सोनपुर(ब्यूरो चीफ)सोनपुर प्रखंड क्षेत्र में मंगलवार के दिन जिस प्रकार धूमधाम के साथ गाजे-बाजे के अलावा तरह-तरह के विभिन्न रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ मां सरस्वती की प्रतिभा की पूजा की गई थी । उसी प्रकार बुधवार के दिन 10:00 बजे से लगातार संध्या तक मां की प्रतिमा का विसर्जन नारायणी व गंगा नदी में करने की सिलसिला जारी रहा । सोनपुर महेश्वरी चौक, गांधी चौक, रजिस्ट्री बाजार, स्टेशन गेट, गोला बाजार ,गोविंदचक,भरपुरा, बाकरपुर, खरिका, कसमर ,सहित विभिन्न स्थानों पर बैठाए गए मां की प्रतिमा का विधि विधान के साथ उत्सव के रूप में विसर्जन किया गया । इस कार्यक्रम में पूजा समिति के युवाओं द्वारा गाँजे बाजे के साथ मां का जय जय कार मनाते हुए उनका विसर्जन तो किया लेकिन विसर्जन के बाद लौटते वक्त सब के सब युवक मायूस सा दिख रहे थे । इसका कारण था की मां की ममता जो कल दिख रहा था वह बुधवार के दिन प्रतीत हो रहा था कि वह मां का ममता किसी ने छीन लिया है लेकिन यह सब भृम है । माँ सदैव अपने भक्तों को नजरो से दूर नही करती हैं । भक्त ही माँ के प्रतिभा को प्रतिवर्ष स्थापित कर मां का पूजा आराधना बसंत पंचमी के दिन करते है । सोनपुर डीएसपी अंजनी कुमार के निर्देश पर विभिन्न थानेदारों ने अपने अपने क्षेत्र में शांति व्यवस्था कायम करने के लिए पुलिस बलों की प्रतिनियुक्ति कर रखे थे परिणाम स्वरूप कहीं भी किसी तरह का विवाद उत्पन्न नहीं हुआ और सभी पूजा समिति अपने अपने माँ के प्रतिभा स्थापित कर पूजा अर्चना करने के अगले दिन माँ की प्रतिभा को बड़ी उत्साह के साथ विसर्जन कर दिया ।
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