Thursday, April 29, 2021

सोनपुर रेलवे अस्पताल में 2 पुरूष एक महिला की हुई कोरोना से मौत,रेल कर्मियों में मचा हड़कंप


सारण(ब्यूरो चीफ) दैनिक अयोध्या टाइम्स सोनपुर रेल मंडल में कार्यरत पदाधिकारी से लेकर कर्मचारी एवं उसके परिजन लगातार कोरोना संक्रमित हो रहे हैं वहीं रेलवे कर्मचारी एवं उनके परिवार के लोग संक्रमित होने के बाद ईलाज के दौरान कोरोना रूपी राक्षस ने उनलोगों को अपने चपेट में ले लिया है ।सोनपुर  रेलवे कोरोना नोडल अधिकारी डॉ विजय कुमार सिंह ने गुरुवार को बताया कि रेलवे अस्पताल में कुल 5 कोरोना संक्रमित मरीज भर्ती है उन्होंने यह भी बताया कि गुरुवार को 2 पुरुष 1 महिला की मौत कोरोना संक्रमित होने के बाद इलाज के दौरान रेलवे अस्पताल सोनपुर में हो गई ।  उन्होंने बताया कि सुरेंद्र प्रसाद सिंह  उम्र 68 वर्ष पिता स्वर्गीय भखिलनाथ प्रसाद सिंह जो एएसएम के पद से रिटायरमेंट थे।दूसरा सत्यजीत कुमार उम्र 30 वर्ष पिता जीवनदास जो हरनौत में खलासी के पद पर कार्यरत था । वह गुरुवार को ही भर्ती हुआ था ज्योही ईलाज शुरू किया गया उसी दौरान उसकी मौत हो गयी तीसरा सोनपुर के राहर दियर के रिटायरमेंट कामेश्वर राय की 47 वर्षीय पत्नी  की मौत हो गई है । सभी मृतक  को कोविड-19 के प्रोटोल को पालन करते हुए उनकी अंतिम संस्कार उनके परिजनों एवं प्रशासन के देखरेख में किया गया ।

10 लीटर देशी शराब के साथ एक मोटरसाइकिल को पुलिस ने किया जप्त

            सारण( ब्यूरो चीफ ) दैनिक आयोध्या टाइम्स सोनपुर---सोनपुर पुलिस लगातार शराब कारोबारियों के ऊपर नकेल कसना शुरू कर दिया है इसी क्रम में पुलिस ने छापामारी कर 10 लीटर देसी शराब के साथ एक मोटरसाइकिल सहित अन्य सामान को जप्त कर लिया । इस बात की जानकारी देते हुए थाना अध्यक्ष शकील अहमद ने गुरुवार को बताया कि परमानंदपुर बाजार में छापामारी कर 10 लीटर देसी शराब, 7 बोरा मीठा, एक बोरा नौसादर ,एक मोटरसाइकिल जप्त किया गया है वही मौके का फायदा उठाकर धंधेबाज भागने में सफल रहा । थानाध्यक्ष ने यह भी बताया कि धंधेबाज को चिन्हित कर लिया गया है और उसके ऊपर नामजद थाने में एफ आई आर दर्ज किया गया है ।

चोरी के बाईक के साथ एक युवक को सोनपुर पुलिस ने किया गिरफ्तार

                             सारण (ब्यूरो ची दैनिक आयोध्या टाइम्स             सोनपुर---सोनपुर पुलिस ने बाकरपुर में छापामारी कर चोरी के बाइक के साथ एक युवक को गिरफ्तार कर लिया । गिरफ्तार युवक पहलेजा शाहपुर दियारा के बृज बिहारी राय के पुत्र गोलू कुमार है । इस बात की जानकारी देते हुए थानाध्यक्ष शकील अहमद ने गुरुवार को बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर छापामारी की गई जहां एक बाइक के साथ एक युवक को गिरफ्तार किया गया जो चोरी के बाइक स्प्लेंडर प्रो बरामद की गई है यह बाइक पटना जिले  फतुहा के  है ।

वर्षा जल संच अभियान को सफल बनाने के लिए ऑनलाइन कार्यक्रम हुआ आगाज


महुआ(वैशाली)अनुमंडल संवाददाता दैनिक अयोध्या टाइम्स।

भारत स्काउट गाइड वैशाली एवं नेहरू युवा केंद्र वैशाली के संयुक्त  तत्वाधान में  वर्षा जल संच अभियान को सफल बनाने के लिए ऑनलाइन कार्यक्रम का संचालन किया गया। जिला संगठन आयुक्त ऋतुराज के कुशल मार्गदर्शन में जिला सलाहकार प्रमोद कुमार सहनी द्वारा वर्षा जल संचयन कैच द रेन विषय पर ऑनलाइन व्याख्यान दिया गया।व्याख्यान देते हुए जल बचाओ जीवन बचाओ अभियान के नेतृत्वकर्ता प्रमोद कुमार सहनी ने कहा कि शहर से लेकर गाँव तक भूगर्भ जल स्तर में गिरावट जारी है।भूगर्भ जल में गिरावट के कारण जल संकट की स्थिति दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।मानव जाति द्वारा वृक्षों की अंधाधुन कटाई, समर्सिबल से अतिशय जल दोहन, दिखावटी पौधारोपण तथा अविवेकपूर्ण जल प्रबंधन के कारण ही दुनिया को जल संकट का सामना करना पर रहा है।जिला सलाहकार सह बी आर पी प्रमोद कुमार ने कहा कि मानव द्वारा प्राकृतिक संसाधनों का दोहन तथा वर्षा जल का सही तरीके से संचयन नहीं करने के कारण ही सभी जीव जंतु आने वाले समय में बूंद बूंद पानी के लिए तरसेंगे।वर्षा के जल का संचयन कैसे किया जाए इस पर विस्तृत जानकारी दी गई।सभी भवन में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने के लिए भी सुझाव दिया गया है।हैंडपम्प से दस से पंद्रह फीट की दुरी पर सोख्ता निर्माण के लिए प्रेरित किया गया है।डार्कजोन में समर्सिबल पर प्रतिबंध तथा पानी के दोहन पर नियंत्रण के लिए ड्रिप सिंचाई पर जोड़ दिया गया है।ज्यादा से ज्यादा वृक्षारोपण पर बल दिया गया।ताल, तलैया, कुआँ, नहर, एवं नदियों में भी वर्षा जल का संचयन किया जाना चाहिए।जल की बर्बादी को रोकने के लिए अपील की गई।जल ही जीवन है,जल नहीं तो कल नहीं की बात कही गई। "जल बचाओ जीवन बचाओ" अभियान को सफल बनाने की अपील की गई।सोना चांदी की तरह जल को भी सुरक्षित रखने की जरूरत है।

Wednesday, April 28, 2021

पातेपुर के बरडीहा में महुआ ताजपुर मार्ग पर सड़क दुघर्टना में समस्तीपुर के एएसआई की मौत

पातेपुर ( वैशाली) संवाददाता मोहम्मद एहतेशाम पप्पू दैनिक अयोध्या टाइम्स 

पातेपुर थाना क्षेत्र के महुआ ताजपुर मार्ग स्थित बरडीहा बेसिक स्कूल के ठीक सामने मोटरसाइकिल सवार एक पुलिस के जवान को एक लोड पिकमअप वैन ने जबरदस्त ठोकर मार दी जिससे मोटरसाइकिल सवार पुलिस के जवान की मौके पर ही मौत हो गई।मौके पर जुटे स्थानीय लोगो ने घटना की जानकारी पातेपुर थाने की पुलिस को दिया।जानकारी मिलते ही पातेपुर थाने की पुलिस घटनास्थल पर पहुंच कर शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्मार्टम के लिए सदर अस्पताल हाजीपुर भेज दिया है।


      मिली जानकारी के अनुसार बुधवार की दो पहर पातेपुर थाना क्षेत्र के बरडीहा चौक के पास बेसिक स्कूल के ठीक सामने उस समय अफरा तफरी मच गई जब महुआ के तरफ से आ रहे बाइक सवार समस्तीपुर जिला पुलिस कार्यालय में तैनात सहायक अवर निरीक्षक अरवल जिले के मेहंदीया थाना क्षेत्र के जमुहारी गांव निवासी हेमंत पासवान के पुत्र कृष्ण कुमार के बाइक में ताजपुर के तरफ से जा रही एक तेज रफ्तार लोड पिकअप वैन ने जबरदस्त ठोकर मार दी।  जिससे बाइक सवार ए एस आई कृष्ण कुमार की मौत घटनास्थल पर ही हो गई। घटना के बाद आसपास के लोगो ने भाग रहे पिकअप वैन को पकड़ लिया। हालांकि चालक मौके से भागने में सफल रहा। घटना के बाद मौके पर जुटे लोगो ने घटना की जानकारी पातेपुर थाने की पुलिस को दियाजानकारी मिलते ही पातेपुर थानाध्यक्ष रामशंकर कुमार, एस आई तुलेश्वर गोप, ए एस आई अर्जुन कुमार, जय किशोर तिवारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच कर जवान के शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्मार्टम के लिए सदर अस्पताल हाजीपुर भेज दिया।वही लोगो द्वारा पकड़े गए पिकअप वैन को पुलिस  जप्त कर थाने ले आई।

पातेपुर पुलिस ने शराब माफिया को किया गिरफ्तार

पातेपुर ( वैशाली) संवाददाता दैनिक अयोध्या टाइम्स

पातेपुर थाने की पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पातेपुर के एक बड़े शराब माफिया को नाटकीय अंदाज में गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। गिरफ्तार शराब माफिया बड़े पैमाने पर पातेपुर के विभिन्न क्षेत्रों में अवैध शराब का धंधा करता था। हाल के दिनों में भी उक्त शराब धंधेबाज द्वारा मंगाई गई एक ट्रक पर लदी पांच सौ कार्टन शराब को पुलिस द्वारा थाना क्षेत्र के बहुआरा से पकड़ा गया था। तब से यह पुलिस के आंखों में धूल झोंक कर फरार चल रहा था।

        इस संबंध में जानकारी देते हुए थानाध्यक्ष रामशंकर कुमार ने  बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना प्राप्त हुई कि थाना क्षेत्र का शराब माफिया मौदह चतुर गांव निवासी सुरेंद्र सिंह उर्फ भिखारी सिंह के पुत्र मनीष कुमार उर्फ लालू अपने दालान पर आया हुआ है। सूचना मिलते ही स्वयं तथा थाने के तेज तर्रार ए एस आई जय किशोर तिवारी एवं पुलिस बल के साथ सादे लिबास में नाटकीय अंदाज में मौके पर छापेमारी की तथा मौके से शराब माफिया लालू को दबोच लिया। जहां से गिरफ्तार कर पुलिस उसे हिरासत में लेकर पुछताछ कर रही है।

अनुभव इतना असहाय ,असमर्थ रोने को मजबूर सरकार ,बुद्धिजीवी,समाज सेवक आखिर कब मिलेगा छुटकारा

बिहार(ब्यूरो चीफ अखिलेश कुमार) दैनिक अयोध्या टाइम्स।

इतना असहाय, असमर्थ कभी अनुभव नहीं किया। एक इंसान होने के नाते चाहकर भी गुहार लगा रहे, मदद माँग रहे, तड़प रहे सभी ज़रूरतमंदो की मदद नहीं कर पा रहा।

अस्पतालों में फोन लगवाओ तो जवाब आता है- "कुछ नहीं कर सकते सर!  बेड नहीं है। इंजेक्शन नहीं है, ऑक्सीजन नहीं है। कैसे मदद करें?” बिहार के 38 जिलों में से 10 जिलों में 5 से अधिक वेंटिलेटर तक नहीं है। कितनी शर्मनाक बात है कि बिहार के ज़िला मुख्यालयों में वेंटिलेटर ऑपरेटर तक नहीं है?

अधिकारियों को फोन लगवाओ तो फोन बजते रह जाता है। कोई उठाता नहीं है। अधिकारी या तो CM की भी सुन नहीं रहे या मुख्यमंत्री को व्यवस्था दुरुस्त करने में कोई रुचि ही नहीं? कोई ऐसी dedicated हेल्पलाइन नहीं है जहाँ लोग फोन कर Real Time बेड,ऑक्सीजन या दवाओं की उपलब्धता की जानकारी ले पाएँ।

नागरिकों के लिए एक तरफ बेपरवाह व भ्रष्ट सरकारी व्यवस्था का अंधा कुआं है तो दूसरी तरफ काला बाज़ारी, मुनाफाखोरी और आँकड़ों की हेरा-फेरी। भ्रष्ट सरकार धृतराष्ट्र की तरह हाथ पर हाथ धरे बैठी है। लोगों को मरते छोड़ सरकार बस Headline Management व मौत के आँकड़ों को कम करने में लगी है।

Tuesday, April 27, 2021

बारात में तमंचे के साथ ठुमका लगाते युवक वीडियो वायरल, जांच के आदेश जारी

मुजफ्फरपुर(ब्यूरो चीफ )दैनिक अयोध्या टाइम्स।

मुजफ्फरपुर में बारात में तमंचे पर डांस करते एक युवक का वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। यह वीडियो बोचहां थाना क्षेत्र का बताया जा रहा है। 53 सेकेंड के इस वीडियो में ट्रॉली पर लगी रंग-बिरंगी लाइटों के बीच भोजपुरी गाने पर एक युवक हाथ में पिस्टल लिए ठुमका लगा रहा है। उसके साथ चार-पांच और लड़के भी हैं। हालांकि दैनिक अयोध्या टाइम्स वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है।

इधर, वायरल वीडियो पुलिस के संज्ञान में आने के बाद डीएसपी पूर्वी मनोज कुमार पांडेय ने इसकी जांच के आदेश बोचहां थानेदार राजेश रंजन को दिया है। थानेदार ने बताया कि वीडियो की सत्यता की जांच की जा रही है। वीडियो से पिस्टल लेकर नाच रहे युवक के फोटो की पहचान कराई जा रही है।

जानकारी के अनुसार, बोचहां थाना क्षेत्र में बीते दिन आयोजित एक शादी समारोह के दौरान जब दरवाजा लगने जा रहा था, इस दौरान ब्लू रंग का कुर्ता और जीन्स पहने एक युवक हाथ में पिस्टल लेकर ठुमका लगा रहा है। 59 सेकेंड तक पिस्टल लहराने के बाद फिर उसे कमर में घुसा लिया।

पत्रकार सुनील कुमार सिंह के असमायिक निधन पर पातेपुर में शोक सभा का आयोजन पत्रकारों ने दी श्रद्धांजलि

पातेपुर ( वैशाली) संवाददाता मोहम्मद एहतेशाम पप्पू दैनिक अयोध्या टाईम्स फोटो

प्रभातख़बर के वैशाली जिला प्रभारी ब्यूरो के कोरोना के कारण असामयिक निधन पर पातेपुर प्रखंड के मालपुर पंचायत के मुखिया के नेतृत्व पत्रकारों एवं आम व खास लोगों ने शोक सभा का आयोजन कर श्रद्धांजलि अर्पित की ।वही इस विकट घड़ी में उनके स्वजनों को सहनशक्ति प्रदान करने की भगवान से प्रार्थना लोगों ने की।

