गोरखपुर। झंगहा क्षेत्र के करही बंधे के पास नदी के किनारे चचेरे भाइयों की हत्या किसने और क्यों की, उन्हें घर से बुलाकर ले जाने वाला युवक भी हत्या की साजिश में शामिल है या नहीं? इन सवालों का जवाब तलाशने में पुलिस उलझी हुई है। परिवार के लोगों ने किसी से दुश्मनी होने से इन्कार कर दिया है, इसलिए पुलिस की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। लेकिन, दोनों भाइयों को जानने वालों का मानना है कि उनकी हत्या का रहस्य एक वाट्सएप ग्रुप के सदस्यों की गतिविधियों से जुड़ा हो सकता है। दोनों भाई, महाकाल नाम के वाट्सएप ग्रुप से जुड़े थे। इस ग्रुप से जुड़े लोग इलाके में मारपीट करने के लिए बदनाम हैं। जानने वालों का मानना है कि मारपीट की किसी घटना के प्रतिशोध में दोनों भाइयों की हत्या हुई है।
एक सूचना पर मारपीट के लिए एकत्र हो जाते हैं ग्रुप के सदस्य
महाकाल नाम के वाट्सएप ग्रुप में खोराबार से लेकर झंगहा इलाके के काफी युवक जुड़े हुए हैं। किसी भी सदस्य के ग्रुप में विवाद होने की सूचना डालते ही आसपास मौजूद दूसरे सदस्य कुछ ही देर में एकत्र हो जाते हैँ। अभी कुछ दिन पहले ही झगहा इलाके में इसी ग्रुप के सदस्यों ने एक अधिवक्ता पुत्र को बुरी तरह से पीट दिया था। बताते हैं कि इस मारपीट में दिवाकर भी शामिल था।
दिवाकर के विरुद्ध कई थानों में दर्ज हैं मुकदमें
दो दिसंबर 2019 को झंगहा पुलिस ने दिवाकर को तमंचा और कारतूस के साथ गिरफ्तार किया था। इससे पहले भी झंगहा थाने में उसके विरुद्ध मारपीट का मुकदमा दर्ज है। इसके अलावा खोराबार पुलिस, दिवाकर को दो बार लूट व मारपीट के आरोप में तथा बेलीपार पुलिस चोरी के आरोप में जेल भेज चुकी है।
मोबाइल काल डिटेल खंगालने में जुटी पुलिस
No comments:
Post a Comment