संवाददाता अर्जुन कुमार गुप्ता जैदपुर बाराबंकी -जिले में लौटे हजारों प्रवासी श्रमिकों को मनरेगा के तहत मिला रोजगार, इनकी आर्थिक स्थिति को सुधारने में जुटा प्रशासन। वैश्विक महामारी कोरोना आपदा के इस दौर में महात्मा गांधी नरेगा योजना बाराबंकी जिले में श्रमिकों के वरदान साबित हो रही है, जिसके चलते आर्थिक रूप से प्रभावित लोगों को रोजगार मिला है। आंखों में बेबसी और हालात से मजबूर हजारों की संख्या में जनपद लौटें श्रमिकों को जिला प्रशासन द्वारा मनरेगा योजना के तहत रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है। जिले के 1098 ग्राम पंचायतों में करीब 66 हजार मजदूर जिनमें हजारों की संख्या में अन्य प्रदेशों से अपने गांव लौटे श्रमिकों को मनरेगा योजना के तहत गांवों की साफ-सफाई से लेकर सड़क, नहर, पौधारोपण और छोटी-छोटी नदियों और तालाबों को पुर्नजीवित करने के कामों में लगाया है, जिससे इनकी आर्थिक स्थिति को सुधारा जा सके। दिल्ली बंबई व पंजाब से लौटे श्रमिकों ने बताया की कोरोना बीमारी की वजह से परेशान होकर हम लोग वापस अपने गांव आ गए है यहां सरकार ने हमारी जरूरतों को ध्यान में रखते हुवे हम सभी लोगो को मनरेगा योजना के तहत अपने ही गांव में काम दिया है जिससे हमको बहुत सहूलियत मिली है हम सरकारों को धन्यवाद करते हैं ।
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