                मंगलवार की सुबह जैसे ही जिले के विभिन्न प्रखंडों में प्रभातख़बर के जिला ब्यूरो प्रभारी सुनील कुमार सिंह के कोरोना से असामयिक निधन की खबर फैलते ही क्षेत्र के तमाम बैनर के पत्रकारों, जनप्रतिनिधियों एवं आम लोगो मे शोक की लहर दौड़ गई। ब्यूरो प्रभारी सुनील कुमार सिंह के निधन पर पातेपुर प्रखंड के मालपुर मुखिया अभय कुमार तिवारी उर्फ बबलू तिवारी के नेतृत्व में शोक सभा का आयोजन कर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए शोक सभा का आयोजन किया गया। शोक सभा मे प्रखंड के मुखिया ललित राय,बरडीहा पंचायत के मुखिया पति शम्भू प्रसाद यादव, पैक्स अध्यक्ष पंकज कुमार, चंद्रशेखर कुमार सहनी, शम्भू कुमार राय,, पंकज कुमार यादव, पत्रकार मो0 एहतेशाम पप्पू, नागेन्द्र कुमार, रंजीत कुमार, गोपाल कुमार राय, विजय चौधरी, पंचायत समिति सदस्य राकेश कुमार साह समेत सैंकड़ो लोगो ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए दिवंगत आत्मा की चीर शांति के लिए भगवान से प्रार्थना की तथा इस दुख की घड़ी में दिवंगत के स्वजनों को सहनशक्ति प्रदान करने की भगवान से प्रार्थना की।वही पातेपुर विधायक लखेन्द्र कुमार रौशन उर्फ लखेन्द्र पासवान पुर्व विधायक सह जदयू नेत्री प्रेमा चौधरी ने निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि प्रभातख़बर के जिला ब्यूरो प्रभारी दिवंगत सुनील कुमार सिंह एक कुशल व्यक्तित्व के धनी के साथ साथ मृदुभाषी एवं पूरी टीम के लिए एक पथ प्रदर्शक के रूप में अपने आप को समर्पित कर आनेवाले पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत के रूप में जाने जाते थे।उनकी असामयिक निधन से पत्रकारिता जगत में जो शून्य प्रकट हुआ है उसकी भरपाई निकट भविष्य में पूरी नही हो सकती है।

प्रभात खबर हिंदी दैनिक समाचार पत्र हाजीपुर के ब्यूरो चीफ के आकस्मिक निधन पर शोक सभा कर श्रद्धांजलि दिया गया

राजापाकर( वैशाली) संवाद सूत्र, दैनिक अयोध्या टाइम्स

दैनिक पत्र प्रभात खबर के हाजीपुर ब्यूरो चीफ एवं जिले के  बिदुपुर प्रखंड के रामदौली गांव निवासी सुनील कुमार सिंह की कोरोना संक्रमण से हुई मौत पर प्रखंड मुख्यालय के राजापाकर बाजार स्थित सामुदायिक भवन में मंगलवार को शोक सभा आयोजित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। वरिष्ठ पत्रकार संतोष वर्मा  की अध्यक्षता में हुई शोकसभा में उपस्थित पत्रकारों एवं समाजसेवियों ने 2 मिनट का मौन धारण रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी और मृत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। वक्ताओं ने उनके  व्यक्तित्व एवं कृतित्व की चर्चा करते हुए कहा के वे एक शानदार व्यक्तित्व के स्वामी थे। सभी के साथ उनका व्यवहार दोस्ताना था। पत्रकारिता के क्षेत्र में उन्होंने ऊंची मुकाम हासिल की।  इस अवसर पर पत्रकारों में अरूण श्रीवास्तव  नीरज कुमार पप्पू कालेश्वर कुमार  मनीष कुमार सहित समाजसेवियों में अनिल कुमार जितेंद्र वर्मा शिक्षक अशोक पंडित, जदयू प्रखंड अध्यक्ष सुनील कुमार गुप्ता, वार्ड सदस्य सुरेश चौधरी आदि श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में  शामिल हैं।

मुजफ्फरपुर के एसकेमसिच मे 8 बच्चों मे हुई चमकी बुखार की पुष्टि, मचा हड़कंप

मुजफ्फरपुर (ब्यूरोचीफ मुन्ना कुमार)दैनिक अयोध्या टाइम्स

 बिहार के मुजफ्फरपुर में कोरोना महामारी के साथ-साथ अब चमकी बुखार (AES) का मामला भी सामने आने लगा है. इससे अब जिले प्रशासन को दोहरी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है.

जानकारी के अनुसार, मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच अस्पताल में गर्मी शुरू होते ही अब तक 8 बच्चों में चमकी बुखार (AES) की पुष्टि हो गई है. इसके अलावा, 04 बच्चों का इलाज PICU में इलाज चल रहा है.

अस्पताल प्रशासन ने कहा है कि इस बीमारी के एक संदिग्ध बच्चे का भी अस्पताल में इलाज चल रहा है. दअरसल, शुक्रवार को जिले के मुसहरी प्रखंड के मनिका गांव के दो वर्षीय बच्चे रौनक कुमार में चमकी बुखार की पुष्टि हुई थी.

SKMCH प्रशासन ने बताया था कि गुरुवार को बच्चे की तबीयत बिगड़ने के बाद परिजन उसे मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंचे थे. बच्चे को PICU वार्ड में भर्ती कर उसका इलाज शुरू कर दिया गया था. जांच रिपोर्ट आने के बाद उसमें चमकी बुखार की पुष्टि हुई थी. फिलहाल बच्चे की स्थिति स्थिर बनी हुई है. उसका इलाज किया जा रहा है.

बता दें कि SKMCH के आंकड़ों के अनुसार, इस वर्ष अब तक AES की पुष्टि 8 बच्चों में हुई है जिसमें से एक कि मौत हो चुकी है. एक बच्चा PICU वार्ड में भर्ती है और बाकी डिस्चार्ज कर दिए गए हैं.


आंकड़ों को देखकर कहा जा सकता है कि अब जैसे-जैसे गर्मी चढ़ना शुरू हो रही है, वैसे-वैसे चमकी बुखार के आंकड़ों ने भी अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है. ऐसे में अब जरूरत है की सभी अभिभावक अपने बच्चों की ठीक ढंग से देखभाल करें. लोग अपने बच्चों का विशेष ध्यान रखें अन्यथा परेशानी बढ़ सकती है.

Monday, April 26, 2021

मेडिकल पैथोलॉजिकल फिटनैस रिपोर्ट

कोलेस्ट्रॉल

 कोलेस्ट्रॉल --- <200

 एचडीएल --- 40 --- 60

 LDL --- <100

 वीएलडीएल - <30

 ट्राइग्लिसराइड्स - <150

कोलेस्ट्रॉल

 सीमा रेखा - 200--239

 उच्च ----> 240

 बहुत उच्च -> 250

 एलडीएल

 बॉर्डरलाइन - 130 -159

 उच्च --- 160-189

 बहुत उच्च -> 190

ट्राईग्लिसराइड

 बॉर्डरलाइन -150 -199

 उच्च - 200-499

 बहुत ऊँचा ->500

प्लेटलेट्स कॉउंट्स

 1.50 लाख - 4.50 लाख

 रक्त

 विटामिन-डी - 50 - 80

 यूरिक एसिड - 3.50-7.20

 गुर्दा

 यूरिया --- 17 - 43

 कैल्शियम-8.80 -10.60

 सोडियम - 136--146

 प्रोटीन - 6.40-8.30

 हाई बी.पी.

 120/80 - सामान्य

 130/85 - सामान्य (नियंत्रण)

 140/90 - उच्च

 150/95 - बहुत अधिक

 लो बी.पी.

 120/80 - सामान्य

 110/75 - सामान्य (नियंत्रण)

 100/70 - कम

 90 // 65 - बहुत कम

 सुगर

 ग्लूकोज (एफ) - 70-100

 (12 घंटे उपवास)

 ग्लूकोज (पीपी) -70-140

 (खाने के बाद 2 घंटे)

 ग्लूकोज (आर) -70- 140

 (2 बजे के बाद)

हीमोग्लोबिन

 पुरुष - 13 - 17

 महिला - 11-- 15

 आरबीसी काउंट- 4.50 - 5.50

 (मिलियन)

प्लस

 72 - प्रति मिनट (मानक)

 60 --- 80 पी.एम.  (सामान्य)

 40 --- 180 बजे (असामान्य)

 तापमान

 98.4 ° F सामान्य

 99.0 ° F और ऊपर- बुखार

डॉ. दुर्गा प्रसाद पांडेय

प्राकृतिक चिकित्सक

मुंबई

09969881085


आंखों के दर्द से

- तिल के 5 ताजे फूल प्रात:काल अप्रैल माह में निगलें। इससे पूरे वर्ष आंखें नहीं दुखेंगी। 

- चैत्र के महीने में गोरखमुंडी के 5 या 7 ताजे फूल चबाकर पानी के साथ सेवन करने से आंखों की ज्योति बढ़ती है।

 बचपन में बेलगिरी के बीज की मिंगी शहद में मिलाकर चटाने से जीवनभर आंखें नहीं दुखती। 

- नींबू के रस की एक बूंद महीने में एक बार आंखों में डालने से कभी आंखें नहीं दुखती। 

- रुई के फाहे को ठंडे पानी में भिगोकर शुद्ध घी लगाकर आखों पर रखने से आंखों के दर्द में लाभ मिलता है।

डॉ. दुर्गा प्रसाद पांडेय

प्राकृतिक चिकित्सक

मुंबई

09969881085


नियमों का पालन नियमित रूप से तो जीवन भर स्वस्थ्य

1. हमेशा पानी को घूट-घूट करके चबाते हुए पिये और खाने को इतना चबाये की पानी बन जाये। किसी ऋषि ने कहा है कि “खाने को पियो और पीने को खाओ”।

2. खाने के 40 मिनट पहले और 60-90 मिनट के बाद पानी पिये और फ्रीज का ठंडा पानी, बर्फ डाला हुआ पानी जीवन मे कभी भी नही पिये। गुनगुना या मिट्टी के घडे का पानी ही पिये।

3. सुबह जगने के बाद बिना कुल्ला करे 2 से 3 गिलास पानी सुखआसन मे बैठकर पानी घूटं-घूटं करके पियें, यानी उषा पान करे ।

4. खाने के साथ भी कभी पानी न पियें। जरुरत पड़े तो सुबह ताजा फल का रस, दोपहर मे छाछ और रात्रि मे गर्म दूध का उपयोग कर सकते हैं।

5. भोजन हमेशा सुखासन मे बैठकर करे और ध्यान खाने पर ही रहे, मतलब टेलीविजन देखते, गाने सुनते हुए, पढ़ते हुए, बातचीत करते हुए कभी भी भोजन न करे।

6. हमेशा बैठ कर खाना खाये और पानी पिये। अगर संभव हो तो सुखासन, सिद्धासन मे बैठ कर ही खाना खाये।

7. फ्रीज़ मे रखा हुआ भोजन न करें या उसे साधारण तापमान में आने पर ही खाये दुबारा कभी भी गर्म ना करे।

8. गूँथ कर रखे हुये आटे की रोटी कभी न खाये, जैसे- कुछ लोग सुबह में ही आटा गूँथ कर रख देते है और शाम को उसी से बनी हुई चपाती खा लेते है जो स्वास्थ के लिए हानिकारक है। ताजा बनाए ताजा खाये।

9. खाना खाने के तुरंत बाद पेशाब जरूर करे ऐसा करने से डायबिटज होने की समभावना कम होती हैं।

10. मौसम पर आने वाले फल, और सब्जियाँ ही उत्तम है इसलिए बिना मौसम वाली सब्जियाँ या फल न खाये।

11. सुबह मे पेट भर भोजन करें। जबकि रात मे बहुत हल्का भोजन करें।

12. रात को खीरा, दही और कोई भी वात उत्पन्न करने वाली चीज न खाये।

13. दही के साथ उड़द की दाल न खाये। जैसे- दही और उड़द की दाल का बना हुआ भल्ला।

14. दूध के साथ नमक या नमक की बनी कोई भी चीज न खाये। क्योंकि ये दोनों एक दूसरे के प्रतिकूल प्रभाव डालती है।

15. दूध से बनी कोई भी दो चीजे एक साथ न खाये।

16. कोई भी खट्टी चीज दूध के साथ न खाये सिर्फ एक खा सकते है आँवला। खट्टे आम का शेक न पिये केवल मीठे पके हुए आम का ही शेक पीये ।

17. कभी भी घी और शहद का उपयोग एक साथ न करे! क्योंकि दोनों मिलकर विष बनाते है।

18. खाना भूख से कम ही खाये। जीने के लिए खाना खाये न कि खाने के लिए जीये।

19. रिफाइण्ड तेल जहर हैं आप हमेशा कच्ची घाणी का सरसो, तिल या मूगंफली का तेल ही उपयोग करे और जीवन मे हाटॅ टेक व जोडो के दर्द से बचे।

20. तला, और मसालेयुक्त खाना खाने से बचे। अगर ज्यादा ही मन हो तो सुबह मे खाये रात मे कभी भी नहीं।

21. खाने मे गुड या मिस्री का प्रयोग करें, चीनी के प्रयोग स बचें।

22. नमक का अधिक सेवन न करें। आयोडिन युक्त समुद्री नमक का उपयोग बिल्कुल भी नही करे! सेधां, काला या डली वाला नमक इस्तेमाल करें।

23. मेदा, नमक और चीनी ये तीनों सफ़ेद जहर है इनके प्रयोग से बचें।

24. हमेशा साधारण पानी से नहाएँ और पहले सर पर पानी डाले फिर पेरो पर और अगर गरम से नहाओ तो हमेशा पहले पैरो पर फिर सर पर पानी डालना चाहिये।

25. हमेशा पीठ को सीधी रख कर बेठे।

26. सर्दियों मे होंठ के फटने से बचने के लिए नहाने से पहले नाभि मे सरसों के तेल लगाये । जबरदस्त लाभ मिलता है।

27. शाम के खाने के बाद 2 घंटे तक न सोये। 5 से 10 मिनट वज्रासन मे बैठे 1000 कदम वाक जरूर करें।

28. खाना हमेशा ऐसी जगह पकाया जाये जहां वायु और सूर्य दोनों का स्पर्श खाने को मिल सके।

29. कूकर मे खाना न पकाए बल्कि किसी खुले बर्तन मे बनाए, क्योकि कूकर मे खाना उबलता है और खुले बर्तन के अन्दर खाना पकता हैं इससे खाने प्रोटीन मात्रा 93 प्रतिशत होती है और कूकर मे मात्र 13 प्रतिशत रहती है।

30. एल्मुनियम के बर्तनो का प्रयोग खाना बनाने और खाने दोनों के लिए कभी भी न करें। पीतल, कासां, मिट्टी के बर्तन का ही उपयोग करें।

31. खाने को कम से कम 32 बार चबाये। खाने में सलाद व रोज ताजे फलों का सेवन करते रहें।

32. रोज टूथब्रश का प्रयोग न करें इससे मसूड़े कमजोर होते है। दंतमंजन का प्रयोग कर सकते है।

