विगत दिनो आसनसोल शहर के विभिन्न क्षेत्रो से 9 युवक-युवतियो ने उत्तराखंड स्थित केदारकांठा पर्वत के 12 हजार 500 फिट ऊंचाई पर 112 फिट का तिरंगा लहरा कर विश्व कीर्तिमान स्थापित किया था, उनके इस सरहनीय कार्य ने पूरे असनसोल का नाम विश्व मे स्थापित किया है। किन्तु ऐसे महान युवाओ को तृणमूल कांग्रेस माइनोरिटी सेल द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम मे अपमानित होने का मामला भी प्रकाश मे आया है। उल्लेखनीय है कि केदारकांठा पर्वत पर तिरंगा लहराने मे आसनसोल, चिनाकुड़ी निवासी गोपाललाल बर्नवाल के पुत्र अमन बर्नवाल के नेतृत्व मे अक्षय प्रसाद, राहुल कुमार पासवान, बिष्णु प्रसाद, साहिल गुप्ता, सोमावती शर्मा, काजल प्रसाद, अलका बाउरी और बहार कुमारी शामिल थी। जानकारी के अनुसार पश्चिम बर्दवान तृणमूल कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग द्वारा मंगलवार को असनसोल अटवाल मोड़ के समीप एक कार्यक्रम आयोजित की गई थी, जहां विश्व कीर्तिमान स्थापित करने वाले युवाओ को सम्मानित करने के लिए बुलाया गया था। आरोप है कि जिस तरह से युवाओ ने आसनसोल का मान बढ़ाया है, वहाँ उस तरह के सम्मान उन्हे नहीं मिले। कार्यक्रम मे उन्हे बैठने तक का स्थान नहीं दिया गया। काफी इंतेजार के पश्चात दो-तीन युवको को मंच पर बुलाकर सेकेंड भर मे ही उन्हे मंच से उतार दिया गया, बाकी युवाओ को बुलाया भी नहीं गया। इस दौरान सभी युवाओ के अभिभावकगण भी मौजूद थे। अमन बर्नवाल के पिता गोपाल लाल बर्नवाल के अनुसार उक्त कार्यक्रम मे राज्य के मंत्री मलय घटक भी उपस्थित थे और उनके समक्ष ही युवाओ का अपमान हो रहा था। उन्होने बताया कि इस अपमान से बच्चे इतने हताश हुये कि सभी ने वहाँ से मिले सर्टिफिकेट फाड़ दिये। उन्होने कहा कि तृणमूल मे लोगो को सम्मान नहीं मिलता यही वजह है कि लोग तृणमूल छोड़ रहे है।
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