हर मोड़ पर एक नया एहसास है जिंदगी
मेरे कुछ अनूठे सपनों की सौगात है जिंदगी
मैंने अपना कर्तव्य बखूबी निभाया
अपनी राह के कांटों को खुद हटाया
मेरी असफलताओं ने मुझे झुकने ना दिया
मंजिलों ने मेरी मुझे रुकने ना दिया
मेरी तकदीर की क्या बात करें
कुछ पुराने रिश्तों को भूलाएं तो कुछ नए अपनाएं
कठिनाइयों से बहुत कुछ सीखा है मैंने
खुद के लिए जी लिया, जीना है अब अपनों के लिए
राहों में अनुभव क्या खूब मिले मुझे
मैं हर रोज वक्त के साथ निखरता गया
मेरे अपनों ने ही मुझे झुकाने की नाकाम कोशिश की
लेकिन मेरी चाहत ने मुझे झुकने ना दिया
जिंदगी की राह में खुद को अकेला पाया
लेकिन हालात तूने मेरे मुझे रुकने ना दिया
हर मोड़ पर एक नया एहसास है जिंदगी
मेरे कुछ अनूठे सपनों की सौगात है जिंदगी
(प्रकाश कुमार खोवाल जिला-सीकर)
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