33. अपनी दोनों नासिकाओ मे देशी गाय के घी को हल्का गुनगुना करके 2-2 बुंद रात मे डालने से दिमाग तंदरुस्त रहता है। नजला जुकाम, सिर दर्द, माइगृेन, नींद नहीं आना, तनाव आदि समस्या का समाधान होता हैं।

34. हमेशा मीठा, नमकीन से पहले खाना चाहिए।

35. बार-बार नहीं खाना चाहिये एक बार बैठ कर भरपेट या उससे थोड़ा कम खाना चाहिये।

36. हमेशा सकारात्मक सोचना चाहिये। नकारात्मक सोचने से भी बीमारियाँ आती है।

37. सुख हो या दुःख, हमेशा अपने ईश्वर की नियमित आराधना करते रहें।

38. रोज सूर्योदय से पहले उठें और आधे घण्टे तक शुद्ध हवा का आनंद लेते हुये सुबह की सैर जरूर करें।

डॉ. दुर्गा प्रसाद पांडेय


मोटापे और पेट की चर्बी गलने के लिए

अलसी 

ये पेट की चर्बी को कम करने में मदद करता है क्योंकि इसमें ओमेगा 3 फैटी एसिड और फाइबर भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। इसका यूज करने के लिए बीज को4 मिनट तक गर्म करना होगा ।

जीरा 

सूखा हुआ जीरा लें, अगर आपको लगता है कि उसमें नमी है तो उसे धूप में सुखा लें। जीरा मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करता है और इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है। जिससे चर्बी घटती है।

अजवाइन

अजवाइन पेट के लिए बहुत फायदेमंद होती है। ये भी चर्बी घटाने में मदद करती है।

3 औषधियों का कारगर चूर्ण बनाने का तरीका

इस चूर्ण को बनाने के लिए आपको 

3 चम्मच असली के बीज, 

2 चम्मच जीरे, 

2 चम्मच अजवाइन को लेना है। 

अलसी का बीज सिके हुए होंगे। 

इन तीनों को अच्छे से मिलाकर पीस लें। अब चूर्ण तैयार हो जाएगा। ये चूरन पेट की चर्बी को तेजी से पिघलाएगा।

चूर्ण सेवन करने का तरीका

इस चुर्ण को लेते वक्त ये ध्यान रखना है कि आपको खाना खाने के बाद और पहले गुनगुन पानी ही लेना है। इसके साथ ही पूरे दिन पर्याप्त पानी पीना होगा। एक चम्मच चूर्ण को गुनगुने पानी के साथ डेली नाश्ता करने से पहले लेना है। डेली यूज से पेट की चर्बी 10 दिनों में ही कई किलो तक कम हो जाएगी। अगर और जल्दी रिजल्ट चाहते हैं तो इसे दिन में दो बार ले सकते हैं। एक चम्मच सुबह नाश्ते के पहले और एक चम्मच रात को खाने से पहले ले सकते हैं। चूरन लेते वक्त ये रखें ध्यान की इस चूर्ण को लेते वक्त ये ठंडी चीजों का सेवन करना होगा क्योंकि अलसी खाने में गर्म होती है।

पेट कम करने के उपाय

1. सवेरे उठ के खाली पेट करेले का जूस पीने से आप चर्बी को आसानी से पिघला सकते है|

2. दिन भर गर्म पानी का सेवन करे. गर्म पानी में नींबू और अदरक का रस हो तो और भी बेहतर है. काली मिर्च डाले तो गुण और बढ़ जाएँगे| गर्म चाय, बिना दूध और शक्कर के आप सेवन करे तो भी यह फ़ायदा मिलेगा. गर्म पानी से पाचन तंत्र सुधर जाता है और गतिविधि बढ़ती है| जिस से आप का शरीर चर्बी को अच्छी तरह से उपयोग करके जला देता है|

3. इन सभी पेट की चर्बी कम करने के तरीके आसान तो है मगर समय लगता है और आप को परहेज करना जरूरी है| नमक कम करे, तले हुए और बाजारू चीज़ो का सेवन ना करे, सफ़ेद शक्कर को बिल्कुल बंद करे, धूम्रपान बंद कर दे

 व्यायाम

1. हर रोज 2 घंटे तक तेज चलने का रखे तो पेट कम कैसे करे की समस्या का हल अपने आप निकल आएगा|

2. मोटापा कम करने के तरीके में एक तरीका यह है की आप इतना व्यायाम करे की आप का शरीर चर्बी को पिघालने लगे. इस के लिए एरोबिक्स करे 30 मिनिट्स तक वेट लिफ्टिंग करे और हो सके तो दौड़ लगाए. पेट कम करने के लिए व्यायाम बहुत ही ज़रूरी है. दवाई या जड़ी बूटी से ही लाभ नहीं आता है|

3. आहार के साथ व्यायाम हो तो अवश्य आप के मोटापे में फ़र्क दिखाई देगा|

4. पेट कम करने के लिए योगासन बहुत ही फयदेमंद है. सवेरे उठ के 20 मिनिट तक आप कोई एक या दो योगासन, जो आप के लिए अनुकूल है और आसान है वो ही करे|

5. योगा में वक्रासना, भुजंगासन, त्रिकोनसन, पाशचिमोत्तासन, गरुर्ढआसन, उत्कतसना, अर्धचंदारसना और शलभासना जैसे आसन वजन नियंत्रण करने में और मोटापा कम करने में मदद करते है, कई आसन कठिन हैं ज़्यादा उम्र हो जाने पर जो आसन कर सकते है वही करें, मगर नियमित करे|

डॉ. दुर्गा प्रसाद पांडेय


गुड़ खाकर गर्म पियें पानी, जड़ से खत्म हो जाएंगी ये 6 गंभीर बीमारी

गुड़ काफी मीठा होता है और खाने में काफी स्वादिष्ट भी होता है। लेकिन फिर भी कई लोग नहीं जानते कि गुड़ का सेवन करने से व्यक्ति को कौन से फायदे होते हैं। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि रोज़ाना एक टुकड़ा गुड़ खाकर एक गिलास गर्म पानी पीने से कौन से रोग खत्म हो जाते हैं।

1. पेट हो जाएगा कम: अगर आप अपने बढ़े हुए पेट को अंदर करना चाहते हैं, तो रात को 2 टुकड़े गुड़ खाकर गर्म पानी पी लीजिये। गुड़ में पोटेशियम, मैग्नीशियम, बिटामिन B1, B6 और विटामिन C होते हैं, जो एक्स्ट्रा कैलोरी बर्न करने में मदद करते हैं।

2. पेट से जुड़ी परेशानियाँ: सोने से पहले 2 टुकड़े गुड़ खाकर गर्म पानी पीने से पेट संबंधी परेशानियाँ दूर हो जाती हैं। अगर आपको भी सुबह पेट साफ ना होने की शिकायत रहती है, तो यह उपाय जरूर आज़माया करें।

3. अनिद्रा की समस्या होगी दूर: अगर आपको रात में ठीक से नींद नहीं आती या बैचेनी महसूस होती है, तो गर्म पानी के साथ 1 – 2 टुकड़े गुड़ जरूर खाएं। गुड़ में मौजूद एंटी-डिप्रेसेंट गुण तनाव को कम करके गहरी नींद दिलाने में मदद करेंगे।

4. मुँह की बीमारियों को करे खत्म: रात को इलायची खाकर गर्म पानी पीने से मुँह में मौजूद बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं, जिससे आप कैविटी जैसी परेशानी से बचे रहते हैं। साथ ही, इससे मुँह की बदबू भी दूर होती है? औ मसूड़े भी स्वस्थ रहते हैं।

5. पथरी की समस्या को करे खत्म: सोने से पहले 1 टुकड़ा गुड़ को गर्म पानी के साथ खाने से पथरी जल्दी टूटकर पेशाब के रास्ते बाहर आ जाती है। साथ ही, गुड़ से सीने में जलन, और और जोड़ों के दर्द से भी राहत मिलती है।

6. बालों का झड़ना करे कम: प्रदूषण का अटैक, तनाव, और अहितकारी भोजन करने वालोंकगग बालों को कमजोर कर देती है, जिसके कारण वह झड़ने लगते हैं। लेकिन सोने से पहले एक टुकड़ा गुड़ खाकर पानी पीने से बालों का झड़ना बंद हो जाता है।

डॉ. दुर्गा प्रसाद पांडेय


माइग्रेन ओर माइग्रेन के कारण होने वाली उल्टि रोकने उपाय

सिरदर्द का रोग अर्धकपारी या फिर माइग्रेन एक बडी़ ही आम सी बीमारी है। कई लोग माइग्रेन से हफ्ते में एक या दो बार जरुर जूझते हैं। इसके रोगी वे होते हैं जिनके घरों में यह बीमारी सालों से चली आ रही हो। माइग्रेन का दर्द बड़ा ही तेज होता है जिसमें सिर के एक ही ओर तेज़ दर्द होने लगता है। यह दर्द कई अन्‍य बीमारियों की भी न्‍यौता देता है जैसे, चक्‍कर, उल्‍टी और थकान।

सभी जानते है की माइग्रेन में होने वाला सर दर्द कितना तकलीफ दायक होता है। यह दर्द अचानक ही शुरू होता है और अपने आप ही ठीक भी हो जाता है।

हाथों के स्पर्श से मिलने वाला आराम और प्यार किसी भी दवा से ज्यादा असर करता है। इस दर्द में अगर सर, गर्दन और कंधो की मालिश की जाये तो यह इस दर्द से राहत दिलाने में मददगार साबित हो सकता है। इसके लिए हलकी खुशबू वाले अरोमा तेल का प्रयोग किया जा सकता है।

माइग्रेन के दर्द को ठीक करने के कई तरीके हैं जैसे दवाइयां या फिर कुछ खाघ पदार्थ। क्‍या आप जानते हैं कि ऐसे कई फूड्स हैं जिन्‍हें खा कर आप माइग्रेन के दर्द से तुरंत ही छुटकारा पा सकते हैं। यदि आपको हर समय दवाइयों पर जिन्‍दा नहीं रहना है तो अब खाघ पदार्थ खा कर अपने जीवन की रक्षा करें। इन्‍हें खाने के अलावा थोड़ा आराम करना भी आवश्‍यक है।

माइग्रेन को दूर भागने के घरेलु नुस्खे

हरी पत्‍तेदार सब्‍जियां इन सब्‍जियों में मैग्निशियम अधिक होता है। यह रसायन माइग्रेन के दर्द को तुरंत गायब कर देगा। साबुत अनाज, समुंद्री जीव और गेहूं आदि में बहुत मैग्निशियम होता है।

अलसी का बीज

इसमें भी खूब सारा ओमेगा 3 और फाइबर पाया जाता है। यह बीज सूजन को कम करती हैं।

कॉफी

यह बात बिल्‍कुल सही है कि सिर दर्द में कॉफी पीने से वह गायब हो जाता है, तो माइग्रेन अटैक आने पर कॉफी का सेवन जरुर करें।

अदरक

आयुर्वेद के अनुसार अदरक आपके सिर दर्द को ठीक कर सकता है। भोजन बनाते वक्‍त उसमें थोड़ा सा अदरक मिला दें और फिर खाएं।

दूध

दूध वसा रहित दूध या उससे बने प्रोडक्‍ट्स माइग्रेन को ठीक कर सकते हैं। इसमें विटामिन बी होता है जिसे राइबोफ्लेविन बोलते हैं और यह कोशिका को ऊर्जा देती है। यदि सिर में कोशिका को ऊर्जा नहीं मिलेगी तो माइग्रेन दर्द होना शुरु हो जाएगा।

बाजरा

इसमें फाइबर, एंटीऑक्‍सीडेंट और मिनरल पाये जाते हैं। तो ऐसे में दर्द पड़ने पर साबुत अनाज से बने भोजन का जरुर सेवन करें।

कुछ अन्य नुस्खे जिनकी मदद से आप माइग्रेन की बीमारी को दूर कर सकते है

एक तोलिये को गरम पानी में डुबाकर उस गरम तोलिये से दर्द वाले हिस्सों में मालिश करे। कुछ लोगों को ठंडे पानी से की गयी इसी तरह की मालिश से भी आराम मिलता है। इसके लिए आप बर्फ के टुकड़ो का उपयोग भी कर सकते है।कपूर को घी में मिलकर सर पर हलके हाथों से मालिश करे। मक्खन में मिश्री मिलाकर सेवन करे।नींबू का छिलका पीसकर उसका लेप माथे पर लगाने से माइग्रेन ठीक होता है।रात की नींद अच्छी तरह से ले। ताकि आप अच्छा महसूस कर सकेंगे।कोशिश करे की हर दिन सोने और उठने का एक नियमित समय हो जो लोग अनियमित तरीके से सोते है या फिर जिनके ऑफिस की ड्यूटी हमेशा बदलती रहती है उन्हें इस प्रकार की समस्या अधिक होती है।माइग्रेन के दर्द से बचने के लिए सही आहार का सेवन करे, यह आपके लिए बहुत जरुरी है।

उल्टी होना शरीर से विजातीय पदार्थ निकालने की एक शारीरिक प्रक्रिया है, मगर कभी कभी शरीर में संक्रमण होने से कुछ भी खाने पीने से तुरंत उल्टियाँ होने लगती है। ऐसे में ये उपाय सीधे सीधे संक्रमण समाप्त कर उल्टी को तुरंत रोकते हैं। आइये जानते हैं।

वमन उल्टी या जी मिचलाना

दो लौंग कूटकर 100 ग्राम पानी में डालकर उबालें। आधा पानी रहने पर छानकर स्वाद के अनुसार मिश्री मिलाकर पी लें और करवट लेकर सो जाएँ। दिन भर में चार-चार घंटे से ऐसी चार मात्राएँ लेने से उल्टियाँ बंद हो जाएँगी।

1. दो लौंग पीसकर 30 ग्राम पानी में मिलाकर थोड़ा गर्म करके पिलाने से जी मिचलाना ठीक हो जाता है। लौंग के पानी से सुखी हिचकियाँ भी शांत हो जाती है। केवल एक-दो लौंग चबाने चूसने से भी जी मिलचाना और मुख का बिगड़ा स्वाद ठीक होता है। चक्कर, उबकाई आने में लौंग का प्रयोग बड़ा लाभप्रद है।

2. गर्भावस्था की उल्टियों में दो लौंग मिश्री के साथ पीसकर आधा कप गर्म पानी में मिलाकर देने से आराम होता है।

3. बस में सफर करते समय जिन्हे उल्टियाँ होती है, उन्हें भी मुंह में एक लौंग रखकर चूसना लाभप्रद रहता है।

4. मुख का बिगड़ा स्वाद ठीक करने के लिए, मुख शुद्धि और कीटाणुरहित करने के लिए आवश्यकता के समय में एकबार एक लौंग चूसना लाभप्रद है।

डॉ. दुर्गा प्रसाद पांडेय


तुतलापन

पहला प्रयोगः सूखे आँवले के 1 से 2 ग्राम चूर्ण को गाय के घी के साथ मिलाकर चाटने से थोड़े ही दिनों में तुतलापन दूर हो जाता है।

