लखनऊ कमिश्नरेट के चलते लखनऊ प्रशासन हुआ सख्त
वही मड़ियांव थाने ने बड़ी कार्यवाही करते हुवे धोखाधड़ी कर महिला के नाम निकाली गई दुपहिया वाहन up32kk8534 को किया बरामद
बताते चले लखनऊ में कमिश्नरेट लागू हेते ही अपराधिक घटनाओ को अंजाम देने वाले दबंगो और अभियुक्तो में कही न कही पुलिस कमिश्नरेट लखनऊ की कानूनी न्यायिक कार्यवाहियों का ख़ौफ़ नज़र आता साफ दिख रहा है बताते चले कई आपराधिक मामलों में पुलिस द्वारा सख्ती से कार्यवाही किए जाने के कारण लखनऊ में अपराधो पर कमी देखी जा रही जी बताते चले लगभग 3 माह पूर्व दिसंबर 2020 में थाना मडियांव अंतर्गत महिला से शशक्त महिला संघ व रेड अलर्ट गैंग के संस्थापक व वरिष्ठ पदाधिकारीयो , अभिषेक, शबनम बानो उर्फ आर्या शुक्ला व सतीश ने उपरोक्त की नामित संस्था में समाज सेविका के रूप में कार्यत महिला के साथ धोखाधड़ी कर महिला महिला से लोकल नम्बर पर गाड़ी लेने के लिए उसको गारंटर बनने के लिए महिला से उसके हस्ताक्षरित दसतावेज आईडी व बैंक दस्तावेज गाड़ी में गारंटर बनाने हेतु मांगे ऐसे में पीड़ित उपरोक्त नामित संस्था में व संस्था के पदाधिकारियों के साथ में सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में कार्य करति थी पीड़िता ने गारंटर बनने हेतु दस्तावेज़ों पर हस्ताक्षर कर दिए पर पीड़ित महिला को ये कहा पता था कि उसके साथ उपरोक्त संस्था के नामित लोग सोची समझी साजिश के साथ कूटनीयती से उससे धोखाधड़ी कर उसके ही नाम पर वाहन फाइनेन्स करालेंगे पर ऐसा ही हुआ अभियुक्तो ने सोची समझी साजिश के साथ वाहन संख्या up32kk8534 एक्टिवा 5G पीड़ित महिला के नामपर ही फाइनेंस करा ली पीड़ित महिला को इस बात की खबर तक न थी कि उसके साथ इतना बड़ा धोखा हुआ है पीड़ित को लगभग 1 माह बाद तब पता चला जब पीड़ित महिला के खाते से 3177 रुपए की गाड़ी संख्या up32kk8534 की किश्त बैंक द्वारा काटी गई जिसका मैसेज पीड़ित के फोन पर प्राप्त होते ही पीड़ित जानकारी हेतु अपने बैंक से जानकारी करने बैंक पहुची बताते चले कि जब पीड़ित ने बैंक से 3177रू.कटौती की बारे में बैंक से जानकारी ली तो बैंक द्वारा बताया गया कि उसके नाम से एल.एन. टी फाइनेन्स से दुपहिया वाहन फाइनेन्स कर निकाला गया है जो कि उसके ही नाम पर फाइनेन्स है जिसकी किश्त फाइनेन्स कम्पनों द्वारा काटी गई है पीड़ित यह सुनकर परेशान होगयी उसके पैरों तले जमीन खिसक गई कि उससे तो गाड़ी की गारंटर बनने हेतु कागजो पर हस्ताक्षर कराए गए थे यह सोचकर पीड़ित महिला रोने लगी पीड़ित महिला तुरन्त फाइनेन्स कम्पनी पहुची वहां उसने वाहन की जानकारी ली तो वहां भी यही बताया गया कि वाहन संख्या up32kk8534 पीड़ित के नाम पर ही फाइनेन्स है पीड़ित ने तुरंत सम्बन्धित नामित लोगो को सम्पर्क कर इस विषय मे जानकारी की तो उपरोक्त ने उसे कार्यालय टेढ़ी पुलिया प्रभा कम्प्लेक्स 2nd फ्लोर पर बुलाया पीड़ित उपरोक्त से मिलने तुरन्त उनके कार्यालय पहुची और उसके साथ उपरोक्त के द्वारा की गयी धोखाधड़ी के बारे में विरोध किया तो उपरोक्त ने पीड़ता को कहा कि उनकी आइडियो दस्तावेजो में कुछ कमी होने के कारण उन्होंने पीड़ित महिला के नाम पर ही गाड़ी फाइनेन्स करा ली है 6 माह में वह उसकी किश्ते अदा करदेंगे और गाड़ी ट्रान्सफर करा लेंगे पर महिला ने जब आपने साथ हुई इस धोखाधड़ी के बारे में उपरोक्त नामित के विरुद्ध कार्यवाही करने की बात कही तो उपरोक्त