इटावा । बेटियां पढ़ें बेटियां बढ़ें का नारा साकार करने में जुटीं सी ए पूनम पाठक भरथना में जन्मीं पूनम पाठक इन दिनों खारघर नवी मुंबई में सी ए हैं।
उनके जेहन में बेटियों के लिए हमेशा एक ललक रही है कि आज के जमाने मे बेटियां किसी से कम नही हैं। वे जहां भी बेटियों की मदद करना उचित समझतीं हैं वहां एकदम बेटियों की मदद के लिए तैयार हो जातीं हैं उनका सपना है कि हर क्षेत्र में बेटियां आगे आएं आत्मनिर्भर बनें बेटियां अपने पैरों पर खड़ीं हो सकें।
अभी वो अपने पैतृक शहर आईं हुई हैं जहां उन्होंने कांशीराम कालोनी पहुंचकर गरीब परिवारों के साथ बैठकर गरीबो को शिक्षा के बारे में समझाया तथा गरीब परिवारों को कॉपी कलम पेंसिल रबड़ व अन्य स्टेशनरी वितरित की तथा अभिभावकों को प्रेरित किया कि बेटियों को विद्यालय जरूर भेजें तथा उन्हें पढ़ाएं घर पर भी पढ़ने का पूरा मौका दें।
उन्होंने कहा शिक्षा हमेशा काम आती है। साथ ही साथ इसका बंटवारा नही हो सकता है। शिक्षित बेटियां समाज को बदल सकतीं हैं। आज बेटियां घर की चहारदीवारी से निकल चुकीं है । वे कहतीं है उन्हें खुशी होती है कि आज बेटियां हर क्षेत्र में नए नए कीर्तिमान स्थापित कर रहीं हैं।
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