दूसरा प्रयोगः दो रत्ती शंखभस्म दिन में दो बार शहद के साथ चटायें तथा छोटा शंख गले में बाँधें एवं रात्रि को एक बड़े शंख में पानी भरकर सुबह वही पानी पिलायें।

तीसरा प्रयोगः बारीक भुनी हुई फिटकरी मुख में रखकर सो जाया करें। एक मास के निरन्तर सेवन से तुतलापन दूर हो जायेगा।

साथ में यह प्रयोग करवायें- अन्तःकुंभक करवाकर, होंठ बंद करके, सिर हिलाते हुए 'ॐ...'का गुंजन कंठ में ही करवाने से तुतलेपन में लाभ होता है।

डॉ. दुर्गा प्रसाद पांडेय


लो ब्लड प्रेशर के लिए घरेलू नुस्खे

1  50 ग्राम देशी चने व 10 ग्राम किशमिश को रात में 100 ग्राम पानी में किसी भी कांच के बर्तन में रख दें। सुबह चनों को किशमिश के साथ अच्छी तरह से चबा-चबाकर खाएं और पानी को पी लें। यदि देशी चने न मिल पाएं तो सिर्फ किशमिश ही लें। इस विधि से कुछ ही सप्ताह में ब्लेड प्रेशर सामान्य हो सकता है।

2  रात को बादाम की 3-4 गिरी पानी में भिगों दें और सुबह उनका छिलका उतारकर कर 15 ग्राम मक्खन और मिश्री के साथ मिलाकर बादाम-गिरी को खाने से लो ब्लड प्रेशर नष्ट होता है।

प्रतिदिन आंवले या सेब के मुरब्बे का सेवन लो ब्लेड प्रेशर में बहुत उपयोगी होता है।

3.  आंवले के 2 ग्राम रस में 10 ग्राम शहद मिलाकर कुछ दिन प्रातःकाल सेवन करने से लो ब्लड प्रेशर दूर करने में मदद मिलती है।

4  लो ब्लड प्रेशर को सामान्य बनाये रखने में चुकंदर रस काफी कारगर होता है। रोजाना यह जूस सुबह-शाम पीना चाहिए। इससे हफ्ते भर में आप अपने ब्लड प्रेशर में सुधार पाएंगे।

जटामानसी, कपूर और दालचीनी को समान मात्रा में लेकर मिश्रण बना लेँ और तीन-तीन ग्राम की मात्रा मेँ सुबह-शाम गर्म पानी से सेवन करें। कुछ ही दिन मेँ आपके ब्लड प्रेशर में सुधार हो जायेगा।

जिसको लो बी पी की शिकायत हो और अक्सर चक्कर आते हों तो आवलें के रस में शहद मिलाकर चाटने से जल्दी आराम मिलता है।

5  रात्रि में 2-3 छुहारे दूध में उबालकर पीने या खजूर खाकर दूध पीते रहने से निम्न रक्तचाप में सुधार होता है। अदरक के बारीक कटे हुए टुकडों में नींबू का रस व सेंधा नमक मिलाकर रख लें। इसे भोजन से पहले थोडी-थोडी मात्रा में दिन में कई बार खाते रहने से यह रोग दूर होता है।

6  200 ग्राम मट्ठे मे नमक, भुना हुआ जीरा व थोडी सी भुनी हुई हींग मिलाकर प्रतिदिन पीते रहने से इस समस्या के निदान में पर्याप्त मदद मिलती है।

7 200 ग्राम टमाटर के रस में थोडी सी काली मिर्च व नमक मिलाकर पीना लाभदायक होता है। उच्च रक्तचाप में जहां नमक के सेवन से रोगी को हानि होती है, वहीं निम्न रक्तचाप के रोगियों को नमक के सेवन से लाभ होता है। गाजर के 200 ग्राम रस में पालक का 50 ग्राम रस मिलाकर पीना भी निम्न रक्तचाप के रोगियों के लिये लाभदायक रहता है।

8 निंबू को पानी के साथ या सलाद आदि के साछ रोज खाने से इस समस्या से रात मिलती है।

9. लहसुन निम्न रक्तचाप के रोगियों के लिये बहुत ही लाभदायक होता है इसका नियमित सेवन करने से भी लो ब्लड प्रेशर की समस्या में आराम होता है।

इसके साथ ही साथ लो ब्लड प्रेशर के मरीजो के लिए भोजन पोषक तत्वोँ से भरपूर होना चाहिए, पैदल चलना, साईकिल चलाना और तैरना जैसे व्यायाम भी फायदेमंद साबित होते है।

डॉ. दुर्गा प्रसाद पांडेय


फ्रिज का पानी पीते हैं, तो इसके नुकसान भी जान लीजिए

1 फ्रिज का पानी सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है और इसका एक बड़ा कारण यह है कि फ्रिज में पानी कृत्रिम तरीके से सामान्य से अत्यधिक कम तापमान पर होता है, जो नुकसानदायक है।

2 फ्रिज का एकदम ठंडा पानी पीने से बड़ी आंत सिकुड़ जाती है जिससे वह अपना काम ठीक तरीके से नहीं कर पाती। परिणामस्वरूप सुबह ठीक से पेट साफ नहीं हो पाता, और मल पेट में ही रह सड़ता है।

3 इस पानी को पीने से लंबे समय का कब्ज हो सकता है, जिससे आपका पूरा तंत्र गड़बड़ा जाता है और कई अन्य बीमारियां जन्म ले लेती हैं। आयुर्वेद में कब्ज को सारी बीमारियों की जड़ कहा गया है।

4 अत्यधिक ठंडा पानी पीने से शरीर की कोशिकाएं सिकुड़ जाती हैं और ठीक तरीके से काम नहीं कर पाती। इसका असर आपके मेटाबॉलिज्म और सेहत पर सीधा पड़ता है। यह आपकी ध़ड़कनों को कम भी कर सकता है।

5 फ्रिज का पानी पीने से गला खराब होने की संभावना अधिक होती है। रोजाना अगर आप इस आदत को जारी रखेंगे तो टॉन्सिल्स गले, फेफड़े और पाचन तंत्र के रोग होना बेहद आम बात है। 

 रोजमर्रा की जिंदगी में इन कृत्रिम सुख सुविधाओं का प्रयोग करना टालें ।

डॉ. दुर्गा प्रसाद पांडेय


लहसुन खाना है फायदेमंद

1) लहसुन श्वसन तंत्र के लिए अच्छा होता है: यह टीबी, दमा, निमोनिया, सर्दी, ब्रोंकाइटिस, पुरानी ब्रोन्कियल सर्दी, फेफड़ों में संक्रमण और खांसी की रोकथाम और इलाज के लिए अच्‍छा होता है।

2) ट्यूबरक्लोसिस की समस्‍या होने पर सुबह खाली पेट लहसुन खाना बहुत फायदेमंद होता है।

3) दांत के दर्द में लहसुन का सेवन फायदेमंद होता है। यदि कीड़ा लगने से दांत में दर्द हो तो आप लहसुन के टुकड़ों को गर्म करें और उन टुकड़ों को दर्द वाले दांत पर रखकर कुछ देर तक दबाएं। ऐसा करने से दांत का दर्द ठीक हो जाता है।

4) फ्लू यानी इन्फलुएन्जा में सुबह उठकर गर्म पानी के साथ लहसुन और प्याज का रस पीने से फ्लू से निजात मिलता है।

5) लहसुन पूरी zरह से एंटीबायोटिक है। इसलिए फोड़े होने पर लहसुन को पीसकर उसकी पट्टी बांधने से फोड़े मिट जाते हैं।

6) टीबी और खांसी जैसी बीमारियों को दूर करने में लहसुन लाभकारी है। लहसुन के रस की बूंदों को रूई में भिगोकर सूंघने से सर्दी ठीक हो जाती है।

7) लहसुन के नियमित सेवन करने से आपको कई प्रकार के स्‍वास्‍थ्‍य लाभ मिलते है और यह आपके स्‍वास्‍थ्‍य की रक्षा करता है। इनकी हीलिंग गुणों को नियमित इस्‍तेमाल करने से आप कुछ ही दिनों में यकीनन अपने समग्र स्‍वास्‍थ्‍य में सुधार देखने लगेगें।

डॉ. दुर्गा प्रसाद पांडेय


लीवर को स्‍वस्‍थ रखने के लिए प्रतिदिन चार-पांच कच्‍चा आंवला खाना चाहिए। इसमें भरपूर विटामिन सी मिलता है जो लीवर के सुचारु संचलन में मदद करता है।

 उपाय 

1– लीवर सिरोसिस के लिए पपीता रामबाण इलाज है।

प्रतिदिन दो चम्‍मच पपीता के रस में आधा चम्‍मच नींबू का रस मिलाकर पीने से लीवर सिरोसिस ठीक हो जाता है। लीवर की रक्षा के लिए तीन-चार सप्‍ताह तक नियमित इसका सेवन करना चाहिए।

2– लीवर को ठीक रखने के लिए सिंहपर्णी जड़ की चाय दिन में दो बार पीना चाहिए। इसे पानी में उबालकर भी पिया जा सकता है, बाज़ार में सिंहपर्णी का पाउडर भी मिलता है।

3– पानी उबाल लें और उसमें मुलेठी की जड़ का पाउडर डाल दें। जब पानी ठंडा हो जाए तो उसे छानकर कर रख लें और दिन में दो बार सेवन करें। इसे चाय के बराबर लेना चाहिए। इससे ख़राब लीवर को ठीक किया जा सकता है।

4– अलसी के बीज को पीसकर टोस्‍ट या सलाद के साथ खाने से लीवर की बीमारियां नहीं होतीं। अलसी में फीटकोंस्टीटूएंट्स होता है जो हार्मोंन को रक्‍त में घूमने से रोकता है और लीवर का तनाव कम करता है।

5– एवोकैडो और अखरोट में ग्लुटथायन मिलता है जो लीवर में मौजूद विषैले तत्‍वों को बाहर निकालने में मदद करता है।

6– लीवर सिरोसिस के लिए पालक व गाजर के रस का मिश्रण उत्‍तम इलाज है। दोनों की मात्रा समान होनी चाहिए। दिन में कम से कम एक बार इसका सेवन जरूर करना चाहिए।

7– पत्‍तेदार सब्ज़ियों व सेब में पेक्टिन पाया जाता है जो पाचन तंत्र के विषैले तत्‍वों को बाहर निकालकर लीवर को ठीक रखता है।

8– भूमि आंवला लीवर की तमाम समस्‍याओं को दूर करता है। इसे उखाड़कर जड़ सहित पीस लें और पी जाएं। लीवर का सूजन, लीवर का बढ़ना व पीलिया आदि रोगों में यह अत्‍यंत लाभकारी है।

9- पथरी न हो तो चुना का उपयोग अति ऊतम है। लिवर सोराइसिस हेतु इसे दूध छोडकर किसी भी तरल पदार्थ में मिलाकर गेहू के दाने के बराबर या बिना कथा सुपारी युक्त पान खाये नियमित (चूना,देशी पान, अजवाइन, लौंग,गुलकंद, युक्त)

10- दो चमच्च धनिया चटनी सुबह शाम गुनगुने जल के साथ

11- गौमूत्र सुबह शाम खलिपेट आधा कप

12- सुबह शाम त्रिफला का सेवन रात्रि को दूध या गर्म जल के साथ भोजन पश्चात सुबह गुड़ या शहद के साथ।

13- 10 किशमिश रात को एक गिलास पानी मे उबाले व रात भर रख दे सुबह इस पानी का सेवन करे व किशमिश को चबाकर खायें।

लिवर शरीर के प्रमुख अंगों में से एक है। यह एक प्रकार की ग्रंथि है जो मेटाबॉलिज्म को नियंत्रित रखती है। पाचनक्रिया में भी यह अंग मददगार है जो बाइल का निर्माण करता है। लिवर शरीर के प्रमुख अंगों में से एक है। यह एक प्रकार की ग्रंथि है जो मेटाबॉलिज्म को नियंत्रित रखती है। पाचनक्रिया में भी यह अंग मददगार है जो बाइल का निर्माण करता है। इस अंग के खराब होने से हेपेटाइटिस, पीलिया और अन्य लिवर संबंधी दिक्कतों की आशंका बढ़ जाती है। 

लिवर से जुड़े रोग

1. हेपेटाइटिस के कारण :

वायरल बैक्टीरियल इंफेक्शन इसकी मुख्य वजह है। ऐसे में विषैले तत्त्व शरीर से बाहर निकलने की बजाय रक्त में मिल जाते हैं।

लक्षण :

भूख न लगने, बुखार, जोड़ व मांसपेशियों में दर्द व उल्टी आने जैसी समस्या होती है। इसके अलावा मरीज को सर्दी सहन न होना, भोजन के 1-2 घंटे बाद ही खट्टी डकारों के साथ खाना ऊपर आना और मोशन के बाद थकान व कमजोर महसूस होती है।

2. अल्कोहॉलिक लिवर डिजीज के कारण :

फैटी लिवर, सिरोसिस या अल्कोहॉलिक लिवर डिजीज के लिए अधिक शराब पीना जिम्मेदार है।

लक्षण :

पीलिया के लक्षणों के अलावा त्वचा पर खुजली होने, सर्दी सहन न होने और मरीज का स्वभाव गुस्सैल व अकेले रहना पसंद करना होता है। इन मरीजों में बचपन से कब्ज की दिक्कत और मसालेदार भोजन खाने व कॉफी पीने की इच्छा बनी रहती है।

3. ड्रग इंड्यूस्ड कारण :

बिना डॉक्टरी सलाह के अनियंत्रित रूप से दवा लेना लिवर की कार्यप्रणाली धीरे-धीरे बिगाड़ देता है। इससे दवाएं बेअसर होकर दुष्प्रभाव छोड़ती है जिससे संक्रमण हो सकता है।

लक्षण :

कमजोरी के साथ पेट के निचले भाग में दर्द। अधिक वजन वाले ऐसे मरीज जो हर काम को धीरे करते है। इसके अलावा दूध से एलर्जी व चॉक व पेंसिल खाने की इच्छा होने और मरीज को सिर पर ज्यादा पसीना आने की परेशानी रहती है।

4. पीलिया के कारण :

लिवर बिलुरूबिन बाहर निकालता है। इस रोग में बिलुरूबिन का स्तर बढऩे से यह रक्त में मिल जाता है और शरीर की रंगत में पीलापन आ जाता है। वायरल हैपेटाइटिस से यह रोग होता है।

लक्षण :

पेट व पैरों में सूजन, थकान, शरीर पर पीलापन, अधिक रक्तस्त्राव, सफेद मल और गहरे रंग का यूरिन आना, पीलिया होने पर आंखें, नाखून व त्वचा पर पीलापन और त्वचा पर खुजली होना।

