एसडी गौतम
नागल. टपरी रोड स्थित भाटखेड़ी व सूभरी के मध्य बौद्ध धम्म उन्नति संस्थान के तत्वावधान में राष्ट्रमाता सावित्री बाई फुले के 190 वे जन्मदिवस पर अवेरी धम्मा मग्गो संस्थान की नींव रखकर बौद्धिक संस्कृति केंद्र की स्थापना की गई।
कार्यक्रम का उद्घाटन तथागत महामानव भगवान गौतम बुद्ध जी की वंदना तथा सावित्री बाई फुले जी को श्रद्धासुमन अर्पित कर किया गया।
मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए बाबासाहब डॉ० भीमराव अंबेडकर जी के प्रपौत्र सन्देश अशोक अम्बेडकर ने तलवार से ज्यादा कलम की ताकत बताते हुए सभी से बाबासाहब डॉ भीमराव अंबेडकर के विषम परिस्थितियों में किए गए बलिदान व त्याग को याद कराते हुए सभी से संविधान को पढ़ने की बात कही। विशिष्ट अतिथि डॉ० हरविंदर सर्जन ने संयुक्त रूप से कहा कि तथागत बुद्ध के मार्ग को अपनाकर ही मानव जीवन सार्थक हो सकता है। उन्होंने बाबासाहब डॉ० भीमराव अंबेडकर जी के बौद्धिक मिशन को आगे बढाने की अपील करते हुए सभी से पाखण्डवाद त्यागकर बौद्ध धम्म अपनाने की बात कही।
कार्यक्रम में इंजी० डीपी सिंह, पूर्व डीएसपी लाखन सिंह व नाथीरत्न बौद्ध ने संयुक्त रूप से सावित्री बाई फुले जी के बलिदान पर विस्तारपूर्वक जानकारी देते हुए बताया कि राष्ट्रमाता सावित्री बाई फुले नारी शिक्षा क्रांति की अग्रदूत होकर प्रथम महिला शिक्षिका थी जिनके संघर्ष से हम सभी को प्रेरणा लेने की आवश्यकता है।
कार्यक्रम आयोजक बौद्ध धम्म उन्नति संस्थान अध्यक्ष सुशील बौद्ध ने सभी अतिथियों व आगन्तुको का आभार जताया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता भंते एसएल पाटिल व संचालन प्रणेश मास्टर ने किया।
इस दौरान रघुवीर बौद्ध, राजकुमार एसडीओ, राजपाल सिंह कर्णवाल, एसआई अनिल कुमार, कंवरपाल सैनी, नीलकमल कर्णवाल, राजकुमार बौद्ध, रायसिंह बौद्ध, बलसिंह बौद्ध, राजेश कोहली, एड० कमल दयाल, एसडी गौतम, मदनसेन गौतम, रोहित गौतम, हंसराज, रोहित कर्णवाल, सौरभ, बबलू बौद्ध, पीयूष, सविता अम्बेडकर, समेत हजारों धम्म अनुयायी उपस्थित रहे।
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