गांव की गलियों से समुंदर तक सट्टा माफिया की पैठ
बीसलपुर -सट्टा कारोबार पर नकेल कसने के पुलिस अधिकारियों के दावे फेल हो चुके हैं। पुलिस की नाक के नीचे फिर से सट्टा कारोबार फल-फूल रहा है। बीसलपुर के सट्टे का काम फिर से जोर पकड़ने लगा है। मलिन बस्तियों में खुलेआम काम चल रहा है। शहर के मोहल्ला दुर्गा प्रसाद नगर स्थित एक घर की वीडियो वायरल हुई थी, जिसमें साफ दिख रहा है कि कारोबार से जुड़े लोग कितने बेखौफ हैं।बड़ी-बड़ी कार्रवाइयों के बावजूद पुलिस इस कारोबार पर नकेल नहीं कस सकी। पूर्व में शाहजहांपुर पुलिस ने सट्टे के नुमाइंदों पर कार्रवाई की और सट्टेबाजों को जेल भेजने के बाद भी कारोबार फल-फूल रहा है। इससे साफ है कि पुलिस मुख्य कारोबारियों तक नहीं पहुंच पाई है।, लेकिन इसका भी इस अवैध धंधे पर कोई असर नहीं पड़ा। फिर से वही एजेंट अपने आका की सरपरस्ती में काम को अंजाम दे रहे हैं।
बीसलपुर के एक बुजुर्ग सटोरिये ने बताया एक दशक पहले तक सट्टा कारोबार का प्रमुख केंद्र दुबई था। धंधा बढ़ा तो और दुबई में बैठे सुनील दुबई, मनोज मेट्रो, बेद प्रकाश बेदी जैसे लोगों ने देश के महानगरों में सब-एजेंट बनाए। यह वह लोग थे जो पहले से या तो सट्टा खेलते थे या डी कंपनी के करीबी रहे थे। 'भाव' यानी सट्टे का रेट आज भी दुबई से तय होता है। जिनकी मदद से यह लोग सट्टा खिलाने लगे। एक अधिकारी ने नाम न छपने की शर्त पर बताया कि सट्टे के काम में गली मोहल्ले में पान की दुकान से लेकर पांच सितारा होटल तक में बैठे लोग शामिल हैं।
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