डॉ. दुर्गा प्रसाद पांडेय


पोखरे में डूबनें से दो मासूम सगे भाई की मौत , सोनचिरैया गांव में पसरा मातम

महराजगंज(क्राइम ब्यूरो)।  स्थानीय थाना क्षेत्र के ग्राम सभा सोनचिरैया में सोमवार के दोपहर पोखरे में डूबनें से दो सगे मासूम भाइयों की मौत हो गयी। जानकारी के अनुसार ग्राम सभा सोनचिरैया में सोनू राय के दो मासूम बच्चे शिवांश उम्र 6 वर्ष व राज उम्र 4 वर्ष सोमवार की दोपहर खेलते खेलते घर के सामने स्थित पोखरे में गिर कर डूब गये परिजनों नें काफी खोजबीन की जब नहीं मिले तो अचानक किसी की नजर पोखरे के समीय पड़े चप्पल पर गयी। सक के आधार पर ग्रामिण एवं पारिजन पोखरे में छानबीन करनें लगे। थोड़ी देर वाद दोनों मासूम बच्चों की लाश मिली। मासूमों की लाश मिलते ही कोहराम मच गया। धीरे धीरे यह घटना जंगल में आग की तरह फैल गया। पूरे गांव में मातम छा गया।परिजन विना किसी कार्रवाई के अंतिम संस्कार कर दिया। इस सम्बन्ध में प्रभारी थानाध्यक्ष भगवान वक्श सिंह नें बताया कि इस सम्वन्ध में कोई सूचना एवं तहरीर नहीं मिली है।- 


फेकू बाबा

कोरोना का रोना लटपट

सांस भी छूट रही झटपट।।

आया दवा हुए लापरवाह 
लगी कतारे सजी महफिल
फिर सुनसान का दामन थामने
सोचने लगी है सरकारें।।

मानव तेरी फितरत ने परेशां किया
जो चला जाने वाला था उसे वुलावा दिया।।

यूं तो रैलियां न निकाला कर
ऑन लाइन ही बुलाया कर
चुनाव हो या प्रचार हो
दो गज तू भी दूरी बनाया कर।।

खूब चला तेरा सिक्का जहां में
अब न इसे घिसाया कर
बात फेकने से हासिल क्या
अब न दूजा फेकू बनाया कर।।

बात घिस घिस के जवां हो गई
चौदह से अब इक्कीस हो गयी
दफ्तर हो गये निजी गुलदस्ते
उसमे बैठे कोरोना के फरिश्ते।।
                                    आशुतोष 
                                  पटना बिहार 

Saturday, April 24, 2021

सोनपुर में कोरोना बंम फूटने से 88 लोग हुआ घायल, मेडिकल टीम अन्य के खोज में जुटी ,201 लोगो को दी गयी कोविड 19 वैक्सीन

                        सारण (ब्यूरो चीफ  संजीत कुमार) दैनिक अयोध्या टाइम्स सोनपुर---सोनपुर में लगातार कोरोना के संक्रमित मरीज की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है वही  दूसरी ओर अब मरने वाले की भी संख्या धीरे-धीरे बढ़ रही है । ऐसे में लोगों को अब सचेत होकर घर से निकलने की जरूरत है नहीं तो आप अपने,अपने परिवार एवं अपने समाज के लोगों को परेशानी में डाल देंगे । इस लिए घर से कम निकले, बहुत जरूरी कार्य हो तो घर से निकलते वक्त सुरक्षा व्यवस्था के साथ निकले । आपके जीवन परिवार के लिए बहुत महत्वपूर्ण है उक्त बातें कोरोना नोडल अधिकारी डॉ अभिषेक कुमार सिन्हा ने शनिवार को देते हुए कहा कि रैपिड कीट से कोरोना की जांच की गई जिसमें रेलवे स्टेशन,एएनएम ट्रेनिंग सेंटर ,अनुमंडल अस्पताल, बैजलपुर में कुल 412 लोगों को जांच किया गया जिसमें 88 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं । सभी संक्रमित व्यक्ति को होम आइसोलेशन में रहने के साथ दवा उपलब्ध कराते हुए उनके संपर्क में रहने वाले लोगों को चिन्हित कर उन्हें भी कोरोना की जांच की जायेगी । उन्होंने यह भी बताया कि एक संक्रमित मरीज भर्ती है ।  201 लोगों को कोविड-19 की वैक्सीन दी गई है । वही जिला जनसंपर्क अधिकारी ज्ञानेश्वर प्रकाश ने जनकारी दी कि सारण जिले में आज तक कोरोना संक्रमितों के कुल 3760 एक्टिव केस  में से सबसे अधिक 1266 केस छपरा नगर निगम/ छपरा सदर प्रखंड में हैं तथा सोनपुर में  495, परसा में 226, दिघवारा में 207 एवं इसुआपुर में 153  एक्टिव केस हैं।

कोरोना संक्रमित व्यक्ति का हाजीपुर में इलाज के दौरान मौत

सारण जिले के परसा थाना क्षेत्र के माड़र गांव कि एक व्यक्ति की कोरोना की चपेट में आने से मौत हो गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार बताया जाता है कि उक्त गांव निवासी अनिल शाह का तबीयत खराब था। जिसे इलाज के लिए हाजीपुर एक निजी क्लीनिक में ले जाया गया। जहां जांच में वे कोरोना पॉजिटिव पाए गए उसके बाद दवा देकर उन्हें होम कवरेंटाइन कर दिया गया। अचानक तबीयत अधिक खराब होने पर परिजन आनन-फानन में पुनः हाजीपुर ले गए जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।

पुलिस पर हमला करने वाला एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर भेजा जेल

           सारण (ब्यूरो चीफ संजीत कुमार) दैनिक अयोध्या टाइम्स सोनपुर---  सोनपुर थाने के चित्रसेनपुर गांव में 16 मार्च को पुलिस ने शराब कारोबारियों के यहां छापामारी करने गई पुलिस पर शराब कारोबारियों ने अपनी दुस्साहस का परिचय देते हुए पुलिस पर हमला कर दी जिसमें एक पुलिस पदाधिकारी के साथ दो पुलिसकर्मी घायल हो गया तथा पुलिस वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गया  था । इस मामले में पुलिस ने थाने में 20 नामजद 25 से 30 अज्ञात लोगों के खिलाफ थाने में प्राथमिकी दर्ज की थी जिसमें एक आरोपी को कांड के अगले दिन ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था वही सोनपुर पुलिस ने एक  और शराब कारोबारियों को  गिरफ्तार कर लिया । थाना अध्यक्ष अकील अहमद ने बताया कि चित्रसेनपुर गांव के शराब कारोबारी  रम्भु राय को शनिवार को जेल भेज दिया गया ।

भारत स्काउट गाइड के जिला सलाहकार द्वारा मुस्कुराहट कायम रहे अभियान चलाया गया

राजापाकर( वैशाली )संवाद सूत्र, दैनिक अयोध्या टाइम्स

कोविड-19 वैश्विक महामारी की स्थिति में मानव जाति भयभीत है। कोरोना वायरस से भयभीत होकर जीवन जीने को मजबूर है, ऐसे विषम परिस्थिति में जीवन को बेहतर एवं आनंदमय तरीके से जीने के लिए भारत स्काउट गाइड के जिला सलाहकार सह प्रखंड साधन सेवी राजापाकर प्रमोद कुमार सहनी वैशाली जिले के साथ साथ पुरे बिहार में मुस्कुराहट कायम रहे अभियान चला रहे हैं। मुस्कुराहट कायम रहे अभियान जिला सलाहकार प्रमोद कुमार सहनी के कुशल नेतृत्व में मार्च 2020 से अभी तक निरंतर जारी है। बच्चे ,बूढ़े एवं जवान आदि सभी को खुश रखने के लिए   प्रमोद कुमार द्वारा मुस्कुराहट कायम रहे अभियान को ऑनलाइन भी संचालित किया जा रहा है। मुस्कुराहट एक भाव है जिसे किसी के मन की खुशी के भाव का इजहार होता है। लोगों को जब किसी भी बात की खुशी महसूस होती है तब वह आंखों ही आंखों में मुस्कुराता है।इससे वह जीवन का आनंद लेता है। मुस्कुराहट से तनाव कम होती है। मुस्कुराहट तभी आती है जब खुशी का इजहार होगा, तब कोई व्यक्ति लंबी और स्वस्थ जीवन जी सकता है। मुस्कुराते रहने से रोग शोक से मुक्ति मिल सकती है। मानसिक रूप से स्वस्थ रहने एवं लंबी आयु जीने के लिए प्रमोद कुमार द्वारा विभिन्न प्रकार के ऑनलाइन गतिविधि संचालित किए जा रहे हैं। मुस्कुराहट जीवन जीने की एक संजीवनी बूटी है, मुस्कुराहट जीवन के लिए ऑक्सीजन की तरह प्राणवायु है।मनुष्य के जीवन में जीवन में अगर मुस्कुराहट नहीं है तब सर्व संपन्न होने के बावजूद भी मरघट की तरह जीवन जीता है। इसलिए जीवन में मुस्कुराइए ,उस का आनंद लीजिए। फूल बनकर मुस्कुराना जिंदगी है, मुस्कुराकर गम भुलाना जिंदगी है, जीत कर खुश हो गए तो क्या हुआ, हार कर भी मुस्कुराना जिंदगी है।

लखनऊ पश्चिम विधायक सुरेश चंद्र श्रीवास्तव की कोरोना से हुआ निधन

पुष्पेंद्र सिंह दैनिक अयोध्या टाइम्स लखनऊ


उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ पश्चिम क्षेत्र के विधायक के सुरेश श्रीवास्तव का आज कोरोना संक्रमण के कारण लखनऊ के एसजीपीजीआई अस्पताल में निधन हो गया । विधायक सुरेश श्रीवास्तव 70 वर्ष के थे और उनकी पत्नी मालती श्रीवास्तव व पुत्र सौरभ श्रीवास्तव भी कोरोना संक्रमण की वजह से लखनऊ के एसजीपीजीआई अस्पताल में इलाज करा रहे हैं । स्वर्गीय सुरेश चंद्र श्रीवास्तव लखनऊ पश्चिम क्षेत्र से चार बार विधायक रह चुके हैं। लखनऊ पश्चिम क्षेत्र के विधायक स्वर्गीय सुरेश चंद्र श्रीवास्तव एलडीए सचिवालय कॉलोनी में रहते थे 1 सप्ताह से उनका लखनऊ के एसजीपीजीआई अस्पताल में इलाज चल रहा था । स्वर्गीय सुरेश श्रीवास्तव को वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था । शुक्रवार की शाम कोरोना के कारण जब उनके निधन की खबर आई तो सिर्फ पश्चिम क्षेत्र में ही नहीं बल्कि भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय में भी शोक की लहर दौड़ गई । सरल स्वभाव वाले सुरेश चंद्र श्रीवास्तव मृदुभाषी शैली के लिए जाने जाते थे उनकी एक पुत्री और एक पुत्र चिकित्सक है। स्वर्गीय सुरेश चंद श्रीवास्तव के निधन के बाद उनके घर पर उनके चाहने वालों का तांता लग गया उनके निधन पर भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेताओं द्वारा शोक संवेदना व्यक्त की गई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि स्वर्गीय सुरेश चंद श्रीवास्तव की कमी को पूरा नहीं किया जा सकता।

Friday, April 23, 2021

सकल घरेलू उत्पाद का 8% स्वास्थ्य सेवाओं पर खर्च किया जाना चाहिए

भारत दुनिया के मुकाबले स्वास्थ्य सेवाओं पर सबसे कम खर्च करती है हमारे यहां जीडीपी का मात्र 1•२% ही स्वास्थ्य सेवाओं पर खर्च किया जाता है।वक्त आ गया है कि अब इसमें अच्छी खासी बढोतरी की जाय। राष्ट्रीय स्वास्थ्य  नीति ने तो राज्य सरकारो को 8-10% तक बजट में खर्च करने की बात कही है।जो औसतन 4-5% ही खर्च कर पाते हैं।

आज स्वास्थ्य सेवाओं का चरमराना आम लोगो पर भारी पड़ रहा है। वेड, वेंटिलेटर,आईसीयू, दवाएँ और ऑक्सीजन जैसी जरूरी सामान की किल्लत ने न जाने कितने  ही परिवारों को निगल चुकी है ।अच्छी स्वास्थ्य सेवा का होना अनिवार्य है जो कि सरकारें ही सुनिश्चित कर सकती है और सरकारो को भी जात-पात, आरक्षण से परे हटकर दायरा बढाना होगा ।आज चारो तरफ किल्लत ही किल्लत है आखिर क्यूँ? क्या बजट के प्रावधानों में स्वास्थ्य की अहमियत नही रही?क्या सरकारे सिर्फ जात पात और सब्सिडी बांटने परअपना ध्यान और क्षमता को केन्द्रित करती रहेंगी आखिर कबतक?

देश की स्वास्थ्य और उनसे जुड़े हुए सारी सेवा को चाकचौबंध करना ही होगा और बजट के दायरे को बढाये वगैर ऐसा संभव नहीं है।इस महामारी काल ने हमारे सफेद पोश की सफेद झूठ का पोल इस तरह खोला है कि चारो ओर चीख पुकार सुनने को मिल रही है क्या यही अच्छे दिन की परिभाषा है या फिर सरकारों की मनमौजी ।आखिर राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति की बातों को अनदेखी क्यों हो रही है।जब हम स्वस्थ्य ही नही रहेंगे तो एक रूपये गेहूँ और एक रूपये चावल बांटने की नीति का क्या करेंगे?

