नव वर्ष, नव प्रभात में,
नव ज्योति, नव प्रकाश में।
प्रभु सदा ही रहेंगे,
हर कर्म हर विश्वास में।।
समय हमारा साथ सदा दे।
कुछ ऐसी आगे हलचल हो।।
सुख के चौक पुरें हर द्वारे।
सुखमय आँगन का हर पल हो।।
चाहत अपनों की सबके साथ होगी,
न फिर गम की कोई बात होगी,
क्योंकि इस नये साल में
खुशियों की बरसात होगी।
जो चलता है वक्त देखकर।
आगे जाकर वही सफल हो।।
नए वर्ष का उगता सूरज।
सबके लिए सुनहरा पल हो।।
नए वर्ष में नई पहल हो।
कठिन ज़िंदगी और सरल हो।।
अनसुलझी जो रही पहेली।
अब शायद उसका भी हल हो।।
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