ने उसे धमकाना शुरू कर दिया कि तुम मेरा कुछ नही कर सकती और तो और तुम्हारा तो आदमी भी नही है ज़्यादा बोलोगी य कहि शिकायत करोगी तो याद रखना गाड़ी तुम्हारे ही नाम पर है उससे कोई न कोई अपराधिक कांड कराकर तुम्हे जेल भिजवा देंगे तेरे बच्चो के साथ कोई न कोई घटना कारित कर देंगे जिससे पीड़ित महिला काफी डर गई क्योंकि पीड़ित महिला अपने बच्चों के साथ अकेली रहती है पीड़ित महिला का पति किसी दूसरी पत्नी के साथ अलग रहता है और पीड़ित महिला उनसे हाथ जोड़कर विनती की के आप लोग गाड़ी का पैसा अदा कर दे गाड़ी ट्रांसफर कराले पर महिला को सिर्फ धमकियां ही मिलती रही नामित लोगो ने मनमानी तरह से कभी किश्त जमा की कभी नही की जब जब महिला इसके लिए बोलती तो उसे धमकियां दी जाती की हमारी मर्ज़ी होगी तो किश्तें देंगे अन्यथा नही देंगे उपरोक्त ने कुछ ऐसा ही किया पीड़ित के खाते में लग्भग 9 किश्ते ही जमा की और फिर पीड़ित का फोन उठाना बन्द कर दिया ना ही किश्ते देते न ही समय पर कभी फोन उठाते जिससे पीड़ित महिला का बैंक सिविल भी खराब हो रहाथा पीड़िता सिविल बचाने के लिए अपने इधर उधर से इकठ्ठा कर अपने पैसे भी अपने खाते के माध्यम से किश्ते कटाई पर अब पीड़ित के पैसा न होने पर पीड़ित महिला को गम्भीर समस्याओ का सामना करना पड़ रहा था फाइनेन्स कम्पनी को समय पर किश्ते न मिलने पर बैंक द्वारा उसे लगातार टॉर्चर किया जा रहा था साथ ही नामित लोग उसे धमकियां देने से बाज़ न आ रहे थे तब जाकर पीड़ित अपने डर को किनारे करते हुवे हिम्मत सच्चाई के साथ पीड़ित महिला ने उपरोक्त नामित अभिषेक , व शबनम बानो ,उर्फ आर्या शुक्ला व सतीश के विरुद्ध सभी आलाधिकारियों को व थाना मड़ियांव को लिखित रूप से अपनी समस्या से अवगत कराया मामले की जाँच कर आलाधिकारियों ने सम्बन्धित थाना मड़ियांव को उपरोक्त नमित अभियुक्तो के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करने हेतु ट्वीट कर निर्देशित किया जिसपर आलाधिकारियों के निर्देश मिलते ही थाना मडियांव द्वारा जाँच कर अभियुक्तो के विरुद्ध मुक़दमा अपराध संख्या 825/20में अंतर्गत धारा 406,420,504,506 में दर्ज कर लिया गया मुक़दमा दर्ज होते ही अभियुक्त फरार हो गए और सूत्रों से मिल रही जानकारी अनुसार पीड़ित महिला को अभियुक्त मुक़दमा वापास लेने हेतु धमकियां दे रहे है बताते चले कि मामला दर्ज हुवे लगभग 3 माह यानी 90 दिन से अधिक हो चुके है इस पर कल दिनाँक 27/03/2021 को थाना प्रभारी मडियांव ने फोन पर जानकारी दी कि मामले में कार्यवाही करते हुवे पुलिस द्वारा गाड़ी बरामद करा ली गयी है अभियुक्तो पर भी जल्द ही कार्यवाही की जाएगी अब देखना ये है कि अभियुक्तो की गिरफ्तारी सम्बन्धित द्वारा कब तक की जाएगी मामले में प्राप्त जानकारी अनुसार पीड़ित महिला ने लगभग जनवरी 2021 को मुख्यमंत्री पोर्टल पर igrs कर सम्बन्धित दर्ज मुक़दमे की जानकारी मांगी गई थी जिसका igrs सन्दर्भ संख्या 40015721001962 है जिसपर विवेचक दिनेश ने पुलिस आयुक्त लखनऊ को दिनांक 18/01/2021 को व उसके फीडबैक में 7 दिवस के बाद लिखित आख्या रिपोर्ट प्रेषित एवं निस्तारित कर लिखा है कि आरोप सिद्ध हो रहा है लेकिन बताते चले कि अभीतक अभियुक्तो की गुरफ्तारी नही हुई है अब देखना ये है कि पुलिस की कार्यवाही से कब तक बचते रहेंगे मुक़दमा अपराध संख्या 825/20 के अभियुक्त
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