वैसे देखा जाय तो स्वास्थ्य के क्षेत्र में अमूल्य परिवर्तन हुए हैं लेकिन यह सिर्फ चंद शहरो तक सीमित हैं जबकि ग्रामीण स्तर पर या फिर जिला स्तर पर यह परिवर्तन होनी चाहिए जो सिर्फ और सिर्फ बातो से नही अपितु जमीनी स्तर पर करना ही होगा वैसी कार्य प्रणाली और सेवा प्रणाली को सुदृढ करना होगा जो स्वास्थ्य सम्बन्धी कार्यो को जिम्मेदारीपूर्वक करें सभी सरकारों को स्वास्थ्य के लिए  पहली प्राथमिकता के साथ तवज्जो देनी होगी और समस्याओ के निदान कर्मठ व योग्य चिकित्सको को लाना होगा।यह सभी कार्यो को तभी अमलीजामा पहनाया जा सकता है जब बजट हो और उसका इस्तेमाल सही तरीके से हो तो कुछ भी संभव है ।

हम आबादी के हिसाब से भी देखे तो एक वेहतर स्वास्थ्य लाभ के लिए 2500 से 5000 की आबादी पर एक डाक्टर और एक नर्स का होना अनिवार्य माना जाएगा।लेकिन जब हम ऑकडो पर आते है तो ग्रामीण क्षेत्रो में यह 50,000और शहरी क्षेत्रों में 25,000 पर पहुँच जाता है ऐसे में एक अच्छी स्वास्थ्य सेवा का सपना देखना लोगो पर भारी पड़ रहा है और सरकारें विकास का वखान करती नजर आ रही हैं जबकि हकीकत सबके सामने है।

 संविधान के 74वें संशोधन कहता है कि नगर निगम और नगरपालिका जैसे स्थानीय शहरी निकायों का कर्तव्य है कि वे शहरी क्षेत्र में प्राथमिक और व सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करावें।स्वास्थ्य के लिए हर किसी की प्राथमिकता देनी होगी चाहे वह पंचायत प्रतिनिधि हो विधायक हो सांसद अथवा मंत्री।

आज यह महामारी हमारी सिस्टम और प्रचारित कार्यप्रणाली की कलई खोल रही है और सभी मूकदर्शक बने हुए है जबकि जिन्दगी दम तोड़ने पर विवश है।कोई वेड खोज रहा, कोई ऑक्सीजन, तो कोई डाक्टर, कोई अस्पताल,कोई एम्बुलेंस, कोई श्मशान, ऐसा हिन्दुस्तान विवश और लाचार कभी नही दिखा इस महामारी ने सबको लाचार बना डाला है चाहे वह सरकारें हो या आम जनता।
                                          आशुतोष 
                                         पटना बिहार 

सोनपुर में 83 कोरोना संक्रमित व्यक्ति की हुई पहचान

एक संक्रमित की हुई मौत,283 लोगो को दी गयी कोविड19 वैक्सिन*           

सारण( ब्यूरो चीफ संजीत कुमार) दैनिक अयोध्या टाइम्स      सोनपुर--- सोनपुर प्रखंड क्षेत्र में लगातार कोरोना के संक्रमित व्यक्ति की संख्या में आए दिन बढ़ोतरी हो रही है इसमें कमी  होती नही दिखाई दे रही है । सोनपुर कोरोना नोडल अधिकारी डॉ अभिषेक कुमार सिन्हा ने शुक्रवार को स्थानीय मेडिकल स्टोर के व्यवसाय के साथ एक बैठक कर बढ़ते कोरोना के संक्रमित मरीज को देखते हुए आवश्यक दवाईया व अन्य जरूरतमंद सामान उपलब्ध रखने को कहा गया वहीं स्थानीय प्रशासन इस महामारी से बचाव के लिए सख्ती से पालन करते हुए बिना मास्क के चलने वाले वैसे लोगों एवं भीड़भाड़ वाले स्थानों पर उपस्थित लोगों के साथ-साथ दुकानों अन्य स्थानों पर एकत्रित होने वाले वैसे लोगों को ऊपर कठोरता से पेश करें तभी संक्रमित की संख्या में कमी आ सकती है । वही  सिन्हा ने यह भी  बताया कि  रैपिड कीट से कोरोना की जांच की गई जिसमें रेलवे स्टेशन ,अनुमंडल अस्पताल, एएनएम ट्रेनिंग सेंटर पर कुल 300 लोगों को जांच किया गया जिसमें 83 लोग संक्रमित पाए गए हैं । उन्होंने  बताया कि सोनपुर अनुमंडल चिकित्सा प्रभारी डॉ हरिशंकर चौधरी के भाई कोरोना संक्रमित हो गए थे जहाँ ईलाज के दौरान सोनपुर एएनएम ट्रेनिग सेंटर पर मौत हो गयी। उन्होंने बताया कि सोनपुर के विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों व पंचायत में मेडिकल टीम पहुँच कर कुल 283 लोगों को कोविड-19 की वैक्सीन दी  ।

परसा बाजार में लाउडस्पीकर के माध्यम बीडीओ ने लोगो को किया जागरूक

परसा(सारण)संवाददाता दैनिक अयोध्या टाइम्स

परसा क्षेत्र के मुख्य बाजार सब्जी मंडी में बीडीओ रजत किशोर ने घूम घूम कर लाउडस्पीकर के माध्यम से लोगो को कोरोना संक्रमण से बचने के लिए जागरूकता अभियान चलाया और बाजार को 15 मई तक बंद रखने की अपील करते हुए कहा कि अस्थायी रूप से सोशोल डिस्टेंसिग में मस्तिचक मैदान में ही लगाए और मास्क जरूर पहने बाजार में भीड़ नही लगाए बिना मास्क के घूमने वाले लोगो पर उचित कानूनी करवाई की जाएगी।महामारी से खुद बचे और लोगो को भी बचाये मास्क लगाना अतिआवश्यक हैं।

Thursday, April 22, 2021

संभल जाओ रै सारे भाईयों, न प्रकृति तै खिलवाड़ करो

कविता रचयिता- डॉ. अशोक कुमार वर्मा

संभल जाओ रै सारे भाईयों, न प्रकृति तै खिलवाड़ करो।

धरती खोदी अंबर छेदा, अब और न संहार करो।

संभल जाओ रै सारे भाईयों, न प्रकृति तै खिलवाड़ करो....

पहाड़ काटे पेड़ काटे, न जंगलों का उजाड़ करो।

संभल जाओ रै सारे भाईयों, न प्रकृति तै खिलवाड़ करो....

कंक्रीट की सड़क बना कर, न पृथ्वी का विनाश करो।

संभल जाओ रै सारे भाईयों, न प्रकृति तै खिलवाड़ करो....

नदियों को दुषित करके, न इतना तुम पाप करो।

संभल जाओ रै सारे भाईयों, न प्रकृति तै खिलवाड़ करो....

पीने को भी तरस जाओगे, न गंदगी का बहाव करो।

संभल जाओ रै सारे भाईयों, न प्रकृति तै खिलवाड़ करो....

जनसँख्या न इतनी बढ़ाओ, धरती माँ पर उपकार करो।

संभल जाओ रै सारे भाईयों, न प्रकृति तै खिलवाड़ करो....

धरती भी छोटी पड़ जागी, मिलकर सब विचार करो।

संभल जाओ रै सारे भाईयों, न प्रकृति तै खिलवाड़ करो....

अन्य जीव जंतुओं पर भाइयों, न इतना अत्याचार करो।

संभल जाओ रै सारे भाईयों, न प्रकृति तै खिलवाड़ करो....

वो हैं पर्यावरण मित्र, यह बात थाम स्वीकार करो।

संभल जाओ रै सारे भाईयों, न प्रकृति तै खिलवाड़ करो....

बड़े बड़े हिमखंड पिघल रहे, न इतना अधिक तापमान करो।

संभल जाओ रै सारे भाईयों, न प्रकृति तै खिलवाड़ करो....

धरती माता धधक रही है, न आपदाओं का आह्वान करो।

संभल जाओ रै सारे भाईयों, न प्रकृति तै खिलवाड़ करो....

पैट्रॉल डीज़ल के प्रयोग करने में, थोड़ा थाम विचार करो।

संभल जाओ रै सारे भाईयों, न प्रकृति तै खिलवाड़ करो....

 डॉ. अशोक कुमार वर्मा

Wednesday, April 21, 2021

महुआ में वेस्टीज कम्पनी के मिनी ब्रांच का हुआ उद्घाटन



महुआ(अनुमंडल संवाददाता)दैनिक अयोध्या टाइम्स।

वैशाली जिले के महुआ शहर के महुआ सिंहराय कालीस्थान रोड में वेस्टीज कम्पनी के मिनी ब्रांच का कल विधिवत पूजा अर्चना होने के बाद कम्पनी के यूसीडी संतोष कुमार और क्राउन डारेक्टर राकेश कुमार ने संयुक्त रूप से फीता काट कर विधिवत उद्घाटन  किये। उसके बाद उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए संतोष कुमार कहा कि डारेक्ट मार्केटिंग का क्रेज बढ़ता जा रहा है जिसका परिणाम है कि आपके शहर महुआ में वेस्टीज का ब्रांच खुला अभी तक केवल महुआ में 10000 हजार से ऊपर इस कम्पनी का संतुष्ट ग्राहक है ।और दिन पर दिन बढ़ते जा रहे है कम्पनी से जुड़ करअपने सपनो को पूरा कर रहे है।अगले एक दो माह के बीच 20 कार वेस्टीज के होंगे वैशाली जिले से सोचिये उस समय का मौहल कैसा हो। वेस्टीज एक नेटवर्क मार्केटिंग कम्पनी है और बहुत ही अच्छा प्लेटफार्म व प्लान है जो लोग इसको समझ लिए वे पोछे हटने को तैयार नही होगें और अपने सपनो के कार,घर,विदेश यात्रा आदि वेस्टीज के प्लेटफार्म से बहुत कम समय व थोड़ी मेहनत से इसे प्राप्त कर सकते है।उक्त समारोह में संजीत कुमार सिंह,सन्तोष कुमार,उदयशंकर जी डायमण्ड डारेक्टर,राकेश कुमार,सुभाष कुमार सिंह स्टार डारेक्टर,अखिलेश कुमार,मुकेश कुमार पवन कुमार सिल्बर डारेक्टर,सुमोद कुमार सिंह असिटेंट डारेक्टर आदि सैंकड़ों की संख्या में कम्पनी के डिस्टिब्यूटर शामिल हुए।धन्यवाद ज्ञापन ब्रांच के संचालक सुनील कुमार प्रभाकर ,पुनम कुमारी ने किया वही अनिल कुमार,मुकेश कुमार ने सभी आगन्तुक का फूल माला से स्वागत करते दिखे।

पातेपुर के प्राचीन श्रीराम-जानकी मंदिर से सादगी से निकली शोभा यात्रा

सोशल डिस्टेंस को लेकर भीड़ से किया गया परहेज़।

पातेपुर ( वैशाली) संवाददाता मोहम्मद एहतेशाम पप्पू दैनिक अयोध्या टाईम्स फोटो।

पातेपुर के अतिप्राचीन श्रीराम-जानकी मंदिर से रामनवमी के अवसर पर सम्भवतः दुसरी बार अत्यंत सादगी से श्री राम-लला की शोभा यात्रा की रश्म अदायगी हुई। पातेपुर स्टेट स्थित अति प्राचीन श्री रामजानकी मन्दिर से पातेपुर बाजार स्थित भगवान श्री राम लला के ननिहाल के प्रतीक के रूप में स्थापित मन्दिर की दूरी महज एक किलोमीटर है। इतनी दूरी तय करने में विशाल भीड़ के कारण पांच घण्टे लगते थे पर सोशल डिस्टेंस के आदेश का अनुपालन को लेकर भगवान की पालकी पांच मिनट में ही पहुंची।

 महोत्‍सव का सैंकडों वर्ष पुराना इतिहास।

पातेपुर स्थित श्रीराम जानकी मठ सैंकडों वर्ष पुराना है। जिले के समृद्ध मंदिरों में से यह एक है। मंदिर में भगवान राम, लक्ष्‍मण, जगत जननी मां जानकी व भक्‍त वीर हनुमान की स्‍वप्रादूर्भूत भव्‍य विग्रह है। यह मंदिर न केवल सनातन धर्मावलंबी बल्कि रामानंदी संप्रदाय के संत-साधुओं के लिए तीर्थस्‍थल, महाधाम से कम नहीं है। खास कर रामनवमी व श्रीकृष्‍ण जन्‍मोत्‍सव धूमधाम से मनाया जाता है। 

सादगी से निकली शोभा यात्रा

बुधवार को मठ के महंत बाबा विश्वमोहन दास जी महाराज के मंगलानुशासन में मंदिर के आचार्य व विद्वत पुरोहितों ने वैदिक मंत्रोच्‍चार के साथ विविधोपचार विेशेष पूजा-अर्चना की। जन्‍मोत्‍सव का अनुष्‍ठान संपन्‍न होने के बाद      महंत बाबा विश्वमोहन दास जी महाराज व मंदिर के आचार्य पालकी को लेकर बाजार स्थित मंदिर में पहुंचे। पालकी आने के बाद वैदिक अनुष्‍ठान शुरू हुआ। पूजा-अर्चना के बाद भगवान को अधिवास कराया गया। रामनवमी दिन से अगले छह दिनों तक भगवान यहां अधिवास करेंगे। छठे दिन यहां भगवान राम चारों भाईयों की छठी महोत्‍सव मनाया जाएगा। शोभा यात्रा के दौरान पातेपुर बीडीओ डॉ संदीप कुमार,  सोशल डिस्टेंस का अनुपालन करने के लिए मुस्‍तैद थे। आयोजन में  मुखिया गणेश पटेल, पैक्स अध्यक्ष सनोज पासवान , सहकारी नेता अनिल कुमार सिंह, विनोद सिंह, विजय झा , प्रवीण सिंह, लक्ष्मण सिंह,मो.छोटे, अरविंद कुमार , कुंदन शर्मा, बैजनाथ पासवान आदि  उपस्थित थे।

लॉक डाउन के कारण नहीं लगा रामनवमी मेला।

रामनवमी पर पातेपुर हाई स्कूल मैदान में सदियों से एक माह तक मेला लगता आ रहा है। कोरोना संकट के कारण दुसरी बार मेला नहीं लगा।

ऑक्सीजन की आस

देश में संक्रमित मरीजों की संख्या के मुकाबले ऑक्सीजन का स्टॉक सीमित पड़ रहा है। आक्सीजन के सिलेंडर का संकट बना हुआ है। कई राज्यों से ऐसी खबरें आ रही हैं। इसकी वजह से देश के कई कोविड-19 नर्सिंग होम संक्रमित मरीजों को भर्ती करने में आनाकानी कर रहे हैं। मरीज और तीमारदार पहले बेड और फिर ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए परेशान हो रहे हैं, वह कभी एक अस्पताल तो कभी दूसरे अस्पताल इसी के बीच चक्कर काट रहे हैं। मरीजों को अपनी जान बचाने के लिए उन्हें ऑक्सीजन की आस है। बहरहाल, आक्सीजन की कमी एक गंभीर समस्या है जिसे दूर करने में सरकारें अपने-अपने स्तर से लगी हुई हैं। रेलवे ने ऑक्सीजन एक्सप्रेस चलाने की घोषणा की है ताकि कम से कम  सप्लाई लाइन बाधित होने की वजह से अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी ना होने दी जाए । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में 10 ऑक्सीजन प्लांट लगाने का आदेश दिया है। जाहिर सी बात है कि इससे ऑक्सीजन की कमी दूर करने में फौरी राहत शायद ही मिल पाए।

वैश्विक महामारी कोरोना के देश में पैर पसारने के बाद अब लोग खुद को और अपने रिश्तेदारों को बचाने के लिए लाखों-करोड़ो रुपए तक खर्च करने के लिए तैयार है। मगर उसके बाद भी जान बचना नामुमकिन सा दिखाई दे रहा है।

मौजूद समय में कोरोना वायरस के गंभीर मरीजों के लिए ऑक्सीजन की कमी होना एक चिंता का विषय बना हुआ है। ऑक्सीजन न मिलने के कारण मौतों का आंकड़ा दिन- प्रतिदिन बढ़ रहा है। मरीज़ के तीमारदार आक्सीजन के लिए दर-दर भटक रहे हैं। बड़े दुख की बात यह है कि ऐसे वक़्त में भी जगह-जगह ऑक्सीजन के सिलेंडर की कालाबाजारी हो रही है, जो सिलेंडर 20 दिन पहले 13000 रुपये का था आज वह 40,000 में बिक रहा है। ये कहना बिलकुल गलत नहीं है कि ऐसे दौर में भी कालाबाज़ारी अपने चरम पर है। बड़े से बड़े अस्पताल में आज डॉक्टर, मरीज़, मरीज़ का परिवार ऑक्सीजन के लिए सरकार से गुहार लगा रहा हैं। ऑक्सीजन की कमी के कारण स्थिति कुछ ऐसी पैदा हो गयी है की पैसा, डॉक्टर्स, जान-पहचान यहां तक की सरकार भी लाचार दिख रही है। अगर सरकार ने कोरोना वायरस के पहली लहर के बाद भी ऑक्सीजन की सुध ली होती तो शायद मौतों का आंकड़ा इतना न होता और लोग अपनों को न खोते।

