सारण(ब्युरो चीफ)दैनिक अयोध्या टाइम्स, सोनपुर हरिहरनाथ के पावन भूमि पर श्रीगजेन्द्रमोक्ष देवस्थानम मे चल रहे श्रीब्रह्मोत्सव महायज्ञ के दुसरे दिन मंगलवार को पँचाँग पुजन मण्डप प्रवेश एवँ अग्निमन्थन के द्वारा श्री अग्नि नारायण भगवान प्रकट हुए। इसके साथ ही भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने यज्ञ मण्डप की परिक्रमा की उसके बाद मात्र पाँच मिनट मे निराकार अग्नि धर्षण के द्वारा यज्ञमण्डप मे भक्तोँ के बीच प्रकट हुए। इस अवसर पर समस्त श्रद्धालुओं को सम्वोधित करते हुए स्वामी लक्ष्मणाचार्य जी ने कहा कि 24 .2 को श्री वैष्णव एवं बैदिक सम्मेलन होगा ,25.2 को भव्य श्री रथ यात्रा सोनपुर होते हुए हाजीपुर तक जायेगी 26.2 दिव्य महाभिषेक एवं रात्रि में विवाह महोत्सव जब कि 27.2 को महा पूर्णाहुति एवं भण्डारा का आयोजन होगा वही उन्होंने यह भी अग्नि चार प्रकार की है। एक बडबाग्नि दुसरा जठराग्नि तीसरा योगाग्नि चौथा स्मशाग्नि यज्ञाग्नि । यज्ञाग्नि के द्वारा यज्ञ का हवन होता है। बडबाग्नि समुद्र मे होता है उससे भी प्रकट होता है। पेट मे जठराग्नि भोजन पकाने का काम करता है। योगाग्नि योग के द्वारा प्रकट होता है और पाँचवी स्मशान अग्नि जो चित मे होता है। अग्नि कल्याण कारी एवँ विनाश कारी भी है। जो भक्त अग्नि को नारायण रुप मे पुजते है उनके लिए कल्याणकारी है। इस अवसर पर धर्ममँच का पुजन हुआ एवँ डा. निर्मल शास्त्री पुज्य कुशेश्वर चौधरी श्री जनार्दन दीक्षित व्यास पुज्य श्री बिष्णुचित् जी महाराज झारखंड पीठाधीश्वर जी महाराज के द्वारा दिव्य प्रवचन भी हुआ। इस अवसर पर एडीजी सुपौल आलोक पाठक यज्ञ यजमान ,दिलीप झा ,फूलबाबू झा इन्दौर आशा पाठक ,राजकली देवी ,सुधाँशु सिह ,निर्मला तिवारी एवँ ज्योतिषाचार्य नन्दकिशोर तिवारी ,आचार्य पवन शास्त्री आचार्य राजीव झा आचार्य विनोद तिवारी ,आचार्य चन्द्र कान्त झा विवेकानंद शास्त्री वाल्मीकि शास्त्री एवँ दर्जनाधिक विद्वान उपस्थित थे।
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