाक्टर के पास लेकर पहुंच रहे हैं। इस समय सरकारी अस्पताल से लेकर निजी डाक्टरों के यहां बड़ी संख्या में बच्चे आंखों की समस्या लेकर लोग पहुंच रहे हैं। ज्यादातर की आंखों में मोबाइल देखने की वजह से सूखापन आने की समस्या आ रह है। जिसकी वजह से आंखों में लाली, खुजली व जलन की दिक्कत हो रही है।
मोबाइल या लैपटाप का इस्तेमाल के दौरान आंखों को दें आराम
नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. रजत कुमार कहते हैं कि जब भी मोबाइल या लैपटाप पर पढ़ाई करें या कोई भी कार्य करें तो हर 20 मिनट पर एक मिनट के लिए मोबाइल या लैपटाप से आंख हटा लें। इतनी देर में ही आंखों को आराम मिल जाएगा। यदि हर घंटे पर पानी से आंख धोते रहे तो भी मोबाइल की किरणों का दुष्प्रभाव कम होगा।
आंखों का रखें विशेष ध्यान
बीआरडी मेडिकल कालेज के नेत्र रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डा. राजकुमार जायसवाल बताते हैं कि बच्चों की आंखों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। वह भी ऐसे समय में जब हमारा ज्यादातर काम मोबाइल व लैपटाप पर शुरू हो गया है। अब बिना इंटरनेट के पढ़ाई कर पाना भी मुश्किल लग रहा है। हम तकनीकों का उपयोग करें लेकिन अपनी आंखों की देखभाल भी जरूरी है।
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