 ऐसी भयावह स्थिति के चलते जहां एक तरफ जनता की सरकार से नाराज़गी दिख रही है तो वहीं एक आस भी नज़र आ रही है।

- निकिता शुक्ला

Monday, April 12, 2021

चैत्र नवरात्रि मे दो खास संयोग - पं. सुधांशु तिवारी

चैत्र नवरात्र, इस बार 2 खास संयोग में बासंती दुर्गा पूजा का आरंभ 


चैत्र नवरात्र का आरंभ इस बार भी ऐसे वक्‍त में होने जा रहा है जब कोरोना एक बार फिर से अपना फन फैला रहा है और एक बार फिर से यह पूरी दुनिया में दहशत में है। बीते वर्ष भी मां दुर्गा का आगमन ऐसे वक्‍त में हुआ था जब पूरे देश के लोग इस महामारी से जूझ रहे थे, और बड़ी संख्या में लोग इससे प्रभावित हुए थे। इस बार भी चैत्र नवरात्र के वक्‍त कोरोना का संकट एक बार फिर से गहरा गया है। ऐसे में लगता है कि अब मां दुर्गा का चमत्‍कार ही इस महामारी का खात्‍मा कर सकता है। खुश हो जाने वाली बात यह है कि इस बार नवरात्र का आरंभ दो विशेष शुभ योग के बीच होने जा रहा है।

ज्‍योतिषशास्त्र के अनुसार इस बार अमृत सिद्धि और सर्वार्थ सिद्धि योग में चैत्र नवरात्र का आरंभ हो रहा है। 13 अप्रैल चैत्र शुक्ल प्रतिपदा तिथि लग रही है। इसी दिन नवरात्र का घट स्थापना भी किया जाएगा। इस दिन चंद्रमा मेष राशि में रहेंगे देर रात सूर्य भी मेष में आएंगे। ऐसे में यह भी अद्भुत संयोग है कि राशि चक्र की पहली राशि में चैत्र नवरात्र यानी संवत के पहले दिन ग्रहों के राजा और रानी स्थित होंगे। नवरात्र का आरंभ अश्विनी नक्षत्र में होगा जिसके स्वामी ग्रह केतु और देवता अश्विनी कुमार हैं जो आरोग्य के देवता माने जाते हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि माता देश दुनिया में व्याप्त महामारी से परेशान लोगों को राहत दिलाएंगी। ग्रहों के शुभ प्रभाव से इस संदर्भ में कोई चमत्कारी रास्ता भी निकल सकता है। इस बीच गुरु भी मकर राशि से कुंभ में आ चुके होंगे। गुरु का यह परिवर्तन भी कठिन समय से कुछ राहत दिलाने वाला होगा। आइए आपको बताते हैं कि इन शुभ योगों के क्‍या हैं लाभ

अमृत सिद्धि योग

अमृत सिद्धि योग विशेष शुभता प्रदान करने वाला और हर कार्य में लाभ देने वाला माना गया है। ज्‍योतिषशास्त्र में ऐसा माना जाता है कि अमृत सिद्धि योग और सर्वार्थ सिद्धि योग एक साथ आते हैं। मान्‍यता है कि अमृत सिद्धि योग में जो कार्य किए जाते हैं उनमें स्‍थायित्‍व की प्राप्ति होती है और शुभ फल देने वाले माने जाते हैं। इसलिए ऐसा माना जा रहा है कि इस बार अमृत सिद्धि योग में नवरात्र का आरंभ होने से यह नवरात्र विशेष शुभ फल प्रदान करने वाला होगा। अगर आप भूमि पूजन, भवन निर्माण या फिर कोई नया कामधंधा शुरू करने के बारे में सोच रहे हैं तो इस नवरात्र में आरंभ कर सकते हैं। इन सभी कार्यों में आपको शुभ फल की प्राप्ति होगी।

सर्वार्थ सिद्धि योग

सर्वार्थ सिद्धि योग का संबंध मां लक्ष्मी से होता है और ऐसा माना जाता है कि इस योग में कार्य का आरंभ करने से वह कार्य सिद्धि देने वाला और सफल माना जाता है। सर्वार्थ सिद्धि योग में जो भी शुभ कार्य किए जाते हैं उन सभी में आपको सफलता प्राप्‍त होती है और मां लक्ष्‍मी का आशीर्वाद प्राप्‍त होता है। माना जाता है कि यह योग जिस दिन लगा हो उस दिन कार्य करने से बिना बाधा के वह कार्य पूर्ण होता है और सुख समृद्धि आती है।

चैत्र नवरात्र तिथि समय 2021 

चैत्र शुक्ल प्रतिपदा तिथि आरंभ 12 अप्रैल  08 बजकर 1 मिनट

चैत्र शुक्ल प्रतिपदा तिथि समाप्त 13 अप्रैल 10 बजकर 28 मिनट

चैतन्य नवरात्रि के नौ दिन

ऐसा माना जाता है कि चैत्र नवरात्रि के दौरान देवी दुर्गा की पूजा करने से मोक्ष प्राप्त होता है. नवरात्रि पर देवी दुर्गा की साधना और पूजा करने से कई गुना फल की प्राप्ति होती है और भविष्य के लिए उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है.

नवरात्रि दिवस 1 (प्रतिपदा): 13 अप्रैल, 2021 (मंगलवार)

घटस्थापना

चन्द्र दर्शन

शैलपुत्री पूजा

नवरात्रि दिवस 2 (द्वितीया): 14 अप्रैल, 2021 (बुधवार)

सिंधारा दूज

ब्रह्मचारिणी पूजा

नवरात्रि दिवस 3 (तृतीया): 15 अप्रैल, 2021 (गुरुवार)

गौरी पूजा

सौभाग्या तीज

चंद्रघंटा पूजा

नवरात्रि दिवस 4 (चतुर्थी): 16 अप्रैल, 2021 (शुक्रवार)

कूष्मांडा पूजा

विनायक चतुर्थी

नवरात्रि दिवस 5 (पंचमी): 17 अप्रैल, 2021 (शनिवार)

नाग पूजा

लक्ष्मी पंचमी

स्कंदमाता पूजा

नवरात्रि दिवस 6 (षष्ठी): 18 अप्रैल, 2021 (रविवार)

स्कंद षष्ठी

यमुना छठ

कात्यायनी पूजा

नवरात्रि दिवस 7 (सप्तमी): 19 अप्रैल, 2021 (सोमवार)

महा सप्तमी

कालरात्रि पूजा

नवरात्रि दिवस 8 (अष्टमी): 20 अप्रैल, 2021 (मंगलवार)

दुर्गा अष्टमी

महागौरी पूजा

अन्नपूर्णा अष्टमी

संध्या पूजा

नवरात्रि दिवस 9 (नवमी): 21 अप्रैल, 2021 (बुधवार)

राम नवमी

नवरात्रि दिवस 10 (दशमी): 22 अप्रैल, 2021 (गुरुवार)

नवरात्रि पारण

चैत्र नवरात्रि उत्तर भारत में अधिक लोकप्रिय है. महाराष्ट्र में चैत्र नवरात्रि की शुरुआत गुड़ी पड़वा से होती है और आंध्र प्रदेश में इसकी शुरुआत उगादि से होती है. घटस्थापना तिथि की तरह ही नवरात्रि के दो विशेष दिन होते हैं, अष्टमी और नवमी तिथि. इसलिए मां के भक्त इन दोनों ही दिन पूरे हर्षोल्लास के साथ देवी दुर्गा की उपासना करते हैं.

पंडित सुधांशु तिवारी जी महाराज 

श्री राम कथा वाचक ज्योतिविचार्य/ज्योतिषविर्द


अभी ना तो वर्ष समाप्त हुआ है और ना ही महामारी, जानिए कैसा होगा अगला वर्ष-पंडित सुधांशु तिवारी के साथ

सब कुछ तय होता है विक्रम संवत के प्रारंभ और उसके अंत से क्योंकि यह एक जांचा-परखा और प्रकृति का कैलेंडर है। वेदों और अन्य ग्रंथों में सूर्य, चंद्र, पृथ्वी और नक्षत्र सभी की स्थिति, दूरी और गति का वर्णन किया गया है। स्थिति, दूरी और गति के मान से ही पृथ्वी पर होने वाले दिन-रात और अन्य संधिकाल को विभाजित कर एक पूर्ण सटीक पंचांग बनाया गया है। पंचांग- तिथि, वार, नक्षत्र, योग और करण आधारित पंचांग के आधार पर ही सौरमास, चंद्रमास, नक्षत्रमास और सावनमान आदि को बनाया गया है। इसी पर आधारित वर्ष का भेद भी किया गया है। प्रत्येक वर्ष को नवसंवत्सर कहते हैं। प्रत्येक संवत्सर का नाम अलग-अलग है। कुल 60 संवत्सर बताए गए हैं और प्रत्येक संवत्सर की प्रकृति भी भिन्न बताए गई है। अर्थात किस संवत्सर में कौनसी घटना घटेगी इसका भी वर्णन हमें ज्योतिष सिद्धांत की किताबों में मिलता है।

संवत्सर :- अंग्रेजी वर्ष 2019 के मार्च में विक्रम संवत 2076 से परिधावी नाम का संवत्सर प्रारंभ हुआ था जो अगले वर्ष 2020 में 25 मार्च तक चला। कहते हैं जब जब परिधावी संवत्सर आता है तब तब जनता में त्राही त्राही मच जाती है, युद्ध होते हैं और महामारी फैलती है। इसके बाद इसके बाद अंग्रेंजी वर्ष 2020 25 मार्च से विक्रम संवत 2077 से प्रमादी नाम का संवत्सर प्रारंभ हुआ था जो वर्ष 2021 के मार्च तक चलेगा। प्रमादी से जनता में तामसिक प्रवृत्ति का विकास होता है अर्थात आलस्य, अपराध और प्रमाद की वृद्धि होती है। जब यह महामारी प्रारंभ हुई थी तब परिधावी संवत्सर चल रहा था जिसके चलते संपूर्ण विश्‍व में महामारी फैली और फिर लॉकडाउन लगाना पड़ा। लॉकडाउन में सभी लोग आलस्य और प्रमाद में चले गए।

भूपावहो महारोगो मध्यस्यार्धवृष्ट य:।

दु:खिनो जंत्व: सर्वे वत्सरे परिधाविनी।

अर्थात:-

 परिधावी नामक सम्वत्सर में राजाओं में परस्पर युद्ध होगा महामारी फैलेगी। बारिश असामान्य होगी और सभी प्राणी महामारी को लेकर दुखी होंगे।

क्या होता है नवसंवत्सर :-

 नव संवत्सर के बारे में कई लोग नहीं जानते होंगे। नया वर्ष लगने पर नया संवत्सर भी प्रारंभ होता है। जैसे बारह माह होते हैं उसी तरह 60 संवत्सर होते हैं। संवत्सर अर्थात बारह महीने का कालविशेष। सूर्यसिद्धान्त अनुसार संवत्सर बृहस्पति ग्रह के आधार पर निर्धारित किए जाते हैं। 60 संवत्सरों में 20-20-20 के तीन हिस्से हैं जिनको ब्रह्माविंशति (1-20), विष्णुविंशति (21-40) और शिवविंशति (41-60) कहते हैं।

 बृहस्पति की गति के अनुसार प्रभव आदि साठ वर्षों में बारह युग होते हैं तथा प्रत्येक युग में पांच-पांच वत्सर होते हैं। बारह युगों के नाम हैं- प्रजापति, धाता, वृष, व्यय, खर, दुर्मुख, प्लव, पराभव, रोधकृत, अनल, दुर्मति और क्षय। प्रत्येक युग के जो पांच वत्सर हैं, उनमें से प्रथम का नाम संवत्सर है। दूसरा परिवत्सर, तीसरा इद्वत्सर, चौथा अनुवत्सर और पांचवा युगवत्सर है। 12 वर्ष बृहस्पति वर्ष माना गया है। बृहस्पति के उदय और अस्त के क्रम से इस वर्ष की गणना की जाती है। इसमें 60 विभिन्न नामों के 361 दिन के वर्ष माने गए हैं। बृहस्पति के राशि बदलने से इसका आरंभ माना जाता है।

60 संवत्सर :-

 संवत्सर को वर्ष कहते हैं: प्रत्येक वर्ष का अलग नाम होता है। कुल 60 वर्ष होते हैं तो एक चक्र पूरा हो जाता है। वर्तमान में प्रमादी नामक संवत्सर प्रारंभ हुआ है।

इनके नाम इस प्रकार हैं:-

 प्रभव, विभव, शुक्ल, प्रमोद, प्रजापति, अंगिरा, श्रीमुख, भाव, युवा, धाता, ईश्वर, बहुधान्य, प्रमाथी, विक्रम, वृषप्रजा, चित्रभानु, सुभानु, तारण, पार्थिव, अव्यय, सर्वजीत, सर्वधारी, विरोधी, विकृति, खर, नंदन, विजय, जय, मन्मथ, दुर्मुख, हेमलम्बी, विलम्बी, विकारी, शार्वरी, प्लव, शुभकृत, शोभकृत, क्रोधी, विश्वावसु, पराभव, प्ल्वंग, कीलक, सौम्य, साधारण, विरोधकृत, परिधावी, प्रमादी, आनंद, राक्षस, नल, पिंगल, काल, सिद्धार्थ, रौद्रि, दुर्मति, दुन्दुभी, रूधिरोद्गारी, रक्ताक्षी, क्रोधन और अक्षय।

भविष्य :-

 अब अंग्रेजी वर्ष 2021 के मान से 13 अप्रैल को विक्रम संवत 2078 से आनन्द नाम का संवत्सर प्रारंभ होगा। जैसा कि नाम से ही विदित है कि इस संवत्सर में जनता में आनन्द की व्याप्ति होगी। इसके मतलब यह कि अप्रैल से महामारी का प्रकोप भी समाप्त होगा और फिर से आनंद करने के बेखौफ घूमने-फिरने के दिन लौट आएंगे। इस संवत्सर का स्वामी भग देवता और इस संवत्सर के आने पर विश्व में जनता में सर्वत्र सुख व आनन्द रहता है। 

परंतु मंगलवार से प्रारंभ हो रही प्रतिपदा के कारण इस संवत का राजा क्रूर ग्रह मंगल होगा। मंगल दंगल भी कराता है और मंगल भी करता है। इस संवत की ग्रह परिषद में छः पद क्रूर ग्रहों के पास है और 4 पद सौम्य ग्रहों को प्राप्त हुए हैं। महाक्रूर शनि के कोई पद नहीं है परंतु पूरे वर्ष वह मकर राशि में रहेंगे। 

नया विक्रम संवत कर 06:02 बजे वृषभ लग्न में प्रवेश करेगा और चैत्र नवरात्रि 13 अप्रैल, 2021 का शुभारंभ रेवती नक्षत्र में मंगलवार को रेवती नक्षत्र में शुरू होगी। इस बार, अमावस्या और नव संवत्सर के दिन, सूर्य और चंद्रमा मीन राशि में ठीक एक ही अंश पर हैं अर्थात् मीन राशि में नया चंद्रमा उदय होगा। वृषभ राशि में मंगल और राहु दोनों ही विद्यामान हैं। राजा, मन्त्री और वर्षा का अधिकार मंगल ग्रह के पास है। विक्रम संवत 2078 में मंगल ग्रह राजा व मंत्री का पद मिला है तथा वित्त का गुरु ग्रह को मिला है।

