पटना (संवाददाता) । कोरोना को लेकर अपने जीवन का पहला ईद मनाने ,हुजैफा हुसैन, ईद गाह न जाकर अपने घरो मे अब्बा ओर अम्मी के साथ मनाएगा।पटना के आशियाना का रहने बाला हुजैफा हुसैन पटना के एक नामी स्कूल में एल0के0जी0 का छात्र है।ओर जींवन का पहला रोजा इतना कम उम्र में उसने रखा था। हुजैफा हुसैन ने बताया,अम्मी मुझे ईद गाह नही ले जाएगी ,बोली है कोरोना फैला हुआ है। लेकिन यह कोरोना कब खत्म होगा, 5 साल का हुजैफा हुसैन ने अल्लाह से कोरोना को जल्द भारत देश से भागने का दुआ मंगा है। हुजैफा हुसैन का होश सँभालने के बाद जींवन का पहला ईद है जो वह अपने घरो मे ही मना पायेगा , वह किसी रिश्तेदार के यँहा नही जा पाएगा। किसी से गला भी नही मिल पायेगा। सोशल डिस्टेंसिंग के कारण भाई चारा का सन्देश देने बाला इस पर्व में पहली बार हिन्दू मुस्लिम आपस मे एक दूसरे के साथ गला नही लगा पाएगा । ओर न ही कोई मुस्लिम भाई एक दूसरे के रिश्तेदार के यँहा जा पायेगा। कोरोना काल का यह ईद एक इतिहास बन चुका है।पहली बार मस्जिद में एक साथ नमाज भी पढ़ने के लिये लोग इकठ्ठा नही होगें। सभी को अपने अपने घरों में नमाज अदा करना है। हुजैफा हुसैन के पिता बॉण्ड प्रोटेक्शन के मैनेजिंग डायरेक्टर सैयद मुस्तफ़ा हुसैन ने रमजान के इस पाक महीना में गरीब मुस्लिम भाई के बीच राशन ,सेव्य, परफ्यूम ओर अंग बस्त्र बितरण किया है। मुस्तफ़ा हुसैन ने कहा कोरोना को लेकर पिछले एक माह से सभी का धंधा पानी चौपट हो चुका है।,जिसके कारण लोग भुखमरी का शिकार हो रहे है।ईद में सभी मुस्लिम भाई के घर पकवान बने ओर खुशी खुशी ईद मने यही अल्लाह से दुआ करता हूं। ओर मुस्लिम भाई से एक मेरा अपील है सोशल डिस्टेंसिंग का पालन पूरी तरह है करें।तभी कोरोना हारेगा ओर देश जीतेगा।
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