मंगल को युद्ध का देवता कहा जाता जाता है। यह हिंसा, दुर्घटना, भूकंप, विनाश, शक्ति, सशस्त्र बलों, सेना, पुलिस, इंजीनियरिंग, अग्निशमन, शल्य चिकित्सा, कसाई, छिपकर हत्या करने वाला, दुर्घटना, अपहरण, बलात्कार, उपद्रव, सामाजिक और राजैनतिक अस्थिरता के कारक ग्रह हैं। विक्रम संवत 2078 के राजा मंगल होने से इस साल आंधी-तूफान का भी जोर रहेगा। मतलब लोग महामारी से मुक्त होंगे परंतु उपद्रव और प्राकृतिक घटनाओं से परेशान रहेंगे।

पंडित सुधांशु तिवारी जी महाराज 

श्री राम कथा वाचक ज्योतिविचार्य/ज्योतिषविर्द


जनरेशन गैप की वर्तमान में बढ़ती समस्या - समाधान आपस में ढूंढना जरूरी

बच्चों और अभिभावकों में आपस में मैत्रिता का भाव जगाने की कोशिश होना चाहिए - एड किशन भावनानी


गोंदिया - भारत के प्रधानमंत्री ने जिस तरह बुधवार दिनांक 7 अप्रैल 2021 को परीक्षाओं के संबंध में तथा सभी अन्य मुद्दों पर छात्रों को अनेक मंत्र दिए वाकई काबिले तारीफ हैं। परंतु यह मंत्र केवल उन छात्र-छात्राओं तक ही सीमित नहीं रहेंगे, अब उसमें पीढ़ियों के भी भाव समाहित हुए हैं। जिस तरह से माननीय प्रधानमंत्री महोदय ने बच्चों और अभिभावकों की जनरेशन गैप और वर्तमान में बढ़ती समस्या पर प्रकाश डाला, यह बात दूर तलक और पीढ़ियों तलक जाएगी, क्योंकि यह एक जीती जागती सत्यता वर्तमान समाज में दिख रही है। अतः आज हम जनरेशन गैप की वर्तमान बढ़ती समस्या और उसके समाधान आपस में ही ढूंढने पर अनेक तर्कों पर चर्चा करेंगे जो कि मूल रूप से प्रधानमंत्री महोदय द्वारा बताए गए मंत्रों का ही सारांश होगा वर्तमान बदलते आधुनिक परिवेश में आज की जनरेशन की पौराणिक कथाओ, कहानियों पर रुचि नहीं है पौराणिक परंपराओं, प्रथाओं, रीति-रिवाजों से भी बहुत बड़ा हिस्सा आज किनारा करने की कोशिश कर रहा है। मेरी यह निजी राय है कि इसका एक बहुत बड़ा कारण आज वर्तमान डिजिटल युग में विभिन्न मोबाइल ऐप्स और अनेक इलेक्ट्रॉनिक प्रोग्राम सहित वर्तमान परिवेश के की नशीली चीजें, खेल अब शामिल हैं जिसके कारण जनरेशन गैप के विपरीत में बहुत बड़ा बल मिला है, जिसके कारण बच्चे उनमें समाहित हो कर पुराने तौर-तरीकों को नापसंद करते हैं। साथियों, एक सत्यता यह भी है कि, अगर आज के जमाने के बच्चे आधुनिकता सेनहीं परिपक्व होते हैं तो समाज, रिश्तेदार और आस पड़ोस के लोग उन्हें पुराने विचारों और दब्बू किस्म के नौजवान समझते हैं। इन परिस्थितियों में हम अभिभावकों की जवाबदारी बहुत बढ़ जाती है। हमें अब जनरेशन गैप की कड़ी को समझना होगा याने बच्चे अनुशासन, मर्यादा, सटीक हो बिगड़े नहीं, इसके कारण अनेक आधुनिकता के सही प्रयासों में उनका साथ देना होगा। अपने पुराने विचारों से कुछ हद तक पीछे हटना होगा। बच्चों में अगर असभ्य और अनैतिक आचरण समाहित है तो उनसे वह सख्ती से छुड़वाना होगा। याने आज के युग में पालकों को अभिभावकों को एक रणनीतिक के तहत बच्चों का मार्गदर्शक, दोस्त, साथी ,  सलाहकार सब बनना होगा। और उनसे ऐसा माहौल पैदा करना होगा कि उनके समझ में बात आ जाए कि मेरे अभिभावक जो कर रहे या कह रहे हैं वह सत्य है। साथियों, बच्चों की उम्र का एक दौर ही ऐसा होता है कि, किसी भी परिस्थिति में हम उसका दोष कोई नहीं निकाल सकते क्योंकि एक निश्चित उम्र तक यह दौर ऐसा होता है कि हमारा बच्चा केवल बच्चा बनकर ही रहता है। आगे तो हमको ही सोचना होता है, वह तो केवल बच्चा समझकर ही छूट जाता है। और जब उनकी उम्र का तकाजा परिपक्व हो जाता है तो, बात उन्हें समझ में आ जाती है। और इस परिपक्वता तक के समय का हर अभिभावक या पालक को संयमता से इंतजार करना होता है। बच्चों को मार्गदर्शन , अच्छी सीख, सलीका अच्छी आदतें, अच्छे विचार अच्छे कार्य, को सिखाने का काम करना होता है और आज के दौर में तो यह सब प्लानिंग और रणनीति के तहत करना होता है ताकि सटीकता से काम भी हो जाए और बच्चों की को हवा भी न लगे कि क्या हो रहा है। आज अगर हम अपने बचपन और अभिभावकों  की बात करें, और तुलना करके देखें तो बहुत बड़ा फर्क हम महसूस करेंगे। क्योंकि दशकों पहले का दौर कुछ और था अभी वर्तमान दौर कुछ और है। हमारे अभिभावक जिस प्रकार से हमारे साथ कड़ाई, गुस्सा या दंड दिए जाने का दौर था और हम वर्तमान जनरेशन के साथ ऐसा नहीं कर सकते। एक मेरी अपनी सोच और सटीक विचार है कि दशकों पूर्व अभिभावकों की अपनी नेक्स्ट जनरेशन में चलती थी, वह बात आगे हम अपने नेक्स्ट जनरेशन में नहीं चला सकते, दूसरे शब्दों में दशकों पूर्व हम अपने अभिभावकों का बहुत सम्मान करते थे आज की जनरेशन में वह गुण कम दिखाई दे रहा है। अतः अगर हम सभी मुद्दों की चर्चा के परिपेक्ष में विश्लेषण कर निष्कर्ष निकालेंगे तो हम पाएंगे कि वर्तमान जनरेशन के साथ हमको केवल अभिभावक, सटीक दोस्त, साथी ,बच्चा, मार्गदर्शक, सभी रूपों में उनके साथ खड़ा होना पड़ेगा उनकी नई सोच के साथ को कुछ हद तक हामी भरनी पड़ेगी और उनके विचारों के साथ कुछ हद तक खड़ा होना पड़ेगा। परंतु यह विशेष ध्यान रखना होगा कि कहीं हमारे बच्चे मर्यादा की सीमा ना लांघे,अश्लील हरकतें ना करें सामाजिक व्यवस्था, आर्थिक सजगता, नैतिक मूल्य, स्कूल कॉलेज प्रशासन की मर्यादा, में कहीं भी चूक ना करें। यह अगर  हमने कर दिया तो समझो जीवन की जंग जीत गए और बच्चे सुदृढ़ हो अपना जीवन समग्रता से व्यतीत करने हमारे ध्यान रखने में जरूर काबिल होंगे।

-संकलनकर्ता-लेखक कर विशेषज्ञ एडवोकेट किशन सनमुख दास भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र

आलोचना मानव जीवन का एक अभिन्न गुण _

आलोचना मानव जीवन और व्यवहार की एक अभिन्न विशेषता है। यही कारण है कि मनुष्य अपने जीवन में सही और गलत चीजों को सत्यापित करने और निरंतर सीखने की प्रवृत्ति को बनाए रखने में सफल होता है। दुनिया में सबसे अच्छे लोगों की आलोचना की गई है। उन्होंने अपने जीवन से मिली सीख को आत्मसात किया है, लेकिन सभी लोग आलोचना से नहीं सीख सकते। आलोचना भी बदलती है। यह रचनात्मक या नकारात्मक हो सकता है। जब हम आलोचना के बारे में बात करते हैं, तो हमारे मन में अक्सर नकारात्मक भावनाएं होती हैं और हम रक्षात्मक होते हैं, लेकिन यह स्थिति हमेशा अच्छी नहीं होती है। प्रतिक्रिया करने से पहले आलोचना की प्रकृति को समझना आवश्यक है।

 
नकारात्मक आलोचना हमेशा आत्म-सम्मान को नुकसान पहुंचाने, अपमानित करने या आत्मविश्वास को कम करने के उद्देश्य से अज्ञानता या ईर्ष्या से जुड़ी है। इसलिए, एक व्यक्ति को धैर्यपूर्वक अनदेखा किया जाना चाहिए और अनदेखा किया जाना चाहिए क्योंकि अधिकांश पेड़ एक ही पेड़ में मारे जाते हैं, जो अधिक फल देता है। दूसरी ओर, व्यक्ति के समर्थन के उद्देश्य से सकारात्मक या रचनात्मक आलोचना की जाती है। इस आलोचना को एक सीमित दायरे में व्यक्ति के आत्म-सम्मान को नुकसान पहुंचाए बिना किसी व्यक्ति की गलतियों, विफलताओं और दोषों को ठीक करने के सुझाव के रूप में समझा जाता है, जो एक प्रेरक के रूप में भी कार्य करता है। इस आलोचना से प्राप्त प्रेरणा व्यक्ति के भीतर एक सकारात्मक भावना पैदा करती है जो विश्वास को मजबूत करती है। इससे व्यक्ति की हीनता, विश्वास और कार्यक्षमता में गिरावट नहीं होती है।

रचनात्मक आलोचना से आशय की आलोचना के बजाय कार्य और शैली की आलोचना होती है, और महान आत्मसम्मान वाला व्यक्ति हमेशा नकारात्मक आलोचना को नजरअंदाज करके रचनात्मक आलोचना स्वीकार करना सीखता है।

प्रफुल्ल सिंह "बेचैन कलम"
युवा लेखक/स्तंभकार/साहित्यकार
लखनऊ, उत्तर प्रदेश

Monday, April 5, 2021

अपराधी ने युवती को दिनदहाड़े गोली मारकर की हत्या

परसा थाना क्षेत्र के बनकेरवा परसौना पथ पर आर के आर चेमनी के पास 23 वर्षीय युवती प्रमिला कुमारी को अज्ञात अपराधी ने गोली मार कर हत्या कर दी। घटना सोमवार के सुबह करीब पांच बजे की आसपास की बताई जा रही है। जब युवती अपने घर पास की गांव में टयूशन पढ़ाने के लिए जा रही थी। तभी अपराधी ने महज घर से पांच सै गज की दूरी पर सुमसन जगह पर हत्या कर दी उसके बाद खबर आग की तरफ पूरे आसपास की गांव में फैल गई और देखते ही देखते हजारों लोगों की भीड़ इकठ्ठा हो गई और लोगों ने पुलिस  को घटना की सूचना दी।सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष रत्नेश कुमार वर्मा,सोनपुर डीएसपी अंजनी कुमार मौके पर पहुँचे और घटना की परिजनों से जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने कहा कि शव देखने के बाद प्रतीन होता हैं कि अपराधी पहले बातचीत किया होगा उसके बाद नजदीक से युवती के सर में दो गोली और पैर में भी गोली मार दी है। अपराधी किस कारण हत्या किया और इतना सुबह बैदल टयूशन पढ़ाने जा रही थी कि कही और जा रही सभी विषयों पर पुलिस छानबीन कर रही है स्थानीय लोग भी कुछ भी बताने से बच रही हैं जांच के बाद ही घटना के बारे में कुछ भी कहा जा सकता है घटना स्थल से गोली के एक खोला एक जोड़ा चपल भी बरामद हुई हैं।मामले की गम्भीरता से पुलिस जांच में जुट गई है और अपराधी को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा। वही मृत्तिका के परिजनों ने बताया कि प्रतिदिन की तरह आज भी सुबह करीब पांच बजे घर से टयूशन पढ़ाने जा रही थी तभी अपराधी ने गोली मार कर हत्या कर दी। घटना के बाद परिजनों का रोते रोते बुरा हाल है

अपराध की योजना बना रहे तीन अपराधियों को पातेपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर भेजा जेल

पातेपुर (वैशाली) संवाददाता दैनिक अयोध्या टाईम्स फोटो।

पातेपुर थाना क्षेत्र के रमौली मन के पास से पातेपुर थाने की पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी कर अपराध की योजना बना रहे तीन  अपराधी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। गिरफ्तार अपराधियो के पास से पुलिस ने दो कट्टा, चार जिंदा कारतूस, चार लूट की मोटरसाइकिल समेत 25 हजार रुपये नगद बरामद की है । वही पुलिस द्वारा छापेमारी के दौरान चार अन्य अपराधी भागने में सफल रहे।

                  प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार को पातेपुर थाने की पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि थाना क्षेत्र के रमौली मन के पास फाइनांस कंपनी के कर्मी को लूटने के उद्देश्य से जुटे कुछ अपराधी फाइनांस कर्मी को लूटने की योजना बना रहे है। सूचना मिलते ही  थानाध्यक्ष रामशंकर कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे जहां पुलिस को देखते ही सभी अपराधी भागने लगे। भागने के क्रम में बल के सहयोग से पुलिस द्वारा तीन अपराधियो को पकड़ लिया गया। मौके पर पकड़े गए अपराधियो की तलाशी के दौरान पुलिस ने अपराधियो के पास से दो देशी कट्टा, चार जिंदा कारतूस, फाइनांस कर्मी से लुटा गया दो टैब, दो बायोमैट्रिक मशीन, 25 हजार रुपये नगद तथा मौके पर खड़ी लूट की चार मोटरसाइकिल बरामद की है। पुलिस गिरफ्त में आये चंदन पासवान बलिगांव थाना क्षेत्र के पंचायत गाछी गांव निवासी वीरा पासवान का पुत्र है। जबकि दूसरा अपराधी उक्त गांव निवासी बसंत पासवान का पुत्र राकेश पासवान है। वही तीसरे अपराधी की पहचान थाना क्षेत्र के खेसराही गांव निवासी फूलों सहनी का पुत्र रमेश सहनी के रूप में हुई है। गिरफ्तार तीनो अपराधियो से पातेपुर थाने में गहन पूछताछ के क्रम में पुलिस को बताया कि भागने वाले अपराधियो में श्रवण सहनी, अरविंद सहनी, सनोज सहनी तथा टुनटुन सहनी बताया गया है। पुलिस फरार अपराधी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।